मां होने के नाते आप अपने बच्चे को प्रोटेक्ट करने के लिए कुछ भी करने को तैयार होती हैं, लेकिन ऐसी कुछ चीजें हैं जो हमारे कंट्रोल से बाहर होती हैं और हेल्थ उनमें से एक है। आपको कुछ घातक बीमारियों से सावधान रहने की आवश्यकता है जो बच्चे को उसके जन्म से ही प्रभावित कर सकती हैं, सावधानी बरतने से यह होगा कि आप उसे किसी भी हेल्थ प्रॉब्लम से बचा सकती हैं। इसलिए, आपको इस बात का खास खयाल रखना चाहिए कि आपके बच्चे को सही उम्र में सभी जरूरी वैक्सीन दी जाए। यदि बच्चा 2 साल का है और आप यह चाहती हैं कि उसकी कोई वैक्सीन मिस न हो, तो आपको यह आर्टिकल पढ़ना चाहिए।
आपके 2 साल के बच्चे के लिए जरूरी टीकाकरण
ज्यादातर वैक्सीन की पहली डोज बच्चे के दो साल का होने से पहले दी जाती है, कुछ बूस्टर जैसे डिप्थीरिया, हेपेटाइटिस बी, फ्लू 18 महीने से 24 महीने की उम्र के बीच दिए जाते हैं। उनमें से टाइफाइड कोंजूगेट वैक्सीन एक बहुत ही जरूरी वैक्सीन है जो आपके 2 साल के बच्चे के टीकाकरण का एक अहम हिस्सा है।
टाइफाइड कोंजूगेट बूस्टर वैक्सीन
टाइफाइड कोंजूगेट वैक्सीन सबसे महत्वपूर्ण टीकों में से एक जो आपके 2 साल के बच्चे के वैक्सीन शेड्यूल का एक हिस्सा है।
1. यह आपके बच्चे को किससे बचाती है
टाइफाइड कोंजूगेट वैक्सीन आपके बच्चे को टाइफाइड से बचाती है, जो साल्मोनेला टाइफी के कारण होने वाली एक घातक बैक्टीरियल बीमारी है, जो आमतौर पर खाने और पानी के माध्यम से फैलती है।
2. डोज
टाइफाइड कोंजूगेट वैक्सीन एक इंजेक्शन के रूप में आती है और छह महीने की उम्र के बाद और दो साल की उम्र में बूस्टर के रूप दी जा सकती है। यदि इसे बच्चे को दो साल तक नहीं दिया गया है, तो इसे सिंगल डोज के रूप में दिया जा सकता है।
3. सावधानियां
बच्चों का वैक्सीनेशन कराते समय नीचे बताई गई सावधानियां बरतना बेहद जरूरी है:
- वैक्सीन लगाने से पहले रूटीन चेकअप कराएं।
4. साइड इफेक्ट्स
इसके साइड इफेक्ट्स रेगुलर वैक्सीन की तरह ही होते हैं। टीकाकरण कराने के बाद एक या दो दिनों तक बच्चे को नीचे बताए गए लक्षणों का अनुभव हो सकता है:
- बुखार
- सिरदर्द
- टीका लगाने के स्थान पर लाली और सूजन।
5. कीमत
भारत में, वैक्सीन की कीमत कई रेंज में है, जो 1500 रुपये से लेकर से 2100 रुपये तक है, इसकी कॉस्ट इस बात पर भी निर्भर करती है कि बच्चे को किस ब्रांड की वैक्सीन दी जा रही है या उस समय कौन सी वैक्सीन उपलब्ध है।
6. क्या होगा यदि आप वैक्सीन लगवाना मिस कर देती हैं?
एक या दो महीने तक वैक्सीन की डोज मिस करने से यह इसके रिजल्ट को प्रभावित नहीं करता है। हालांकि, अगर आप दो महीने से ज्यादा समय के लिए वैक्सीन मिस करती हैं, तो आपको यही सुझाव दिया जाता है कि अपने बच्चे के डॉक्टर से बात करें।
7. टीकाकरण के बाद अपने बच्चे की देखभाल कैसे करें
वैक्सीन का इंजेक्शन लगने के बाद, आप नॉर्मल ब्लड सर्कुलेशन रखने के लिए कोल्ड वाटर या बर्फ की सिकाई का उपयोग कर सकती हैं इससे इंजेक्शन लगने वाली जगह पर लाली और सूजन को कम करने में मदद मिलेगी। बच्चे का बॉडी टेम्परेचर लगातार चेक करती रहें। आमतौर पर, टीकाकरण के बाद हल्के बुखार के लिए डॉक्टरों द्वारा पेरासिटामोल सिरप देने की सलाह दी जाती है, लेकिन बेहतर यही है कि आप बच्चे को कुछ भी देने से पहले उनसे बात कर लें। आप वैक्सीन लगवाने से पहले भी एक बार डॉक्टर से मिल लें।
वैक्सीनेशन शेड्यूल बच्चे को खतरनाक बीमारियों से बचाने में मदद करता है। ध्यान रखें कि आपके बच्चे को समय पर सही वैक्सीन मिले, क्योंकि इस समय उसे प्रोटेक्ट करने का यही एक तरीका होता है।
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