छोटे बच्चे करने से ही सीखते हैं। खिलौनों से बच्चे में कई तरीकों से विकास होता है। पेरेंट्स बच्चे को उसकी उम्र व इंट्रेस्ट के अनुसार खिलौने देकर नई स्किल्स का विकास करने में मदद कर सकते हैं।
हालांकि आज के समय में हर प्रकार के खिलौने उपलब्ध होने के बावजूद बच्चे के लिए एक बेहतरीन खिलौना खोज पाना कठिन है। फिर भी टॉयज में लगे उम्र के लेबल से बच्चे के लिए एक बेस्ट और उपयोग खिलौना चुनना बहुत आसान हो गया है। पेरेंट्स अपने बच्चे के लिए चैलेंजिंग टॉयज भी खरीद सकते हैं ताकि उनमें विकास व वृद्धि बेहतर तरीके से हो सके।
क्लॉथ टॉयज
इस उम्र में बच्चे का सेंस विकसित होने लगता है और वह स्पर्श से मुख्य चीजें सीखता है। कपड़े के खिलौने बहुत प्यारे डिजाइन में आते हैं और ये विभिन्न प्रकार के मटेरियल व टेक्सचर से बनते हैं, जैसे मुलायम, रबर वाले, बंपी आदि।
1. स्किल डेवलपमेंट
- कपड़े के खिलौने से बच्चा नए शेप्स और रंगों को देखना शुरू करता है।
- इससे बच्चे में स्पर्श करने की क्षमता और सेंसरी डेवलपमेंट होता है।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- सॉफ्ट ब्लॉक टॉयज
- टेक्सचर रिंग्स
- कलर्ड स्पंज
- बेबी पेपर क्रिंकल
- सॉफ्ट टैगीज
रैटल टॉयज
रैटल टॉयज में आवाजें होने की वजह से यह आसानी से बच्चों के फेवरेट बन जाते हैं। रैटल्स के साथ क्लिप्स भी हों तो ये कार सीट में अटैच हो सकती हैं जिससे टॉयज को पकड़ने में आसानी होती है।
1. स्किल डेवलपमेंट
- रैटल से बेबी की देखने, हाथ-पैर चलाने और सुनने की क्षमता का डेवलपमेंट होता है।
- इन खिलौनों से कारण और प्रभाव सीखने की शुरुआत होती हैं क्योंकि बच्चे धीरे-धीरे अपने एक्शन को नियंत्रित करना सीखते हैं और अपने अनुसार रिस्पॉन्स पाते हैं।
- रैटल हिलाने की जानी पहचानी आवाज से शिशु उसी दिशा में सिर घुमाता है जहाँ से आवाज आ रही हो जिससे उसमें चीजों को ट्रैक करने की क्षमता बढ़ती है।
- रैटल टॉयज से बच्चे में ग्रिप मैनेजमेंट और ऑब्जेक्ट मैनिपुलेशन स्किल्स में सुधार होता है।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- रैटल और रॉक टॉयज
- बीड्स वुड रैटल
- ओबॉल शेकर
- ग्रैब और स्पिन रैटल
- बेबी लूप बी रैटल
म्यूजिकल टॉयज
बच्चा म्यूजिक टॉयज को एन्जॉय कर सकता है क्योंकि सुनने की क्षमता शुरुआती दिनों में ही विकसित होने लगती है।
1. स्किल डेवलपमेंट
- म्यूजिकल टॉयज से शिशु में आवाज और भाषा समझने का विकास होता है।
- इन खिलौनों से बच्चे के सुनने व देखने के डेवलपमेंट को बढ़ाने के लिए बेहतरीन एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
- इनसे बच्चे में कॉग्निटिव स्किल्स का विकास होता है।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- बेबी प्ले पियानो
- रिंग बेल के साथ म्यूजिकल कैटरपिलर
