शिक्षक दिवस गुरुओं को समर्पित एक खास दिन होता है। हर किसी को जीवन में आगे बढ़ने के लिए, अच्छी शिक्षा के लिए एक नेक इंसान बनने के लिए गुरु की आवश्यकता होती है। शिक्षक का हमारे जीवन में क्या महत्व इसके बारे में जितना भी बोले कम है क्योंकि शिक्षक, हर विद्यार्थी के जीवन की आधारशिला होते हैं जो हमेंं सही आचरण करना आदि सीखाते हैं। शिक्षक दिवस जो कि 5 सितम्बर को मनाया जाता है, इस दिन हमारे देश के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था और इन्हें शिक्षा की अहमियत पता थी इसलिए ये जहाँ भी जाते थे शिक्षा पर जरूर चर्चा करते थे। इस दिन स्कूल में बच्चे अपने शिक्षकों को शुक्रिया करने के लिए कुछ खास सांस्कृतिक कार्यक्रम करते हैं। इस खास मौके पर हमने आपकी मदद के लिए शिक्षकों को समर्पित 10 गानों का जिक्र किया है तो चलिए उन गानों के बारे में आपको बताते हैं।
10 बेस्ट शिक्षक दिवस के गीत लिरिक्स के साथ
शिक्षक दिवस में अब ज्यादा दिन बचे नहीं हैं। इस उपलक्ष्य में यदि आप शिक्षक दिवस से संबंधित कुछ खास गीतों के बारे में जानना चाहते हैं या कुछ खास गाना अपने टीचर को समर्पित करना चाहते हैं इस संबंध में 10 गीत प्रस्तुत किए हैं। इसे पढ़ें।
1.रुक जाना नहीं तू कहीं हार के
यह गाना ‘इम्तिहान’ फिल्म से लिया गया है और इसके बोल ‘मजरूह सुल्तानपुरी’ ने दिया है। इस गाने के बोल इतने सुन्दर है कि इसे सुनकर किसी का भी मन भर आएगा। तो चलिए इस गाने की लिरिक्स क्या है ये जानते हैं –
रुक जाना नहीं, तू कहीं हार के..
काँटों पे चलके मिलेंगे साये बहार के..
ओ राही..! ओ राही..!
सूरज देख रुक गया है.. तेरे आगे झुक गया है..
जब कभी ऐसे कोई मस्ताना,
निकले है अपनी धुन में दीवाना
शाम सुहानी बन जाते हैं दिन इंतजार के..
ओ राही.. ओ राही..
साथी न कारवां है ये तेरा इम्तिहान है,
यूं ही चला चल दिल के सहारे,
करती है मंजिल तुझको इशारे,
देख कहीं कोई रोक नहीं ले तुझको पुकार के,
ओ राही.. ओ राही..
नैन आंसू जो लिए हैं.. ये राहों के दिए हैं,
लोगों को उनका सब कुछ दे के,
तू तो चला था सपने ही ले के
कोई नहीं तो तेरे अपने हैं, सपने ये प्यार के,
ओ राही.. ओ राही..
2. पास नहीं तो फेल नहीं
यह गाना विद्या बालन द्वारा अभिनीत और बोल सचिन-जिगर के द्वारा दिए गए हैं। जिसमे बताया गया है कि मैथ्स सब्जेक्ट कितना आसान है या आसान भाषा में कहे तो टीचर सब्जेक्ट के प्रति बच्चों की रुचि को बढ़ाने पर जोर दे रहें हैं।
चार तेरे मामे की……
सात सुर में जो तीन ताल मिले
धुन बने गाने की……..दुनिया है सारी नंबरों से बनी
बक्से से बाहर निहार
हम न जरा भी कोई कीड़े किताबी
टेंशन मत ले यार…….बोलो बेटा एक दो तीन चार….
पास नहीं तो फेल नहीं
पास नहीं तो फेल नहीं
पास नहीं तो फेल नहीं
तो डरना क्या मेरे यार……बोलो बेटे…..
पास नहीं तो फेल नहीं
क्लास है कोई जेल नहीं
पास नहीं तो फेल नहीं
तू टेंशन मत ले यार
हो हो……..
तो डरना क्या मेरे यारहां इतनी तो कोई मुश्किल भी नहीं
जितना हुए हो परेशान
सटर गिरा के बंद कर डालो
डर की जो खोली दुकानसर पे उठाया क्यूं वेट किताबों का
रख दो न नीचे ये भार
इतनी तो हल्की है बॉडी तुम्हारी
हो जाओ उड़ के फरार….बोलो बेटा एक दो तीन चार
पास नहीं तो फेल नहीं
पास नहीं तो फेल नहीं
पास नहीं तो फेल नहीं
तो डरना क्यूं मेरे यार….बोलो बेटा हो हो…..
