गर्भावस्था

गर्भावस्था के दौरान दूध पीना – क्या यह आपके लिए सुरक्षित है?

एक नई जिंदगी को जन्म देना कोई आसान काम नहीं है। यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको अपने गर्भ में पल रहे बच्चे को सही पोषण प्रदान करने के लिए अपने खाने पीने का खास ध्यान रखना होगा । शिशु के विकास और गर्भावस्था के दौरान आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त पोषक तत्व प्राप्त करना बेहद जरूरी है। दूध उन सभी आवश्यक पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है जिनकी आपको गर्भावस्था के दौरान आवश्यकता पड़ती है। इस समय आपको फल, सब्जियां, अनाज आदि के अलावा अपने आहार में रोजाना एक गिलास दूध शामिल करना चाहिए। दूध पीने के फायदे जानने के लिए लेख पढ़ना जारी रखें!

गर्भावस्था के दौरान दूध पीने के लाभ

गर्भावस्था के दौरान आहार में दूध और अन्य दुग्ध उत्पादों को शामिल करने के बारे में लोगों की मिली जुली राय है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान दूध आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह आपको विभिन्न पोषक तत्व प्रदान करता है, जो आपके बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक होता है। तो, आइए जानते हैं कि आपको अपने आहार में इस पौष्टिक पेय को क्यों शामिल करना चाहिए।

  • दूध अत्यधिक पौष्टिक होता है और गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए कैल्शियम और विटामिन डी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। क्या आप जानती हैं कि आपको गर्भावस्था के दौरान विटामिन डी की आवश्यकता क्यों पड़ती है? एक अध्ययन के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान पर्याप्त विटामिन डी लेने से भविष्य में बच्चे को एलर्जी होने का खतरा कम हो जाता है। इसके अतिरिक्त, गर्भवती महिलाओं को अपने शरीर और अपने विकासशील बच्चे के शरीर को पोषण देने के लिए हर दिन 1000 से 1300 मिलीग्राम कैल्शियम की आवश्यकता होती है। गर्भावस्था के दौरान दूध पीने से आपकी कैल्शियम की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है। कैल्शियम की अपनी दैनिक आवश्यकता की पूर्ति के लिए आप रोजाना तीन कप दूध पी सकती हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान दूध पीने से भ्रूण के विकास को बल मिलता है और यह बच्चे की लंबाई बढ़ाने में भी मदद करता है। किशोरावस्था में शिशु के रक्त में इंसुलिन का स्तर अधिक होता है जो टाइप 2 मधुमेह होने के खतरे को कम कर सकता है।
  • दूध प्रोटीन, अमीनो एसिड और फैटी एसिड से भरपूर होता है – और ये सभी बच्चों के तंत्रिका तंत्र के विकास के लिए आवश्यक होते हैं । कैल्शियम और आयरन से भरपूर होने के कारण दूध शिशु की हड्डियों के निर्माण और उनके विकास में भी मदद करता है और बच्चों में पर्याप्त ऑक्सीजन पहुँचाता है। इसके अलावा दूध कई आवश्यक विटामिन प्रदान करता है जैसे विटामिन ए,बी और डी आदि, ये भ्रूण के विकास में मदद करते हैं।
  • दूध एक प्रभावी एन्टासिड के रूप में कार्य करता है, जो सीने में जलन और अन्य गैस संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है, ये समस्याएं गर्भावस्था के दौरान होना बहुत ही सामान्य है। दूध पीना आपके शरीर को हाइड्रेटेड बनाए रखने में भी मददगार होता है।
  • दूध में मौजूद आयोडीन की मात्रा भ्रूण के मस्तिष्क के विकास और बच्चों के आईक्यू को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
  • गर्भावस्था में दूध का सेवन मल्टीपल स्क्लेरोसिस, नवजात में रिकेट्स और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों के जोखिम को भी कम करता है।

