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रागी का माल्ट और रागी का पॉरिज एक ही चीज है पर इसे अलग-अलग नाम दिया गया है। रागी को दूध या पानी में पकाया जाता है और यह बच्चों व बड़ों दोनों के लिए ही समान रूप से फायदेमंद है। बच्चों को सॉलिड फूड खिलाने की शुरूआत करते समय ही रागी खिलाना शुरू कर देना चाहिए क्योंकि इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू बहुत ज्यादा होती है, इसमें विटामिन ‘बी1’ व ‘बी3’, कैल्शियम और आयरन बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है।
रागी को फिंगर मिलेट भी कहते हैं और यह भारत के दक्षिण क्षेत्र में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला खाद्य पदार्थ है। वैसे तो रागी का अपना कोई स्वाद नहीं होता है पर लोग इसे मीठा या नमकीन दो तरीकों से बनाते हैं। बच्चों के लिए रागी का पॉरिज कैसे बनाएं यह जानने के लिए आप इस आर्टिकल में लिखी रेसिपी को पढ़ें।
कुकिंग टाइम
प्रकार | समय |
तैयारी में समय | 1 मिनट |
पकाने में समय | 5 मिनट |
कुल समय | 6 मिनट |
कुकिंग मेथड
गैस स्टोव
खाने का प्रकार
वेजीटेरियन
किसके लिए उपयुक्त है
7 महीने से बड़े बच्चों के लिए
खाने का समय
सुबह के नाश्ते में, देर सुबह का स्नैक्स या शाम के स्नैक में
रेसिपी का प्रकार
साइड डिश
बच्चों के लिए रागी का पॉरिज बनाने की सामग्री
मीठे पॉरिज के लिए
सामग्री | मात्रा |
रागी का आटा | 4 बड़े चम्मच |
पानी | 1.5 कप |
चीनी या खजूर या गुड़ | 1.5 बड़े चम्मच |
दूध (वैकल्पिक) | 1 कप |
घी (वैकल्पिक) | 1 छोटा चम्मच |
दालचीनी (वैकल्पिक) | ¼ छोटा चम्मच |
नमकीन पॉरिज के लिए
सामग्री | मात्रा |
रागी का आटा | 4 बड़े चम्मच |
पानी | 1.5 कप |
बटरमिल्क (छाछ) | 1 कप |
नमक | स्वादानुसार |
जीरा | 1 बड़ा चम्मच |
कड़ी पत्ता | 1 डंठल |
धनिया पत्ता (बारीक कटा हुआ) | 1 बड़ा चम्मच |
तेल या घी | 1 छोटा चम्मच |
बच्चों के लिए रागी पॉरिज बनाने का तरीका
आप रागी का नमकीन व मीठा पॉरिज कैसे बना सकती हैं, आइए जानते हैं;
मीठा पॉरिज
- पहला तरीका: सबसे पहले आप पैन को आंच में रखें और उसमें रागी का आटा डालें। इसमें पानी डालें और अच्छी तरह से मिलाकर पकने दें। रागी को जलने से बचाने के लिए इसे गाढ़ा होने तक लगातार चलाएं। जब यह गाढ़ा हो जाए तो आपका रागी का माल्ट तैयार है। अंत में आप आंच बंद कर दें और सर्व करें।
- दूसरा तरीका
- पहले आप एक कटोरे में रागी पाउडर और 3/4 कप पानी मिलाएं।
- बचे हुए पानी को पैन में उबाल लें और इसमें रागी का मिश्रण मिलाएं।
- आप इसे मध्यम आंच में पकाएं और लगातार चलाती रहें।
- एक बार जब यह मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो आंच बंद कर दें।
- अब इसमें खजूर या चीनी या गुड़ व दूध डालकर इसकी कंसिस्टेंसी को अनुकूल बनाएं और इसका स्वाद हल्का मीठा रखें।
- इस रेसिपी को अधिक न्युट्रिश्यस बनाने के लिए आप इसमें घी और ड्राई फ्रूट्स भी डालें।
- अंत में आपका मीठा पॉरिज सर्व करने के लिए तैयार है।
नमकीन पॉरिज
- सबसे पहले आप एक पैन में रागी का आटा व पानी मिलाएं और इसे अच्छी तरह से पका लें। इस मिश्रण को गाढ़ा होने तक लगातार चलाती रहें।