तो डरना क्या मेरे यार
बोलो बेटा…..
3. ओ टीचर शुक्रिया
यह एक एल्बम सॉन्ग है जिसकी गायकी शान ने की है। इस गाने को आप अपने शिक्षक को उन सभी चीजों के लिए समर्पित कर सकते हैं जिसके लिए आप उनके शुक्र गुजार हैं।
गुरुर ब्रह्मा.. गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वर:।
गुरु साक्षात.. परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
हुनर को हमारे, तुमने तराशा..
आंखों में जागी, तुमसे ही आशा..
इरादों के बस्ते तुमने भरे..
मुट्ठी में ख्वाबों के जुगनू रखे..
गम छुपा के अपने खुशियों का पता दिया..
कर्ज ये हम कैसे चुकाएंगें भला..
ओ टीचर शुक्रिया!! ओ टीचर शुक्रिया!!
गुरुर ब्रह्मा.. गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वर:।
गुरु साक्षात.. परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
हाल हो चाहे.. जैसा कभी टूटे न झुके..
मिसाल हौसलों के.. तुम्हीं तो बनके चले..
क्लास रूम जब गुम थे।
खोली तुमने ही खिड़कियां
वेलकम जिंदगी को..
हमेंं करना सीखा दिया।
ओ टीचर शुक्रिया!!! ओ टीचर शुक्रिया!!!
गुरुर ब्रह्मा.. गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वर:।
गुरु साक्षात.. परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः।।
4. सर सर ओ सर
यह गाना मशहूर फिल्म ‘सर’ का है जिसे आप अपने शिक्षकों को समर्पित करसकते हैं। यह गाना छात्र और टीचर के रिश्ते को बयां करता है।
आज हमने दिल का हर………..
खुद भी पागल हो गए, तुमको भी पागल कर दिया..
सर सर ओ सर वी लव यू……….प्यार के एक तीर ने दोनों को घायल कर दिया
खुद भी पागल हो गए, तुमको भी पागल कर दिया..
सर सर ओ सर वी लव यू……….सर सर ओ सर वी लव यू……….
तेरे होठों पर नए मौसम सजा कर रख दिए..
चांद सूरज पलकों में तेरी ला कर रख दिए
तेरे होठों पर नए मौसम सजा कर रख दिया..
चांद सूरज तेरे पलकों में लाकर रख दिया
तेरे लहराते हुए आंचल को बादल कर दिया
खुद भी पागल हो गए, तुमको भी पागल कर दिया..प्यार के एक तीर ने दोनों को घायल कर दिया..
खुद भी पागल हो गए, तुमको भी पागल कर दियासर सर ओ सर वी लव यू……….
सर सर ओ सर वी लव यू……….कैसे कैसे रंग बिखराए हमारे प्यार ने
रोशनी के फूल सजाए हमारे प्यार ने
कैसे कैसे रंग बिखराए………
रोशनी के फूल सजाए………
चांदनी को रात की आंखों का काजल कर दिया
खुद भी पागल हो गए, तुमको भी…….आज हमारे दिल का हर किस्सा तमाम कर दिया..
खुद भी पागल हो गए, तुमको भी पागल कर दिया..
सर सर ओ सर वी लव यू…….
सर सर ओ सर वी लव यू…….
सर सर ओ सर वी लव यू…….
सर सर ओ सर वी लव यू…….
5. नन्हे से कदम
यह गाना ‘टीचर को प्यार’ नाम से भी जाना जाता है। जिसमे बच्चों के जीवन में शिक्षक के जबरदस्त सहयोग के लिए धन्यवाद कहा गया है।
नन्हे से कदम लेकर जब…..
थामी हमारी उंगली इस टीचर को हमारा प्यारतो बोलो
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वर:
गुरु साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमःमुश्किल राहों पर गिरते, उठते और संभलते हैं।
हम थक भी जाएं पर देखो वो कभी न थकते हैं।।
फिर प्रेम और श्रद्धा से नया विश्वास जगाते हैं।
वो टीचर होते हैं जो सच्ची राह दिखाते हैं।।
सच्ची राह दिखाते हैं…….तो बोलो
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वर:
गुरु साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमःहै आग हमारे अंदर पर वो ज्योत जलते हैं।
फिर प्रेम और श्रद्धा से ……..।।
वो टीचर हो तो हैं जो सच्ची राह दिखाते हैं।
सच्ची राह दिखाते हैं……..।।तो बोलो
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु गुरुर देवो महेश्वर:
गुरु साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमःनन्हे से कदम लेकर जब वो आए….
