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जैसे हम अपनी शारीरिक बिमारियों पर ध्यान देते हैं उसका इलाज करते हैं वैसे ही हमें अपनी मानसिक रूप से होने वाली समस्या पर ध्यान देना चाहिए। हमारा रहन-सहन और खान-पान और जीवनशैली ऐसा हो गया है की स्ट्रेस, एंग्जायटी जैसी समस्या आम होगी हो गई है खास नौजवानों में। लोग मेंटल हेल्थ जैसी गंभीर समस्या से बड़ी मात्रा में जूझ रहे हैं। दुनिया भर में डिप्रेशन और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों से पीड़ित लोगों की संख्या दिन-प्रतिदिन लगातार बढ़ रही है। इसलिए इस विषय को लेकर जागरूक होने की जरूरत है। खासकर कम उम्र के बच्चों और नौजवानों में ताकि वो अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का बेहतर ढंग से मुकाबला कर सकें। साथ ही वो लोग जो मानसिक बिमारियों का सामना कर रहे हैं उनका सही डायग्नोसिस करना और तुरंत इलाज किया जाना बेहद जरूरी है।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य लोगों के लिए एक ऐसी दुनिया बनाना है जहां घर, स्कूल और कार्यस्थल पर मेंटल हेल्थ को लेकर जागरूकता पैदा की जा सके और मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या पर हर व्यक्ति खुल कर बोल सके और लोग आपके बारे में क्या सोचेंगे यह सोच कर हिचकिचाए नहीं बल्कि अपनी मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। मानसिक सेहत दिवस मनाने का मकसद है कि लोग खुलकर इस विषय पर बातचीत करें और उन लोगों की भी मदद करें जो अभी तक डर या किसी कारण से चुप थे। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस जश्न है जिन्होंने सफलतापूर्वक मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना किया। इस साल 2023 की थीम ‘मानसिक स्वास्थ्य एक सार्वभौमिक मानव अधिकार है‘ यानि ‘मेंटल हेल्थ इज आ यूनिवर्सल ह्यूमन राइट’ रखी गई है।
हालांकि, ज्यादातर देशों में खासकर जिनकी इकॉनमी कमजोर है या जो विकासशील देश हैं वहां मेंटल हेल्थ सर्विस में वित्तीय और मानव संसाधनों की कमी है। इस मुद्दे को बढ़ावा देने के लिए अधिक फंडिंग की आवश्यकता होगी, ताकि यह मुद्दा वैश्विक स्तर की प्राथमिकता बन सके। इसे विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा।
वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे का उद्देश्य लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना है और लोगों को इस के बारे में शिक्षित करना है। ताकि मेंटल हेल्थ के विषय को लेकर लोगो में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या के प्रति ज्यादा से ज्यादा जानकारी प्राप्त हो और यही कारण है कि वर्ल्ड लेवल पर मानसिक स्वास्थ्य दिवस यानि मेंटल हेल्थ डे का आयोजन किया गया। जो हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाता है। अक्सर हम अपनी मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या को बहुत महत्व नहीं देते हैं और न ही इसके प्रति कोई विशेष सावधानी बरततें हैं। लेकिन एंग्जायटी, स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्या नजरअंदाज किए जाने पर यह बड़ी समस्या का कारण बन सकती है।
ऐसे कई सारे मानसिक रोग हैं जिनका समय पर उपचार किए जाना जरूरी है और जिस प्रकार हम अपनी शारीरक बिमारियों पर ध्यान देते हैं उतना ही जरूरी है मानसिक रोग को दूर करना क्योंकि कहीं न कहीं यह हमारे शरीर को ही प्रभावित करेगा। मानसिक स्वास्थ्य न केवल आपके व्यक्तिगत जीवन अहम भूमिका निभाता है बल्कि सामजिक तौर पर भी बड़ा प्रभाव डालता है। मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होने से आप बेहतर रूप से कोई भी कार्य करने में सक्षम होंगे।
यहां आपको कितने प्रकार के मानसिक विकार या समस्या हो सकती हैं बताया गया है:
यहां दिए गए लक्षणों में से यदि आपको कोई भी लक्षण अपने अंदर दिखाई देते है तो आपको तुरंत मनोचिकित्सक के पास जाना चाहिए।
आइए हम सब यह प्रतिज्ञा लें कि हम अपने मानसिक स्वास्थ्य को भी उतना ही महत्व देंगे जितना कि हम अपनी शारीरिक को देते हैं। नीचे दिए गई इन एक्टिविटी से आप अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस मना सकते हैं।
मानसिक विकार दुनिया भर में लोगों को बड़ी मात्रा में प्रभावित कर रहा है। अब समय आ गया है कि हम सभी एकजुट होकर इन मुद्दों का समाधान निकालें और इससे जुड़ी गलत सामाजिक धारणाओं को दूर करें।
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