शिशुओं के लिए ओट्स: लाभ और रेसिपीज

शिशुओं के लिए ओट्स

छह महीने की उम्र तक के बच्चों के लिए स्तनपान ही उसके संपूर्ण विकास के लिए आदर्श है। माँ के दूध में बच्चे की वृद्धि के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं। हालांकि, एक बार जब आपका शिशु छह महीने का हो जाता है, तो वह न केवल नए खाद्य पदार्थों के लिए तैयार हो जाता है, बल्कि उन्हें उचित वृद्धि और विकास के लिए भी इसकी आवश्यकता होती है। आमतौर पर माता-पिता अपने बच्चों के लिए फाइबर से भरपूर खाद्य स्रोतों के लिए फलों और सब्जियों को प्राथमिक रूप से चुनते हैं, ओट्स भी एक अच्छा खाद्य है जिसे आपके बच्चे को दिया जा सकता है।

क्या ओट्स बच्चों के लिए अच्छे हैं?

ओट्स को शिशुओं के लिए बहुत अच्छा भोजन माना जाता है क्योंकि वे फाइबर से भरपूर होते हैं और आसानी से पचने योग्य भी होते हैं। वे आपके बच्चे के लिए ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है और चावल की तुलना में पेट के लिए बहुत हल्का भी है। उपलब्ध अनाजों के बीच इनमें एलर्जी के सबसे कम मामले भी पाए जाते हैं। हालांकि, किसी भी प्रतिकूल प्रतिक्रिया को दूर करने के लिए अपने बच्चे को ओट्स देना शुरू करने से पहले अपने बच्चे के बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना एक अच्छा विचार है।

बच्चे ओट्स खाना कब शुरू कर सकते हैं?

आप छह महीने की उम्र से अपने बच्चे को ओट्स देना शुरू कर सकती हैं। बच्चों के लिए ओट्स दलिया की सरल रेसिपी को फल और सब्जियों के साथ बनाया जा सकता है। लेकिन यह सुनिश्चित करें कि बच्चे की पसंद और नापसंद का पता लगाने के लिए आप उसे एक बार में एक ही खाद्य पदार्थ दें।

बच्चों के लिए ओट्स के स्वास्थ्य लाभ

पोषण के भरपूर, खासकर शिशुओं के लिए, ओट्स के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। उनमें से कुछ निम्न हैं –

1. खनिज से भरपूर

ओट्स मिनरल जैसे कैल्शियम, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं जो आपके बच्चे के विकास के लिए आवश्यक हैं। कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों के निर्माण में सहायता करते हैं, आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है और पोटेशियम और सोडियम शरीर में न्यूरोलॉजिकल कार्यों में सहायता करने के लिए जाने जाते हैं। मैग्नीशियम ऊर्जा उत्पन्न करने में मदद करता है और शिशुओं में दाँत और हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करता है।

2. विटामिन का अच्छा स्रोत

ओट्स में फोलेट, विटामिन ‘बी6’, विटामिन ‘के’ और विटामिन ‘ई’, थियामिन, राइबोफ्लेविन और नियासिन जैसे विटामिनों की उपस्थिति, इसे आपके शिशु की वृद्धि और विकास के लिए एक आवश्यक पूरक बनाती है।

3. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मुक्त कणों द्वारा होने वाले जोखिम को कम कर सकते हैं और बच्चे के आहार का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। खनिज और विटामिन के साथ ही, ओट्स एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं जो बच्चे के लिए महत्वपूर्ण हैं।

4. ऊर्जा का अच्छा स्रोत

प्रत्येक 100 ग्राम ओट्स का दलिया शिशुओं को 400 किलो कैलोरी के बराबर ऊर्जा प्रदान करता है। यह ऊर्जा विकासात्मक चरण में शिशुओं के लिए आवश्यक है और उनके विकास में तेजी लाने में भी मदद करती है।

5. पाचन के लिए आसान

ओट्स में उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो मल त्याग के लिए उत्कृष्ट होता है, इस प्रकार यह पाचन को आसान बनाता है। यह गुण शिशुओं के लिए भी आदर्श है क्योंकि उनका पाचन तंत्र अभी भी विकसित हो रहा है।

पाचन के लिए आसान

ओट्स के न्यूट्रिशनल वैल्यू

ओट्स आपके बच्चे के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यहाँ ओट्स में मौजूद पोषक तत्वों की पूरी सूची दी गई है।

पोषण का प्रकार मात्रा (प्रति 100 ग्राम सर्विंग) पोषण का प्रकार मात्रा (प्रति 100 ग्राम सर्विंग)
विटामिन ‘के’ 4.1 मिग्रा ऊर्जा 399 किलो कैलोरी
प्रोटीन 13.07 ग्रा कुल लिपिड (वसा) 8 ग्रा
कार्बोहाइड्रेट्स 69.65 ग्रा फाइबर 9 ग्रा
शुगर 3.8 ग्रा कैल्शियम 707 मिग्रा
आयरन 51.25 मिग्रा मैग्निशियम 138 मिग्रा
फास्फोरस 610 मिग्रा पोटैशियम 420 मिग्रा
सोडियम 4 मिग्रा जिंक 5.39 मिग्रा
थायमिन 2.805 मिग्रा राइबोफ्लेविन 3.313 मिग्रा
नियासिन 28.43 मिग्रा विटामिन ‘बी6’ 0.563 मिग्रा
फोलेट 35 मिग्रा विटामिन ‘ई’ 4.95 मिग्रा

