बच्चों के लिए टीचर्स डे पर स्पीच के 7 बेस्ट आइडियाज और टिप्स

बच्चों के लिए टीचर्स डे पर स्पीच के बेस्ट आइडियाज और टिप्स

टीचर या शिक्षक एक दोस्त, फिलॉस्फर और गाइड होते हैं, जो बच्चों को सही दिशा दिखाने के साथ-साथ उसे अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। शिक्षक दिवस एक ऐसा विशेष समय है जब आप अपने शिक्षकों के लिए सुंदर शब्दों में आभार प्रकट कर सकते हैं, उन्हें सम्मान देते हैं। यदि आपका बच्चा टीचर्स डे के दिन अपने टीचर्स के लिए आभार प्रकट करने, जीवन में उनका महत्व बताने और सम्मान देने के लिए एक बेहतरीन स्पीच देना चाहता है तो आप इस आर्टिकल में बताए गए बेस्ट टिप्स और आइडियाज से अपने बच्चे के लिए एक यूनिक स्पीच तैयार कर सकती हैं। 

बच्चों को पढ़ाना वास्तव में एक रिवॉर्डिंग अनुभव होता है और इसे हमेशा ही एक पावन, पवित्र और एक्साइटिंग प्रोफेशन माना जाता है। टीचर्स डे एक स्पेशल दिन होता है जब टीचर्स को उनके योगदान के लिए सम्मान दिया जाता है और सराहा जाता है। भारत में टीचर्स डे हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर 5 सितंबर के दिन मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन एक महान विद्वान और श्रेष्ठ शिक्षक थे जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपने योगदान से कई लोगों को प्रेरित किया है। इसलिए उनका जन्मदिन हमारे सभी शिक्षकों को आभार प्रकट करने और उन्हें सराहने का एक आदर्श दिन है। हर साल पूरे देश के बच्चे इस स्पेशल दिन अपने टीचर्स के लिए आभार प्रकट करते हैं और उन्हें सम्मान देते हैं। 

शब्दों के माध्यम से आप अपने विचारों और भावनाओं को ढृंढ़ता से व्यक्त कर सकते हैं। यदि इस बार आपका बच्चा टीचर्स डे पर स्पीच देना चाहता है तो हमारे पास कुछ आइडियाज और टिप्स हैं जिसकी मदद से आप अपने बच्चे को एक स्पीच देना सिखा सकती हैं। इस आर्टिकल में टीचर्स डे पर हिंदी में कुछ स्पीच बताया गया है जो आपके बच्चे के लिए सहायक होगा। 

टीचर्स डे पर एक बेस्ट स्पीच लिखने के टिप्स 

एक स्टूडेंट या छात्र के जीवन में टीचर्स के लिए स्पेशल जगह होती है। पूरे देश के बच्चों के भविष्य को बनाने और गाइड करने में टीचर्स की एक अहम् भूमिका है इसलिए वे समाज के आदर्श नागरिक होते हैं और उन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। टीचर्स, गुरू, मेंटर या एजुकेटर (शिक्षा प्रदान करने वाले) को सम्मान देने हेतु स्पीच के लिए आप निम्नलिखित टिप्स का पालन कर सकते हैं, आइए जानें;

1. एक अच्छी स्पीच लिखें

एक अच्छी स्पीच का स्ट्रक्चर भी अच्छा और ऑर्गेनाइज्ड होना चाहिए। यदि स्पीच इन्फॉर्मल या व्यक्तिगत है तो इसमें लिखी हर एक पंक्ति अच्छी तरह से अरेंज की हुई होनी चाहिए। एक स्पीच को अच्छी तरह से ऑर्गेनाइज करने के लिए आपके बच्चे को टीचर के बारे में बहुत कुछ मालूम होना चाहिए। स्पीच के फॉर्मेट में सबसे पहले हमेशा इंट्रोडक्शन यानि परिचय, फिर मुख्य बात और अंतिम भाग में सम्मान के कुछ शब्द लिखे होते हैं। आप इस बारे में जरूर सोचें कि आपका बच्चा हर सेक्शन में कौन-कौन सी बातें बोलना चाहेगा। इस तैयारी के साथ बच्चे को स्पीच ऑर्गेनाइज करने में मदद मिलेगी। 

