6 महीने के शिशु के लिए खिलौने

6 महीने के शिशु के लिए खिलौने

आपक बच्चा तेजी से बढ़ रहा है और वह अब सीधे भी बैठ सकता है। अब वह दो चीजें भी उठाकर बजा पाएगा। इस उम्र में बच्चे को नई आवाज सुनना और आवाजें निकालना अच्छा लगता है। यहाँ पर 6 महीने के बच्चों के डेवलपमेंट के लिए कुछ टॉयज बताए गए हैं, आइए जानें। 

एक्शन / रिएक्शन टॉयज

जिस टॉय से खेलने पर वह रिएक्ट करता है, जैसे स्क्वीक, रैटल, मूव, फ्लैश लाइट आदि उसे एक्शन/रिएक्शन टॉयज कहते हैं। 

एक्शन / रिएक्शन टॉयज

1. स्किल्स डेवलपमेंट 

  • एक्शन/रिएक्शन टॉयज से बच्चों में कॉग्निटिव सुधार होता है। 
  • टॉयज की मदद से बच्चा धीरे-धीरे क्रॉल करना शुरू करता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • रिंग में प्लास्टिक की चाबी 
  • स्क्वीकी टॉयज 
  • दबाने पर रिकॉर्डिंग सुनाने वाले डॉल्स और स्टफ टॉयज 
  • मूवमेंट करने वाले टॉयज, जैसे कार, स्टफ एनिमल आदि

स्टैकिंग टॉयज

स्टैकिंग से बच्चे में जरूरी स्किल्स का डेवलपमेंट होता है। 

स्टैकिंग टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • बच्चा समस्याओं का समाधान निकालना सीखेगा।
  • दिमाग के क्रिएटिव पार्ट में सुधार होगा। 
  • मोटर स्किल्स और ग्रॉस स्किल्स में सुधार होगा। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

क्रॉल करने के लिए प्रेरित करने वाले टॉयज

क्रॉल टॉयज ज्यादातर गद्देदार और कलरफुल होते हैं और इनमें अक्सर कलरफुल लाइट लगी होती हैं, मूवमेंट होता है या कोई साउंड लगा होता है। 

क्रॉल करने के लिए प्रेरित करने वाले टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • मोटर स्किल्स में सुधार होता है। 
  • बच्चे में मूवमेंट होना शुरू हो जाता है। 
  • टमी टाइम बढ़ता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

रोल प्लेइंग टॉयज

इन टॉयज से बच्चा रोजाना नई चीजें करना सीखता है। 

रोल प्लेइंग टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • बच्चे को बाहरी दुनिया की अच्छी समझ होना शुरू हो जाती है। 
  • आंख और हाथ के कॉर्डिनेशन में सुधार होता है। 
  • आत्म-विश्वास बढ़ता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

सॉफ्ट टॉयज

बच्चे सॉफ्ट टॉयज बहुत पसंद करते हैं और उससे जल्दी ही अटैच हो जाते हैं। 

सॉफ्ट टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • सॉफ्ट टॉयज की मदद से बच्चा रात में सोते समय खुद ही शांत हो जाता है। 
  • सॉफ्ट टॉयज और डॉल्स के अलग-अलग टेक्सचर से बच्चे का सेंसरी अनुभव बढ़ता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • स्टफ एनिमल्स 
  • डॉल्स 
  • सॉफ्ट बुक्स 

शोर मचाने वाले और फ्लैशी टॉयज

जिन टॉयज को छूने से शोर होता है या उसमें फ्लैश लाइट जलती है उससे बच्चों को खेलने में मजा आता है। 

शोर मचाने वाले और फ्लैशी टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • वास्तविक होने के कारण और प्रभाव क्योंकि बच्चा अलग-अलग टॉयज से एक्सपेरिमेंट करना सीखेगा और उसके परिणाम को जानेगा। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • रैटल 
  • बॉल के साथ घंटी लगी हुई 
  • बटन वाले टॉयज जिनमें अलग-अलग साउंड होती है जैसे एक खिलौना जिसमें अलग-अलग एनिमल की बटन होंगी और उसमें आवाजें भी निकलेंगी। 

