बच्चों की कहानियां

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी | Snow White And Rose Red Story In Hindi

स्नो व्हाइट और रोज रेड दोनों बहनें होती है और जिनकी बहुत ही रोमांचक कहानी है जिसमें उनकी एक माँ भी होती है। एक दिन, उनके घर के दरवाजे पर कोई दस्तक देता है, तभी उनकी मुलाकात एक जादुई भालू से होती है और वह उसकी मदद करती है। बाद में वह सब अच्छे दोस्त बन जाते है। कुछ समय बाद, दोनों बहनें एक छोटे आदमी की दाढ़ी एक पेड़ में फंसी देखती हैं और उसकी मदद करती हैं, लेकिन वह गुस्से में चला जाता है। फिर वे एक बेहोश राजकुमार को पाती हैं जो बताता है कि उसका भाई गायब है। अंत में, भालू अपने असली रूप में सामने आता है और बहनें राजकुमारों से शादी करके खुशी-खुशी अपने जीवन बिताने लगती हैं।आइए अब पूरी कहानी विस्तार में जानें।

कहानी के पात्र (Characters Of Story)

  • स्नो व्हाइट
  • रोज रेड
  • स्नो व्हाइट और रोज रेड की माँ
  • भालू (राजकुमार जोसेफ)
  • राजकुमार एडम
  • लंबी दाढ़ी और छोटे कद वाला आदमी

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी | Snow White And Rose Red Story In Hindi

काफी साल पहले, एक गांव में एक विधवा माँ अपनी दो बेटियों के साथ रहा करती थी। जिसमें एक बेटी का नाम स्नो व्हाइट था, जो बहुत शांत और शर्मीली थी, जबकि दूसरी बेटी का नाम रोज रेड था, जो बेहद नटखट और शरारती थी। वह दोनों लड़कियां अपनी माँ की हर काम में मदद करती थीं। तीनों बहुत खुश रहते थे। हर शाम, उनकी माँ उन्हें परियों की कहानियां सुनाती थी। इस तरह हर दिन खुशी-खुशी बीतता और मौसम बदलते रहते।

एक सर्दियों की शाम, जब दोनों बेटियां कहानियां सुन रही थी, उसी वक्त दरवाजे पर दस्तक हुई। दस्तक सुनते ही दोनों बेटियां घबरा गई। उनकी माँ ने कहा, ‘डरो मत, शायद कोई राहगीर है जो रास्ता भटक गया है।’ उसके बाद स्नो व्हाइट दरवाजा खोलने गई। दरवाजा खोलते ही, उन्होंने देखा कि एक बड़ा भालू खड़ा था। वे डर गए और चिल्लाने लगे। लेकिन भालू ने इंसानों की तरह बोलना शुरू कर दिया। उसने कहा, ‘डरो मत, प्लीज चिल्लाओ मत। मुझे बहुत ठंड लग रही है और भूख भी लगी है।’  यह सुनकर वे शांत हो गए, क्योंकि भालू इंसान की तरह बोल रहा था।

उसके बाद माँ ने भालू को अंदर बुलाया, उसे कंबल दिया और कुछ खाने को दिया। भालू और उनके बीच अच्छी दोस्ती हो गई। सर्दियों भर भालू उनके साथ रहा और हर रोज उनके लिए छोटे-छोटे तोहफे लाता। सर्दियों का मौसम बीत गया और भालू को जाना पड़ा। जाते समय भालू ने उन्हें धन्यवाद कहा और चला गया।

कुछ दिनों बाद, स्नो व्हाइट और रोज रेड जंगल में फल ढूंढ रही थीं। अचानक उन्हें किसी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। वे आवाज की दिशा में गईं और देखा कि एक छोटे कद वाले आदमी की लंबी दाढ़ी पेड़ में फंस गई थी। वह मदद के लिए चिल्ला रहा था। स्नो व्हाइट और रोज रेड ने उसकी दाढ़ी निकालने की बहुत कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाईं। तब रोज रेड ने अपनी कैंची निकाली। आदमी ने घबराकर कहा, ‘नहीं, मेरी दाढ़ी मत काटो।’ लेकिन तब तक रोज रेड ने उसकी दाढ़ी काट दी। यह देखकर आदमी बहुत नाराज हुआ और बिना धन्यवाद कहे वहां से चला गया। दोनों बहनों को यह बहुत मजेदार लगा।

