In this Article
डॉक्टर अक्सर गर्भवती महिलाओं को कुछ प्रकार की एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं ताकि उनकी एनर्जी बनी रहे, उनकी गर्भावस्था में कोई कठिनाई न हो और साथ ही डिलीवरी भी आसान रहे। कई महिलाएं डांसिंग वर्कआउट करना पसंद करती हैं, जैसे जुम्बा। यह फिटनेस और फन का बेहतरीन कॉम्बिनेशन है।
पर गर्भावस्था के दौरान आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक्सरसाइज करते समय कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी हैं। जुम्बा एक प्रभावी डांसिंग वर्कआउट है जिसे एक गर्भवती महिला अपनी शारीरिक सुविधाओं और आवश्यकताओं के अनुसार भी कर सकती है।
लगभग 180 देशों में जुम्बा का बहुत ज्यादा क्रेज है। यह फिटनेस वर्कआउट प्रोग्राम का एक डांसिंग फॉर्म है जिसे कोलम्बियन कोरियोग्राफर व डांसर एल्बर्टो बीटो पेरेज़ ने 1990 में शुरू किया था। जुम्बा डांस और एरोबिक्स का कॉम्बिनेशन है जिसमें आप फिट रहने के साथ-साथ एन्जॉय भी कर सकती हैं। इसकी कोरियोग्राफी लैटिन के विभिन्न डांस फॉर्म व स्टाइल से की गई है, जैसे सौका, हिप-हॉप, साल्सा, सांबा, मैंबो और मेरेंग।
जुम्बा एक हाई इंटेसिटी वर्कआउट है यानि यह वर्कआउट बहुत तेजी से किया जाता है और इसमें बहुत सारे फास्ट हिप व बेली मूवमेंट्स भी होते हैं। पर गर्भावस्था के दौरान ऐसी तेज एक्टिविटी करने आपको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, थकान हो सकती और तनाव भी आ सकता है जो आपकी गर्भावस्था के लिए खतरनाक भी हो सकता है। विशेषकर गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में जुम्बा करने से आपके लिए खतरे बढ़ सकते हैं।
इसलिए यह सलाह दी जाती है कि यदि कोई गर्भवती महिला जुम्बा करती है तो उसके वर्कआउट में कुछ बदलाव होने चाहिए जो उसकी शारीरिक सुविधाओं के अनुकूल हों। हालांकि गर्भावस्था की पहली तिमाही में जुम्बा नहीं करना चाहिए। यदि आपने गर्भावस्था से यह कभी नहीं किया है तो आपके लिए इस समय कोई भी नया एक्सपेरिमेंट करना सही नहीं है। किसी भी स्थिति में गर्भावस्था के दौरान एक्सरसाइज शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ही समझदारी है।
जुम्बा फिटनेस ट्रेनिंग में डांस किया जाता है जिससे शरीर फिट और फ्लेक्सिबल रहता है। जुम्बा में तेज इंटेसिटी में एक्सरसाइज की जाती हैं पर इसे आसानी से गर्भवती महिलाओं की जरूरतों के अनुसार भी किया जा सकता है। गर्भवती महिलाएं जुम्बा के हल्के मूव्स करके अपना वजन व फिटनेस बनाए रख सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान जुम्बा करने से फ्लेक्सिबिलिटी और एनर्जी बढ़ती है जिससे गर्भावस्था में बढ़ते पेट और हॉर्मोन्स में बदलाव के कारण महिलाओं में हो रही असुविधाएं कम होती हैं।
इसके अलावा कई प्रकार के वर्कआउट कुछ समय के बाद बोरिंग हो जाते हैं। म्यूजिक और डांस मूव्स के साथ जुम्बा करने से आपको फिटनेस मिलती है और आप एन्जॉय भी करती हैं। इसके म्यूजिक से आपका स्ट्रेस भी कम हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान म्यूजिक पर डांस करने से यह आपको खुश रहने में मदद करता है और आपकी चिंताएं भी कम हो जाती हैं।
जुम्बा के रूटीन को अलग-अलग आयु व तनाव के अनुसार बदला जा सकता है। कई सारी जुम्बा क्लास भी चल रही हैं, जैसे ओरिजिनल जुम्बा जो मेरेंग्यू, सालसा, क्यूम्बिया, रेगेटन के म्यूजिक में डांस के स्टेप बताते हैं। इसके अलावा जुम्बाटोमिक के सेशन भी होते हैं जो विशेषकर 5 से 12 साल तक के बच्चों को जुम्बा करवाते हैं जिसमें बच्चे एक्सरसाइज के साथ एन्जॉय भी करते हैं।
इसका एक और फॉर्म बहुत लोकप्रिय है जिसे एक्वा जुम्बा कहते हैं और अक्सर गर्भवती महिलाएं इसे करना बहुत पसंद करती हैं। इस जुम्बा में पानी में डांस मूव्ज किए जाते हैं। इसमें पानी का फ्रिक्शन मांसपेशियों पर बिना नकारात्मक प्रभाव डाले इन्हें मजबूत बनाता है। इसके अलावा अन्य प्रकार के जुम्बा भी होते हैं जिन्हें जुम्बा टोनिंग और जुम्बा इन सर्किट कहते हैं।
गर्भावस्था के दौरान जुम्बा करते समय आप निम्नलिखित बातों पर ध्यान जरूर दें, आइए जानते हैं;
आप गर्भावस्था की पहली तिमाही में जुम्बा कर सकती हैं। पर इस दौरान भी यदि आपको कुछ चिंताजनक लक्षण दिखाई देते हैं तो आप तुरंत एक्सरसाइज करना बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें। इसके कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं, आइए जानें;
गर्भावस्था के दौरान एक्टिव रहना बहुत जरूरी है। एक्टिव रहने के लिए जुम्बा करना एक बेहतरीन चॉइस है क्योंकि इससे आप अपनी एक्सरसाइज को बहुत ज्यादा एन्जॉय करती हैं। गर्भावस्था के दौरान जुम्बा करते समय आप इसके कुछ स्टेप्स कम कर सकती हैं ताकि आपको ओवरहीटिंग और ओवरएक्सरजन न हो। आप गर्भावस्था में जुम्बा या कोई भी एक्सरसाइज करते समय अपने शरीर के संकेतों पर जरूर ध्यान दें। आपका शरीर हमेशा सही चीजों की ओर संकेत देगा।
यह भी पढ़ें:
हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…
बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…
गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…
गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…
गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…
10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…