सर्दियां आ चुकी हैं और कोई भी व्यक्ति घर के अंदर बंद नहीं रहना चाहता है। सभी को यहाँ तक कि नवजात शिशु व छोटे बच्चों को भी ताजी हवा की जरूरत है। हालांकि ठंड के दिनों में बच्चों को गर्माहट देने और उन्हें बहुत ज्यादा लेयर न उढ़ाने में संतुलन रखना भी कठिन है ताकि उन्हें ठंड भी न लगे और गर्मी भी न हो। इसलिए यहाँ कुछ टिप्स दिए हुए हैं जिनकी मदद से आप इस बात का ध्यान रख सकती हैं कि सर्दियों में बच्चे को असुविधाएं न हों और उसे गर्माहट भी मिलती रहे व वह हेल्दी भी रहे।
ठंड के दौरान रात में बच्चे को गर्माहट देना
बड़ों के विपरीत बच्चे (विशेषकर 2 साल से कम के) अपने शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। ठंड के दिनों में आपने देखा होगा कि बच्चे के हाथ व पैर किस तरह से ठंडे हो जाते हैं और आप उसे गर्माहट देने के लिए तुरंत कुछ करना चाहती होंगी। रात को सोते समय बच्चे को अच्छी तरह से कवर करना बहुत जरूरी है ताकि उसके शरीर का तापमान सही बना रहे। पर कुछ स्टडीज के अनुसार बच्चों को बहुत ज्यादा कपड़ों की लेयर्स उढ़ाने से उनकी अचानक से मृत्यु (सडेन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम – एसआईडीएस) भी हो सकती है।
यद्यपि सर्दियों के दिनों में सोते समय बच्चे को गर्माहट देना बहुत जरूरी है और बच्चे को एसआईडीएस होने का खतरा न हो इसके लिए आपको कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। बच्चे को गर्माहट देने के लिए आप क्या कर सकती हैं, आइए जानें।
रात में बच्चे को गर्माहट देने के लिए क्या करें?
जैसा कि पहले भी कहा गया है कि बच्चे अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। बच्चों के शरीर का तापमान पेरेंट्स उन्हें गर्म कपड़े पहना कर व कमरे के तापमान को एडजस्ट कर के कर सकते हैं। यहाँ बताया गया है कि आप अपने बच्चे को रात में गर्माहट कैसे दे सकती हैं ताकि वह आराम से सो सके, आइए जानते हैं।
- सर्दियों में बच्चे के कमरे का तापमान 20-20 डिग्री सेल्सियस का होना चाहिए।
- सर्दियों में बच्चे के सोते समय उसे गर्माहट देने का सबसे सही तरीका है कि आप उसे फूटेड यानी पैरों तक स्लीपसूट पहनाएं ताकि उसके पैरों के पंजे भी गर्म रहें। यदि आपके बच्चे का कमरा ठंडा रहता है तो आप उसे स्लीपसूट के नीचे बनियान जरूर पहना दें।
- अपने बच्चे के लिए आप एक अच्छे मॉइस्चराइजर का उपयोग करें जो बटर व मिल्क क्रीम से भरपूर हो इससे बच्चे की त्वचा ड्राई नहीं होगी व उसे ज्यादा कपड़ों और ठंडे मौसम के कारण खुजली भी नहीं होगी।
- यदि बाहर बहुत ज्यादा ठंड है तो आप अपने घर की खिड़कियों को बंद रखें पर इस बात का ध्यान रहे कि बच्चे का कमरा पूरी तरह से वेन्टीलेटेड भी होना चाहिए। आप रूम हीटर या ह्युमिडिफायर का उपयोग भी कर सकती हैं क्योंकि इससे भी बच्चे को गर्माहट मिलती रहेगी और वह सुविधाजनक महसूस करेगा।
- यदि आप सोचती हैं कि आपके बच्चे के लिए वन पीस सूट पर्याप्त नहीं है तो आप उसे रात में अच्छी व आरामदायक नींद देने के लिए सॉफ्ट ब्लैंकेट उढ़ा दें। यदि वह ब्लैंकेट हटा भी देता है तो आप उसे स्लीपिंग बैग में भी सुला सकती हैं।
