शिशु

बेबी को सिरिंज से कैसे फीड कराएं?

एक बार बच्चे के दुनिया में आने के बाद आपको उसे लेकर बस ब्रेस्टफीडिंग और उसकी देखभाल ठीक से हो इस बात की सबसे ज्यादा फिक्र रहती है। हालांकि, ऐसी कुछ स्थितियां होती हैं जिसमें बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना आसान नहीं होता है। कभी-कभी, आपको उस स्थिति से बाहर आने में ज्यादा समय भी लग सकता है, या फिर आपके ब्रेस्ट बहुत सेंसिटिव हो जाते या दर्द करने लगते हैं कि आपको रेस्ट की जरूरत होती है, इस प्रकार, आपको अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने से रुकना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में फिर बच्चे को सिरिंज से दूध पिलाने की आवश्यकता हो सकती है। 

सिरिंज फीडिंग क्या है?

हम सभी जानते हैं कि एक बच्चे को पहले छह महीनों तक ब्रेस्टफीडिंग करानी चाहिए, लेकिन कुछ कंडीशन में, एक मां के लिए अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना संभव नहीं हो पाता है। इसलिए, बच्चे को एक्सप्रेस किया हुआ दूध या फॉर्मूला मिल्क एक सिरिंज के माध्यम से सीधे मुंह में डाला जाता है। इस तरह की फीडिंग टेक्निक को सिरिंज फीडिंग कहा जाता है। 

बेबी को सिरिंज से कैसे फीड कराएं?

इससे पहले कि आप अपने बच्चे को सिरिंज का उपयोग करके फीड करना शुरू करें, आपके लिए नीचे बताए गए इन स्टेप्स को जानना और फॉलो करना बहुत जरूरी है। ब्रेस्ट मिल्क आमतौर पर सीधे सिरिंज के साथ दिया जा सकता है। हालांकि, फॉर्मूला मिल्क तैयार करते समय, पैकेट पर दिए गए इंस्ट्रक्शन का पालन करें,  साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि क्या यह सिरिंज से देने के लिए पर्याप्त पतला है।

  • एक कप या कटोरी में फॉर्मूला या ब्रेस्ट मिल्क तैयार करें।
  • स्टेराइल और साफ सिरिंज का उपयोग करके, सिरिंज को दूध से भरने के लिए प्लंजर को खींचे।
  • अपने बच्चे को अपनी गोद में ठीक से रखें। ध्यान रहे वो एकदम सीधी पोजीशन में और हल्का सा झुका होना चाहिए है,।
  • सिरिंज की टिप से धीरे से बच्चे का मुंह खोले। जब वह मुंह खोले, तो सिरिंज की नोक को अंदर की ओर डालें।
  • वह टिप से लैच करेगा। एक बार जब वह ऐसा करना सीख जाएगा, तो प्लंजर को धीरे-धीरे पुश करें, जल्दी ही शिशु इस प्रक्रिया के साथ तालमेल बिठाना शुरू कर देगा।

यह प्रक्रिया ठीक से काम करे इसके लिए आपको प्रैक्टिस की जरूरत होगी। यदि आपको अपने बेबी को सही तरीके से फीड कराने में समस्या का सामना करना पड़ता है या वह पर्याप्त मात्रा में दूध नहीं पी पा रहा है, तो मदद के लिए अपने डॉक्टर या किसी सलाहकार से संपर्क करें।

ब्रेस्टफीडिंग करने वाले बच्चे को सिरिंज से दूध पिलाने के टिप्स और सावधानियां

कभी-कभी, हो सकता है कि बच्चा ब्रेस्टफीडिंग तो करता है, लेकिन उतनी मात्रा में दूध नहीं पी पा रहा है जितना उसे पीना चाहिए। ऐसे में आपको बच्चे के न्यूट्रिएंट्स के सप्लीमेंट के रूप में ब्रेस्ट मिल्क एक्सप्रेस करने की या उसे फॉर्मूला मिल्क देने की जरूरत पड़ती है। हालांकि, आपको ब्रेस्टफीडिंग को बैलेंस करके चलना चाहिए। यदि बेबी ज्यादा लंबे समय तक ब्रेस्टफीडिंग करने लगता है, तो डॉक्टर से पूछने का यह सही समय है कि क्या बच्चे की सप्लीमेंटल फीडिंग को बंद किया जा सकता है।

यदि सिरिंज की टिप बच्चे के लिए कंफर्टेबल नहीं है, तो आप इसके सिरे पर एक महीन ट्यूब लगा सकती हैं। इसे बच्चे के मुंह में डाला जा सकता है, जिसे वह आसानी से लैच कर सकता है। आप इस प्रक्रिया के लिए हॉस्पिटल की नर्स या डॉक्टर की मदद ले सकती हैं। अगर इसके बावजूद भी बच्चा फीड नहीं कर पा रहा है, तो आप बॉटल फीडिंग कराएं या फिर कप से फीड कराएं, ताकि इस समय जरूरी सभी न्यूट्रिएंट्स उसे प्राप्त हो सकें।

ज्यादातर महिलाओं के लिए, विशेष रूप से पहली बार बनने वाली माओं के लिए, एक सिरिंज के साथ ब्रेस्ट मिल्क फीड कराना थोड़ा अजीब और थोड़ा घबराहट देने वाला अनुभव हो सकता है। एक मां का अपने बेबी को ब्रेस्टफीड कराने का अनुभव अपने आप में बहुत खास होता है। लेकिन बच्चे की सुरक्षा और उसकी जरूरतों को प्राथमिकता देना ज्यादा महत्वपूर्ण है। समय के साथ, धीरे-धीरे हो सकता है कि आप भी अपने शिशु को खुद ब्रेस्टफीड कराने लग जाएं। 

यह भी पढ़ें:

फॉर्मूला फीडिंग के संबंध में आवश्यक जानकारी
शिशु को कप फीडिंग कराना – फायदे और कमियां
ब्रेस्टफीडिंग के साथ फार्मूला मिल्क देना – मिक्स्ड फीडिंग

समर नक़वी

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