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ऑलिव ऑयल इसके हाइड्रेशन के गुणों के लिए जाना जाता है और यह बच्चों की त्वचा के लिए एक बेस्ट तेल है। नेचुरल स्किन केयर प्रोडक्ट्स का उपयोग करने के बजाय बच्चों के पैरों की मालिश इसी तेल से की जाती है। यह तेल अच्छी नींद और मन शांत करने में मदद करता है। इस आर्टिकल में बताया गया है कि आप बच्चों की मालिश ऑलिव ऑयल से कैसे कर सकती हैं और इसके क्या फायदे हैं, जानने के लिए यह लेख पूरा पढ़ें।
ऑलिव ऑयल 2 प्रकार के होते हैं – वर्जिन ऑलिव ऑयल और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल। वर्जिन ऑयल मशीन के द्वारा प्रोसेस्ड होता है और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑयल सीधे ऑलिव के पेड़ से निकाला जाता है। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को शुद्धता और अनएडल्ट्रेटेड के साथ एक्सट्रेक्ट किया जाता है इसलिए यह सबसे ज्यादा शुद्ध होता है। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि कुछ दुकानदार अन्य ऑयल में ऑलिव ऑयल को मिलाकर रखते हैं, जैसे केनोला व सनफ्लॉवर और इसमें एक्स्ट्रा वर्जिन का लेबल लगाते हैं। इसलिए आप इस तेल को हमेशा एक अच्छी और रेप्युटेबल सेलेर से ही खरीदें ताकि आपको शुद्ध और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल ही मिले।
ऑलिव ऑयल में एंटीऑक्सीडेंट्स और फेनोलिक कंपाउंड्स बहुत ज्यादा होते हैं जो त्वचा के लिए बेहतर है। इसमें विटामिन ‘इ’, के और दिल को स्वस्थ रखने वाले फैटी एसिड भी होता है। नीचे बताए हुए न्यूट्रेंट्स लगभग 100 ग्राम वर्जिन ऑलिव ऑयल में होते हैं, आइए जानें;
बच्चों के लिए ऑलिव ऑयल के कुछ बेहतरीन फायदे यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;
ऑलिव ऑयल से मालिश बहुत अच्छी तरह से हो जाती है और इससे बच्चे को शांति मिलती है, उसका विकास होता है व उसे अच्छी नींद आती है। यह तेल बच्चे की त्वचा की रंगत में सुधार लाता है और एक अच्छे मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है। इससे त्वचा में टिश्यू बढ़ते हैं और यह हेल्दी फैट्स, ओलीक एसिड और स्क्वैलेन्स से भरपूर है। इसकी सबसे बेहतरीन बात यह है कि इस तेल का उपयोग किसी भी मौसम में किया जा सकता है।
चूंकि ऑलिव ऑयल में मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड के हेल्दी डोज होते हैं जिसका उपयोग 6 महीने की उम्र के बाद बच्चों की डायट में भी किया जाता है। मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड (एमयूएफए) कार्डियोवस्कुलर और पैंक्रिअटिक हेल्थ को बेहतर बनाता है। आप हर बार बच्चे के 56 ग्राम खाने में एक क्वार्टर छोटा चम्मच ऑलिव ऑयल का उपयोग करें और इस बात का ध्यान रखें कि इसकी मात्रा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
यदि बच्चे को कब्ज हो जाता है तो कब्ज की समस्याओं को ऑलिव ऑयल प्रभावी रूप से ठीक करता है। यह गैस की समस्याओं को ठीक करने के लिए भी एक लैक्सेटिव की तरह काम करता है।
यदि डायपर रैश का उपचार न किया जाए तो इससे असुविधाएं और इन्फेक्शन भी हो जाता है। ऑलिव ऑयल लगाने से बच्चों में डायपर रैश की समस्या ठीक हो जाती है। इसके लिए आप दो बड़े चम्मच ऑलिव ऑयल में एक बड़ा चम्मच पानी मिलाएं और इससे बच्चे के हिप्स व जेनिटल में मालिश करें।
यदि आप यूकलिप्टस और पेपरमिंट ऑयल में ऑलिव ऑयल मिलाकर इसे बच्चे के सीने में लगाती हैं तो यह खांसी के लिए एक प्रभावी टॉनिक का काम करता है और इससे बच्चे को अच्छी नींद आती है।
क्रैडल कैप एक प्रकार का डैंड्रफ है जो बच्चे के सिर में फ्लेकी और ड्राई लेयर्स को बनाता है। ऑलिव ऑयल बच्चों में क्रैडल कैप के लिए एक नेचुरल रेमेडी की तरह काम करता है। आप इसे अपने बच्चे के सिर में लगाएं और लगभग 10 से 20 मिनट तक ऐसे ही रखें। यदि बच्चे के सिर में क्रस्ट की लेयर बहुत मोटी है तो आप तेल को रात भर के लिए लगाकर छोड़ दें। सुबह के समय आप एक माइल्ड शैम्पू को गुनगुने पानी में ब्लेंड करके इससे बच्चे के सिर को अच्छी तरह से धोएं। इस बात का ध्यान रखें कि आप बच्चे के सिर से क्रस्ट की लेयर को कंघे से साफ जरूर करें। आप बच्चे में क्रैडल कैप को ठीक करने के लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर चर्चा करें।
इन फायदों के साथ-साथ यदि बच्चे को फीडिंग में समस्या होती है या जन्म के दौरान उसका वजन कम होता है तो डॉक्टर उसके लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग करने की सलाह देते हैं।
आप अपने बच्चे के जेनिटल और हिप्स में ऑलिव ऑयल लगाएं इससे डायपर रैश कम या पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। आप ऑलिव ऑयल में थोड़ा सा पानी मिलाकर हल्के हाथों से बच्चे के सीने व पूरे शरीर की मालिश करें। इस बात का ध्यान रखें कि पानी और तेल की मात्रा समान होनी चाहिए और मालिश के लिए इसे आप एक बर्तन में मिलाएं (इसके लिए आप गुनगुने पानी का उपयोग करें)। आप बच्चे के पैरों के तलवे में तेल लगाकर मालिश करें ताकि उसकी त्वचा मुलायम रहे और उसे आरामदायक नींद आए।
यद्यपि ऑलिव ऑयल से बच्चे के स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं पर बच्चे की मालिश करने से पहले कुछ सावधानियां बरतें, आइए जानें;
ऑलिव ऑयल क्रैडल कैप का एक नेचुरल रेमेडी है और बच्चों की मालिश के लिए यह बेहतरीन है। यदि आप बच्चे के डायपर रैश के लिए इसे नेचुरल रेमेडी के रूप में उपयोग करती हैं या आप बच्चे की अच्छी हेल्थ और बेहतर विकास के लिए उसकी डायट में शमिल करती हैं तो इससे कई फायदे मिलते हैं। आप संयमित मात्रा में इसका उपयोग करें और इसकी अधिक डोज न लें।
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