2. स्पीच का समय निर्धारित करें 

स्पीच लिखते समय अपने विचारों को व्यक्त करने और पंक्तियां बोलने में कोई भी हानि नहीं है पर यह हमेशा शॉर्ट व सरल होनी चाहिए। एक अच्छी स्पीच वही होती है जो छोटी और सरल हो और जिसका प्रभाव लोगों पर बहुत अच्छा व लंबे समय तक पड़ता है। धीमा व दिखावे वाली स्पीच को कोई भी याद नहीं रखता है। 

3. प्रसंशा करें पर बहुत ज्यादा नहीं 

स्पीच को इम्प्रेसिव व प्रभावशाली बनाने के लिए इसकी शुरूआत या अंत में आप किसी कविता की कुछ पंक्तियां भी शामिल कर सकते हैं। इसमें आप भावनाओं व विचारों को बहुत सरल शब्दों में रखें, टीचर्स को सराहें, उन पलों की बात करें जब टीचर्स ने आपके बच्चे की मदद की हो परंतु इस स्पीच में कुछ भी बढ़ा-चढ़ा कर न कहें। अंततः टीचर्स समझ जाएंगे कि आपके बच्चे ने यह स्पीच दिल से कही है। 

4. स्पीच के उद्देश्य को बनाए रखें

एक स्पीच में पूरी जानकारी होने के साथ वह प्रेरणादायक भी होनी चाहिए। टीचर्स डे पर स्पीच देते समय आपका बच्चा अपने टीचर्स को आभार प्रकट करना न भूले। आप अपने बच्चे को कई उदाहरण दे सकते हैं ताकि वह स्पीच का वास्तविक उद्देश्य न भूलें। आप अपने बच्चे को यह बात भी बताएं कि वह अपनी स्पीच इस प्रकार से दे कि टीचर्स उसकी स्पीच को ध्यान से सुनें। 

5. अपने विचारों को भी रखें

स्पीच देते समय बच्चा स्वाभाविक होना चाहिए और वह अपनी भावनाओं को पूरी तरह से व्यक्त करने में सक्षम हो। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा अपनी स्पीच में टीचर्स को आभार प्रकट करें, उनकी मेहनत का सम्मान करें और एक स्टूडेंट के जीवन में उनकी भूमिका को सराहे। 

टीचर्स डे पर एक बेस्ट स्पीच बोलने के टिप्स

अपने बच्चे को स्पीच लिखना सिखाने के बाद अब आप उसे इवेंट से पहले इसकी प्रैक्टिस करवाएं। निम्नलिखित कुछ टिप्स की मदद से आपका बच्चा टीचर्स डे के अवसर पर बेहतर तरीके से स्पीच दे सकेगा। वे कौन से टिप्स हैं आइए जानें;

1. बच्चे को आवाज में उतार-चढ़ाव करना सिखाएं

स्पीच देते समय आपके बच्चे की आवाज उतनी ही भावनात्मक होनी चाहिए जितनी भावनात्मक तरीके से वह स्पीच लिखी गई थी। आवाज में उतार-चढ़ाव करने से सही भावनाएं व्यक्त करने में मदद मिलती है। आप आवाज को इस प्रकार से मॉड्यूलेट करने की प्रैक्टिस करें कि इसमें आपके टीचर की भूमिका का महत्व झलके। 

2. स्पीच की स्पीड मध्यम रखें 

स्पीच का दर या स्पीच को कहने की तीव्रता भी एक जरूरी फैक्टर है जिससे आपके बच्चे की स्पीच का महत्व बढ़ेगा। इसलिए आप अपने बच्चे को एक संयमित स्पीड में स्पीच देना सिखाएं और इसकी प्रैक्टिस भी करवाएं। स्पीच देने की स्पीड से बच्चे को इसे याद रखने और अपनी आवाज में उतार-चढ़ाव लाने में मदद मिलती है। 