- कैरियर का उपयोग करने से आपके शरीर की गर्माहट बच्चे को मिलती है और इससे वह ठंड में भी कोजी व सुविधाजनक महसूस करता है।
- फिटेड कॉटन शीट (चादर) और सॉफ्ट, कॉम्फी ब्लैंकेट से बच्चा बिस्तर में गर्माहट महसूस करेगा। इसके अलावा आप कमरे के तापमान के अनुसार बच्चे के ऊपर ब्लैंकेट की अधिक लेयर डाल या हटा भी सकती हैं। अन्य विकल्पों में आप बच्चे को स्लीपिंग बैग या स्लीपिंग सैक में भी सुला सकती हैं जिसमें उसे रात को कोजी व गर्माहट महसूस होगी।
- बच्चे को सुलाने से पहले बिस्तर पर कुछ देर के लिए गर्म पानी का बैग रखने से ठंडी चादर गर्म हो सकती है। यह बच्चे के सोने के लिए क्रिब को भी गर्म व सुविधाजनक रखता है।
- यदि आपके बच्चे को ब्लैंकेट ओढ़ना पसंद नहीं है तो आप उसे मिटेंस और मोजे पहनाएं ताकि उसके हाथ व पैरों में गर्माहट रहे।
सेफ्टी टिप्स
- आप बिस्तर पर सोते समय या अंदर कहीं भी बच्चे के चेहरे को न ढकें। चूंकि बच्चों के सिर में गर्माहट उत्पन्न होती है जिसकी वजह से उसे ओवरहीटिंग भी हो सकती है। जब आपका बच्चा सो जाए तो आप चेक कर लें कि उसे पसीना न आ रहा हो या उसकी सांसें तेज न चल रही हों। आप उसके कमरे का तापमान कम कर दें या उसका स्वैडल व कैप निकाल दें।
सर्दियों में बाहर जाने के लिए बच्चे को तैयार करना
ठंड के मौसम में बाहर निकलने से पहले आप थंब रूल का उपयोग करें जिसमें बच्चे को सामान्य से एक लेयर ज्यादा कपड़े पहनाने की जरूरत पड़ती है। बच्चे के साथ घर से बाहर निकलने से पहले आप कोजी कपड़ों व कोट से लेकर हीटर व ह्युमिडिफायर तक बहुत सारी चीजों का ध्यान रख सकती हैं। यहाँ प बच्चों को घर के बाहर ठंड से सुरक्षित रखने के कुछ टिप्स और ट्रिक्स दिए हुए हैं, आइए जानें।
घर से बाहर बच्चे को गर्माहट देने के लिए क्या करें
- आप बच्चे को नीचे एक पतली लेयर का कपड़ा पहनाएं ताकि गर्माहट ठहर सके। सबसे पहले आप उसे कॉटन की वनज़ी पहनाएं, फिर ऊपर से पूरी बाजु की टी-शर्ट और लेगिंग्स पहना दें। यदि बाहर बहुत ज्यादा ठंड है तो आप उसे स्नोसूट भी पहना सकती हैं।
- बच्चे को सॉफ्ट फेब्रिक के कपड़े पहनाएं ताकि उसे सांस लेने में कोई भी तकलीफ न हो।
- बच्चों के लिए हैट बहुत जरूरी है क्योंकि यह ठंडी हवाओं से उनके कानों का बचाव करती है।
- आप बच्चे का हाथ पकड़ कर उसके शारीरिक तापमान की जांच कर सकती हैं। इसलिए आप अपने बच्चे (नवजात शिशु के लिए) को मिटेंस पहनाकर उसके हाथों में गर्माहट दें या उसके (टॉडलर्स के लिए) हाथ ब्लैंकेट में ही डालें रखें।
- बाहर जाते समय नवजात शिशु, विशेषकर प्रीमैच्योर बच्चे की कंगारू केयर भी की जा सकती है। यह एक ऐसी थेरेपी है जिसमें बच्चा अपने पेरेंट्स की त्वचा के संपर्क में रहता है और यह उसे गर्माहट व कोजी महसूस करने में मदद करती है।
सेफ्टी टिप्स
- इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपके बच्चे के शरीर का पानी अंदर से सूख चुका है क्योंकि गीले कपड़ों में थोड़ी सी भी नमी होने के कारण बाहर 40 डिग्री तापमान में भी हाइपोथर्मिया हो सकता है।