नन्हे से कदम लेकर जब वो आए……
थामी हमारी उंगली इस टीचर को हमारा प्यार।।
6. खोल दे पर
आठ समुंदर अपना अंबर ।
खोज ले अब तू अपने दम पर।।
फूंक मार के धूल झाड़ ले ।
छोड़ छाड़ के सारे छप्पर।।आठ समुंदर अपना अंबर खोज……..
फूंक मार के धूल झाड़ के छोड़………खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..हम्म्म…….
रटी रटाई सारी छोड़ो भी दुनिया दारी
रटी रटाई सारी छोड़ो……..
भागी तेवर जो तेरे बोलेंगे सब अनारी
सबको मनाने के तेरी नहीं जिम्मेदारी
ऊंचे असमानो पर लिख दे तू हिस्सेदारीखोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..तांग तांग………बंद घड़ी की भी रुकी हुई सुई
होती सही दो दफा चुप क्यों है रहना
मन का तू कह न रोक चाहे हिचकियां
आठ समुंदर अपना अंबर ।
खोज ले अब तू अपने दम पर।।
फूंक मार के धूल झाड़ ले।
छोड़ छाड़ के सारे छप्पर ।।
आठ समुंदर अपना अंबर।
खोज ले अब अपने दम पर।।
फूंक मार के धूल झाड़ ले।
छोड़ छाड़ के सारे छप्परा।।खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
तांग तांग…….बंद घड़ी की भी रुकी हुई सुई
होती सही दो दफा…..
चुप क्यों है रहना मन का तू है कहना
रोक चाहे हिचकियां………आठ समंदर अपना अंबर।
खोज ले अब तू अपने दम पर।।
फूंक मार के धूल झाड़ ले।
छोड़ छाड़ के सारे छप्पर।।खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
खोल दे पर… खोल दे पर…..
7. खोलो खोलो दरवाजे
यह गाना फिल्म “तारे जमीन पर” से लिया गया है जिसमे टीचर बच्चों को बता रहें हैं कि हमेंं अपनी काबिलियत को बाहें फैला कर अपनाना चाहिए न की इस बात का अफसोस करना चाहिए कि हम दूसरे बच्चों से अलग है।
खोलो खोलो दरवाजे, पर्दे करो किनारे
खूंट से बंधी है हवा, मिल के छुड़ायो सारे
आजादी पतंग लेके, अपनी ही रंग लेके
आसमान का शामियाना, आज हमेंं है सजाना
क्यूं इस कदर हैरान तू, मौसम का है मेहमान तू
ओ दुनिया सजी तेरे लिए, खुद को जरा पहचान तू
तू धूप है झम से बिखर, तू है नदी… ओ बेखबर
बह चल कहीं.. उड़ चल कहीं.. दिल खुश जहां..
तेरी तो मंजिल है वहीं……
ओ…. इस कदर हैरान तू, मौसम का मेहमान तू
बासी जिंदगी उदासी, ताजी हंसने को राजी
गरमा गरम है सारी अभी अभी है उतारी
हो जिंदगी तो हैं बताशा मीठी मीठी से है आशा
चख ले..रख ले.., हथेली से ढक ले.., इसे…
रुख में अगर प्यास है बारिश का घर भी पास है
हम रोके तुझे क्यों भला संग संग तेरे आकाश है।।
तू धूप है खान से बिखर, तू है नदी ओ बेखबर
बह चल कहीं उड़ चल कहीं..
दिल खुश जहां, तेरी तो मंजिल है वहीं….
खुल गया… आसमान का रस्ता देखो खुल गया
मिल गया… खो गया था जो सितार मिल गया
मिल गया……
रोशन हुई सारी जमीन, जगमग हुआ सारा जहां
हो उड़ने को तू आजाद है, बंधन कोई अब है कहां
तू धूप है झम के बिखर तू है नदी ओ बेखबर
बह चल कहीं, दिल खुश जहां…
तेरी तो मंजिल है वहीं………
ओ, क्यूं इस कदर हैरान तू मौसम का मेहमान तू
8. ऐ जिंदगी
यह गाना ‘चॉक एंड डस्टर’ फिल्म का है जिसमे टीचर और स्टूडेंट के में स्कूली शिक्षा में आए परेशानियों को दर्शाता है और इन परेशानियों को कैसे फेस करते हैं इसके बारे में इस गाने में बताया गया है।
ऐ जिंदगी…..