- स्टोरी बुक राइम्स म्यूजिकल टॉय
- म्यूजिकल डांसिंग फ्रॉग
- मून म्यूजिकल बॉक्स
बेबी प्ले जिम
बेबी प्ले जिम से बच्चे को स्ट्रेचिंग, पलटने और शारीरिक एक्टिविटी करने के लिए बेहतरीन जगह और समय मिलता है।
1. स्किल डेवलपमेंट
- बेबी प्ले जिम एक्सरसाइज करने में बच्चे की मदद करता है और उसकी मसल्स को टोन करता है।
- इसकी मदद से बच्चा भविष्य में आगे देखने के लिए सिर ऊपर-नीचे-आगे-पीछे देखने के लिए हिलाने में सक्षम होता है और टमी टाइम के लिए तैयार रहता है जो इस चरण में संभव नहीं है।
- बेबी जिम में टंगे हुए रंग-बिरंगे टॉयज से बच्चे में देखने का इंट्रेस्ट बढ़ता है।
- इससे बच्चे में मोटर स्किल्स और सोशल-इमोशनल स्किल्स का विकास होता है।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- एक्टिविटी प्ले मैट्स
- ओवरहेड प्ले जिम
- इन्फेंट स्टिंग मोबाइल
- कलर फन प्ले जिम
- मल्टी फंक्शन बेबी एक्टिविटी स्पायरल
कामिंग टॉयज
म्यूजिक और हमिंग साउंड के साथ कामिंग टॉयज बच्चे को शांत करने और सोने में मदद करते हैं।
1. स्किल डेवलपमेंट
- कामिंग टॉयज से बेबी में ग्रॉस मोटर स्किल्स और कारण व प्रभाव के ज्ञान का विकास होता है।
- बाद में वे स्पर्श व स्वाद के सेंस को भी समझने लगते हैं।
- म्यूजिकल कामिंग सूदर्स और टीदर्स सुनने की क्षमता और जबड़ों की मजबूती बढ़ती है।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- टीदिंग रिलीफ टॉय
- मेलोडीज सूदर लैम्ब
- सूद और ग्लो सीहॉर्स
- स्नूगपपी कामिंग सूदर
- ओ बॉल लूप टीदिंग टॉय
कलरफुल टॉयज
बच्चा 3 महीने का होने तक रंगों को नहीं देख सकता है। हालांकि वह बहुत ज्यादा कंट्रास्ट रंगों व पैटर्न की तरफ आकर्षित जरूर होगा, जैसे काला-सफेद और सफेद चीजें, चैस का पैटर्न
1. स्किल डेवलपमेंट
- रंग-बिरंगे खिलौनों से सुनने व देखने की क्षमता बढ़ती है।
- इन खिलौनों से बेसिक रंगों के लिए उत्तेजना बढ़ती है।
- ये शिशुओं को पैटर्न को समझने में मदद करते हैं।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- म्यूजिकल ड्रीम्ज मोबाइल
- सॉफ्ट कलर्ड बॉल
- मल्टी कलर की स्ट्रिप वाली बिल्ली
- सॉफ्ट पिक्चर बुक
- हॉर्स के शेप का रोली-पोली
पोर्टेबल टॉयज
पोर्टेबल टॉयज की मदद से बच्चा कहीं भी खेल सकता है। ये खिलौने कहीं जाते समय कार की सीट या बच्चे के स्ट्रोलर में अटैच किए जा सकते हैं।
1. स्किल डेवलपमेंट
- पोर्टेबल टॉयज से बच्चे में स्पर्श का एहसास और दृष्टि में सुधार होता है।
- इससे बच्चे में सुनने से संबंधित विकास होता है।
- प्लास्टिक के आईने से बच्चा खुद को जान पाता है।
2. कौन से खिलौने लेने चाहिए
- प्लास्टिक लूप के साथ मल्टी एक्टिविटी टॉय पैक
- प्लास्टिक का आइना
- स्ट्रोलर बार एक्टिविटी टॉय