बिल्डिंग ब्लॉक्स

इस उम्र में आप बच्चे को सॉफ्ट और बड़े ब्लॉक्स दें। 

बिल्डिंग ब्लॉक्स

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • बिल्डिंग ब्लॉक्स से बच्चों के हाथ व आंखों का कोर्डिनेशन बनता है। 
  • उसे ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। 
  • बच्चा समस्याओं का समाधान करना सीखता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • फैब्रिक बिल्डिंग ब्लॉक्स 
  • प्रोजेक्शन के साथ बिल्डिंग ब्लॉक्स जिसका उपयोग असेम्ब्लिंग के लिए किया जाता है। 
  • कलरफुल डॉमिनोज (उम्र के अनुसार साइज)

पुश टॉयज

पुश करने वाले टॉयज से बच्चे बहुत खेलते हैं और इससे उन्हें हिलने या मूव करने में मदद मिलती है। 

पुश टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • बच्चों में मोटर स्किल्स का विकास करता है। 
  • बच्चा देर तक व्यस्त रहेगा और उसकी कॉग्निटिव स्किल्स का भी विकास होगा। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

बाथ टॉयज

बच्चे को नहलाते समय उसे खेलने व सीखने में मदद करें। 

बाथ टॉयज

1. स्किल डेवेलपमेंट 

  • बच्चे को नहलाते समय टॉयज का उपयोग करने से बच्चे में कई सेंसेस बढ़ते हैं। 
  • बच्चों को यह जानने में मदद मिलती है कि कुछ जानवर पानी के अंदर रहते हैं और कुछ पानी के ऊपर तैरते हैं। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • रबर डक
  • पोरिंग टम्ब्लर्स 
  • फ्लोटिंग टॉय शिप 
  • समुद्री जीव/क्रीचर्स टॉय

बॉल्स

बच्चे बॉल से खूब खेलते हैं और इसका उपयोग कई चीजों पर किया जाता है। 

बॉल्स

1. स्किल्स डेवलपमेंट 

  • बच्चे को क्रॉल करने में मदद मिलती है। 
  • इसका उपयोग पुश टॉय की तरह कर सकते हैं। 
  • मोटर स्किल्स के विकास में मदद करता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

बुक्स और पजल्स

बच्चों में किताबों और ज्ञान का विकास करने के लिए अभी भी जल्दी नहीं होती है। इसके अलावा पजल से उसकी उम्र के बच्चों को फायदे होते हैं। 

बुक्स और पजल्स

1. स्किल्स डेवलपमेंट

  • बच्चे में मेमोरी का विकास होता है। 
  • फोटोज में चेहरे और चीजों को पहचानने की समझ होती है। 
  • समस्याओं का समाधान निकालने में मदद मिलती है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • अच्छी किताबें हमेशा थिक पेपर और कलरफुल फोटोज से बनी होती हैं। यदि बच्चा पेपर चबा भी लेता है तो भी यह उसके लिए सुरक्षित है और इसे धोया भी जा सकता है। 
  • पॉप अप बुक्स की मदद से कहानी पढ़ते समय बच्चे से इंटरैक्ट करने में मदद मिलती है। 
  • पजल्स में बड़ी फोटोज होती हैं।

एक्टिविटी जिम

बच्चों को चीजें ऑब्जर्व करना अच्छा लगता है और बच्चे को प्ले जिम से खेलते समय ऑब्जर्व करने में मजा आएगा। 

एक्टिविटी जिम

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • टॉयज को किक करने या फेकने पर बच्चे में मोटर स्किल्स का विकास होगा। 
  • बच्चा अलग-अलग टॉयज के साथ एक्सपेरिमेंट व ऑब्जर्व करता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • स्टैंडर्ड प्ले जिम 
  • थीम्ड प्ले जिम, जैसे टेपी शेप्ड प्ले जिम 
  • तैयार वाला पोर्टेबल प्ले जिम 