3. पिच आकर्षक रखें 

स्पीच को प्रभावी बनाने के लिए यह भी बहुत जरूरी है। स्पीच की पिच आकर्षक होने से टीचर्स का अटेंशन बना रहता है और इससे बच्चे को अपना मैसेज देने में सरलता हो सकती है। इस बात का ध्यान रखें कि बच्चा स्पीच देते समय अपनी आवाज की पिच को आकर्षक व जीवंत बनाए रखे। 

4. स्पीच के साथ प्रेजेंटेशन पर भी ध्यान दें

इस बात का पूरा ध्यान रखें कि स्पीच देने के दिन बच्चे के कपड़े और उसका पूरा अटायर आकर्षक होना चाहिए। चूंकि, स्पीच के दौरान सभी का ध्यान आपके बच्चे पर केंद्रित होगा इसलिए उसकी यूनिफॉर्म साफ व आयरन की हुई होनी चाहिए, उसके बाल अच्छे से सेट होने चाहिए और उसके जूते भी पॉलिश होने चाहिए। स्पीच के साथ प्रेजेंटेशन पर भी ध्यान दें

टीचर्स डे के अवसर पर हिंदी स्पीच लिखने के आइडियाज 

एक टीचर किसी के भी जीवन को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं। यदि हम एलिमेंटरी स्कूल के 6, 7 या 8 साल के बच्चों की बात करें तो वे अपने टीचर्स को एक जादूगर की तरह मानते हैं। टीचर्स डे के इस महत्वपूर्ण अवसर पर बच्चे अपने टीचर्स के लिए आभार प्रकट करना पसंद करते हैं। टीचर्स को सरप्राइज देने की तैयारी के साथ-साथ वे अपने टीचर्स को सच्ची भावनाओं और अच्छे विचारों से इम्प्रेस भी करना चाहते हैं। यहाँ पर टीचर्स डे के लिए स्पीच के कुछ सैंपल्स दिए हुए हैं जिनकी मदद से आपका बच्चे अच्छी तरह से अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकेगा, आइए जानते हैं;

सैंपल स्पीच #1 

आदरणीय शिक्षक और प्यारे दोस्तों, 

सुप्रभात, आज इस विशेष दिवस में हम सभी शिक्षक दिवस मनाने और अपने उन सभी प्यारे शिक्षकों व शिक्षिकाओं को आभार प्रकट करने के लिए एकत्रित हुए हैं जिन्होंने अपने देश का भविष्य बनाने हेतु अपने छात्रों को यानि हमें सर्वश्रेष्ठ शिक्षा देने के लिए कड़ी मेहनत की है। 

शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर के दिन अनेक खुशियों और उत्साह के साथ मनाया जाता है। आज ही के दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती होती है जो एक प्रसिद्ध विद्वान और दुनिया के बेहतरीन शिक्षक थे। वे हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति भी थे। देशभर के छात्र अपने सभी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को इसी दिन सम्मान देते हैं और उनके लिए आभार प्रकट करते हैं क्योंकि बच्चों के भविष्य और व्यक्तित्व को संवारने में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है और वे इस समाज को बेहतर बनाते हैं। 

यह कहना गलत नहीं होगा कि सभी शिक्षक व शिक्षिका हमारे माता-पिता की तरह ही होते हैं। वे हमें निःस्वार्थ भावना से पढ़ाते हैं और अपने बच्चों की तरह ही मानते हैं। यदि माता-पिता एक बच्चे को जन्म देते हैं तो शिक्षक उसके व्यक्तित्व को निखारते हैं और उसे एक अच्छा इंसान बनने में मदद करते हैं। इसलिए एक छात्र होने के नाते हमें अपने शिक्षकों व शिक्षिकाओं का सम्मान करना चाहिए और उन्हें प्यार देना चाहिए। हमारे शिक्षक हमें प्रेरणा देते हैं, हमें उत्साहित करते हैं, वे हमें ज्ञान देते हैं और जीवन की किसी भी परिस्थिति के लिए हमें तैयार करते हैं। 

