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एक न्यूबॉर्न बेबी के पेरेंट्स होने के नाते, आपको नींद की अहमियत पहले से कहीं ज्यादा समझ आने लगती है। चैन की नींद लेना भी एक लक्जरी की तरह लगता है। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि बच्चे अक्सर नींद के समय में नखरे दिखाने लगते हैं और कुछ बच्चे रात में जागने के बाद दोबारा जल्दी नहीं सोते हैं। आपने व्हाइट नॉइज के बारे में सुना होगा, जो बच्चे के सोने में मदद करता है। व्हाइट नॉइज से जुड़ी सभी जानकारियों को प्राप्त करने के लिए आगे का लेख पढ़ें।
व्हाइट नॉइज वह साउंड है जिसे आप तब सुनते हैं जब सभी सुनाई देने वाली साउंड फ्रीक्वेंसी एक ही समय पर एक ही वॉल्यूम पर बजती हैं। साउंड की इन वेव का सबसे बेहतरीन उदाहरण है समुद्री हवा, जिसे आप सागर के किनारे पर सुन सकती हैं। इसके अलावा अन्य उदाहरणों में शामिल हैं सीलिंग फैन की आवाज, वॉशिंग मशीन या वैक्यूम क्लीनर का बजिंग साउंड या बारिश की आवाज आदि। क्योंकि व्हाइट नॉइज सभी साउंड की फ्रीक्वेंसी से बनता है, इसलिए इसका यूज किसी दूसरे साउंड को बनाने के लिए किया जा सकता है। जैसे अगर आप कमरे में हैं और बाहर गाड़ियों का शोर सुनते हैं तो पंखा चालू करने पर आपको गाड़ियों का शोर कम सुनाई देगा।
व्हाइट नॉइज से बच्चों को सुलाने के लिए सुरक्षित रूप से इसका इस्तेमाल किया जा सकता है, बशर्ते आपको कुछ सेफ्टी क्राइटेरिया को ध्यान में रखना होगा। यह साउंड मशीन अपने आउटपुट में 50 डेसिबल से अधिक नहीं होनी चाहिए, और मशीन को हर समय उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। एक स्टडी द्वारा देखा गया है कि जब बच्चे ज्यादा समय के लिए व्हाइट नॉइज के संपर्क में रहते हैं, तो उनका स्पीच और हियरिंग डेवलपमेंट देर से होता है। हालांकि इसी स्टडी में यह नोटिस नहीं किया गया है कि शोर-शराबे वाली जगह में रहने से भी बच्चे पर यही प्रभाव पड़ता है या नहीं। इसके लिए जरूरी है कि आप उन्हें दूसरी आवाजें सुनने दें, ताकि उनका ऑडिटरी सिस्टम साउंड इनफार्मेशन को अस्पष्ट रूप से प्रोसेस न करे।
नीचे व्हाइट नॉइज का उपयोग करने के कुछ कारण दिए गए हैं:
उत्तेजित बच्चों के लिए रोजाना मिलने वाली व्हाइट नॉइज से, उनका ज्यादातर स्ट्रेस बाहर निकल जाता है, क्योंकि रौशनी, नए चेहरे, आवाजों और सेंसेशन को महसूस करने के बाद वे बहुत ज्यादा उत्तेजित हो जाते हैं। व्हाइट नॉइज से उन्हें सेफ स्पेस का एहसास होता है, जो बाहर के डिस्टर्बिंग शोर को ब्लॉक कर देती है।
व्हाइट नॉइज बच्चों को सुलाने में प्रभावी रूप से मदद करता है। स्लीप एसोसिएशन बच्चों के जल्दी सोने में मदद करता है और इसमें बेडरूम, अंधेरा, पालना, उनका पसंदीदा ब्लैंकेट या खिलौना, रॉकिंग चेयर, पैसिफायर, ब्रेस्टफीडिंग आदि शामिल किया जा सकता है। व्हाइट नॉइज नींद से जागने के बाद बच्चे को दोबारा सुलाने में मदद करती है। जिसमें वो हर 20-45 मिनट के दौरान उठ जाते हैं।
