गर्भावस्था

गर्भावस्था में लिनिया नाइग्रा होना: कारण और बचाव

गर्भावस्था में एक महिला के शरीर में बहुत सारे बदलाव होते हैं । वैसे तो ज्यादातर बदलावों के बारे में आपको पहले से अंदाजा होता ही है लेकिन कभीकभी कुछ लक्षणों को देखकर हैरानी भी होती होगी। ऐसा ही एक लक्षण है लिनिया नाइग्रा। आपके गर्भवती होने के कुछ समय बाद जब आप शीशे के सामने खड़ी होकर देखें तो आपको अपनी नाभि के ठीक नीचे से लेकर जघन क्षेत्र (प्यूबिक एरिया) तक एक गहरे रंग की रेखा दिखाई देगी। यह रेखा लिनिया नाइग्रा है, जिसे प्रेगनेंसी लाइन के रूप में भी जाना जाता है ।

लिनिया नाइग्रा क्या है

जैसा कि नाम से पता चलता है कि लिनिया नाइग्रा एक गहरे रंग की रेखा है, जो आपकी गर्भावस्था के 5वें महीने में दिखाई देने लगती है। यह रेखा वास्तव में पीलापन लिए होती है, जो गर्भावस्था से पहले लगभग न के बराबर दिखती है और फिर गर्भावस्था के दौरान अचानक दिखाई देने लगती है। इसे लिनिया अल्बा (व्हाइट लाइन) कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान पेट पर पड़ने वाली यह रेखा पूरी तरह से सामान्य और हानिरहित है।

लिनिया नाइग्रा कब दिखाई देती है

लिनिया नाइग्रा वास्तव में गहरे रंग की लिनिया अल्बा है, जो पहले से ही आपके पेट पर मौजूद होती है, लेकिन ये ज्यादा साफ दिखाई नहीं देती है। इसलिए हो सकता है कि आपको यह लगे कि ये केवल गर्भावस्था के दौरान ही दिखाई देती है। लिनिया नाइग्रा पूरी तरह से काले रंग की नहीं होती है, इसका रंग भूरा होता है। यह खड़ी रेखा आपकी नाभि से जघन की हड्डी तक दिखाई देती लेकिन यह रेखा कभीकभी आपकी पसलियों से भी दिखाई दे सकती है।

लिनिया नाइग्रा के होने का क्या कारण है

लिनिया अल्बा वह जगह है जहाँ आपके पेट की मांसपेशियां कनेक्टिव टिश्यू से मिलती है। प्रारंभ में, यह बहुत हल्का होता, जिस पर आपका शायद बहुत ज्यादा ध्यान नहीं जाता है। यह गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन के कारण गहरी होने लगती है। दूसरी तिमाही के दौरान आपके पेट पर ये रेखा और गहरी दिखाई देने लगती है क्योंकि एस्ट्रोजन ऊपर चला जाता है जिससे अतिरिक्त मेलेनिन स्रावित होने लगता है। मेलेनिन के कारण त्वचा में कालापन आने लगता है और लिनिया नाइग्रा दिखाई देने लगती है। गर्भावस्था के बढ़ने के साथ यह और गहरा होती जाती है। गर्भवती महिला के पेट पर पड़ने वाली ये गहरी रेखा लगभग ½ -1 सेंटीमीटर चौड़ी होती है। आप देखेंगी कि यदि आपके शरीर में पहले से कोई दाग धब्बे या त्वचा पर निशान थे, तो वो मेलेनिन के बढ़ने के कारण और भी गहरे रंग के हो जाएंगे

लिनिया नाइग्रा क्यों सामान्य है

कुछ महिलाएं लिनिया नाइग्रा को लेकर चिंतित हो सकती हैं, लेकिन आप इसे कुछ कारणों से पसंद कर सकती हैं।

  • यह बिलकुल नेचुरल है: गर्भावस्था के दौरान लिनिया नाइग्रा की उपस्थिति पूरी तरह से सामान्य है। यह सिर्फ इंगित करती है कि आपके शरीर में अब अधिक मेलेनिन स्रावित हो रहा है।आप यह भी देखेंगी कि इस अवधि के दौरान आपके निपल के आसपस का हिस्सा और क्लिटोरिस भी गहरे रंग का हो जाएगा। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है, इसलिए शांत रहें और अपनी गर्भावस्था इन पलों का आनंद लें।
  • खुद बा खुद गायब हो जाती है: यह आपकी डिलीवरी के बाद कुछ महीनों में खुद से ही चली जाती है। डिलीवरी के बाद, आपके शरीर में मेलेनिन और हार्मोन स्थिर होने लगते हैं, जिससे आपकी त्वचा का रंग वापस पहले जैसा होने लगता है ।
  • यह हानिरहित है: गर्भावस्था के दौरान लिनिया नाइग्रा होने से आपके बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता है। यह गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में होने वाले प्राकृति बदलावों के कारण होता है।आपको चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है और न ही इसे रोकने का कोई खास कारण आपके पास होता है। लिनिया नाइग्रा को रोकने के लिए यदि आप किसी भी क्रीम का उपयोग कर रही हैं, तो आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप इसका प्रयोग करने से बचें तो बेहतर है, क्योंकि इससे अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं । चिंता करने के बजाय खुद पर गर्व महसूस करें कि आप एक नई जिंदगी को जन्म देने वाली हैं ।
  • आप इसे कम कर सकती हैं: हालांकि लिनिया नाइग्रा को पूरी तरह तो नहीं हटाया जा सकता है, लेकिन इसे कम किया जा सकता है।यदि संभव हो तो धूप में ज्यादा देर रहने से बचें और जब आप बाहर जाएं तो किसी अच्छी सनस्क्रीन का उपयोग करें। यह लिनिया नाइग्रा को गहरा होने से रोक सकता है। कुछ शोधकर्ताओं का यह भी मानना ​​है कि लिनिया नाइग्रा फोलिक एसिड की कमी के कारण होता है । इसलिए, आप इसे हल्का करने के लिए उन चीजों का सेवन जिसमें फोलिक एसिड अच्छी मात्रा में मौजूद हो जैसे पालक व अन्य फोलिक एसिड युक्त आहार ।