दूध के विभिन्न प्रकार क्या हैं जिन्हें आप गर्भावस्था के दौरान चुन सकती हैं

जब विभिन्न प्रकार के दूध संसाधित किए जाते हैं, तो उनमें वसा और कैलोरी की मात्रा अलग-अलग होती है। गर्भावस्था के दौरान महिला का आहार और उसकी शारीरिक अवस्था यह निर्धारित करती है कि उनके लिए किस प्रकार का दूध फायदेमंद होगा। यहाँ दूध के कुछ प्रकार दिए गए हैं जिनमें से आप चुन सकती हैं:

1. मलाईयुक्त दूध

मलाईयुक्त दूध में अतिरिक्त वसा और पोषक तत्व होते हैं जो स्किमिंग प्रक्रिया में निकल जाते हैं । एक कप मलाईयुक्त दूध में लगभग 5 ग्राम संतृप्त वसा और 149 कैलोरी मौजूद होती है। यदि आपका वजन बहुत ज्यादा नहीं हैं, तो यह विकल्प आपके लिए बहुत अच्छा है और आप बिना किसी चिंता के मलाईयुक्त दूध का आनंद ले सकती हैं।

2. पाश्चुरीकृत दूध

पाश्चुरीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें दूध को स्टोर करने पर उसे खराब करने के लिए जिम्मेदार रोगाणुओं और एंजाइमों को नष्ट करने के लिए दूध को उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है। चाहे आप मलाई रहित या मलाईयुक्त दूध चुनें, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपको या आपके बच्चे को किसी भी गंभीर बीमारी से बचाने के लिए उसे ठीक से पाश्चुरीकृत किया गया हो।यदि आप ठंडा दूध पीना पसंद करती हैं, तो इसे पीने से पहले पाश्चुरीकृत कर लें और फिर इसे ठंडा कर के पिएं ।

3. कच्चा दूध

कच्चा दूध मूल रूप से बिना पाश्चुरीकृत किया हुआ होता है। इसमें संक्रामक रोगजनक, अनावश्यक एंजाइम और गाय की पस सेल्स पाई जाती हैं। यदि आपके पास एकमात्र कच्चा दूध का विकल्प है, तो सुनिश्चित करें कि इसे उबालकर ही ठंडा या गर्म इसका सेवन करें। 

विभिन्न प्रकार के दूध के पोषण संबंधी तथ्य

जब गर्भवती महिलाओं के आहार में दूध शामिल करने की बात आती है तो जाहिर है कि न तो सभी महिलाएं एक ही प्रकार के दूध का सेवन करना पसंद करती हैं और न ही सभी को एक समान पोषण की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, शाकाहारी महिलाएं गैर-डेयरी और पौधों से प्राप्त दूध पसंद करती हैं और वहीं कुछ महिलाएं केवल स्वाद के आधार पर दूध चुनती हैं। यहाँ पोषण संबंधी तथ्यों के साथ दूध के कुछ प्रकार बताए गए हैं – आप अपनी पसंद के अनुसार इसे चुन सकती हैं।

1. गाय का दूध

गाय का दूध बहुतायत में उपलब्ध है और बहुत से लोग इसका सेवन करते हैं। यह कच्चे, मलाई रहित, मलाईयुक्त, और विभिन्न प्रकार के स्वादों में आता है।

पोषक तत्व: गाय का दूध कैल्शियम और विटामिन ए, डी और ई से भरपूर होता है। दूध में मौजूद प्रोटीन और अमीनो एसिड माँ और भ्रूण दोनों में कोशिका निर्माण के लिए जरूरी होता है। विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण के लिए जरूरी होता है और गर्भावधि मधुमेह से बचाता है। विटामिन ए इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करता है और आँखों की रोशनी को बनाए रखने में भी मदद करता है। विटामिन ई में एन्टीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो आपकी बीमारियों से रक्षा करते हैं। एक गिलास गाय का दूध आपको लगभग 285 मिलीग्राम कैल्शियम प्रदान करता है।