सभी शिक्षक हमारे लिए कई तरीकों से एक आशीर्वाद की तरह हैं। आइए आज हम सभी एक प्रतिज्ञा लें कि हम हमेशा अपने शिक्षकों का सम्मान करेंगे, उनकी बात मानेंगे और अच्छा इंसान बनने के लिए उनका अनुसरण करेंगे। आज इस विशेष दिन पर मैं अपने सभी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को उनके प्यार व मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद कहना चाहता हूँ। 

धन्यवाद!! 

सैंपल स्पीच #2 

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, सभी शिक्षकगण और मेरे प्रिय साथियों,

आप सभी को मेरा नमन! आज हम सभी यहाँ पर शिक्षक दिवस के मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह दिन हमें एक ऐसा अवसर देता है जब हम अपने शिक्षक व शिक्षिका को आभार व सम्मान देते हैं और उनके सामने अपने विचारों को प्रकट कर सकते हैं। 5 सितंबर का यह दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उनकी याद में मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन एक नेता होने के साथ-साथ एक सच्चे शिक्षक भी थे। 

इसलिए उनका जन्मदिन सभी शिक्षकों को कल का भविष्य निर्मित करने में योगदान देने के लिए सम्मान व आभार प्रकट करने का एक सबसे श्रेष्ठ दिन है। हमारे शिक्षक या शिक्षिका हमें सिर्फ ज्ञान ही नहीं देते हैं बल्कि वे हमारे व्यक्तित्व को भी बनाते हैं। शिक्षक हम बच्चों में सपने देखने की आस जगाते हैं, वे लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमें सपोर्ट और मार्गदर्शन भी देते हैं। हमारे शिक्षक हमें एक अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं और वे हमें बेहतर बनाने का निरंतर प्रयास करते रहते हैं। इसलिए सभी शिक्षक/शिक्षिका हमारे लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन का एक स्रोत हैं। वे सभी हमारे सम्मान और आभार के योग्य हैं क्योंकि उन्होंने लाखों तरीकों से हमारे जीवन को बनाने का प्रयास किया है। 

एक छात्र होने के नाते आपको मेरा सिर्फ धन्यवाद कहना ही पर्याप्त नहीं है। आपके संबंध में मैं जो भी कहूंगी वह कम होगा क्योंकि मेरे शब्द मेरी भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने में असक्षम हैं और यह साबित कर पाना कठिन है कि आप सभी शिक्षक व शिक्षिका मेरे और सभी छात्रों के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। मैं उन सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं को धन्यवाद कहना चाहती हूँ जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया है। मैं यहाँ पर मौजूद सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं को उनके धैर्य, सकारात्मक प्रोत्साहन और प्यार के लिए मैं शुक्रिया कहना चाहती हूँ। आज मैंने अपने दिल के सभी भावनाएं आप लोगों के सामने व्यक्त की हैं। अंत में मैं डॉ. अब्दुल कलाम की इन पंक्तियों के साथ अपनी बात को खत्म करना चाहूंगी, कि ‘किसी को शिक्षित करना एक महान कार्य है, यह किसी व्यक्ति के चरित्र, क्षमता और भविष्य का निर्माण करता है। यदि लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखेंगे तो यह मेरे लिए एक सबसे बड़ा सम्मान होगा”। 

धन्यवाद!

