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एक गर्भवती महिला को हेल्दी प्रेगनेंसी और डिलीवरी के लिए अपने रोज के भोजन में विटामिन्स और मिनरल्स की सही मात्रा की जरूरत होती है। मैंगनीज एक गर्भवती महिला के लिए जरूरी मिनरल्स में से एक है। अगर आप सोच रही हैं, कि गर्भावस्था के दौरान मैंगनीज इतना जरूरी क्यों है, एक दिन में आपको इसकी कितनी मात्रा लेनी चाहिए, और यह मिनरल कौन-कौन से खाद्य पदार्थों में पाया जाता है, तो हम आपको इस आर्टिकल को पढ़ने की सलाह देंगे, ताकि आपको इन सब के अलावा अन्य बातों की भी जानकारी हो सके।
मैंगनीज क्या है?
मैंगनीज एक मिनरल होता है, जिसकी हमारे शरीर को माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को एनर्जी में बदलने के लिए जरूरत होती है। भले ही अधिक मात्रा में इसकी जरूरत न होती हो या इसमें आयरन और कैल्शियम जैसा स्टार पावर न हो, लेकिन फिर भी एक गर्भवती महिला और उसके अजन्मे शिशु के अच्छे स्वास्थ्य के लिए यह मिनरल बहुत ज्यादा जरूरी होता है।
गर्भावस्था के दौरान मैंगनीज जरूरी क्यों है?
अगर आप यह सोच रहे हैं, कि गर्भावस्था में मैंगनीज इतना जरूरी क्यों है या मैंगनीज और गर्भावस्था में क्या आपसी संबंध है, तो हम आपको यह बताना चाहेंगे, कि प्रेगनेंसी में मैंगनीज आपके लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि पेट में पल रहे बच्चे की हड्डियों और कार्टिलेज के निर्माण में मैंगनीज बहुत मदद करता है। यह अमीनो एसिड, कोलेस्ट्रॉल और कार्बोहाइड्रेट को ब्रेकडाउन करने में भी कारगर होता है, जो कि आपके बच्चे के विकास के लिए बहुत जरूरी है। यह मिनरल नई कोशिकाओं को किसी संभावित नुकसान से बचाने में भी कारगर होता है।
गर्भावस्था में मैंगनीज की रोज की रेकमेंडेड खुराक
तो, एक दिन में आपको मैंगनीज की कितनी मात्रा लेनी चाहिए? इस मिनरल की बहुत ही कम मात्रा की आवश्यकता होती है। अगर आप 18 साल या उससे कम उम्र के हैं और गर्भवती नहीं हैं, तो आपको एक दिन में 1.6 मिलीग्राम की जरूरत होगी। वहीं अगर आप गर्भवती नहीं है और आप 19 साल या उससे अधिक की महिला हैं, तो आपको एक दिन में इसकी 1.8 मिलीग्राम की जरूरत होगी। जैसे ही आप गर्भवती हो जाती हैं, तो इसकी रोज की खुराक बढ़कर 2 मिलीग्राम प्रतिदिन हो जाती है और जब आप अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड कराना शुरू करती हैं, तब इसकी मात्रा बढ़कर 2.6 मिलीग्राम प्रतिदिन तक हो जाती है।
गर्भावस्था के दौरान मैंगनीज की कमी के खतरे
जैसा कि ऊपर बताया गया है, एक गर्भवती महिला और उसके बच्चे के लिए मैंगनीज बहुत ज्यादा जरूरी है। हालांकि, शरीर में इस माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी से कई तरह की कॉम्प्लीकेशंस उत्पन्न हो सकती हैं। इनमें से कुछ नीचे दी गई हैं:
- इससे जन्म के समय बच्चों में कम वजन का खतरा बढ़ जाता है।
- प्रीटर्म डिलीवरी या प्रीमेच्योर डिलीवरी का खतरा बढ़ जाता है।
- अगर मैंगनीज की कमी बहुत ज्यादा हो, तो इससे हाइपोकैल्सीमिया का खतरा हो सकता है (खून में कैल्शियम की अत्यधिक मात्रा)।
कौन से खाद्य पदार्थों में मैंगनीज पाया जाता है?