2. बकरी का दूध

हालांकि बकरी का दूध इतना लोकप्रिय विकल्प नहीं है, लेकिन यह अत्यधिक पौष्टिक होता है। इसका स्‍वाद थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन अगर आप अधिक मात्रा के बजाए गुणवत्ता को चुनती हैं तो इसका सेवन करना बहुत लाभदायक होता है । यह ताजा दूध, यूएचटी (अल्ट्रा हाई टेम्परेचर प्रोसेस्ड) के रूप में उपलब्ध होता है, जिसे कीटाणुओं से मुक्त करने के लिए 135 डिग्री सेल्सियस से ऊपर गर्म किया जाता है।I

पोषक तत्व: बकरी के दूध में गाय के दूध की तुलना में ज्‍यादा प्रोटीन, विटामिन बी2 और बटरफैट ग्लोब्यूल्स होता है। बकरी के दूध में मौजूद स्वस्थ वसा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, मेटाबोलिज्म प्रक्रिया को तेज करने और बेहतर पाचन में भी सहायता करता है। दूध में पाए जाने वाले विटामिन ए को शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित कर लिया जाता है। एक गिलास बकरी के दूध में लगभग 283 मिलीग्राम कैल्शियम होता है।

3. सोया दूध

सोया दूध बनाने के लिए, सोयाबीन को पीस कर पानी में भिगो दें। इसमें गाय के दूध के समान प्रोटीन होता है और यह विभिन्‍न स्वादों, फाइबर और कैल्शियम से समृद्ध अलग-अलग किस्मों में उपलब्ध होता है।

पोषक तत्‍व: सोया दूध आपको पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम प्रदान करता है जो माँ और बच्चे दोनों के लिए जरूरी होता है। यह स्वस्थ वसा भी प्रदान करता है जो कोलेस्ट्रॉल-मुक्त होने के साथ हृदय के लिए फायदेमंद भी होता है। सोया दूध एंटीऑक्सिडेंट से भी समृद्ध होता है, जो कैंसर से लड़ता है और इम्युनिटी को बढ़ाता है। सोया दूध का एक गिलास आपको लगभग 300 मिलीग्राम कैल्शियम प्रदान करता है।

4. बादाम दूध

इसे बादाम के दूध के रूप में जाना जाता है, बादाम को पीसकर इसमें पानी मिलाकर इसका दूध तैयार किया जाता है। यह उन लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जिन्हें ग्लूटेन और सोया से एलर्जी है।

पोषक तत्व: बादाम का दूध फोलिक एसिड, विटामिन बी, विटामिन ई, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें कैलोरी, संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। एक गिलास बिना फोर्टिफाइड बादाम के दूध में 7.5 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है।

5. ओट्स का दूध

ओट्स का दूध भरपूर फाइबर और कम कैलोरी वाला होता है। यह कब्ज में राहत प्रदान करता है और अत्यधिक भोजन खाने की चाह को नियंत्रित करता है और रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है।

पोषक तत्‍व: ओट्स दूध विटामिन ए और बी से भरपूर होता है और इसमें पोटैशियम, फास्फोरस और मैंगनीज जैसे खनिज भी मौजूद होते हैं। इसमें बादाम और चावल के दूध (पीसे हुए चावल के साथ पानी मिलाकर दूध तैयार करना) की तुलना में अधिक, लेकिन गाय के दूध की तुलना में कम प्रोटीन होता है। इसमें कैल्शियम अच्छी मात्रा में मौजूद होता है, जो प्रति ग्लास 120 मिलीग्राम होता है।

6. दूध पाउडर

दूध पाउडर प्राकृतिक पाश्‍चुरीकृत दूध से बनाया जाता है। इसमें गाय के दूध के समान ही पोषक तत्व होते हैं।

ये विभिन्न प्रकार के दूध होते हैं। ऐसा माना जाता है कि गर्भवती महिला के लिए केसर वाला दूध पीना बहुत फायदेमंद होता है। यदि आप गर्भावस्था के दौरान केसर का दूध पीना चाहती हैं, तो आप किसी भी दूध के साथ थोड़ा केसर मिलाकर इसका सेवन कर सकती हैं। केसर का दूध रक्तचाप, मूडस्विंग और पाचन क्रिया में सुधार करता है।