एक रोते हुए बच्चे को शांत करने के लिए आप जिस शशss की आवाज का उपयोग करते हैं, वह दरअसल व्हाइट नॉइज होती है। यह गर्भाशय के चारों ओर धमनियों के माध्यम से बहने वाले रक्त द्वारा होने वाली आवाज के समान है। रेडियो के शशिंग स्टैटिक नॉइज का उपयोग करके भी बच्चों को शांत किया जा सकता है, क्योंकि इसका साउंड भी मिलता-जुलता होता है।
हाल में ही हुई एक स्टडी से पता चलता है कि कमरे में चल रहे पंखे के कारण बच्चों में एसआईडीएस होने का खतरा काफी कम देखा जाता है। इसके दो ठोस कारण यह है कि पहली बात पंखे से हवा अच्छी तरह सर्कुलेट होती और और साथ ही यह व्हाइट नॉइज भी प्रोड्यूस करती है। यह भी कहा जाता है कि व्हाइट नॉइज बच्चे की एक्टिव स्लीप को कम कर देती है, जो ज्यादातर एसआईडीएस होने का कारण है।
व्हाइट नॉइज न केवल आपके बच्चे को सोने के लिए प्रेरित करती है, बल्कि आपको भी बेहतर नींद लेने में मदद करने के लिए जानी जाती है। चूंकि बच्चे अक्सर रात में नींद से उठ जाते हैं, इसलिए आपका सोना भी मुश्किल हो जाता है। व्हाइट नॉइज ऐसे में आपको भी अच्छी नींद लेने में मददगार होती है।
पेरेंट्स जो बच्चे के लिए व्हाइट नॉइज का उपयोग बंद करने का प्लान कर रहे हैं, उन्हें यह जानकर खुशी होगी कि वे जन्म के एक साल बाद ऐसा कर सकते हैं। तब तक के लिए बच्चे सोने के वक्त परेशान नहीं करेंगे और फिर धीरे-धीरे यह कम होता जाता है और एक महीने के अंदर उन्हें सोने और उठने के बीच के लिए बस कुछ ही मिनट व्हाइट नॉइज चाहिए होगी।
व्हाइट नॉइज प्रभावी है क्योंकि बच्चे गर्भ में भी कुछ हद तक इसी तरह की आवाज से परिचित होते हैं। माँ का शरीर धमनियों और नसों के माध्यम से रक्त बहने की आवाज, दिल की धड़कन और मल त्याग की आवाज के साथ एक्टिव होता है। ये सब अपने आप में एक प्रकार की व्हाइट नॉइज होते हैं।
इसलिए व्हाइट नॉइज से बच्चों को सोने में मदद मिलती है। यहाँ आपको बताया गया है कि यह आपकी कैसे मदद कर सकता है:
व्हाइट नॉइज के कुछ नुकसान भी हैं। जानिए इससे बच्चे कैसे प्रभावित हो सकते हैं:
नीचे कुछ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न दिए गए हैं जो माता-पिता के दिमाग में होते हैं। जानिए वे क्या सवाल हैं:
बच्चों के लिए व्हाइट नॉइज 50 डेसिबल से अधिक नहीं होनी चाहिए।
व्हाइट नॉइज के कई स्रोत हैं जैसे कि पंखा, रेडियो स्टैटिक, और फोन ऐप पर पाई जाने वाली व्हाइट नॉइज से आप इसे प्राप्त कर सकती हैं।
बच्चे के लिए सबसे अच्छी व्हाइट नॉइज का सोर्स पंखा और मोबाइल ऐप की लगातार सूदिंग आवाज है।
अपने बच्चे को रात में सुलाना एक मुश्किल टास्क हो सकता है। हालांकि इस समस्या को दूर करने के लिए कई प्रभावी तरीके हैं, जो बच्चे को बिना किसी परेशानी और बाधा के सोने में मदद करते हैं। जब आप बताए गए पैरामीटर को फॉलो करेंगी, तो व्हाइट नॉइज बच्चों को सोने में मदद करने के लिए एक सेफ और प्रभावी तरीका माना जाता है।
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