छोटे बच्चों के लिए तिल का तेल – फायदे और उपयोग

छोटे बच्चों के लिए तिल का तेल - फायदे और उपयोग

तिल का तेल सबसे पुराना ऑयल सीड क्रॉप है। इसमें चिकनाई बहुत अधिक होती है और यह काफी पौष्टिक भी होता है। इसमें विटामिन ‘बी’ कॉम्प्लेक्स, विटामिन ‘ए’ और विटामिन ‘डी’ के साथ-साथ फॉस्फोरस जैसे कई मिनरल्स और कैल्शियम और प्रोटीन भी पाए जाते हैं, जो कि आसानी से अब्जोर्ब किए जा सकते हैं। यह सेंसिटिव स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है और यह एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, एंटी वायरल गुणों से भरपूर होता है। 

तिल का तेल क्या है? 

यह एक एडिबल वेजिटेबल ऑयल है, जिसे तिल के बीज से निकाला जाता है। इसकी एक खास नटी खुशबू होती है। यह ओलेइक और लिनोलेइक एसिड से समृद्ध होता है। इसकी चिकनाई, औषधीय गुणों और पौष्टिक गुणों के कारण इसे हाईली रिकमेंड किया जाता है। 

क्या बेबी के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल ठीक है?

6 महीने की उम्र से जब बच्चे ठोस आहार की शुरुआत करते हैं, तब उन्हें तिल के तेल युक्त खाना देना बिल्कुल सुरक्षित होता है। तिल से होने वाली एलर्जी, बच्चों में बहुत कम सुनी जाती है। अगर बच्चे के खाने में तिल के तेल को शामिल किया जाए, तो सेवन किए गए पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है। 

बच्चे को तिल का तेल देना कब शुरू करें?

बच्चे के भोजन में तिल का तेल 6 महीने की उम्र से दिया जा सकता है। लेकिन कुछ लोग बच्चे की उम्र 1 साल होने के बाद ही इसे देना रेकमेंड करते हैं। बच्चे का डाइजेस्टिव सिस्टम, तिल का तेल पचाने के लिए तैयार होना जरूरी है। अगर नई मां अपने भोजन में तिल का तेल शामिल करती है, तो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मां के दूध के द्वारा तिल के तेल का फायदा बच्चे को भी मिल सकता है। 

अगर आपके बच्चे को तिल के तेल से एलर्जी है, तो क्या करें?

अगर आपके परिवार में, तिल के तेल से एलर्जी का इतिहास रहा है या आपके बच्चे में फूड एलर्जी के कोई लक्षण नजर आते हैं, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लिए बिना बच्चे को तिल का तेल नहीं देना चाहिए। अगर आपको बच्चे में घरघराहट, सांस लेने में कठिनाई, रैश या सूजन जैसे कोई लक्षण दिखते हैं या एग्जिमा या अस्थमा दिखता है, तो आपको उसे तिल का तेल देने से पहले डॉक्टर से इजाजत लेना जरूरी है। 

छोटे बच्चों के लिए तिल के तेल के हेल्थ बेनिफिट्स

बच्चे के भोजन में तिल का तेल शामिल करने से, उसके पोषक तत्व बढ़ जाते हैं, जो कि बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद होता है। 

  • बच्चे के दिल को सुरक्षित रखता है और कैंसर के खतरे को कम करता है। 
  • सही ब्लड क्लोटिंग के लिए पर्याप्त विटामिन ‘के’ उपलब्ध कराता है। 
  • अधिक मात्रा में एनर्जी देता है। 
  • कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत है। 
  • अनसैचुरेटेड फैट का अच्छा स्रोत है और एंटीऑक्सीडेंट्स भी देता है। 

छोटे बच्चों के लिए तिल के तेल का उपयोग 

  • बेबी फूड के लिए तिल के तेल को प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि इसमें पोषक तत्व काफी मात्रा में होते हैं। 
  • तिल के तेल को ज्यादातर बच्चे की मालिश के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 
  • बच्चे के बालों पर तिल का तेल इस्तेमाल करने से उन्हें नमी मिलती है और उनकी क्वालिटी भी बेहतर हो जाती है। 
  • बच्चों में, एक्जिमा के लिए तिल का तेल बहुत अच्छी तरह से काम करता है, क्योंकि यह सेंसिटिव त्वचा को आराम दिला सकता है। 
  • बच्चे को खांसी होने पर तिल का तेल देने से, खांसी की गंभीरता और फ्रीक्वेंसी ठीक हो सकती है। 

तिल बच्चों के साथ साथ बड़ों के लिए भी काफी नुट्रिशयस है, इसलिए यह बैलेंस्ड डाइट का भी एक जरूरी हिस्सा है। यह बच्चे के संपूर्ण विकास में मदद करता है और बच्चे को लीवर और दिल की बीमारियों से बचाता है। इसके बहुत से फायदे और उपयोग होते हैं, जो इसे किसी भी अन्य तेल का एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। 

यह भी पढ़ें: 

बच्चों के लिए नीलगिरी तेल – क्या यह सुरक्षित है?
सरसों के तेल से शिशु की मालिश करना – फायदे और खतरे
बच्चे की मालिश के लिए बादाम का तेल – फायदे और सावधानियां