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गर्भावस्था एक जीवन भर के लिए संजोया जाने वाला अनुभव होती है। गर्भवती होने के दौरान के 9 महीने यादगार होते हैं। हालांकि इस दौरान आपको कई सारी बातों का ध्यान रखते हुए सावधानियां रखनी पड़ती है और अपनी हेल्थ का खयाल रखना पड़ता है। इसमें आपका योग्य वजन भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि गर्भावस्था में आपका वजन पर्याप्त न हो तो न केवल आप थका हुआ महसूस करेंगी बल्कि यह दूसरी तिमाही से आपके बच्चे के विकास को भी प्रभावित कर सकता है।
यदि आपका पर्याप्त वजन नहीं बढ़ा है और आप वजन बढ़ाने में असफल रही हैं, तो यह लेख आपके लिए बहुत मददगार है।
9 से 13 किलोग्राम की वजन वृद्धि उन महिलाओं के लिए आदर्श है, जिनका बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) स्वस्थ श्रेणी में आता है। बीएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करके पता करें कि आप ‘सामान्य वजन’ श्रेणी में हैं या नहीं। यदि आपका बीएमआई बहुत अधिक है, तो आपको गर्भावस्था के दौरान कॉम्प्लीकेशन्स और प्रीमैच्योर डिलीवरी से बचने के लिए वास्तव में कुछ वजन कम करने की जरूरत पड़ेगी। 2009 में अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस, इंजीनियरिंग और मेडिसिन द्वारा जारी चार्ट यहाँ दिया गया है जो उन महिलाओं के लिए आदर्श वजन बढ़ाने की रेकमेंडेशन्स दर्शाता है जो या तो गर्भवती हैं या गर्भधारण की प्लानिंग कर रही हैं।
गर्भावस्था से पहले बीएमआई | एकल गर्भावस्था के लिए टार्गेट वजन किलोग्राम में | एक से ज्यादा बच्चों की गर्भावस्था के लिए टार्गेट वजन किलोग्राम में |
< 18.5 | 12 – 18 | – |
18.5 – 24.9 | 11 – 15 | 16-24 |
25 – 29.9 | 6 – 11 | 14 – 22 |
30 > | 4-9 | 11-19 |
गर्भावस्था में वजन बढ़ना कई कारकों, जेनेटिक्स, मेटाबॉलिज्म, आपका पर्यावरण, एक्टिविटी का स्तर और कैलोरी की खपत व खर्च पर निर्भर करेगा। यदि शुरुआत में आपका वजन हेल्दी स्तर पर रहता है, तो गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान लगभग 3 किलोग्राम और गर्भावस्था के बाकी समय में हर सप्ताह 500 ग्राम तक वजन बढ़ सकता है। डॉक्टर दूसरी तिमाही के दौरान प्रतिदिन 340 अतिरिक्त कैलोरी और गर्भावस्था की तीसरी तिमाही के दौरान 450 अतिरिक्त कैलोरी का सेवन करने की सलाह देते हैं।
इसके अलावा, आप अपनी लंबाई और गर्भावस्था के पूर्व के वजन के आधार पर यह पता लगाने के लिए गर्भावस्था कैलकुलेटर का उपयोग कर सकती हैं कि आपको कितना वजन बढ़ाना चाहिए।
आपका फीटस आमतौर पर पहली तिमाही के दौरान प्रभावित नहीं होता क्योंकि तब यह केवल एक बीज जितना छोटा होता है और उसके लिए पोषण की जरूरत भी कम होती है। दूसरी तिमाही में उसका विकास तेजी से होता है और अगर आप पर्याप्त वजन नहीं बढ़ाती हैं तो यह खतरनाक हो जाता है। इससे आपके बच्चे को विकास के लिए पर्याप्त न्यूट्रिएंट्स नहीं मिलते हैं तो आपका वजन न बढ़ पाने से इसका उल्टा प्रभाव पड़ता है। इसके अतिरिक्त, यदि आप पर्याप्त वजन हासिल नहीं कर पाती हैं, तो आपके बच्चे को लंबे समय तक हॉस्पिटल में रखना पड़ सकता है और उसका बर्थ वेट कम हो सकता है, इससे ब्लड शुगर के स्तर में कमी और बच्चे को दूध पिलाने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भावस्था के दौरान कम या अपर्याप्त रूप से वजन बढ़ने के मुख्य कारण हैं:
यदि आपको गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ाने में परेशानी हो रही है, तो नीचे इसके उपाय दिए गए हैं! जानिए गर्भावस्था के दौरान आप अपना वजन कैसे बढ़ा सकती हैं:
दिन में पाँच से छह बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में आहार लेने से आपका मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है और स्वस्थ वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए हेल्दी फैट, नट्स, बीज, सब्जियां, और बहुत सारे प्लांट रिच प्रोटीन और ऑर्गेनिक लीन मीट खाना सुनिश्चित करें।
गर्भावस्था से पहले एक स्वस्थ वजन सीमा के भीतर रहकर, आप अपनी गर्भावस्था की तीनों तिमाहियों के दौरान पर्याप्त वजन वृद्धि की संभावना को बढाती हैं। साथ ही, आपको रेकमेंडेड सीमाओं से परे वजन कम करने या बढ़ाने के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है।
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ आपके शरीर की वजन बढ़ाने की क्षमता में गड़बड़ पैदा करते हैं और मेटाबॉलिज्म रेगुलेशन्स में बाधा डालते हैं।
स्वस्थ खाइए, खुश रहिए, और वजन वृद्धि पर ध्यान रखिए। आपके बच्चे की सेहत आपके द्वारा ली जाने वाली कैलोरी की केवल मात्रा ही नहीं बल्कि इसकी क्वालिटी पर भी निर्भर करती है।
हमने स्वस्थ आहार लेने के बारे में बात की है, लेकिन बेहतर तरीके से और स्वस्थ वजन बढ़ाने के लिए, नट्स, फैटी फिश, एवोकाडो और ऑलिव ऑयल जैसे हेल्दी फैट को शामिल करें।
लिक्विड कैलोरी भी जरूरी है इसलिए जूस का सेवन बढ़ाएं। संतरे का जूस, गाजर का जूस, पपीता जूस आदि पीएं। जूस में विटामिन सी और कैरोटीन की भरपूर मात्रा होती है।
आपके गायनेकोलॉजिस्ट आपको डाइट के बारे में सलाह दे सकते हैं लेकिन ज्यादा सुरक्षित नजरिए के लिए न्यूट्रिशनिस्ट या डायटीशियन से परामर्श करें।
एक्सरसाइज मेटाबॉलिज्म और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखती है। यह लगातार और स्थिर तरीके से स्वस्थ वजन बढ़ाने में मदद करती है। हाइपरएक्टिव या बिल्कुल गतिहीन, दोनों ही न हों, स्वस्थ रहें। एक्सरसाइज करने से प्री-एक्लेमप्सिया से भी बचाव होता है।
भोजन से चूकना वजन बढ़ाने की प्रक्रिया में गड़बड़ करता है और गर्भावस्था के दौरान ऐसा कतई नहीं होना चाहिए। इस बात को याद रखें।
चाहे आप गर्भधारण की योजना बना रहे हों या गर्भवती हों, स्वस्थ तरीके वजन का बढ़ना न केवल आपके शरीर के लिए अच्छा है बल्कि यह आपके बच्चे के विकास में भी मदद करेगा। स्वस्थ खाएं, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और खुश रहें, इसके साथ यकीनन आप बिना किसी चिंता के सुरक्षित रूप से अपने लिए ऑप्टिमम वजन पाने में सफल होंगी!
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