सैंपल स्पीच #3 

यहाँ पर मौजूद सभी को मेरा नमन,

आज हम सभी यहाँ शिक्षक दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं! आज मुझे शिक्षक दिवस के इस बेहतरीन अवसर पर यह मौका मिला है कि मैं अपने उन सभी शिक्षकों व शिक्षिकाओं के लिए आभार और सम्मान में दो शब्द कह सकुं जिन्होंने मुझे प्रेरित किया है और मेरे जीवन को बेहतर बनाया है। 

मैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की इन पंक्तियों से अपनी बात शुरू करना चाहूँगा कि “सच्चे शिक्षक वे हैं जो हमें हमारे लिए सोचना सिखाते हैं”। यह एक अद्भुत विचार हमारे जीवन में शिक्षक व शिक्षिकाओं के महत्व को बढ़ाता है। यह मेरा सौभाग्य है कि आज शिक्षक दिवस के उपलक्ष में मुझे सभी के सामने अपनी बात कहने का मौका मिला है। भारत में सन 1962 से शिक्षक दिवस 5 सितंबर के दिन हर साल मनाया जाता है। यह दिन डॉ. राधाकृष्णन की जयंती होती है और वे भारत के एक सर्वश्रेष्ठ शिक्षक व विद्वान थे और इन्होंने लाखों जीवन को प्रेरित किया है और वे हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति भी थे। 

हमारे दिल में हमारे शिक्षकों व शिक्षिकाओं के लिए एक विशेष जगह है। यद्यपि हमारे माता-पिता हमें बेहतर जीवन देने के लिए बहुत कुछ करते हैं पर हमारे शिक्षक व शिक्षिका हमें ज्ञान की रोशनी प्रदान करते हैं और हमारे जीवन से अंधकार व अज्ञान खत्म करते हैं। हमारे शिक्षिका व शिक्षक हमें एक बेहतर भविष्य के बारे में सोचने के लिए प्रेरित करते हैं और जीवन में हर परिस्थिति का सामना करने की क्षमता प्रदान करते हैं। वे हम में छिपे हुए टैलेंट व क्रिएटिविटी को बाहर निकालते हैं और साथ ही हमें बहुत सारा ज्ञान प्रदान करते हैं। 

चूंकि, सभी शिक्षक और शिक्षिका हर बच्चे के जीवन में ज्ञान और शिक्षा की नींव रखते हैं इसलिए उनकी इस निःस्वार्थ भावना के लिए उनका सम्मान व आभार व्यक्त करना हर छात्र या छात्रा का कर्तव्य है। यहाँ मौजूद हर बच्चे की तरफ से मैं सभी शिक्षकों और शिक्षिकाओं को यह कहना चाहती हूँ कि आप हमारे जीवन का एक मजबूत सहारा हैं और आपके योगदान के कारण ही आज हम यहाँ तक पहुँच पाए हैं। एक शिक्षक या शिक्षिका सभी बच्चों को एक समान मानते हैं और बिना किसी भेदभाव के उन्हें दिल से स्वीकार करते हैं। मैं अपने शिक्षक व शिक्षिका के बारे में जितना भी कहूं उतना कम होगा। इसलिए अंत में मैं अपनी बात को यहीं खत्म करते हुए सभी छात्राओं व छात्रों की तरफ से अपने शिक्षकों और शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्य का आभार प्रकट करना चाहता हूँ और उन्हें धन्यवाद कहना चाहता हूँ। हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनने के लिए आपका धन्यवाद।  

धन्यवाद!

सैंपल स्पीच #4

आपकी शिक्षा और हर खयाल के साथ,
आपने हमें बहुत सारा प्यार भी दिया है,
वो सब कुछ जो आपने दिया है उसके लिए
आप को बहुत-बहुत धन्यवाद!
आप नहीं जानते कि
आपने हमारी कितनी मदद की है,
हर जीवन को सुधारने और
एक बेहतर संसार बनाने के लिए,
आपका बहुत-बहुत आभार!

प्रधानाचार्य और सभी शिक्षिकाओं व शिक्षकों को मेरी तरफ से शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं!

