गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान डांस करना – फायदे और सावधानियां

डांस एक ऐसा एक्साइटिंग तरीका है जिसकी मदद से आप गर्भावस्था के दौरान खुद को और बच्चे को फिट रख सकती हैं। गर्भवती महिलाओं को दिन में लगभग आधे घंटे कार्डियो करने की सलाह बहुत पहले से दी जाती है पर आमतौर पर लोग वही बोरिंग योगा और वॉकिंग करने के लिए कहते हैं। इसके विपरीत डांस एक ऐसा फन है जिसकी मदद से कठिन समय में आप फिट और फ्लेक्सिबल रह सकती हैं और साथ ही आपका स्ट्रेस कम होने में मदद मिलती है। बस आप अपना फेवरेट गाना लगाएं और डांस करें। गर्भावस्था के दौरान डांस करने के फायदों से लेकर इसके प्रकार और सावधानियों तक सब कुछ बताया गया है, आइए जानते हैं। 

क्या गर्भावस्था के दौरान डांस करना सुरक्षित है?

क्या गर्भावस्था के दौरान डांस करने से बच्चे को नुकसान हो सकता है? इसका छोटा सा जवाब है, नहीं। गर्भावस्था के दौरान आपको सरल चीजें करनी चाहिए पर इतनी भी सरल नहीं कि आप एक्सरसाइज भी न करें। रोजाना कुछ समय के लिए डांस करना पूरी तरह से सुरक्षित है पर तभी जब डॉक्टर आपको कार्डियो करने की सलाह देते हैं। गर्भावस्था में आपको एक आसान स्टाइल का डांस करना चाहिए जिसमें आपको ज्यादा उछलना या दौड़ना न पड़े। 

गर्भवती महिलाओं को किस प्रकार के डांस करने चाहिए

आप विशेष गर्भवती महिलाओं के लिए डिजाइन की हुई डांस क्लास में जाएं। हालांकि यदि आप चाहती हैं तो इसे घर पर ही कर सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान आप निम्नलिखित प्रकार से डांस कर सकती हैं, आइए जानें;

  • गर्भावस्था की पहली तिमाही में आप अपनी पसंद का डांस कर सकती हैं, जैसे जैज़ और साम्बा पर गर्भावस्था के अंतिम समय में यह स्टाइल करना कठिन हो सकता है।
  • गर्भावस्था के दौरान आप बेली डांस करें क्योंकि इस फॉर्म में शरीर के नियंत्रित मोशंस किए जाते हैं जिससे पेट और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है।
  • बॉलरूम डांसिंग थोड़ी सी कठिन लगती है पर इससे दिल की धड़कन सामान्य रहने में मदद मिलती है।
  • आप उन डांस स्टाइल्स को न करें जिनमें बहुत ज्यादा मूवमेंट्स होते हैं, जैसे भरतनाट्यम, बैले और हिप-हॉप क्योंकि इससे आपको ओवर-हीटिंग हो सकती है, आपकी मांसपेशियां खिंच सकती हैं इत्यादि।

गर्भावस्था के दौरान डांस करने के फायदे

गर्भावस्था के दौरान डांस करने से आपको और बच्चे को बहुत सारे फायदे मिल सकते हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं, एक बार नजर डालें;

  • डांस करने से आपकी फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार आता है जिससे गर्भावस्था के दौरान खुद के और बच्चे के बढ़ते वजन में मदद मिलती है।
  • थोड़ा बहुत डांस करते रहने से स्टेमिना बढ़ता है जिससे आपको जल्दी-जल्दी थकान नहीं होती है और साथ ही इससे आपका मूड ठीक होता है व डिप्रेशन के लक्षण कम होते हैं।
  • डांस करने से शरीर में एंडोर्फिन्स के उत्पादन में प्रभाव पड़ता है जिससे स्ट्रेस और एंग्जायटी कम हो जाती है।
  • इसकी मदद से डिलीवरी के दौरान समस्याएं होने के खतरे कम होते हैं, जैसे प्रोट्रैक्टेड लेबर या सिजेरियन की आवश्यकता।
  • डांस करने से मांसपेशियां टोंड होती हैं, हाथ-पैर मजबूत होते हैं और गर्भावस्था में होनेवाले पीठ व पैरों का दर्द भी कम होता है।
  • डांस करने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है जिसकी मदद से हार्ट व लंग्स के फंक्शन में सुधार आता है।
  • डांसिंग उन लोगों के लिए भी बहुत अच्छा विकल्प है जो लगातार जिम नहीं जाते हैं या लगातार एक्सरसाइज नहीं करते हैं।
  • आप डांस कहीं भी और किसी भी समय कर सकती हैं। इसे आप अपनी मर्जी के अनुसार जैसा चाहे वैसा कर सकती हैं।
  • डांस करने से बॉवल्स में भरी हुई गैस निकल जाती है और सूजन में आराम मिलता है।
  • डांस करने से वजन कम होने में मदद मिलती है। गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ना एक आम समस्या है जिसकी वजह से कॉम्प्लीकेशंस भी होती हैं।
  • डांस करने से गर्भावस्था के दौरान होनेवाली संभावित समस्याएं कम हो जाती हैं, जैसे जेस्टेशनल डायबिटीज और प्रीएक्लेमप्सिया।

