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हर बच्चा अलग होता है यहाँ तक कि अगर पेरेंट्स भी एक हों तो भी उनका हर बच्चा अलग होता है। एक से ज्यादा बच्चों वाले पेरेंट्स से आपको ये पता चलेगा कि हर बच्चे की अलग तरह से परवरिश करनी पड़ती है, और हर बच्चे की अपने आप में एक अलग पहचान होती है। पेरेंट्स का अपने बच्चों की अलग-अलग तरह से परवरिश को लेकर चिंता जताना आम बात है। ऐसी ही स्थितियों में शामिल है बच्चे का पहली बार बाल कटवाना! जी हाँ यह एक बहुत ही मुश्किल काम है जो सुनने में भले ही इतना मुश्किल न लग रहा हो।
जन्म के दौरान बच्चे के सिर पर काफी ज्यादा बाल मौजूद हो सकते हैं या फिर हो सकता है कि वो बिल्कुल गंजा हो। इसलिए बच्चे का पहली बार हेयर कट करवाना एक मुश्किल काम हो सकता है। इस आर्टिकल में आपको कुछ टिप्स बताई गई हैं, ताकि आप आसानी से बच्चे के बाल कटवा सकें।
बच्चे का पहला हेयरकट करवाने के लिए कोई निश्चित समय नहीं होता है। ये हर बच्चे के हिसाब से अलग-अलग डिपेंड करता है। जब बच्चे के बाल उसकी आँखों तक आने लगे और जब वह इससे परेशान होने लगे, तो आपको इसे कटवाने के लिए उसे सैलून ले जाने की जरूरत पड़ सकती है। बच्चे के बाल एक जैसे नहीं बढ़ते हैं। तो उसके हिसाब से देखते हुए आपको बाल कटवाने की जरूरत होती है। लेकिन एक बात को ध्यान में रखें कि ट्रिम कराने से उसके बाल थिक और भरे हुए नजर आते हैं।
बच्चे का पहला हेयरकट जितना ज्यादा हो सके कम्फर्टेबल बनाएं। हालांकि बाल काटने वाले व्यक्ति को देखकर हो सकता है बच्चा डर जाए। तो यहाँ आपको कुछ टिप्स दिए गए हैं जो आपकी बच्चे के बाल कटवाने से पहले की तैयारी में मदद करेंगे, आइए जानते हैं उन टिप्स के बारे में।
ऐसी कई चीजें हैं जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए, ताकि बच्चे के बाल कटवाने की प्रक्रिया आसान हो सके। इससे हेयर स्टाइलिस्ट को बिना परेशानी के अपना काम करने में मदद मिलेगी।
हेयर सैलून में बच्चे को कम्फर्टेबल रखना आपका सबसे पहला काम है । कुछ बच्चे बाल कटवाने के लिए केप पहनने से इनकार कर देते हैं, अगर आपका बच्चा भी ऐसा करता है, तो आप बस इसे हल्के से ढक दें। बच्चे को जितना संभव हो उतना कम्फर्टेबल करने की कोशिश करें। ताकि जब बाल कट रहे हों तो उस दैरान कोई रुकावट न पैदा हो।
कुछ बच्चों के लिए, बाल कटवाना एक बुरा अनुभव हो सकता है। ऐसी कंडीशन में कोई भी खिलौने या स्नैक्स आपके बच्चे को शांत नहीं करा पाएंगे, सिर्फ आप ही उसको संभाल सकती हैं। इसलिए बाल काटने वाले से पहले ही पूछ लें, कि क्या ये संभव है कि आप बच्चे को पकड़ कर बैठ सकती हैं ताकि बच्चा इस प्रक्रिया के दौरान कम्फर्टेबल महसूस कर सके।
सैलून में बच्चों का रोना और शोर मचाना आम बात है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका बच्चा अपने आसपास के माहौल में सेफ महसूस नहीं महसूस करता है। इसलिए वो अपने डिस्कम्फर्ट को इस प्रकार दिखाने का प्रयास करता है। ऐसी कंडीशन में आपको उसे जबदस्ती पकड़ कर और ज्यादा जबरदस्ती नहीं दिखानी चाहिए। इससे न केवल बच्चा और भी ज्यादा परेशान हो सकता है बल्कि उसे चोट भी लग सकती है। अचानक से धक्का लगना जब आप उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे हों तो इससे उसका सिर कट सकता है। अपनी कोशिश यही रखें कि बच्चा ज्यादा से ज्यादा ईजी फील करे।
फिर से वही बात आती है कि आप इस प्रोसेस को जल्द से जल्द पूरा करने का प्रयास न करें। आपको इस बात पर ध्यान देना होगा कि बच्चा बहुत ज्यादा असहज न महसूस करें, इसलिए बीच-बीच में ब्रेक लेने की जरूरत पड़ सकती है। आप बस उसको हल्के से पकड़ें ताकि वो पैनिक न हों।
बच्चे के आसपास जब जाने पहचाने लोग होते हैं, तो वह ज्यादा सहज महसूस करते हैं। इसलिए, किसी ऐसे इंसान को अपने साथ ले जाएं जिसे बच्चा जनता हो, जैसे कि उसके भाई या दादा-दादी, जिनके साथ वो व्यस्त जाएगा और इस तरह उनके बाल काटने में आसानी होगी।
आप सैलून में बच्चे को कम्फर्टेबल महसूस कराने के लिए जब भी अपने बाल कटवाने जाएं तो उसे भी साथ लेकर जाएं। या फिर अगर उसका कोई बड़ा भाई-बहन हो तो उनके बाल कटवाते समय बच्चे को भी ले जाएं। इससे जब आप उसे उसके बाल कटवाने के लिए ले जाएंगी तो सैलून उसके लिए जाना पहचाना होगा और वो वहाँ कम्फर्टेबल भी महसूस करेगा, और ऊंची कुर्सी पर बैठने के लिए अपनी बारी का इंतजार भी करेंगे।
यह एक और बहुत जरूरी टिप्स है जिसे आप याद रखें, आप ये कभी नहीं चाहेंगे कि जब बच्चे के बाल कट रहे हों तो शीशे में खुद को देखकर कि कोई अजनबी उसके बाल काट रहा है, वो घबरा जाए। ऐसा न हो कि इसके लिए आप बच्चे की चेयर अपने तरफ कर लें ताकि वो पूरे टाइम आपको ही देखे। इस प्रकार उसका हेयरकट कराना आसान हो जाता है।
हेयर कट आपके बच्चे के लिए एक बड़ा टास्क हो सकता है, इसलिए कोशिश करें और जब आप सैलून जाएं तो उसे कम्फर्टेबल करने का प्रयास करें। आप उसे खेलने के लिए खुद का बार्बर किट ले कर दें, ताकि वो हेयर स्टाइल बनाए।
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