दूसरे दिन, स्नो व्हाइट और रोज रेड नदी के किनारे घूमने निकल गई। अचानक, उन्होंने फिर से उस छोटे व्यक्ति की आवाज सुनी। वे वहां गईं और देखा कि उस व्यक्ति की दाढ़ी इस बार एक मछली ने पकड़ रखी थी। वह व्यक्ति चिल्ला रहा था। स्नो व्हाइट और रोज रेड ने उसकी मदद करने की कोशिश की, लेकिन मछली ने उसकी दाढ़ी नहीं छोड़ी। आखिर में, स्नो व्हाइट ने फिर से कैंची से उसकी दाढ़ी काट दी। वह छोटा व्यक्ति फिर से गुस्सा होकर बड़बड़ाते हुए वहां से चला गया। दोनों बहनें हंसने लगीं। फिर, उन्होंने देखा कि एक पत्थर के पास एक बेहोश व्यक्ति पड़ा है। वे उसके पास गईं और देखा कि उसके सिर पर चोट लगी थी। तभी उस व्यक्ति को होश आया। लड़कियों ने उससे पूछा, ‘तुम कौन हो?’ उसने कहा, ‘मैं एक राजकुमार हूं और मेरा नाम एडम है। मैं अपने भाई जोसफ को ढूंढ रहा हूं। मेरा भाई जेवरों का बैग लेकर जंगल घूमने निकला था, लेकिन सर्दियों से ही गायब है। अभी मैंने वैसे ही बैग के साथ एक व्यक्ति को देखा, पर जैसे ही मैं कुछ कर पाता, उसने मुझ पर जादू कर दिया और मैं बेहोश हो गया।’ स्नो व्हाइट और रोज रेड ने राजकुमार को अपने बारे में बताया और उसकी मदद करने का वादा किया।

दोनों लड़कियों को जंगल की तरफ से एक जानवर और एक आदमी की आवाज सुनाई दी। वे उस आवाज के पीछे भागी, तो उन्होंने देखा कि वही छोटा व्यक्ति था, जिसकी मदद स्नो व्हाइट और रोज रेड ने की थी। दोनों बहनों ने कहा, ‘ये तो हमारा मित्र भालू है और उसके साथ वही छोटा आदमी है जिसकी बार-बार दाढ़ी फंस जाती थी।’

राजकुमार एडम ने बोला, ‘ये वही व्यक्ति है, जिसने मेरे भाई का बैग लिया था और मुझे बेहोश किया था।’ राजकुमार ने लड़कियों को वहां रुकने को कहा और खुद तलवार लेकर आगे जाने लगा। वह छोटा व्यक्ति चिल्ला रहा था और भालू को कह रहा था कि यह बैग तुम रख लो। भालू गुस्से में था और कह रहा था, ‘देखो तुम्हारे जादू ने क्या कर दिया।’ इतने में राजकुमार ने कहा, ‘इस आदमी को मैं सजा दूंगा।’ तभी वह व्यक्ति पेड़ से नीचे कूदा और बहुत लंबा हो गया। उसने राजकुमार के हाथों से तलवार लेकर फेंक दी और उनके पास आकर उन्हें मारने की कोशिश करने लगा। तभी स्नो व्हाइट ने तलवार उठाकर राजकुमार एडम की तरफ फेंक दी। इसी बीच, भालू बोला, ‘उसकी दाढ़ी काटो, उसकी सारी शक्तियां उसकी दाढ़ी में कैद हैं।’ यह सुनते ही, राजकुमार ने उसकी दाढ़ी पर निशाना लगाकर तलवार फेंकी, जिससे उसकी दाढ़ी कट गई और वह फिर से छोटा हो गया। राजकुमार ने उस व्यक्ति को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला। इसी बीच, भालू भी इंसान बन गया।

वह भालू कोई और नहीं, बल्कि राजकुमार एडम का भाई राजकुमार जोसफ था। एडम ने अपने भाई को जैसे ही देखा वह दौड़कर उसके पास जाकर उसे गले लगा लिया। जोसफ ने अपने भाई को बताया कि कैसे उस छोटे व्यक्ति ने उस पर जादू किया और उसका जेवरों का बैग चुरा लिया था। उसने यह भी बताया कि स्नो व्हाइट और रोज रेड ने उसकी बहुत मदद की। उसके बाद राजकुमार एडम और जोसफ को स्नो व्हाइट और रोज रेड से प्यार हो गया। दोनों भाइयों ने दोनों बहनों से धूमधाम से शादी की और वे खुशी-खुशी रहने लगे।