ओट्स के प्रकार जो आपके बच्चे खा सकता हैं

कई प्रकार के ओट्स हैं जो शिशुओं के उपभोग के लिए सुरक्षित हैं। आइए, जानते हैं।

  • शिशुओं के लिए ओट्स का पाउडर बाजार में आसानी से उपलब्ध है जिसे केवल दूध या पानी के साथ मिलाने की आवश्यकता होती है।
  • सामान्य ओट्स जो बाजार में उपलब्ध है, जिसे पकाकर प्यूरी किया जा सकता है।
  • रोल्ड ओट्स जो कम से कम पांच या छह मिनट के लिए पानी में उबाला जाना चाहिए।
  • स्टील कट ओट्स भी दिया जा सकता है। हालांकि ये आसानी से नहीं मिलते हैं।

ओट्स का चयन और स्टोर कैसे करें?

बच्चों को अधिकांश प्रकार के ओट्स दिए जा सकते हैं, लेकिन बस उन्हें तुरंत बनने वाले (इंस्टेंट) ओटमील या ऐसी कोई भी चीज देने से बचें, जो कि ओवर-प्रोसेस्ड हो, क्योंकि इससे उन्हें कोई पोषण नहीं मिलेगा। इसलिए, आपके बच्चे के लिए स्टील कट या साधारण ओट्स का उपयोग करना ही सबसे अच्छा है। ओट्स को हवाबंद डिब्बे (एयरटाइट कंटेनर) में भर के सूखी जगह पर रखें ताकि लंबे समय तक इस्तेमाल कर सकें। यदि आपका घर गर्म है, तो आप कंटेनर को रेफ्रिजरेटर में रख सकते हैं।

बच्चों को ओट्स देते समय ध्यान रखने वाली बातें

अपने बच्चे को ओट्स देने से पहले निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें।

  • भोजन की किसी भी प्रतिकूल प्रतिक्रियाओं से बचने के लिए केवल छह महीने के नियमित स्तनपान के बाद ही ठोस पदार्थ शुरू करें।
  • सही प्रकार के ओट्स का चयन करें, जो अर्ध-संसाधित (सेमी-प्रोसेस्ड) या स्टील कट हों।
  • ओट्स को बच्चों के लिए लगभग थोड़ी देर के लिए अच्छी तरह से उबालें, ताकि वे नरम हो सकें और बच्चा उसे आसानी से पचा सके।
  • अपने बच्चे को पहली बार सादा, बिना मसाले के ओट्स दें और देखें कि उसे कोई एलर्जी तो नहीं। अगर उसे कोई एलर्जी नहीं है तो आप फलों के साथ उसे ओट्स देना जारी रख सकती हैं। यदि उसे एलर्जी होती है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

बच्चों के लिए ओट्स की मजेदार रेसिपी

यदि आप अपने बच्चे को ओट्स देने के बारें में सोच रही हैं, तो आपको यहाँ उनके लिए खास रेसिपीज मिल जाएंगी।

1. सेब ओट्स पॉरिज

  • 1 कप पानी के साथ 1/4 कप सादा ओट्स उबालें। आप ओट्स का पाउडर बनाकर भी उबाल सकते हैं। जलने से बचाने के लिए लगातार चलाते रहें।
  • एक सेब को छीलकर कद्दूकस कर लें। छोटे बच्चों के लिए इसे पूरा मैश कर दें।
  • एक बार ओट्स के पक जाने के बाद, उसमें सेब मिलाएं और अच्छी तरह से चलाएं। आप मिश्रण को कुछ देर और पका सकते हैं और फिर इसे ठंडा होने दें।
  • ठंडा होने पर इसे अपने बच्चे को परोसें।

2. सिंपल ओट्स पॉरिज

  • 1/4 कप ओट्स पानी में उबालें और उन्हें अच्छी तरह से पकने दें।
  • अब इस पॉरिज को फार्मूला या दूध के साथ मिलाएं और ठंडा होने पर इसे परोसें।

3. ओट्स और केले का बार (बड़े बच्चों के लिए फिंगर फूड)

  • पाउडर ओट्स और मसले हुए केले को मिलाएं।
  • अब इस मिश्रण को बच्चों के मनपसंद आकार में बनाए और एक बेकिंग ट्रे पर रखें।
  • 10 से 15 मिनट के लिए 180 डिग्री सेल्सियस पर बेक करें।

4. केला और ओट्स रेसिपी

  • 1 कप पानी में 1/4 कप ओट्स पकाएं जब तक कि वे पक न जाएं और आपको वांछित गाढ़ापन मिल जाए।
  • इसमें मसला हुआ केला मिलाएं और अच्छी तरह से चलाएं।
  • ठंडा होने पर परोसें।

बच्चों के लिए ओटमील एक बहुत अच्छा सप्लीमेंट है जब बच्चा ठोस आहार लेना आरंभ करता है। याद रहे कि अपने बच्चे को नए खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे और विशेषज्ञ के उचित परामर्श के बाद ही दें। जहाँ तक संभव हो अपने बच्चे को ऑर्गेनिक व शुद्ध खाद्य पदार्थ दें ताकि बच्चे को सर्वोत्तम लाभ मिले।