- नेचर के अनुसार टॉयज
- मेरी गो राउंड कॉट मोबाइल
खिलौने में लगे हुए उम्र के लेबल का क्या मतलब है
बच्चे के लिए खिलौने खरीदने से पहले उस पर लगे उम्र के लेबल को पढ़ना बहुत जरूरी है। यह आमतौर पर निम्नलिखित चीजें बताता है, जैसे;
- खिलौना बच्चे के लिए सुरक्षित है और उसकी आयु के अनुसार है तो इसका उपयोग आमतौर पर करने से चोकिंग या चोट लगने जैसी समस्याएं नहीं होंगी।
- खिलौने के अन्य फीचर उस उम्र के बच्चे के मानसिक व शारीरिक क्षमता को मैच करते हैं।
- खिलौना अनुरूप आयु के बच्चों की जरूरतों और हितों को पूरा करता है।
- प्लास्टिक को सॉफ्ट करने के लिए खिलौने में हानिकारक केमिकल मिलाए गए हैं, जैसे थैलेट्स।
छोटे बच्चों के लिए सेफ्टी टिप्स
कुछ निम्नलिखित सुरक्षा टिप्स का ध्यान आप जरूर रखना चाहेंगी, आइए जानें;
- बच्चों के लिए सॉफ्ट, हल्के टॉयज ही चुनें ताकि वे उन्हें खुद को नुकसान पहुँचाए बिना संभाल सकें।
- वही खिलौने खरीदें जिनपर से बच्चे की लार या थूक को साफ किया जा सकता है ताकि संभावित इन्फेक्शन से बचा जा सके।
- यदि बच्चा खेल रहा है तो उस पर हमेशा नजर रखें। बच्चे को अकेला छोड़ने की सलाह नहीं दी जाती है।
- खिलौने के टूटे हुए पार्ट्स, निकला हुआ पेंट या खिलौने में मौजूद छोटे टुकड़ों को नियमित रूप से चेक करती रहें ताकि बच्चे को चोकिंग जैसे खतरे न हों।
2 महीने के बच्चे के लिए बेस्ट खिलौने कैसे चुनें
2 महीने के बच्चे के लिए खिलौने चुनने में निम्नलिखित कुछ टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं, आइए जानें;
- आप अपने बच्चे के लिए ऐसे खिलौने खरीदने पसंद करेंगी जिससे बच्चे के विकास में मदद मिले और वह लंबे समय तक भी चले, जैसे म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स, लर्निंग ब्लॉक्स।
- ऐसे खिलौने जिनसे बच्चे में शारीरिक, कॉग्निटिव, सोशल-इमोशनल और भाषा का विकास हो, वे 2 महीने के बच्चे के लिए बेस्ट हैं, जैसे म्यूजिक बॉक्स, सॉफ्ट बुक्स, मोबाइल और सॉफ्ट ब्लॉक्स।
- ऐसे खिलौने जिनमें बच्चे की पूरी बुद्धि और इंवॉल्वमेंट शामिल हो वे उसके लिए फायदेमंद होंगे, जैसे आइना, चूंचूं की आवाज करने वाले सेंसरी टॉयज।
- चमकदार और कंट्रास्ट रंगों वाले टॉयज जो धीरे मूव करते हैं और बच्चा इन्हें आसानी से पकड़ सकता हो, जैसे विंड चाइम्स, क्रिब मोबाइल।
- सॉफ्ट बॉल, स्टैकिंग टॉयज, पुश और पुल करने वाले खिलौनों से इंटरैक्टिव एक्टिविटी करने का समय मिलता है और यह बच्चे का टमी टाइम भी हो सकता है।
छोटे बच्चों के लिए एक सही खिलौना खोजना हर पेरेंट्स पर निर्भर करता है जो उसे ऐसे अनुभव, मटेरियल और अवसर प्रदान कर सकते हैं जिनसे उसके सीखने और विकास करने का शुरुआती चरण सेट हो सकता है।
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