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अगर आपके बच्चे में बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपके लिए यह आवश्यक है कि आपको तापमान चेक करने के सभी तरीको के बारे में पता हो। सबसे पहले तो आप थर्मामीटर की रीडिंग के आधार पर यह तय कर सकती हैं कि आपको बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत है या नहीं।
बच्चों में, 36.4 डिग्री सेल्सियस या 97.5 डिग्री फारेनहाइट एक नॉर्मल ओरल टेम्परेचर होता है, जिसमें थोड़े बहुत बदलाव होते रहते हैं। हालांकि, यदि रेक्टल टेम्परेचर 38 डिग्री सेल्सियस या 100.4 डिग्री फारेनहाइट हो, तो यह बुखार का संकेत हो सकता है, यह आपके लिए वार्निंग कॉल है कि आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
बच्चे के टेम्परेचर को मापने के लिए विभिन्न प्रकार के डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग किया जाता है। इसमें शामिल है:
अपने बच्चे के तापमान की जाँच करने के लिए डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करना सबसे बेहतर है, क्योंकि यह जल्दी और सटीक रीडिंग देता है। यदि आप पहली बार थर्मामीटर का उपयोग कर रही हैं, तो थर्मामीटर पैक पर दिए गए इंस्ट्रक्शन का पालन करें जिनमें बच्चों के लिए थर्मामीटर का उपयोग करने के लिए डिटेल दी गई है। नहाने के तुरंत बाद बच्चे के तापमान को न चेक करें, क्योंकि यह गलत रीडिंग दे सकता है। सही रिजल्ट के लिए किसी भी थर्मामीटर को रखने से पहले बच्चे को कम्फर्टेबल पोजीशन में पकड़ कर रखें, ताकि उसे परेशानी न हो। प्रत्येक प्रकार के डिजिटल थर्मामीटर की एक अलग प्रोसेस होती है जिसे आपको फॉलो करना चाहिए।
तीन साल की उम्र तक बच्चों और टॉडलर के लिए सही रीडिंग प्राप्त करने के लिए रेक्टल टेम्परेचर लेना सबसे बेस्ट तरीका है। हालांकि, ऐसे केस में जहाँ तीन साल से ज्यादा उम्र के बच्चे का खांसी या भरी हुई नाक होने के कारण टेम्परेचर ओरली नहीं मापा जा सकता है, ऐसे में रेक्टल थर्मामीटर का उपयोग किया जा सकता है।
यहाँ आपको बताया गया है कि आप कैसे डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करके अपने बच्चे का रेक्टल टेम्परेचर ले सकती हैं।
बच्चे का रेक्टल टेम्परेचर नॉर्मली 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) जो नॉर्मल ओरल टेम्परेचर से अधिक है, होता है। यदि आपके बच्चे का रेक्टल टेम्परेचर 100.4 डिग्री फारेनहाइट या 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, तो उसे बुखार हो सकता है।
टेम्पोरल आर्टरी थर्मामीटर तीन महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए यूज किया जा सकता है। तीन महीने से छोटे बच्चों में एक्सिलरी थर्मामीटर को स्क्रीनिंग डिवाइस के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
टेम्पोरल आर्टरी थर्मामीटर का उपयोग करने के लिए आप,
बच्चे में नॉर्मल टेम्पोरल टेम्परेचर 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) जो ओरल टेम्परेचर से कम है, होता है। 99 डिग्री फारेनहाइट (37.2 डिग्री सेल्सियस) से ज्यादा रीडिंग आने पर बुखार का संकेत हो सकता है।
6 महीने से ज्यादा उम्र वाले बच्चों के लिए टिम्पेनिक थर्मामीटर का उपयोग करना अच्छा रहता है। छह महीने से कम उम्र के बच्चों में जिनका एयर कैनाल बहुत छोटा होता है उनके कान में यह प्रोब डालने से बचें। सटीक रीडिंग के लिए डिवाइस को कान में सही ढंग से रखा जाना चाहिए। यदि बच्चे के कान में बहुत ज्यादा ईयरवैक्स है, तो रीडिंग गलत आ सकती है।
यहाँ बताया गया है कि बच्चों के कान का टेम्परेचर कैसे लिया जाता है:
बच्चे के कान का टेम्परेचर ओरल टेम्परेचर से 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) अधिक होता है। यदि आपको बच्चे का तापमान 100.4 डिग्री फारेनहाइट या 38 डिग्री सेल्सियस से अधिक है, तो उसे बुखार हो सकता है।
एक्सिलरी थर्मामीटर अन्य की तुलना में कम विश्वसनीय माना जाता है। हालांकि इसका उपयोग किसी भी उम्र में किया जा सकता है, लेकिन आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप 3 महीने से कम उम्र के बच्चों के लिए इसका उपयोग न करें, क्योंकि हो सकता है कि इसकी रीडिंग सही न आए।
यहाँ आपको बताया गया है कि बच्चे की बगल से टेम्परेचर कैसे लें:
बच्चे के बगल से लिए जाने वाला नॉर्मल बॉडी टेम्परेचर ओरल टेम्परेचर की तुलना में 0.5 डिग्री फारेनहाइट (0.3 डिग्री सेल्सियस) से 1 डिग्री फारेनहाइट (0.6 डिग्री सेल्सियस) कम होता है। आमतौर पर हाथ के नीचे 99 डिग्री फारेनहाइट (37.2 डिग्री सेल्सियस) से अधिक टेम्परेचर रीडिंग आने पर बच्चे को बुखार हो सकता है।
चार वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए ओरल थर्मामीटर का उपयोग करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस उम्र तक बच्चा थर्मामीटर खुद भी पकड़ सकता है। यदि आप एक स्टैंडर्ड डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग कर रही हैं, तो किसी भी इन्फेक्शन से बचने के लिए रेक्टल और ओरल टेम्परेचर के लिए अलग अलग डिवाइस का उपयोग करें। ध्यान रखें कि ओरल टेम्परेचर लेने से कम से कम 30 मिनट पहले बच्चे को गर्म या ठंडा कुछ भी नहीं खाना चाहिए।
बच्चे के ओरल टेम्परेचर को चेक करने के दौरान कुछ स्टेप ध्यान में रखें:
मैनुअल पर दी गई गाइडलाइन के अनुसार थर्मामीटर का उपयोग करें ताकि आपको सही रीडिंग मिल सके। सटीक रीडिंग प्राप्त करने के लिए आप नीचे बताई गई टिप्स को फॉलो करें:
अपने बच्चे के लिए डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग करने से पहले और बाद में ध्यान देने योग्य कुछ टिप्स आपको यहाँ बताई गई है।
अपने बच्चे का बुखार चेक करने के लिए डिजिटल थर्मामीटर आपको सबसे अच्छा रिजल्ट देता है। सही प्रोसेस आपके बच्चे के टेम्परेचर को रिकॉर्ड करने में मदद कर सकती हैं, जिसकी मदद से आप बेहतर कदम उठा सकती हैं।
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