शुरूआत में कही गई कुछ पंक्तियां मुझे मेरे पसंदीदा शिक्षक या शिक्षिका की याद दिलाती हैं और मेरे सभी दोस्तों को भी यह सुनकर उनके पसंदीदा शिक्षक या शिक्षिका की याद जरूर आई होगी। आज का दिन बहुत स्पेशल है क्योंकि आज पूरे देश में हर छात्र व छात्राएं अपने शिक्षकों व शिक्षिकाओं के लिए सम्मान और आभार प्रकट करता है क्योंकि हर शिक्षक या शिक्षिका इस देश की बैकबोन है। हम सभी जानते हैं कि हर साल 5 सितंबर के दिन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन याद में शिक्षक दिवस मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति तो थे ही पर इसके अलावा वे एक बेहतरीन शिक्षक भी थे। यह दिन विशेष और महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन सभी शिक्षक व शिक्षिका शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है। 

हमारे कई रिश्ते होते हैं पर जो रिश्ता और समझ एक शिक्षक या शिक्षिका व छात्र व छात्रा के बीच होती है वह सब रिश्तों से परे है। शिक्षक या शिक्षिका और छात्र व छात्रा का रिश्ता खून का नहीं है पर वह हमारे शिक्षक व शिक्षिका ही हैं जो अपने छात्र व छात्रा की हर सफलता पर गर्व महसूस करते हैं। वे अपने छात्र व छात्राओं की सफलता को सुनकर वास्तव में बहुत ज्यादा खुश होते हैं। हमारे शिक्षकों के प्रयास की वजह से हमारी सफलता संभव हो सकती है। एक शिक्षक की महानता को दुनिया उसके छात्रों के माध्यम से जानती है। हमारे शिक्षक व शिक्षिका ही औसत दर्जे के छात्र व औसत दर्जे की छात्रा को एक सफल इंसान में बदल सकते हैं।

इस स्पेशल अवसर पर मैं अपने सभी दोस्तों से यह अनुरोध करूंगी कि वे भी मेरे साथ सभी शिक्षकों व शिक्षिकाओं की मेहनत को सराहने और यह सुनिश्चित करें कि वे हमेशा हमारे दिलों में ही रहेंगे। सभी छात्रों की तरफ से मैं अपने शिक्षक व शिक्षिकाओं का धन्यवाद करना चाहूंगी जिन्होंने हमें प्रेरणा दी और सही मायने में जीवन का अर्थ सिखाया है। आपने हमारे लिए जो भी किया है उसके बदले में थोड़ा सा भी कुछ कर पाना कठिन है। आपके प्यार और ज्ञान के लिए हम पूरे दिल से धन्यवाद करना चाहेंगे। हमें पढ़ाने और आगे बढ़ाने के लिए आपका धन्यवाद। हम वादा करते हैं कि हम एक अच्छा छात्र व अच्छी छात्रा बनूंगी/बनूंगा और एक दिन आपको हम पर गर्व होगा। 

धन्यवाद!!

सैंपल स्पीच #5

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षक, शिक्षिका और मेरे प्यारे साथियों,

आप सभी को मेरा नमन! 

आज शिक्षक दिवस के इस अवसर पर सभी छात्रों की तरफ से मैंने अपने सभी शिक्षकों व शिक्षिकाओँ को धन्यवाद देने, उनकी सराहना करने और सम्मान में तैयार की है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत में शिक्षक दिवस डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर 5 सितंबर को मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति थे और साथ ही वे एक बेहतरीन शिक्षक भी थे जो यह मानते थे कि हर एक शिक्षक देश का सर्वश्रेष्ठ दिमाग है। भारत में इसी महान नेता की याद में और उनके सम्मान में हम 1962 से हर साल शिक्षक दिवस मनाते आ रहे हैं। ये वो व्यक्ति थे जिन्होंने लाखों लोगों को प्रेरणा दी है और उन्हें जीवन के कठिन पथ पर आगे बढ़ना सिखाया है। 