गर्भावस्था के दौरान दूध कैसे पिएं

यदि आप गर्भावस्था के दौरान कच्चा या बिना पाश्‍चुरीकृत दूध पीती हैं, तो यह आपके और आपके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। इसीलिए हम आपको बताएंगे कि गर्भावस्था के दौरान आपको दूध का सेवन कैसे करना चाहिए –

  • जब दूध 2 से 1 के अनुपात में पानी मिलाकर पतला किया गया होता है, तो यह शरीर में अच्छी तरह से अवशोषित हो जाता है। इस प्रकार आप दूध की चाय या हल्का मिल्कशेक पी सकती हैं।
  • गर्म दूध धीरे-धीरे पिएं – जल्दबाजी न करें।
  • भरपूर भोजन करने के बाद दूध न पिएं।
  • दिन में अलग-अलग समय पर कम से कम 3 कप दूध का सेवन करें।

सावधानियां और सुझाव

दूध पीना गर्भावस्था में लाभकारी है, लेकिन दूध या अन्य दुग्ध उत्पादों का सेवन करते समय कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए।

1. क्या खाएं और पिएं

दही जैसे डेयरी उत्पादों का सेवन दोपहर के नाश्ते में करें। भरपूर नाश्ते के लिए एक कटोरी सीरियल के साथ दूध का सेवन करें। आप सैंडविच या सलाद के साथ कम वसा वाले चीज़ का सेवन कर सकती हैं  ।

2. क्या खाने से बचें

बिना पाश्‍चुरीकृत किया हुआ दूध और इससे बने दुग्ध उत्पादों का सेवन करने से बचें।

गर्भावस्था के दौरान कितना दूध पिएं

गर्भावस्था के दौरान बहुत अधिक दूध पीने से पेट में गैस और अपच की समस्या हो सकती है। इसलिए आपको दूध या दुग्ध उत्पादों का सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन तीन कप दूध का सेवन आपमें सभी आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति कर सकता है। लेकिन, यदि आप गाय के दूध के अलावा अन्य प्रकार का दूध पी रही हैं, तो उसके पोषक तत्वों का स्तर और गाय से मिलने वाले पोषक तत्व की मात्रा भिन्‍न हो सकती है। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. गर्भावस्था के दौरान दूध पीने से मेरा बच्चा गोरा पैदा होगा – क्या यह सच है?

यह एक मिथक है। दूध पीने या केसर वाला दूध पीने से आपके बच्चे के रंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता । रंग पूरी तरह से माता-पिता से विरासत में मिले वंशानुगत गुणों पर निर्भर करता है।

2. क्या होगा यदि गर्भावस्था के दौरान मैं दूध नहीं पीती हूँ?

गर्भावस्था के दौरान दिन में एक कप से कम दूध का सेवन करने वाली गर्भवती महिलाओं के बच्‍चे का आकार एक कप से अधिक का सेवन करने वाली महिलाओं के बच्‍चों की तुलना में छोटा हो सकता है, जिन महिलाओं में दूध का सेवन न करने की वजह से कैल्शियम की कमी होती है, उन्हें गर्भावस्था के दौरान हड्डियों के क्षरण का अनुभव होता है क्योंकि भ्रूण विकास के लिए माँ से कैल्शियम को अवशोषित करता है।

3. क्या मैं गर्भवती होने के दौरान रात में दूध पी सकती हूँ?

भोजन के तुरंत बाद दूध न पिएं। नींद की बेहतर गुणवत्ता और रात में इष्टतम रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने के लिए सोने से पहले आप शहद के साथ गुनगुना दूध पी सकती हैं।

आप जिस भी प्रकार के दूध का सेवन करें, उसकी मात्रा सही होनी चाहिए जिससे कि आप अपने बच्चे को उसके स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व प्रदान कर सकें।

यह भी पढ़ें:

गर्भावस्था के दौरान नींबू पानी पीना – सुरक्षा, लाभ और दुष्प्रभाव
गर्भावस्था के दौरान नारियल पानी पीना – फायदे,मिथक व अन्य

समर नक़वी

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

1 day ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

1 day ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

1 day ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

3 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

3 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

3 days ago