आप लिनिया नाइग्रा को लेकर क्या कर सकती हैं

लिनिया नाइग्रा को रोका नहीं जा सकता है लेकिन आप इसे कम करने का प्रयास कर सकती हैं । जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, आप कुछ सरल उपाय जैसे कि धूप में जाने से बचना, सनस्क्रीन लगाना और अपने पेट को ढंकना आदि से इसे कम करने की कोशिश कर सकती हैं, ऐसा करने ये मेलेनिन के उत्पादन को कम करने में मदद मिलती है। जिससे त्वचा में बहुत ज्यादा सांवलापन नहीं आता है। इसके अलावा लिनिया नाइग्रा का इलाज करने के लिए कोई दूसरा तरीका नहीं है, इसलिए बेहतर होगा कि आप किसी भी क्रीम या दवाओं का उपयोग न करें।

लिनिया नाइग्रा से बचाव कैसे करें

लिनिया नाइग्रा को रोकने के लिए कोई विशिष्ट उपाय या तरीका नहीं है। डॉक्टर होने वाली मांओं को सलाह देते हैं कि इसे रोकने के लिए कोई उपचार न करें, क्योंकि इससे शिशु को नुकसान पहुँच सकता है। गर्भावस्था के दौरान पढ़ने वाली इस गहरी रेखा को दूर करने के कुछ दावे किए जाते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इसे पूरी तरह दूर करने के लिए कोई ऐसा तरीका नहीं है जिसे अपनाया जा सके ।

क्या लिनिया नाइग्रा से आपके बच्चे के लिंग का अनुमान लगाया जा सकता है

लिनिया नाइग्रा से संबंधित कुछ मिथक हैं, जो इस बात का दावा करते हैं कि इससे बच्चे का लिंग का पता लगाया जा सकता है, लेकिन वो लोग इस बात पर थोड़ा यकीन कर सकते हैं, जो पुरानी कहानियों पर विश्वास करते हैं । अगर आपके गर्भ लड़का है तो रेखा जघन की हड्डी से नाभि तक ही होती है । यदि यह पसलियों तक जारी रहती है तो आपके गर्भ में लड़की होगी। हालांकि ये भले ही सुनने में मजेदार लगे, लेकिन इस पर पूरी तरह से विश्वास नहीं किया जा सकता है । याद रखें, कि आपके गर्भ में चाहे लड़का हो या लड़की उनका स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है।

क्या लिनिया नाइग्रा आपके बच्चे को प्रभावित करती है

लिनिया नाइग्रा पूरी तरह से हानिरहित है। यह केवल बाहरी कोशिकाओं तक सीमित है और किसी भी तरह से आपके बच्चे से संबंधित नहीं है, इसलिए यह उनको किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाती है। चिंता न करें आपका बच्चा आपके गर्भ में बिलकुल सुरक्षित है।

क्या प्रेगनेंसी लाइन का न होना सामान्य नहीं है

प्रेगनेंसी लाइन न होना पूरी तरह से सामान्य है, क्योंकि कुछ मामलों में यदि मेलेनिन की मात्रा कम होती है, तो ये रेखा गहरी नहीं पड़ती है।

क्या डिलीवरी के बाद भी प्रेगनेंसी लाइन रहती है

बच्चे को जन्म देने के बाद आपका शरीर वापस सामान्य होने लगता है, जिसका अर्थ है कि आपके हार्मोन का स्तर भी सामान्य होने लगेगा। आपके पेट पर पड़ने वाली यह रेखा अपने आप ही गायब हो जाती है। यदि डिलीवरी के बाद भी यह नहीं जा रही हो, तो आप अपने डॉक्टर से बात करके इसे दूर करने के लिए किसी क्रीम का उपयोग करें। हालांकि, डॉक्टर से बिना पूछे किसी भी क्रीम या दवा का उपयोग करना बिलकुल मना है, खास तौर पर गर्भावस्था और स्तनपान कराते समय इसका बिलकुल उपयोग न करें ।

पेट पर गहरी रंग की रेखा पड़ना कुछ महिलाओं को अजीब लग सकता है, लेकिन असलियत में यह गहरे रंग की दिखने वाली रेखा, बच्चे के जन्म के कुछ महीनों बाद खुद ही गायब हो जाती है । इसलिए आपको इसे लेकर जरा भी चिंता करने की जरूरत नहीं है, यह पूरी तरह से सामान्य और सुरक्षित है।

यह भी पढ़ें:

प्रेगनेंसी के दौरान सूजन (एडिमा)
प्रेगनेंसी के दौरान वजन बढ़ना

समर नक़वी

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

3 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

3 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

3 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

5 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

5 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

5 days ago