म्यूजिकल टॉयज

बच्चों को म्यूजिक की मदद से शांत किया जा सकता है और म्यूजिकल टॉयज से यही होता है। 

म्यूजिकल टॉयज

1. स्किल डेवलपमेंट 

  • बच्चा खुद से चुप हो जाता है और सुविधा के लिए म्यूजिक की आवाज का उपयोग करता है। 
  • टॉयज से खेलता है, जैसे टॉय कीबोर्ड जिससे बच्चे में म्यूजिकल क्रिएटिविटी का विकास होता है। 
  • बच्चे और आप में बॉन्ड का विकास होने में मदद मिलती है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

वैगंस

परिवार वाले बच्चे को इधर-उधर घुमाते रहते हैं ताकि उसे नई चीजें देखने व महसूस करने को मिलें। 

वैगंस

1. स्किल्स डेवलपमेंट 

  • बच्चा नियंत्रण और अपनी मोटर स्किल्स का उपयोग करना सीखता है। 
  • बच्चे में मेमोरी और रेकग्निशन स्किल्स का विकास होता है। 

2. रेकमेंडेड टॉयज 

  • वॉकर वैगन्स जिसमें एक लंबा हैंडल होता है जिसे बच्चा पकड़ कर चलने का प्रयास करता है। 
  • वॉकर स्टेशन जिसमें एक सीट होती है और बच्चा इसका उपयोग खुद को फर्श में खींचने के लिए करता है। 
  • फोर इन वन ट्राइक में स्ट्रोलर, ट्राई-साइकिल और वैगन का फीचर भी होता है।  

टॉयज में लगे उम्र के लेबल का क्या मतलब है

आप बच्चे के लिए टॉयज आराम से प्लानिंग के साथ खरीदें और कोई भी जल्दबाजी न करें। पैकेट में लिखी उम्र उन पेरेंट्स के लिए होती है जो अपने बच्चे के लिए टॉयज खरीदना चाहते हैं। यह चीजें निम्नलिखित गाइडलाइन्स पर आधारित होती हैं, आइए जानें;

  • सेफ्टी के लिए गाइडलाइन्स। 
  • बच्चे के विकास की बहुत अच्छी जानकारी होना। 
  • समान उम्र के बच्चों को किसी विशेष खिलौने से खेलते हुए ऑब्जर्व करना। 
  • समान हिस्ट्री वाले टॉयज खरीदना। 
  • पेरेंट्स को उस खिलौने के बारे में पता होना चाहिए जिससे उनका बच्चा खेल रहा है। 

बच्चों के लिए सेफ्टी टिप्स

यद्यपि ज्यादातर कंपनी टॉयज के पैकेट में बच्चे की उम्र लिखते हैं पर इसका यह मतलब नहीं है कि आप अपने बच्चे को अकेला छोड़ दें। बच्चे के खेलने के समय पर आपको कुछ चीजों पर ध्यान देना चाहिए, आइए जानें;

  • आप टॉयज के पैकेट पर लिखी उम्र को नजरअंदाज न करें और बच्चे के लिए उसकी उम्र व स्किल के अनुसार ही खिलौने चुनें। 
  • अन्य जानकारियों पर भी ध्यान दें, जैसे खिलौने धोए जा सकते हैं या नहीं और टॉयज जल्दी न जलें। 
  • बच्चों को चोकिंग की समस्या से बचाने के लिए प्लास्टिक की रैपिंग को हटा दें। 
  • आप बच्चे के लिए हल्के, कलरफुल और बिना टॉक्सिक पेंट या मटेरियल के टॉयज ही चुनें क्योंकि इस उम्र के बच्चे चीजों को मुंह में भी डालते हैं। 
  • इस बात का ध्यान रखें कि खिलौने में कोई भी रिमूवेबल पार्ट्स नहीं होना चाहिए, जैसे सॉफ्ट टॉयज में आँखें या नाक नहीं होने चाहिए। 
  • इस बात का ध्यान रखें कि खिलौने में नुकीली ऐज या मटेरियल नहीं होना चाहिए, जैसे शीशा या मेटल क्योंकि इससे बच्चे को चोट लग सकती है। 
  • स्ट्रिंग या कॉर्ड वाले टॉयज को ऐसे ही क्रिब के पास या बच्चे के आसपास न छोड़ें क्योंकि इससे बच्चे को खतरा हो सकता है। 
  • टूटे हुए खिलौनों को फेंक दें। 
  • टॉयज से खेलते समय बच्चे पर नजर रखें। 

