In this Article
आप अपने बच्चों को जन्म देने के बहुत करीब पहुँच गई है, जाहिर है 31 सप्ताह तक दो या अधिक बच्चों को गर्भ में संभाल कर रखना आपके लिए बिलकुल भी आसान नहीं रहा होगा। आपकी गर्भावस्था की पहली तिमाही को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन यह समय भी उससे कम महत्वपूर्ण नहीं है। आपको अपनी पोषण संबंधी जरूरतों पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा और साथ ही शिशुओं का विकास ठीक से हो रहा है या नहीं इसके लिए आपको समय-समय पर अपने डॉक्टर से जांच करवाने जाना होगा, ये सभी गतिविधियां आपकी गर्भावस्था को सफल बनाने में मदद करेंगी। आपको कई बार ये सभी चीजें बहुत थकान भरी लगेंगी इसके लिए जरूरी है कि आपको जब समय मिले आप आराम करें।
जुड़वां गर्भावस्था के 31वें सप्ताह में बच्चों का विकास
गर्भावस्था के 31वें सप्ताह में अधिकांश महिलाओं का उत्साह पहले की अपेक्षा कम होकर वे गर्भावस्था के अंतिम चरण के लिए थोड़ी सचेत हो सकती हैं। इसी प्रकार, अब आपके शिशु भी गर्भ में अधिक सक्रिय हो जाएंगे और अपने आस-पास के वातावरण के प्रति अधिक सचेत हो जाएंगे।
उनकी संवेदनशीलता बहुत बढ़ चुकी होगी। उनके शरीर में मौजूद लगभग सभी इन्द्रियां पूरी तरह क्रियाशील हो गयी हैं, जो आपके बच्चे काफी जागरूक हो गए होंगे। हालांकि प्रकाश के प्रति उन्होंने काफी पहले से ही प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है और जब उन्हें नींद आ रही होती है, तो रोशनी पड़ने पर वो करवट लेकर सो जाते हैं। इसके साथ ही अब वो आपकी आवाज को बेहतर तरीके से समझने लगे हैं, जो उन्हें शांत रखने में मदद करती हैं। इसी प्रकार, कुछ पदार्थों का सेवन उन्हें उत्तेजित और उत्साहित कर सकता है और इसके परिणामस्वरूप वे कुछ इमोशन का भी अनुभव कर सकते हैं। भले ही उन्हें ये संवेदनाएं याद न रहें लेकिन सभी संकेत मस्तिष्क के कार्य को बेहतर करने में मदद करते हैं ।
अपने शिशुओं के लात मारने पर नजर रखते हुए आप इस बात का अंदाजा लगा सकती हैं कि वो कब सो रहे हैं और कब गर्भ में हलचल कर रहे हैं। यह डॉक्टरों के लिए भी बेहद जरूरी है, जिससे कि वे बच्चों के अंग और उनके मुट्ठी बंद करने या पकड़ने की ताकत की जांच करते हैं। अपनी सक्रिय अवस्था में शिशु, जो थोडे़ ही दिनों में अपनी नन्ही अँगुलियों से आपके हाथ थामने वाले हैं, अपने अंगों और अपनी पकड़ को मजबूत करने का अभ्यास करते हैं।
लड़कों के मामले में, आमतौर पर स्क्रोटल सैक इस सप्ताह तक विकसित हो जाता है और टेस्टिकल्स तेजी से नीचे की तरफ आने लगते हैं। बच्चों के जन्म तक, ये टेस्टिकल्स पूरी तरह नीचे आ जाने चाहिए, जिसे आपके डॉक्टर द्वारा भी जांचा जाएगा। क्रिप्टोरचिडिजम (गुप्तवृषणता) की उपस्थिति, जिसमें टेस्टिकल्स पूर्ण रूप से नीचे नहीं आ पाते हैं, इसका का पता जन्म के बाद ही लगाया जा सकेगा।
बच्चों का आकार क्या होता है
पिछले हफ्तों में शरीर पर फैट विकसित होने के लाभ अब दिखाई देना शुरू हो जाएंगे। चारों ओर वसा की एक अच्छी परत पूरी तरह से बनने के साथ, त्वचा पहले की तुलना में अधिक कोमल हो जाएगी, साथ ही साथ वह अच्छी तरह खिंचने लग जाएगी। वसा के विकसित होने के कारण शिशुओं का वजन भी बढ़ने लगेगा और उनका वजन अब लगभग 1.3-1.5 किलोग्राम के बीच होगा और लंबाई लगभग 38-40 सेंटीमीटर के बीच होगी। हालांकि जुड़वां और उससे अधिक शिशुओं के मामलों में यह निम्न स्तर तक जा सकता है, इस समय बच्चों का आकार एक नारियल जितना बड़ा हो सकता है।
आम शारीरिक परिवर्तन
