शिशु

सर्दियों में बच्चों को सुविधाजनक रखने के टिप्स

सर्दियों के दौरान जब एक विकसित और बढ़ते बच्चे को भी कठिनाई हो सकती है तो सोचिए कुछ ही महीने के बेबी के लिए ये दिन कितने ज्यादा कठिन होंगे। सर्दियों की तेज हवा व कम तापमान से आपके बच्चे के स्वास्थ्य व त्वचा में समस्याएं होती हैं। चूंकि बच्चे बेहद सेंसिटिव होते हैं इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। इसलिए यदि आप सोचती हैं कि इस मौसम में बच्चे के लिए सिर्फ गर्म कपड़े और सूप ही काफी है तो दोबारा सोचिए। ठंड के दिनों में अपने बच्चे को गर्माहट देने के कुछ तरीके जानने के लिए आगे पढ़ें।   

सर्दियों में बच्चे को गर्माहट और आराम देने के टिप्स

सर्दियों में बच्चे को कम्फर्टेबल रखने के लिए निम्नलिखित कुछ टिप्स बताए गए हैं, आइए जानें;

1. रोजाना मालिश करने से फायदे मिलते हैं

यदि बाहर की हवा बहुत ज्यादा ठंडी है तो आप अपने बच्चे को गर्माहट देने के लिए उसकी मालिश कर सकती हैं। डॉक्टर बच्चों की मालिश करने की सलाह हमेशा देते हैं क्योंकि इससे खून का बहाव बढ़ता है और उसका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। आप बच्चे को गर्माहट देने और कोजी रखने के लिए दिन में दो बार उसकी मालिश करें। आप प्राकृतिक तेलों से सुबह के समय बच्चे की मालिश करें ताकि उसकी त्वचा हाइड्रेटेड रहे। रात में आप मॉइस्चराइजिंग बाम, जैसे विक्स बेबी रब से उसके सीने, गर्दन, पीठ व पैरों की मालिश करें। यह बच्चे की त्वचा को सूदिंग रखता है व आराम देता है और साथ ही यह बच्चे की त्वचा पर सौम्यता से काम करता है इसलिए 3 महीने से अधिक बच्चों के लिए इसके उपयोग की सलाह दी जाती है। 

2. भारी ब्लैंकेट का उपयोग न करें

आप सोच सकती हैं कि बच्चे को मोटे ब्लैंकेट उढ़ाने से उसे गर्माहट मिलेगी और वह अच्छी तरह से सो पाएगा। पर इसके बारे में दोबारा सोचें क्योंकि जो चीज आपके लिए भारी है वह बच्चे के लिए अधिक भारी होगी। बेहतर है कि बच्चे के लिए हल्का ब्लैंकेट उपयोग करें और कमरे को गर्म रखने के लिए ह्युमिडिफायर का उपयोग करें। हल्के ब्लैंकेट की वजह से बच्चे को सोते समय हिलने डुलने व हल्का खिसकने में आसानी होगी। बच्चे को भारी ब्लैंकेट इसलिए नहीं उढ़ाना चाहिए क्योंकि सोते समय इससे बच्चे का मुँह भी ढक सकता है जिससे बच्चे को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है या यहाँ तक कि उसकी तुरंत मृत्यु भी हो सकती है (सडन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम)। इसलिए पूरी सुविधाओं के साथ उसे गर्माहट दें और हल्के ब्लैंकेट का ही उपयोग करें। 

3. समय से वैक्सीन लगवाएं

सर्दियों में बच्चों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है और वे बीमार भी पड़ सकते हैं। जब बच्चे के स्वास्थ्य की बात हो तो उसकी वैक्सीन से बचना सही विकल्प नहीं होना चाहिए। चाहे साल का कोई भी समय हो, बच्चे की डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं और उसे समय पर वैक्सीन दिलाएं। इससे बच्चों की इम्युनिटी मजबूत रहती है और मौसम के अनुसार इन्फेक्शन व रोगों से बचाव होता है। डॉक्टर आपको सीजनल वैक्सीन की सलाह दे सकते हैं क्योंकि इससे बच्चा इस मौसम में होने वाले विभिन्न प्रकार के फ्लू से सुरक्षित रहता है। यदि आपको कोई भी शंका है तो इस बारे में आप अधिक जानकारी भी ले सकते हैं। 

4. संकेतों व लक्षणों को समझें

यदि आपका बच्चा अभी कुछ ही महीने का है तो वह सिर्फ रोने के अलावा अपनी समस्याएं आपको नहीं बता सकेगा इसलिए जरूरी है कि अपने बच्चे पर नजर रखें और जुकाम व तकलीफ के संकेत व लक्षणों को देखती रहें। यह जानना जरूरी है कि आप संकेतों को कैसे पहचानें। यदि आपके बच्चे की त्वचा लाल दिखाई देती है तो यह न सोचें कि ठंडी हवा के कारण उसके गाल लाल हो रहे हैं। ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्योंकि गर्म कपड़ों की वजह से उसे बहुत गर्मी हो रही है और पसीना आया है। इसी प्रकार से यदि बच्चे की त्वचा पीली दिखाई देती है तो देखें कि उसे सर्दी या जुकाम तो नहीं हो रहा है। सर्दी जुकाम के कारण बच्चे अक्सर सुस्त हो जाते हैं। आपके लिए बच्चे के इन लक्षणों को पहचानना जरूरी है ताकि आप उसका सही इलाज कर सकें। 3 महीने से अधिक बच्चों के लिए आप विक्स बेबी रब का उपयोग करें क्योंकि यह नॉन-मेडिकल बाम है और इससे बच्चे की त्वचा मॉइस्चराइज होती है एवं वह शांत महसूस करता है। आप अपने सौम्य स्पर्श से बच्चे को बेबी रब लगाएं, इसकी लैवेंडर व रोजमैरी की सुगंध से उसे आराम मिलेगा और अच्छी नींद आने में मदद मिलेगी। 