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी से सीख (Moral of Snow White And Rose Red Hindi Story)

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी से हमें दो बातें सीखने को मिलती हैं, पहली, हमें अधिक लालच नहीं करना चाहिए, क्योंकि जैसे छोटे आदमी ने बहुत अधिक जेवर के लालच में बुरा काम किया और सजा पाई। दूसरी, हमें लोगों को उनके रूप से नहीं, बल्कि स्वभाव से जानना चाहिए क्योंकि भालू दिखने में डरावना था लेकिन वह अच्छा दोस्त निकला। साथ ही हमें हमेशा लोगों की मदद करनी चाहिए।

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी का कहानी प्रकार (Story Type of Snow White And Rose Red Hindi Story)

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी एक परी कथा है, जो बेहद दिलचस्प कहानियों में से है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. स्नो व्हाइट और रोज रेड की नैतिक कहानी क्या है ?

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी हमें सिखाती है कि हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए, लालच से बचना चाहिए और दूसरों को उनके कामों से पहचानना चाहिए, न की वह कैसे दिखते हैं।

2. लालच क्यों नहीं करनी चाहिए?

हमें लालच इसलिए नहीं करनी चाहिए क्योंकि लालच एक बुरी बात है और हम ऐसा करने से मुसीबत में पड़ सकते हैं। जैसे कहानी में छोटे आदमी ने लालच में बुरा काम किया और सजा पाई। हमारे पास जो है हमें उसमें संतुष्ट रहना चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

स्नो व्हाइट और रोज रेड की कहानी बहुत ही अच्छी कहानी है। हमें सच्चे दोस्त बनाना, लालच से बचना, और दूसरों को उनके अच्छे कामों से समझना सिखाती है। ऐसा करने से हम सब खुश और अच्छा जीवन जी सकते हैं।

यह भी पढ़ें:

नीली आँखों वाली परी की कहानी (Story Of Blue Eyed Fairy In Hindi)
नटखट परी और जादुई गुफा की कहानी (Naughty Fairy And Magical Cave Story In Hindi)
गोल्डीलॉक्स और तीन भालू की कहानी (The Story Of Goldilocks And The Three Bears In Hindi)

जया कुमारी

Recent Posts

विक्रम बेताल की कहानी: अधिक साहसी कौन | Story of Vikram Betal: Who Is More Courageous In Hindi

यह कहानी बेताल की पच्चीस कहानियों से एक है, जिसमें कनकपुर के राजा यशोधन के…

4 days ago

विक्रम बेताल की कहानी: चोर हंसने से पहले क्यों रोया | Story of Vikram Betal: Why Did The Thief Cry Before Laughing In Hindi

बेताल पच्चीसी की कहानियों में ये पंद्रहवीं कहानी है। यह कहानी एक राजा वीरकेतु, धनवान…

4 days ago

विक्रम बेताल की कहानी: दगड़ू के सपने | Story of Vikram Betal: Dagdu’s Dreams In Hindi

विक्रम बेताल की दगड़ू के सपने की इस कहानी में दगड़ू नाम के व्यक्ति के…

4 days ago

विक्रम बेताल की अंतिम कहानी: योगी शांतशील की कथा | Last Story of Vikram Betal: Monk Shantashil In Hindi

यह कहानी बेताल पचीसी की कहानियों में से आखिरी कहानी है। इसमें बताया गया है…

6 days ago

जादुई सोने के कंगन की कहानी | Magical Gold Bracelet Story In Hindi

ये कहानी सच्चे मन, साफ दिल और नेक इरादों वाले मोची रामदास की है। जो…

1 week ago

अलिफ लैला की कहानी: सिंदबाद जहाजी की पांचवीं समुद्री यात्रा | Alif Laila Story: Sindbad Jahazi Fifth Sea Journey

अलिफ लैला की कहानियों में सिंदबाद जहाजी की पांचवीं समुद्री यात्रा एक अद्भुत साहसिक और…

1 week ago