तेरी मेरी दोस्ती तो पुरानी है।
धूप छांव जैसी कहानी।।
आशायों से…..
उम्मीदों से आंख तेरी।
कभी खाली खाली सी हैं कभी भरी भरी
कभी अजनबी बन जाती है
कभी रूठ के मन जाती है
तू जिंदगी….
अए जिंदगी……
तेरी मेरी दोस्ती तो पुरानी है।
धूप छांव सी कहानी है।।
कुछ ख्वाबों की हैं तस्वीरें
कुछ अनदेखी सी जंजीरें
कुछ आधी अधूरी सी बातें
कुछ हंसती गाती सी यादें
कुछ खामोशी की फरयादें
कुछ मीठे दिन फीकी रातें
सारे बीते सारे आने वाले पल
चले संग थामे थामे तेरा आंचल
जिंदगी……..
9. इचक दाना बिचक दाना
यह गाना 1955 का है जिसे गाया है लता मंगेशकर जी ने और जिसमे अभिनय किया है नर्गिस जी और राज कपूर जी ने। टीचर बड़े प्यार से बच्चों को कुछ पहेलियों के उत्तर बता रहीं हैं।
इचक दाना…
छज्जे ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना
इचक दाना…
बोलो क्या??????
अनार!!!!
इचक दाना बिचक दाना.
इचक दाना.
छोटी सी छोकरी लालबाई नाम है
पहने वो घाघरा एक पैसा दाम है
मुंह में सबके आग लगाए आता है रुलाना
इचक दाना.
बोलो क्या??????
मिर्ची!!!!
इचक दाना बिचक दाना.
इचक दाना.
राजा जी के बाग में दुशाला ओढ़े खड़ी थी
कच्चे पक्के बाल हैं उसका मुखड़ा है सुहाना
इचक दाना.
बोलो क्या?????? बोलो बोलो!!!!!!!
बुड्ढी!!!!!!!
भुट्टा!!!!!!!
इचक दाना बिचक दाना.
इचक दाना.एक जानवर ऐसा जिसके दुम पर पैसा
सर पे है ताज भी बादशाह के जैसा
बादल देखे छम छम नाचे अलबेला मस्ताना
इचक दाना.
बोलो क्या?????? बोलो ना!!!!!!!!!
मोर!!!!!
इचक दाना बिचक दाना.
इचक दाना.
छत के ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना
इचक दाना.इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना
इचक दाना.इचक दाना बिचक दाना दाने ऊपर दाना
इचक दाना.चालें वो चलकर दिल में समाया
आ ही गया वो किया है सफाया
तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना
इचक दानावी डी सी की को सो सी वो सी सी सी सी सी सी की वीआईपी सो को के बाद सी वो.
बोलो क्या??????
गम?????
हम!!!!!!
10. इंसाफ की डगर पे
यह 1961 का बहुत ही लोकप्रिय गीत है जो फिल्म ‘गंगा जमुना’ में गाया गया था। इस गाने में शिक्षक अपने बच्चों को न्याय, सच्चाई आदि नैतिक मूल्यों के बारे में बताते हैं। इस गाने के बोल इस प्रकार हैं –
इंसाफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हीं हो कल के.
दुनिया के रंज सहना और कुछ न मुंह से कहना.
सच्चाइयों के बल पे, आगे को बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम, संसार को बदल के.
इंसाफ की डगर पे, बच्चों दिखायो.
अपने हों या पराए, सब के लिए हो न्याय!
देखो कदम तुम्हारा, हरगिज न डगमगाए
रास्ते बड़े कठिन हैं, चलना संभल संभल के
इंसाफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ.
इंसानियत के सर पे, इज्जत का ताज रखना
तन मन की भेंट देकर, भारत की लाज रखना.
जीवन नया. मिलेगा.
इंसाफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ.
यहाँ हमनें जाना उन गानों के बारे में जिसे आप टीचर्स डे पर अपने शिक्षक को डेडिकेट कर सकते हैं। यहाँ जितने भी गाने बताए गए हैं सब अपने हिसाब से खास है। एक गाने में बच्चे सर को शुक्रिया कह रहे हैं तो एक में टीचर बच्चे को पढ़ने के लिए प्रेरित कर रहें हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे इस आर्टिकल से अपने टीचर्स के लिए कोई गाना जरूर पसंद आया होगा जिसे आप टीचर्स डे में प्रस्तुत कर सकते हैं। यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो या इससे आपको मदद मिली हो तो इसे लाइक और शेयर करना न भूलें।
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