5. स्वच्छता बनाए रखें

सर्दियों के दिनों में इन्फेक्शन हो जाता है और स्वच्छता न रखने से ये समस्याएं बढ़ भी सकती हैं। बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए स्वच्छता रखना बहुत जरूरी है। यह उतना ही सरल है जितना कि आपके द्वारा हाथ धोना और इसकी मदद से लंबे समय तक बच्चे को स्वस्थ व सुरक्षित रखा जा सकता है क्योंकि सबसे ज्यादा आप ही उसके संपर्क में रहती होंगी। इस बात का ध्यान रखें कि आप बच्चे को छूने से पहले अपने हाथों को डिसइंफेक्ट करें और अन्य लोगों को भी ऐसा करने के लिए कहें। कीटाणुओं को दूर रखने के लिए बच्चे को भीड़ में ले जाने से बचें और यदि किसी को सर्दी-जुकाम है तो उसे इन्फेक्शन से ग्रसित लोगों से दूर रखें। बच्चे को गर्माहट देने व सुरक्षित रखने के लिए ऐसी छोटी-छोटी चीजें आपकी बहुत मदद कर सकती हैं।

6. बच्चे को कुछ देर धूप में रहने दें

सर्दियों में बच्चे को आराम देने के लिए यह याद रखना सबसे ज्यादा जरूरी है कि बाहर न निकलने से समस्याएं ठीक नहीं होंगी। घर में ही समय बिताने से आप अशुद्ध हवा में सांस लेती है। इसके अलावा बाहर न निकलने से आपके शरीर में सूर्य की किरणें बहुत कम या बिलकुल भी नहीं पड़ती हैं। सिर्फ घर के अंदर रहने व गर्माहट में ही रहने से बच्चे को पर्याप्त कम्फर्ट नहीं मिलेगा। उसे नहलाने के बाद गर्म कपड़े पहनाएं और लगभग आधे घंटे के लिए धूप में रहने दें। इससे बच्चे के शरीर को गर्माहट मिलेगी और उसे इन्फेक्शन होने की संभावना कम होगी। 

7. हेल्दी सूप बनाएं

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए मौसम के अनुसार ऑर्गेनिक सब्जियों से ज्यादा बेहतर कुछ भी नहीं है और बच्चे को सब्जियां खिलाने का सबसे बेस्ट तरीका है कि आप उसे रोजाना हेल्दी सूप खिलाएं। इसके लिए आप सब्जियों को उबालें, पीसें और छानकर इसका सूप बच्चे को दिन में दो बार पिलाएं। चुकंदर, गाजर, मटर और लौकी को मिलाएं और इसका सूप बनाकर अपने बच्चे को पिलाएं। इससे बच्चे को सिर्फ गर्माहट ही नहीं मिलेगी बल्कि उसकी इम्युनिटी भी मजबूत होगी और इन्फेक्शन से बचने के लिए उसे ताकत भी मिलेगी। इसके अलावा सर्दियों में गर्म सूप पीना भी अच्छा ही होता है, है न?

सर्दियों में बच्चे को सुरक्षित रखने व गर्माहट देने के लिए आप ऊपर बताए गए टिप्स का उपयोग करें। इस बात का खयाल रखें कि आपका बच्चा बहुत सेंसिटिव है और इस मौसम में उसे ज्यादा देखभाल की जरूरत होगी। इन्हीं छोटी-छोटी चीजों की मदद से बच्चा ठंड के दिनों में भी आराम से रह सकेगा। 

*डिस्क्लेमर – जहाँ इसे लगाएं, उस जगह को कवर करें ताकि इसके पेट में जाने से या चलते समय फिसलने से बचा जा सके। लेबल को ठीक से पढ़ें और निर्देशों के अनुसार ही चीजों का उपयोग करें। यदि फिर भी आपको कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

यह भी पढ़ें: 

बच्चों को सर्दियों में गर्म कैसे रखें – टिप्स और ट्रिक्स
शिशुओं में रूखी त्वचा

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अ अक्षर से शुरू होने वाले शब्द | A Akshar Se Shuru Hone Wale Shabd

हिंदी वह भाषा है जो हमारे देश में सबसे ज्यादा बोली जाती है। बच्चे की…

2 days ago

6 का पहाड़ा – 6 Ka Table In Hindi

बच्चों को गिनती सिखाने के बाद सबसे पहले हम उन्हें गिनतियों को कैसे जोड़ा और…

2 days ago

गर्भावस्था में मिर्गी के दौरे – Pregnancy Mein Mirgi Ke Daure

गर्भवती होना आसान नहीं होता और यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान मिर्गी की बीमारी…

2 days ago

9 का पहाड़ा – 9 Ka Table In Hindi

गणित के पाठ्यक्रम में गुणा की समझ बच्चों को गुणनफल को तेजी से याद रखने…

4 days ago

2 से 10 का पहाड़ा – 2-10 Ka Table In Hindi

गणित की बुनियाद को मजबूत बनाने के लिए पहाड़े सीखना बेहद जरूरी है। खासकर बच्चों…

4 days ago

10 का पहाड़ा – 10 Ka Table In Hindi

10 का पहाड़ा बच्चों के लिए गणित के सबसे आसान और महत्वपूर्ण पहाड़ों में से…

4 days ago