एक शिक्षक, बच्चों के जीवन का एक मुख्य अंग हैं। एक शिक्षक या शिक्षिका की मदद के बिना एक छात्र या एक छात्रा कभी सर्वश्रेष्ठ नहीं बन सकते हैं। वे हमें ज्ञान देते हैं, हम पर विश्वास करते हैं और सपनों को पूरा करने में हमारी मदद करते हैं। हम कभी अपने शिक्षिकों व शिक्षिकाओं का यह एहसान नहीं भूल पाएंगे और हमारे लिए उनको सिर्फ धन्यवाद कहना ही पर्याप्त नहीं है। हम यह कभी नहीं समझ पाते हैं कि हमारे जीवन में शिक्षकों व शिक्षिकाओं का क्या महत्व है। शिक्षक या शिक्षिका हमें वो बनाते हैं जो आज हम हैं! एक पल के लिए जरा सोचिए कि यदि हमारे जीवन में ऐसे हमारे शिक्षक और शिक्षिका न होते जिन्होंने शुरू से ही धैर्य के साथ हमारा मार्गदर्शन किया है तो हमारा जीवन कैसा होता। शिक्षकों व शिक्षिकाओं ने हमारे जीवन में हमेशा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आपके बिना हम अपना जीवन सोच भी नहीं सकते हैं। आज मैं सभी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को उनके धैर्य के साथ हमें पढ़ाने, जब हमें खुद पर विश्वास नहीं था तब उनके विश्वास और वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रोत्साहन के लिए दिल से धन्यवाद देना चाहती हूँ। सिर्फ अपने शिक्षकों व शिक्षिकाओं की वजह से आज मैं आप सभी के सामने खड़ी होकर आभार प्रकट कर पा रही हूँ। 

यहाँ उपस्थित हम सभी छात्र व छात्राएं आप सभी के लिए दिल से आभारी हैं और हम वादा करते हैं कि एक दिन आप हम पर गर्व जरूर करेंगे।

धन्यवाद!

सैंपल स्पीच  #6

आदरणीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षकों और छात्रों को सुप्रभात। शिक्षक दिवस के इस खूबसूरत अवसर पर, हम अपने शिक्षकों की कड़ी मेहनत का जश्न मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं, जो एक बच्चे के जीवन में दूसरे माता-पिता का रूप माने जाते हैं।

हमारे शिक्षक यही कोशिश करते हैं कि हमें अच्छी तरह पढ़ाएं और जो ज्ञान उनके पास है वो हमसे साझा करें। हम अपने शिक्षक को उनके इस उपकार के लिए जितना भी धन्यवाद करें उतना कम है।

भारत में शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है। यह डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती की याद में मनाया जाता है। शिक्षक दिवस का उत्सव सबसे पहले 1962 में सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के शुभ अवसर पर शुरू हुआ था। वे एक महान शिक्षक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। यह उत्सव तब शुरू हुआ जब उनके कुछ छात्रों और दोस्तों ने उनसे 5 सितंबर को अपना जन्मदिन मनाने की अनुमति देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “मेरा जन्मदिन मनाने के बजाय 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए तो यह मेरे लिए गर्व की बात होगी।”

हम सभी अपने सभी शिक्षकों के हमारे जीवन में रहने और हमें प्यार और मार्गदर्शन के साथ पढ़ाने के लिए आभारी हैं। आपका मार्गदर्शन और आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहेगा।

हैप्पी टीचर्स डे!

धन्यवाद!

सैंपल स्पीच #7

आप सभी को सुप्रभात और शिक्षक दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं। शिक्षक दिवस के इस शुभ अवसर पर मैं कुछ शब्द बोलना चाहता/ चाहती हूँ। आइए अपने सभी प्यारे और सम्मानित शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देकर इस दिन की शुरुआत करें! आपके विश्वास, समर्पण और कड़ी मेहनत के कारण, हम छात्रों अपने अंदर की काबिलियत को पहचान पाते हैं। मैं सभी शिक्षकों को हमेशा हमारा साथ देने और हमारी गलतियों को सुधारने के लिए तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता/चाहती हूँ। शिक्षक दिवस ही वो मौका के जब हम उनकी कड़ी मेहनत की सरहाना सही तौर से करते हैं और पूरे भारत में 5 सितंबर को यह दिन मनाया जाता है, लेकिन हमारे लिए हर दिन शिक्षक दिवस है क्योंकि हमारे लिए हर दिन उनका सम्मान उतना ही है।