गर्भावस्था के दौरान डांस करते समय सावधानियां

अपने शरीर के साथ कोई भी नया एक्सेपेरिमेंट करने का सही समय गर्भावस्था नहीं है। हालांकि डांस करने से वही फायदे मिलते हैं तो कार्डियो वर्कआउट करने से मिलते हैं और इसमें खतरा भी कम होता है। फिर भी गर्भावस्था के दौरान डांस करने से पहले आप निम्नलिखित सावधानियां जरूर बरतें, आइए जानते हैं;

  1. शरीर पर ध्यान दें

आमतौर पर इंसान का शरीर बहुत ज्यादा स्ट्रेस को भी सहन कर सकता है और गर्भावस्था के दौरान इसकी बहुत सारी सीमाएं हैं जिसके लक्षणों पर आपको ध्यान देना चाहिए, जैसे बेहोशी महसूस होना, सांस लेने में कठिनाई होना, पेट में दर्द होना और डांस के बाद या दौरान वजायना से ब्लीडिंग होना। 

  1. न्यूट्रिशन लेती रहें

इस बात पर भी ध्यान दें कि गर्भावस्था के दौरान डांस या एक्सरसाइज करने के साथ-साथ आप हेल्दी व बैलेंस्ड डायट और पर्याप्त कैलोरी का सेवन ही करती हैं ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे को सपोर्ट मिलता रहे। आप पूरे दिन विशेषकर एक्सरसाइज करते समय और बाद में पर्याप्त पानी व जूस पीती रहें। 

  1. सही ट्रेनर चुनें

आप घर में खुद भी डांस कर सकती हैं पर डांस क्लास की खोज करना भी सही है। हालांकि आप इस बात का ध्यान रखें कि आप एक ऐसा डांस ट्रेनर खोज रही हैं जो पहले भी गर्भवती महिलाओं व नई मांओं को ट्रेनिंग दे चुका है और अनुभवी है। गर्भावस्था के दौरान आपके लिए वही ट्रेनर सही रहेगा जिसे गर्भावस्था की साइकोलोजी  और एक्सरसाइज पता हों और वह इस बारे में ठीक से बता भी सके।

  1. वॉर्म अप करें

वर्कआउट के लिए पहले मांसपेशियों और जॉइंट्स को तैयार करना जरूरी है और डांस करने से पहले यह ज्यादा महत्वपूर्ण है। वॉर्म अप एक्सरसाइज करने से आपकी दिल की धड़कनों में सुधार आता है और आप फिट रहती हैं। इसे न करने से आपकी मांसपेशियों में तनाव आता है और आपको चोट भी लग सकती है। 

  1. अपनी एनर्जी खत्म करने से बचें

इस बात का ध्यान रखें कि डांस करते समय आप सही पोजीशन ही बनाएं रखें। जैसे, दूसरी तिमाही तक एक्सरसाइज करते समय आप देर तक खड़ी रह सकती हैं या पीठ के बल लेट सकती हैं। हालांकि इसे आप गर्भावस्था के बाद के दिनों में न करें क्योंकि इससे आपके गर्भाशय में खून का प्रवाह कम हो सकता है। यदि आपको थकान या दबाव महसूस होता है तो आप डांस करना तुरंत बंद कर दें। 

  1. सही जूते पहनें

सही जूते पहनने से भी काफी अंतर पड़ता है। डांस करते समय आप जॉगिंग या रनिंग जूते न पहनें क्योंकि यह आमतौर पर बहुत भारी होते हैं और इसमें लगे बड़े तलवों से आप डांस के दौरान गिर भी सकती हैं।आप डांस के लिए विशेष और सही जूते ही खरीदें। हालांकि गर्भावस्था के दौरान आपके पैरों का साइज बढ़ता है इसलिए आपको ज्यादा जूते खरीदने की जरूरत पड़ सकती है। 