मैंगनीज साबुत अनाज, दालों, पास्ता, नट्स, चाय, सीरियल आदि में पाया जाता है। यहाँ पर कुछ रिकमेंडेशन दिए गए हैं, आप अपने मैंगनीज के सेवन को बढ़ाने के लिए इनमें से किसी का चुनाव सकती हैं:
- 1/2 कप पका हुआ पालक – 0.80 मिलीग्राम
- 1 स्लाइस होल व्हीट ब्रेड – 0.5 मिलीग्राम
- 1/2 कप पका हुआ ब्राउन राइस – 1.05 मिलीग्राम
- 28 ग्राम बादाम – 0.60 मिलीग्राम
- 226 आउंस चाय (काली) – 0.15 मिलीग्राम से 0.75 मिलीग्राम
- 226 आउंस चाय (हरी) – 0.40 मिलीग्राम से 1.50 मिलीग्राम
- 1/2 कप मसले हुए मीठे आलू – 0.42 मिलीग्राम
- 1/2 कप पकी हुई लीमा बीन्स – 0.45 मिलीग्राम
- 1/2 कप पकी हुई नेवी बीन्स – 0.47 मिलीग्राम
- 1 कप मूंगफली – 0.53 मिलीग्राम
- 1/2 कप अनानास के टुकड़े – 0.75 मिलीग्राम
- इंस्टेंट ओट्स (एक पैकेट) पानी के साथ बना हुआ – 0.97 मिलीग्राम
- 4 आउंस पाइनएप्पल जूस – 0.62 मिलीग्राम
ये कुछ डाइटरी सुझाव हैं, जिनके इस्तेमाल से आप मैंगनीज की अपनी जरूरत को पूरा कर सकती हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रेगनेंसी के दौरान इस मिनरल के सेवन को लेकर आपके दिमाग में कई तरह के सवाल उठ रहे होंगे। यहाँ पर हम इस विषय पर अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवाल दे रहे हैं, जिनके जवाब आप जानना चाहते होंगे:
1. क्या प्रेगनेंसी के दौरान मैं मैंगनीज के सप्लीमेंट ले सकती हूँ?
जैसा कि ऊपर बताया गया है, इस विशेष मिनरल की जरूरत हमारे शरीर को बहुत ही कम मात्रा में होती है। हालांकि, आपका डॉक्टर आपको मैंगनीज के सप्लीमेंट लेने की सलाह नहीं देगा और इसी कारण से आप देखेंगे कि आपके प्रीनेटल विटामिन्स में मैंगनीज नहीं होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि एक गर्भवती महिला को मैंगनीज की जितनी मात्रा की जरूरत होती है, वह उसे अलग-अलग तरह के खाद्य पदार्थों से वैसे ही मिल जाता है। साथ ही गर्भवती महिला या दूध पिलाने वाली महिला के ऊपर इस मिनरल के प्रभाव के बारे में अब तक कोई राय स्थापित नहीं हो पाई है, जिसका अर्थ यह है, कि एक गर्भवती या ब्रेस्टफीडिंग माँ के ऊपर इस मिनरल के प्रभाव को लेकर पर्याप्त वैज्ञानिक प्रमाण या सबूत उपलब्ध नहीं हैं, ऐसे में इस सप्लीमेंट को लेने से होने वाला खतरा इसे न लेने के खतरों पर भारी पड़ सकता है और इसी कारण से आपका डॉक्टर इसकी जरूरत पड़ने पर इसकी सप्लीमेंट की सलाह दे सकता है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के मैंगनीज के सप्लीमेंट न लेने की सख्त हिदायत दी जाती है।
2. गर्भावस्था के दौरान मैंगनीज की अधिक मात्रा के सेवन से क्या होता है?
कोई भी चीज जरूरत से ज्यादा लेना बुरा होता है। प्रेगनेंसी में मैंगनीज के सेवन के मामले में भी ऐसा ही है। चाहे खानपान के माध्यम से हो या सप्लीमेंट्स लेने के कारण, मैंगनीज की जरूरी मात्रा से अधिक का सेवन टॉक्सिक हो सकता है और प्रेगनेंसी के दौरान इससे मृत्यु भी हो सकती है। किसी भी वयस्क के लिए इस मिनरल की 11 मिलीग्राम से अधिक की मात्रा असुरक्षित मानी जाती है और गर्भवती या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मांओं में यह सीमा 9 मिलीग्राम है। इसलिए, जब प्रेगनेंसी में मैंगनीज के सेवन की बात आती है, तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत होती है, क्योंकि इसके अधिक मात्रा के सेवन से कई तरह के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे कि कंपकंपी, पार्किंसन बीमारी आदि।
गर्भावस्था एक बहुत ही नाजुक दौर होता है और एक गर्भवती महिला को अपने खानपान और पोषण के बारे में बहुत सावधान रहने की जरूरत होती है। एक बैलेंस्ड और हेल्दी डाइट ही एक स्वस्थ प्रेगनेंसी का जरिया होती है। हालांकि, अगर आपके डॉक्टर को आपको विभिन्न सप्लीमेंट्स प्रिस्क्राइब करने की जरूरत महसूस होती है, तो आपको रेकमेंडेड खुराक का सख्ती से पालन करना चाहिए। मैंगनीज के मामले में भी यही सच है। अपनी हेल्थ और खानपान का ध्यान रखकर आप एक स्वस्थ प्रेगनेंसी और डिलीवरी सुनिश्चित कर सकती हैं।
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