आपके शरीर के अन्दर हो रहे विभिन्न बदलावों के चलते आपको शरीर अलग-सा लगने लगेगा । वजन में वृद्धि से लेकर जैव रसायन में बदलाव तक, शरीर में आपको सभी बदलाव दिखाई देने लगेंगे।
- ऐसे अनेक उदाहरण हैं जहाँ कई महिलाओं ने गर्भावस्था की तीसरी तिमाही की तुलना अपनी पहली तिमाही के दौरान अनुभव किए गए लक्षणों से की है। निश्चित रूप से, लगातार मतली या लगातार मॉर्निंग सिकनेस महसूस नहीं होगी, जो आपको पहले महसूस हुआ करती थी। हालांकि, यह अवधि उतनी आसान नहीं होगी जितना कि आपने दूसरी तिमाही में महसूस की थी। आपके शरीर को यह अहसास होने लगेगा कि आप डिलीवरी के बहुत करीब हैं । इस समय आपको मूड स्विंग हो सकता जिसके लिए हार्मोंस में होने वाले परिवर्तन जिम्मेदार हो सकते हैं, डिलीवरी के बारे में सोच कर आपको घबराहट और असहज महसूस हो सकता है। कुछ महिलाओं में चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है और वो जल्द से जल्द बच्चों को जन्म देना चाहती हैं । कुछ अन्य महिलाएं सुरक्षा सावधानियों के बारे में सोच कर चिंतित हो जाती हैं और जुड़वां बच्चों की डिलीवरी के बारे में विचार करने पर विचलित हो सकती हैं।
- अधिकांश महिलाओं के पेट का आकार इस सप्ताह तक काफी बड़ा हो जाता है, इस समय तक बच्चे अपने विकास के चरम पर होते हैं । हालांकि, शरीर के कुछ हिस्सों में अभी भी अस्थाई रूप से विकास में उतार-चढ़ाव हो सकता है जैसे कि आपके पैर। जैसे-जैसे दिन गुजरते जाएंगे, आपके पैरों की सूजन भी बढ़ती जाएगी । कुछ मामलों में, महिलाओं के पैर डिलीवरी के बाद बड़े और सूजे हुए दिखाई दे सकते हैं। यह मुख्य रूप से रिलेक्सिन हार्मोन का परिणाम है, जो आपकी हड्डियों और लिगामेंट को ढीला करता है जो आपके शरीर को बढ़ाने में मदद करता है, जो स्थाई भी हो सकता है।
- आपके बच्चे आपके अन्दर हो रहे बदलावों से अनजान होते हैं और वे अपने जीवित रहने की संभावना को बढ़ाने के लिए जितना हो सके उतना बढ़ते रहते हैं। आपके बच्चे गर्भाशय के अन्दर ऐसी स्थिति में हो सकते हैं जिससे आपके शरीर के ऊपरी भाग में ज्यादा दबाव पड़ता है। गर्भाशय फैलने के साथ फेफड़ों और डायफ्राम पर दबाव डालता है। इसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ होती है, आपको बार-बार थकान महसूस होती है। कुछ बच्चे डिलीवरी के लिए अपनी सही पोजीशन में आ जाते हैं, जिससे फेफड़े पुनः अपनी जगह पर वापस आ जाते हैं और आप ठीक से सांस ले पाती हैं।
जुड़वां गर्भावस्था के 31वें सप्ताह के लक्षण
देखा जाए तो 31वें सप्ताह में आप जिन लक्षणों को अनुभव करती हैं वो अभी तक महसूस किए गए लक्षणों से अलग नहीं होते। हालांकि, इस समय पहले के लक्षण फिर से दिखाई दे सकते हैं और डिलीवरी के दबाव के कारण ये ज्यादा तीव्र हो जाते हैं।
- चाहे आप इसे गर्भावस्था के कारण कहें, नींद की कमी कहें या दिमाग में लगातार चल रहे विचार कहें, आप चीजों को भूलने लगेंगी, हो सकता है आप बाहर कुछ खरीदने जाएं और भूल जाएं कि आप क्या खरीदने आई थीं या फिर बाहर जाते समय अपना जरूरी सामान जैसे पर्स, घर की चाभी भूल जाती हैं । ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में बहुत सारे बदलाव होते हैं जिसके चलते आपको कई चीजें याद नहीं रहतीं या आपके दिमाग से निकल जाती है, लेकिन चिंता करने जैसे कोई बात नहीं है एक बार जब आप अपने अपने बच्चों को जन्म दे देंगी, तो आप में यह भूलने की समस्या कम होती जाएगी।