  1. अन्य लोगों से सीखें

आप उन गर्भवती महिलाओं से बात करें जो डांस को एक्सरसाइज के रूप में करती हैं। यह नॉलेज व अनुभव शेयर करने का एक अच्छा तरीका है और इसमें दूसरों को सपोर्ट करने से आप अपनी गर्भावस्था में फन बढ़ा सकती हैं। लोगों से बात करने से आपका सपोर्ट नेटवर्क बढ़ता है और यदि आप दूसरों से सीखती हैं तो आपसे गलतियां कम होंगी।

आपको डांस कब नहीं करना चाहिए

  • यदि आपको थकान महसूस हो रही है, आलस आ रहा है या चक्कर जैसा महसूस हो रहा है तो आप डांस न करें क्योंकि इससे आपके और बच्चे के लिए शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है।
  • यदि आपको स्वास्थ्य से समन्धित क्रोनिक समस्याएं या कॉम्प्लीकेशंस हैं, जैसे डायबिटीज तो आपको डांस करने की सलाह नहीं दी जाती है।
  • यदि आपकी पीठ या पेल्विक क्षेत्र में दर्द होता है तो भी आप डांस न करें क्योंकि इससे लक्षण अधिक बढ़ सकते हैं।

डॉक्टर से कब मिलें

गर्भावस्था के दौरान कोई भी नई एक्सरसाइज शुरू करने से पहले आप डॉक्टर से मिलें और यदि डांस करते समय आपको निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर की मदद लेना ही जरूरी है, आइए जानें;

  • यदि आपके पेट में बेहद दर्द होता है।
  • यदि आपको ग्लूट्स या काव्स में बहुत दर्द होता है।
  • यदि आपको चक्कर जैसे महसूस होता है या आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है।
  • यदि आपको धुंधला दिखाई देता है।
  • यदि आपको चलने या खड़े होने में तकलीफ होती है।
  • यदि लगातार आपके सिर में दर्द होता है।
  • यदि आपकी वजायना से डिस्चार्ज होता है।
  • यदि आपकी मांसपेशियों या जोड़ों में लगातार दर्द होता है।

गर्भावस्था के दौरान डांस करना फिट रहने का एक आसान तरीका है पर इस समय विशेषकर तीसरी तिमाही में आप डांस का बहुत सरल स्टाइल ही चुनें। यह करते समय आप इस बात पर ध्यान दें कि आपको कैसा महसूस हो रहा है फिर उसी के अनुसार आप डांस करें। यदि आप घर में डांस करती हैं या किसी प्रोफेशनल ट्रेनर की मदद लेकर डांस करती हैं पर इसे करने से पहले आप एक बार डॉक्टर से भी सलाह जरूर लें। इन सभी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए यदि आप डांस करेंगी तो आपकी सारी चिंताएं खत्म हो जाएंगी, आपका मूड अच्छा होगा और आपको एक परफेक्ट शेप में रहने में मदद भी मिलेगी। 

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी के दौरान कूदना या जम्प करना
प्रेगनेंसी में जुम्बा एक्सरसाइज करना

समर नक़वी

Recent Posts

जादुई हथौड़े की कहानी | Magical Hammer Story In Hindi

ये कहानी एक लोहार और जादुई हथौड़े की है। इसमें ये बताया गया है कि…

1 week ago

श्री कृष्ण और अरिष्टासुर वध की कहानी l The Story Of Shri Krishna And Arishtasura Vadh In Hindi

भगवान कृष्ण ने जन्म के बाद ही अपने अवतार के चमत्कार दिखाने शुरू कर दिए…

1 week ago

शेर और भालू की कहानी | Lion And Bear Story In Hindi

शेर और भालू की ये एक बहुत ही मजेदार कहानी है। इसमें बताया गया है…

1 week ago

भूखा राजा और गरीब किसान की कहानी | The Hungry King And Poor Farmer Story In Hindi

भूखा राजा और गरीब किसान की इस कहानी में बताया गया कि कैसे एक राजा…

1 week ago

मातृ दिवस पर भाषण (Mother’s Day Speech in Hindi)

मदर्स डे वो दिन है जो हर बच्चे के लिए खास होता है। यह आपको…

1 week ago

मोगली की कहानी | Mowgli Story In Hindi

मोगली की कहानी सालों से बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय रही है। सभी ने इस…

1 week ago