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दो या दो से अधिक बच्चों की गर्भावस्था एक महिला के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण होती है और यदि आप इसके 17वें सप्ताह तक पहुँच चुकी हैं तो यह समय आपके लिए ढेर सारी खुशी और थोड़े से आश्चर्य का है! प्रेगनेंसी के इस समय पर आपके गर्भ में पल रहे बच्चे मजबूत गर्भनाल के साथ पहले से अधिक बड़े होने लगते हैं । इस सप्ताह तक आपको अपनी गर्भावस्था के नियम व निर्धारित चीजों का अनुसरण करने में पूरी तरह से सक्षम हो जाना चाहिए और बच्चों को संभालने के लिए आप में अधिक आत्मविश्वास भी आ ही गया होगा। गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में भी गर्भ में पल रहे बच्चों के विकास व वृद्धि और आपकी सेहत की जानकारी के लिए डॉक्टर आपकी सभी मेडिकल जांच व परीक्षणों को जारी रख सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि आप गर्भ में पल रहे बच्चों के विकास का लगभग आधा पड़ाव पार कर चुकी हैं तो अब उनका विकास धीरे-धीरे होगा। बल्कि इस दौरान बच्चों का विकास तेजी से होता है और अब तक आपके बच्चे सही आकार में आना शुरू कर देते हैं।
17वें सप्ताह तक ज्यादातर विकास बच्चों के आंतरिक अंग और उसके कार्यों में होता है। इस सप्ताह में भ्रूण धीरे-धीरे एक बच्चे के रूप में विकसित होने लगता है जो एक सामान्य मनुष्य की तरह ही व्यवहार करेगा। इसके बाद आपके गर्भ में पल रहे बच्चों का विकास उनके शरीर में फैट बढ़ने से भी होता है जिससे उनका शारीरिक तापमान बनाए रखने और आवश्यकतानुसार उन्हें एनर्जी देने में मदद मिलती है। शरीर में बढ़ता फैट आगे जीवन में बच्चों की त्वचा को मुलायम और क्यूट बनाता है।
बच्चों में बढ़ता फैट और उनमें हो रहे लगातार विकास के कारण उनके दिल को तेज धड़कने की आवश्यकता होती है। इस दौरान बच्चों का दिल 150 बीट प्रति मिनट के अनुसार तेजी से धड़कता है जो आपकी या किसी व्यस्क की धड़कन से लगभग दोगुना ज्यादा होती है। स्कैन के माध्यम से आप अपने बच्चों की इन धड़कनों को भी सुन सकती हैं।
कुछ बच्चे पिछले सप्ताह तक सैक में ही रहते हैं और सीमित गतिविधियां ही कर पाते हैं। इस सप्ताह में वे सभी चीजें बदल जाती हैं और गर्भाशय में हाथ मारने के कारण बच्चों की फिंगरप्रिंट्स भी बनना शुरू हो जाते हैं।
पिछले सप्ताह की तुलना में इस सप्ताह में ज्यादातर बच्चे 12 सेंटीमीटर लंबे होते हैं किंतु जुड़वां या एकाधिक बच्चों के मामले में लंबाई थोड़ी कम हो सकती है। इससे ज्यादा बच्चों का वजन लगभग 80 से 100 ग्राम हो सकता है जिसके कारण आपको अपने गर्भ में उनकी मौजूदगी अधिक स्पष्ट महसूस होगी।
आपके गर्भ में पल रहे बच्चे अब भी बहुत छोटे होते हैं, किंतु फिर भी आप उनका आकार एक अनार के बराबर मान सकती हैं।
एक गर्भवती महिला के शरीर में बाहरी रूप से ज्यादा आंतरिक बदलाव होते हैं और जिसमें से कुछ बदलाव गर्भावस्था के दौरान कभी-कभी असुविधाएं भी उत्पन्न कर सकते हैं। गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में शरीर में होने वाले बदलाव इस प्रकार हैं, आइए जानें;
जुड़वां या एकाधिक गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में लक्षण थोड़ी बहुत असुविधाओं के अलावा और कुछ नहीं होते हैं। जिनमें से कुछ लक्षण बार-बार होते हैं और इससे महिलाओं को कई समस्याएं हो सकती हैं।
गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में आप लगभग आधा सफर पूर्ण कर चुकी होती हैं इसलिए इस दौरान आपके पेट पर बदलाव आना शुरू हो जाते हैं और आपका पेट बाहर की ओर निकलना शुरू कर देता है। प्रेगनेंसी के दौरान पहले आपका पेट हल्का कर्वी दिखाई देता था पर अब वह पूरी तरह से बेबी बंप में बदल सकता है। यहाँ तक कि इस दौरान जब भी आप खुद को देखेंगी तो आपको अपनी गर्भावस्था का एहसास होगा और आप अधिक उत्सुकता से अपने बच्चों के जन्म की प्रतीक्षा करने लगेंगी।
पिछले सप्ताह में जायदातर जेनेटिक जांच और एमिनो जांच करवाने के बाद प्रेगनेंसी के 17वें सप्ताह में अन्य कोई जांच करवाने की आवश्यकता नहीं होती है। किंतु यदि पिछले सप्ताह की जांच में कोई भी परिणाम नहीं निकला है तो इस सप्ताह में डॉक्टर कॉर्डोसेंटेसिस जांच या गर्भनाल के खून की जांच कर सकते हैं।
इस सप्ताह में आपको पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम खाना चाहिए। यद्यपि आपके आहार में अन्य पौष्टिक तत्व भी पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए किंतु कैल्शियम-युक्त खाद्य पदार्थ होना अधिक आवश्यक है। गर्भावस्था के दौरान सही ढंग से पकाई हुई मछली और विटामिन – ई युक्त आहार का सेवन करना भी एक अच्छा विकल्प है।
जुड़वां गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में अपनी देखभाल और खुशियों के लिए आपको निम्नलिखित टिप्स की आवश्यकता पड़ सकती है, आइए जानते हैं;
कुछ किताबें खरीदने से आपको अपनी डिलीवरी को समझने या किसी भी आशंका को दूर करने में कुछ मदद मिल सकती है। इसके अलावा मॉर्निंग सिकनेस से बचने के लिए एक सुगंधित साबुन या एक खुशबू वाली मोमबत्ती खरीदें।
गर्भावस्था के 17वें सप्ताह में अपने जुड़वां या इससे अधिक बच्चों के साथ जुड़ने से एक माता-पिता और बच्चों के बीच का संबंध मजबूत होने में मदद मिलती है। जब एक गर्भवती महिला अपने गर्भ में पल रहे बच्चों से बात करती है या अपने बेबी बंप पर हाथ रखती है तो बच्चों को भी एक लगाव व सुरक्षा का एहसास होता है। अपनी गर्भावस्था के दौरान इस भावना का आनंद लें और खुश रहें।
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