- अब आप इसमें नमक व बटरमिल्क डालकर इसकी कंसिस्टेंसी अनुकूल करें और इसे स्वादिष्ट बनाएं।
- आपको सॉल्टेड पॉरिज सर्व करने के लिए तैयार है।
- यदि आप इसमें टेंपरिंग करना चाहती हैं तो आप एक पैन में घी या तेल गर्म करें। घी में जीरा व कड़ी पत्ते डालें और फूटने दें। आंच बंद कर दें। आप रागी के नमकीन पॉरिज का स्वाद बढ़ाने के लिए सीजनिंग और धनिया के पत्तों को इसमें डालें।
- आप इस स्वादिष्ट पॉरिज को सर्व कर सकती हैं।
रेसिपी के लिए टिप्स
रागी के पॉरिज की आसान रेसिपी के स्वाद व न्यूट्रिशन को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित टिप्स फॉलो करें।
- पॉरिज को बिना दूध के बनाना अच्छा होता है। क्योंकि रागी में दूध को मिलाने से इसमें मौजूद आयरन कम हो जाता है।
- रागी के आयरन को अब्सॉर्ब करने के लिए आप इसमें सेब या केला मिला सकती हैं। आप मीठे पॉरिज में फल भी मिला सकती हैं।
रागी के पॉरिज की न्यूट्रिशन वैल्यू (प्रति 100 ग्राम)
प्रकार | मात्रा |
एनर्जी | 165 किलो कैलोरी |
कार्बोहाइड्रेट | 25 ग्राम |
प्रोटीन | 5 ग्राम |
फैट | 4 ग्राम |
डायटरी फाइबर | 11.1 ग्राम |
विटामिन ‘सी’ | 2.3 मिलीग्राम |
आयरन | 0.6 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 143 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 195 मिलीग्राम |
सोडियम | 62 मिलीग्राम |
नोट: यह वैल्यूज सिर्फ मीठे पॉरिज के लिए ही है।
रागी का पॉरिज खाने के हेल्थ बेनिफिट्स
रागी का होममेड पॉरिज पॉरिज खाने से बच्चे को निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं, आइए जानें;
- बढ़ते बच्चे के लिए रागी बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है। आप ऊपर दी हुई टेबल में देख सकती हैं कि पॉरिज की इस रेसिपी में कैल्शियम कितना ज्यादा है।
- कैल्शियम हड्डियों व दाँतों के विकास में मदद करता है और इससे हड्डियों से संबंधित समस्याएं भी नहीं होती हैं।
- रागी में प्राकृतिक आयरन बहुत ज्यादा होता है। रागी को किसी भी फल में मिलाने से इसमें मौजूद विटामिन सी आयरन को आसानी से अब्सॉर्ब कर सकता है। यह बच्चों के हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है।
- रागी में सिर्फ कैल्शियम और आयरन ही नहीं है बल्कि इसमें प्रोटीन, फॉस्फोरस और कैल्शियम की मात्रा भी पर्याप्त है। यह सभी मिनरल बढ़ते बच्चे का विकास मूल रूप से करते हैं।
- रागी खाने से बच्चे को देर तक भूख नहीं लगती है।
रागी खरीदने के टिप्स
वैसे तो आपको रागी ग्रेन्स को फुलाकर और रोस्ट करके इसका आटा घर पर ही बनाना चाहिए। फिर इसके बाद आप रोस्टेड रागी को मिक्सर में पीसकर इसका पाउडर बना सकती हैं। यह बच्चे के लिए बहुत अच्छा होता है। पर यदि इसे आप घर में नहीं बना पा रही हैं तो सुपरमार्केट से रागी के आटे का पैकेट खरीद लें।
आप इसके इंस्ट्रक्शंस को फॉलो करके अपने बढ़ते बच्चे के लिए आसान और न्युट्रिश्यस रेसिपी बनाएं। रागी की यह रेसिपी बच्चे को हेल्दी और एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करेगी।