खेलते समय सीखने में बच्चे की मदद कैसे करें

निम्नलिखित तरीकों से बच्चों को खेल-खेल में कुछ नया सिखाएं, जानें कैसे;

  • रोलर का उपयोग करके आप बच्चे के ऊपरी शरीर को उठाएं ताकि वह हर जगह देख सके और इस समय उस पर ध्यान दें। 
  • बिल्डिंग ब्लॉक्स, स्टैकिंग टॉयज और पजल से खेलते समय आप बच्चे से शेप, रंग के बारे में बात करें और उसे खेलना सिखाएं। बच्चे समस्याएं सुधारने की स्किल्स सीखने व सोचने के लिए प्रेरित करें। 
  • आप धीरे से बॉल को बच्चे की तरफ लुढ़काएं ताकि वह पैर से बॉल को मार सके। इससे वह मोटर स्किल का उपयोग करेगा और मूव करती हुई चीज को पकड़ना सीखेगा। यदि बॉल उस तक नहीं पहुँचती है तो वह क्रॉल करके बॉल को पकड़ने की कोशिश करेगा। 
  • आप अपने पीछे रैटल को छिपाएं और उसे हिलाना शुरू कर दें ताकि बच्चा उसकी आवाज सुन कर यह समझ सके कि अगर उसे कोई चीज नहीं दिख रही है तो इसका यह मतलब नहीं है कि वह चीज है ही नहीं। 
  • आप नर्सरी राइम्स गाएं क्योंकि वह एनिमल्स और उनकी आवाजों को समझ सके। आप स्टफ एनिमल टॉयज का उपयोग करके या कलरफुल पिक्चर दिखा कर इसे अधिक मजेदार भी बना सकती हैं। 
  • शुरुआत से ही आप बच्चे को घर के चारों तरफ घुमाएं और उसे कुछ-कुछ चीजें करने दें, जैसे लाइट ऑन या ऑफ करना और डोरबेल बजाना।

6 महीने के बच्चे के लिए बेस्ट टॉयज कैसे चुनें

कई टॉयज उपलब्ध होने के बाद भी कुछ खिलौनों को चुनना थोड़ा कठिन है इसलिए इससे संबंधित यहाँ कुछ टिप्स दिए हुए हैं, आइए जानें;

  • ऐसे टॉयज चुनें जो सेफ हों और लंबे समय तक चलें। 
  • यह खिलौने बच्चे के लिए इंट्रेस्टिंग होने चाहिए। 
  • इनका नेचर इंटरैक्टिव होना चाहिए। 
  • टॉयज चैलेंजिंग होने चाहिए पर फ्रस्ट्रेटिंग न हों। 
  • बच्चों में आवश्यकता और स्किल्स का विकास करने में मदद कर सके। 

इस उम्र में बच्चे लगातार सीखते हैं इसलिए जब तक वे जागें तब तक आप उन्हें कुछ न कुछ सिखाती रहें। इसलिए 6 महीने के बच्चे के लिए डेवलपमेंटल टॉयज खरीदने से बच्चों में आवश्यक डेवलपमेंटल माइलस्टोन पूरा होने में मदद मिलती है। 

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