- सर्दियों में बच्चे की गर्माहट के लिए कार की सीट सबसे बड़ी चिंता का कारण है क्योंकि भरी फैब्रिक्स, जैसे कोट पहनने से कार की बेल्ट ठीक से फिट नहीं होती है।
बच्चों को देर तक ठंड में बाहर रहने के दौरान उन्हें गर्माहट देने और सुरक्षित रखने के टिप्स
ठंड के दिनों में बच्चे के साथ देर तक घर से बाहर रहना खतरनाक भी हो सकता है पर कुछ सेफ्टी टिप्स का उपयोग करने से इसके प्रभावों से बचा जा सकता है। इसलिए बच्चे को ठंडी हवा से सुरक्षित व सुविधाजनक रखने के लिए निम्नलिखित टिप्स को फॉलो करें।
बच्चे को घर से बाहर देर तक ठंड से कैसे सुरक्षित रखें
- आप बच्चे को इस तरह से कपड़े पहनाएं कि उसकी आवश्यकता के अनुसार कपड़ों को एडजस्ट भी किया जा सके। बच्चे का बॉटम लेयर स्नग होना चाहिए जैसे कॉटन की टी-शर्ट और पैंट के साथ जैकेट, हैट व मिटेन। ज्यादा गर्माहट के लिए आप उसे ब्लैंकेट या मस्लिन का कपड़ा भी उढ़ा दें।
- आप बच्चे को कैरियर में लें ताकि ठंड के मौसम में उसे अधिक गर्माहट व कोजिनेस महसूस हो।
- आप बच्चे को स्ट्रोलर में कैरी करते समय ध्यान रखें क्योंकि बच्चे को बहुत ज्यादा ब्लैंकेट उढ़ाने से स्ट्रोलर में हवा का बहाव कम हो सकता है। इसके अलावा आप बच्चे को जैकेट पहना, कैप और बूटीज पहना दें ताकि उसे गर्माहट मिलती रहे और ठंडी व तेज हवा भी उसे प्रभावित न कर सके।
सेफ्टी टिप्स
- यदि आप बच्चे के लिए बेबी कैरियर का उपयोग करती हैं तो उसे अधिक स्वेटर पहनाने की जरूरत नहीं है।
ठंड में बच्चे की त्वचा रूखी होने से बचाएं
ठंडे मौसम, ह्यूमिडिटी की कमी और हवा के आदान-प्रदान से त्वचा रूखी हो जाती है और इसमें खुजली भी होने लगती है। कुछ टिप्स की मदद से बच्चों की त्वचा को साफ व मॉइस्चराइज्ड रखा जा सकता है।
सर्दियों में बच्चे की त्वचा को अत्यधिक रूखी होने से बचाने के लिए क्या करें
- क्या आप जानती हैं कि आपके बच्चे के शरीर में पानी सूख भी सकता है? हाँ, उन्हें विशेषकर सर्दियों में रोज नहलाने की जरूरत नहीं है। आप बच्चे के लिए हल्के गुनगुने पानी का उपयोग करें और उसे देर तक बाथ टब में न रहने दें।
- स्टडीज के अनुसार कुछ बच्चों को साबुन से भी एलर्जी हो सकती है। इसलिए आप बच्चों के लिए माइल्ड और हाइपोएलर्जेनिक क्लींजर का ही उपयोग करें जो डाई और खुसबू से मुक्त होता है।
- आप अपने बच्चे को नहलाने के बाद उसकी त्वचा को एक सौम्य, हाइपोएलर्जेनिक बेबी लोशन से मॉस्चराइज करें।
- घर से बाहर निकलने से पहले आप बच्चे के चेहरे और होंठ पर खुशबू से मुक्त क्रीम लगाएं जिससे वह रूखी हवाओं से सुरक्षित रहेगा।
सेफ्टी टिप्स
- आप बच्चे को नहलाने के बाद कॉटन के तौलिए से उसे जरूर सुखाएं। बच्चे के शरीर में तौलिया बहुत ज्यादा रगड़ने से उसकी मासूम त्वचा को हानि को सकती है।
सर्दियों में बच्चे की सुरक्षा से संबंधित ध्यान देने योग्य कुछ बातें
बच्चों विशेषकर नवजात शिशु को ठंड जल्दी लगती है और यहाँ तक कि वे आपको बता भी नहीं सकते हैं कि उन्हें ठंड या गर्मी लग रही है। वास्तव में आपको इसका ध्यान रखना चाहिए कि बच्चा गर्माहट व सुविधा महसूस कर रहा है। सर्दियों में बच्चे को गर्माहट देने के लिए आप निम्नलिखित कुछ टिप्स पर ध्यान जरूर दें, आइए जानें:
