अच्छे फैट और खराब फैट की सामान्य जानकारी

अच्छे फैट और खराब फैट की सामान्य जानकारी

फैट हमेशा खराब नहीं होता है। बच्चों में एनर्जी के लिए अच्छा फैट भी जरूरी है ताकि वे दिन में एक्टिविटी कर सकें और उनका विकास व वृद्धि बेहतर तरीके से हो सके। बच्चों की डाइट में फैट का महत्व और इससे संबंधित पूरी जानकारी यहाँ बताई गई है। 

कई सालों से यह कहा जा रहा है कि फैट शरीर के लिए अच्छा नहीं है और प्लेग की तरह ही इससे बचने के लिए अच्छे फैट का कांसेप्ट भी खत्म होता जा रहा है। 

आखिर अच्छा फैट क्या है और खराब फैट क्या है? अनसैचुरेटेड फैट को अच्छा फैट कहा जाता है। यह मुख्यतः दो रूप में आता है, वह है मोनो-अनसैचुरेटेड फैट और पॉली-अनसैचुरेटेड फैट। अनसैचुरेटेड फैट आर्टरीज को साफ रखने में मदद करता है। इससे अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी उत्पन्न होता है जो हमारे शरीर में फ्लो करता है और इससे दिल के रोग के खतरे कम होते हैं। 

पॉली-अनसैचुरेटेड फैट भी दो प्रकार का होता है – ओमेगा 3 और ओमेगा 6। ये आमतौर पर आवश्यक फैटी एसिड (ईएफए) होते हैं जो बच्चों के लिए बहुत ज्यादा जरूरी हैं। बच्चे के शरीर में इएफए उत्पन्न नहीं होता है और इसलिए हमें बच्चे की डाइट में पॉली अनसैचुरेटेड फैट-युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए ताकि वह उचित रूप से आहार का सेवन कर सके। 

वहीं दूसरी तरफ खराब फैट एनिमल प्रोडक्ट से आता है, जैसे रेड मीट। डेयरी प्रोडक्ट से हमारे शरीर में खराब फैट भी पहुँचता है, जैसे होल मिल्क, बटर, चीज़ और आइस क्रीम। लार्ड (चर्बी), कोकोनट, ताड़ का तेल (पाम ऑयल) में भी खराब फैट होते हैं। आप बहुत कम मात्रा में इन खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल कर सकती हैं। 

बच्चों की डाइट में अच्छा फैट शामिल करने के कुछ टिप्स निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

  • ब्रेस्टफीडिंग सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है जिससे बच्चे को आवश्यक फैटी एसिड मिलता है। इसलिए एक साल की उम्र तक बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने की सलाह दी जाती है। इसके साथ आप बच्चे को पर्याप्त मात्रा में अच्छे फैट से भरपूर खाद्य पदार्थ भी दे सकती हैं। यदि बच्चा फॉर्मूला दूध पीता है तो आप पहले डॉक्टर से संपर्क करें।

बच्चों की डाइट में अच्छा फैट शामिल करने के कुछ टिप्स

  • एक बार जब आप बच्चे को सॉलिड फूड देना शुरू कर दें तो इस बात का ध्यान रखें कि उसे होल फैट फूड भी मिलता रहना चाहिए। इस चरण में बच्चे में ताकत के लिए डाइट में बहुत ज्यादा फैट की जरूरत होती है ताकि उसका शारीरिक और मानसिक विकास होता रहे। पांच साल की उम्र तक आप बच्चे को स्किम्ड मिल्क, फैट-रहित खाद्य पदार्थ, कम फैट वाले खाद्य पदार्थ आदि चीजें न खिलाएं और यदि उसे ऐसी चीजें खिलानी ही हैं तो पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 
  • आप अपने परिवार की डाइट को भी अच्छी तरह से चेक करें और खराब फैट-युक्त खाद्य पदार्थों की एक लिस्ट बनाएं, जैसे बटर, चीज़, रेड मीट आदि जो आपकी डाइट में जरूर शामिल होंगे। आप भी रोजाना खराब फैट का सेवन करने से बचें या डाइट में इसके बेहतर सब्स्टिट्यूट शामिल करें। 
  • हर प्रोडक्ट का न्यूट्रिशन पैनल बहुत ध्यान से जरूर पढ़ें। इससे आपको रोजाना के आहार में शामिल खराब फैट के बारे में भी जाकारी मिलेगी। आप हेल्दी खाद्य पदार्थों को चुनने के लिए इस जानकारी का उपयोग कर सकती हैं। 
  • आप पूरी फैमिली के लिए हेल्दी खाने का एक नियम बनाएं ताकि सभी हेल्दी फूड आइटम ही चुनें। कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थ खाना कम कर दें, जैसे बाहर का खाना, पास्ता और यदि खाना ही है तो सिर्फ सप्ताह में एक बार या इससे भी कम खाएं। आप परिवार में सबको हेल्दी भोजन करने के लिए प्रेरित करें – इससे आप बच्चे के लिए एक अच्छा उदाहरण सेट करेंगी ताकि वह भी इसका पालन कर सके। बच्चे के लिए हेल्दी चीजें खाना जितना जरूरी है उतना अच्छा भी है ताकि बड़े होने के बाद वह अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी चीजें चुनने की आदत डाले और अच्छा खाना खाए। 

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