- गर्भावस्था के दौरान जो दर्द और पीड़ा आपका शरीर अनुभव करता है, वो तीसरी तिमाही में अधिक बढ़ जाता है और पहले की तुलना में यह ज्यादा गंभीर हो जाता है। इस सप्ताह में आमतौर पर आपके शिशुओं के आकार में काफी वृद्धि हो सकती है, जिससे आपके शरीर को कम समय में ज्यादा वजन संभालने पर ध्यान देना पड़ सकता है।
- इस समय आपके ब्लैडर और स्तनों से बार-बार रिसाव हो सकता है। स्तनों में दूध के जल्दी बनने से आप अपने स्तनों से कभी-कभी रिसाव का अनुभव कर सकती हैं। इसी प्रकार ब्लैडर पर भी दबाव बढ़ रहा होगा, जिससे आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ सकता है।
जुड़वां गर्भावस्था के 31वें सप्ताह में पेट
31वें सप्ताह में जुड़वां बच्चों के वजन में काफी वृद्धि होगी, जिससे आपके पेट पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा और आपके पेट के आकार में भी वृद्धि होगी। इस समय आप, छोटे-छोटे संकुचन को भी अनियमित रूप से महसूस करेंगी, जो ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन के लौटने का संकेत हो सकता है।
जुड़वां गर्भावस्था के 31वें सप्ताह में अल्ट्रासाउंड
इस सप्ताह में किए जाने वाले अल्ट्रासाउंड में आपके शिशुओं के साथ आपकी भी जांच की जाएगी । इस समय थ्री डायमेंशन (थ्रीडी) स्कैन भी किया जा सकता है, जिससे आप अपने शिशुओं को पूर्ण रूप से देख पाएंगी। यह स्कैन आमतौर पर आपके द्वारा अनुरोध किए जाने पर ही किया जाएगा, क्योंकि यह सामान्य अल्ट्रासाउंड परीक्षण से काफी महंगा होता है।
आहार
इस सप्ताह आपको ज्यादा से ज्यादा विटामिन-युक्त भोजन खाना चाहिए। एक गर्भवती महिला को ज्यादा मात्रा में प्रोटीन, वसा, कैल्शियम और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है यह होने वाली माँ के दूध के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही दूध के जरिए बच्चे को सभी आवश्यक पोषण प्रदान होता है, जो बच्चों के जन्म के बाद उन्हें स्वस्थ और तंदुरुस्त बनाए रखने में सहायक होता है।
देखभाल संबंधी टिप्स
जैसे ही आपकी डिलीवरी का समय करीब आने लगे तो आपको इस समय अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है। आपकी देखभाल संबंधी कुछ टिप्स यहाँ दी गई हैं, जिनका आपको पालन करना चाहिए ।
क्या करें
- डिलीवरी से पहले आपको जिन चीजों को पूरा करना है उन सभी चीजों की एक सूची बनाएं
- अपना प्लान-बी तैयार रखें, यदि आपको हॉस्पिटल जाना संभव नहीं होता है
क्या न करें
- अपने दोस्तों और परिवार के लोगों से सहायता मांगने में संकोच न करें
- कोई डरावनी फिल्में न देखें या नकारात्मक चीजों के संपर्क में न रहे
शॉपिंग लिस्ट
आपको इस समय केवल अपनी डिलीवरी और अपने आने वाले शिशुओं पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। नीचे कुछ चीजें बताई गई हैं जिन्हें आपको इस समय खरीदने की जरूरत पड़ सकती है:
- पीड़ादायक स्तनों के लिए एक क्रीम
- नर्सिंग ब्रा खरीदें इससे स्तनपान कराने में आसानी होती है
आपने अपनी जुड़वां या उससे अधिक बच्चों की गर्भावस्था का एक लंबा समय पार कर लिए है और जल्दी ही आपके बच्चे आपकी गोद में होंगे। यह वह समय है जब ज्यादातर गर्भवती महिलाएं मिली जुली भावनाओं का अनुभव करती हैं। वे एक तरफ अपने बच्चों के जल्द दुनिया में आने की कल्पना से खुशी होती हैं तो दूसरी ओर बहुत सारी चीजों को सोच कर चिंतित हो सकती हैं। अपने अंदर आत्मविश्वास बनाए रखें, यह आपकी चिंता को और डिप्रेशन को दूर कर देगा।
यह भी पढ़ें:
32 सप्ताह की जुड़वां या एकाधिक प्रेगनेंसी: लक्षण, बच्चों का आकार, अल्ट्रासाउंड व अन्य टिप्स
33 सप्ताह की जुड़वां या एकाधिक प्रेगनेंसी: लक्षण, बच्चों का आकार, अल्ट्रासाउंड व अन्य टिप्स