- आप बच्चे को बहुत ज्यादा लेयर्स में उढ़ाकर या कमरे के तापमान को बहुत तेज करके उसके आस-पास अत्यधिक गर्माहट न रखें क्योंकि ओवरहीटिंग एस.आई.डी.एस. के खतरे को बढ़ाता है।
- बच्चे को ज्यादा से ज्यादा कपड़े पहनाने या रैप करने से उसे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। आप बच्चे के चेहरे या गले में लंबा स्कार्फ न बांधें और इसके बजाय उसे ठंडी हवा से बचाने के लिए आप स्ट्रोलर या कार सीट कैनोपी की मदद लें।
- आप बच्चे को भारी ब्लैंकेट न ओढ़ाएं क्योंकि ब्लैंकेट की वजह से वह खुद से इधर-उधर नहीं हिल सकेगा और इसकी वजह से उसे घुटन भी हो सकती है।
- आप विशेषकर एक साल से कम आयु के बच्चे के चेहरे को न ढकें या सीधे धूप में भी न लेकर जाएं क्योंकि इससे भी बच्चे के लिए सांस लेना कठिन हो सकता है।
- यदि आवश्यकता न हो तो आप बच्चे को बहुत देर तक कई लेयर्स उढ़ाकर न रखें। यदि तापमान बहुत ज्यादा कम हो जाता है और आप घर में किसी कोजी जगह पर हैं तो आवश्यकता के अनुसार आप ज्यादा लेयर्स को हटा दें।
- कार में आप बच्चे को सर्दियों वाली फ्लफी जैकेट्स न पहनाएं क्योंकि यह कंप्रेस हो सकता है और जिस वजह से बच्चे के बीच में बहुत सारी जगह रहती है और किसी भी वजह से वह आसानी से गिर सकता है।
- यदि किसी भी मामले में ठंड के लक्षण दिखाई देते हैं तो बच्चे की रूखी त्वचा को रगड़ें नहीं बल्कि उसकी नाक, होंठ या कान में गीला गर्म कपड़ा लगाएं। थोड़ी देर के बाद आप गीला कपड़ा हटाएं और उसे ब्लैंकेट से उढ़ा दें।
- आप इस बात पर भी ध्यान दें कि बच्चे के कमरे में सभी सुरक्षित सुविधाएं हों। कमरे में हीटर रखने के लिए जगह बहुत ध्यान से चुनें क्योंकि इससे त्वचा में जलन हो सकती है या कार्बन मोनोऑक्साइड पोइजनिंग भी हो सकती है।
- आप सॉफ्ट और हल्के मटेरियल की मैट्रेस का उपयोग न करें क्योंकि इससे सिर्फ बच्चे को घुटन होने का ही खतरा नहीं है बल्कि यह मैट्रेस में दबी ठंडी हवा की वजह से बीमार होने का कारण भी बन सकता है।
- आप 2 साल तक के बच्चों के लिए गर्म पानी की बोतल या इलेक्ट्रिक ब्लैंकेट का उपयोग न करें क्योंकि बड़ों के विपरीत यह बच्चों के शारीरिक तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता है।
इस बात पर ध्यान देना कि सर्दियों में बच्चों को गर्माहट मिलती रहे, यह एक चैलेंजिंग काम है पर थोड़ी सी जानकारी सर्दियों से आप ठंड की रातों में उसके शरीर का तापमान बनाए रख सकती हैं। ठंड की वजह से आप स्ट्रेस बिलकुल भी न लें पर इस बात का जरूर ध्यान रखें कि बच्चे को गर्माहट देने के लिए आपने उसे पर्याप्त कपड़े पहनाए हुए हैं और यह भी देखती रहें कि वह वह ठंड के संपर्क में आधे मिनट से ज्यादा न आए। आप खुद पर भरोसा रखें और सर्दियों के दिनों में आप ऊपर दिए हुए टिप्स को फॉलो करें व इस मौसम में बच्चे को गर्माहट दें।
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