शिक्षक दिवस भारत के पहले उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता है। उनका जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था। वह भारत के दूसरे राष्ट्रपति और एक प्रसिद्ध विद्वान भी थे। अध्यापन के जुनून के साथ डॉ. राधाकृष्णन को भारत रत्न से भी नवाजा गया था। ऐसा कहा जाता है कि एक बार जब उनके कुछ छात्रों ने उनसे संपर्क किया और उनका जन्मदिन मनाने के लिए कहा, तो डॉ राधाकृष्णन ने उन्हें बस इतना कहा कि अगर 5 सितंबर को उनके जन्मदिन के रूप में मनाने के बजाय वे इसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं तो उन्हें ज्यादा सम्मानित महसूस होगा। यह घटना वास्तव में हमें दिखाती है कि वे शिक्षण पेशे के लिए कितने समर्पित थे और चाहते थे कि भारत के हर कोने में सभी शिक्षकों का सम्मान किया जाए। इस प्रकार, हर साल, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती शिक्षक दिवस समारोह का प्रतीक बन गई है।

स्कूल में शिक्षक दिवस हमारे दिलों में एक अहम स्थान रखता है। छात्रों के रूप में, हमें अपने आदरणीय शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए यह अवसर मिलता है। यह दिन सभी छात्रों के लिए उत्साह से भरा होता है जहां हम अपने टीचर्स के साथ खूब सारी मस्ती और एक्टिविटीज करते हैं। अब मैं अपने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देकर अपने भाषण को यही समाप्त करता/ करती हूँ और हम आशा करते हैं कि आज हमने आपके लिए जो कार्यक्रम रखा है, उसका आप उसका आनंद लेंगे!

धन्यवाद!

स्पीच के लिए आप बच्चे की तैयारी कैसे करें 

बच्चों को लिए टीचर्स डे पर हिंदी या अंग्रेजी भाषा में स्पीच देना सरल नहीं हैं। हालांकि एक अच्छी प्लानिंग और तैयारी के साथ आप अपने बच्चे को टीचर्स डे के लिए एक बेस्ट स्पीच सिखा सकते हैं।

1. बच्चे को अच्छे से प्रदर्शन करना सिखाएं 

आप अपनी आवाज में उतार-चढ़ाव के साथ खुद स्पीच देकर बच्चे को सिखाएं कि किसी भी उपलक्ष में स्पीच कैसे दी जाती है। इस बात का भी ध्यान रखें कि प्रैक्टिस के दौरान आपकी बॉडी लैंगवेज भी अच्छी होनी चाहिए ताकि आपका बच्चा इसे सीख सके और फाइनल स्पीच देते समय इसका उपयोग कर सके। 

2. प्रैक्टिस के दौरान बच्चे की स्पीच सुनें 

आप अपने बच्चे को स्पीच याद करने और उसे कई बार प्रैक्टिस करने में मदद करें ताकि वह कॉन्फिडेंट महसूस कर सके। बच्चे को स्पीच देते समय न टोकें क्योंकि इससे बच्चे के बोलने का फ्लो टूट जाएगा और उसे स्ट्रेस भी हो सकता है। पहले आप पूरे धैर्य से उसकी स्पीच सुनें और फिर अंत में उससे अपनी बात कहें। यदि आपका बच्चा आगे बढ़ना चाहता है तो आप उसे रोकने के बजाय प्रोत्साहित करें। 

3. आईने के सामने प्रैक्टिस करें 

यदि आपका बच्चा आईने के सामने स्पीच देने की प्रैक्टिस करता है तो इससे बच्चे को सभी के सामने अपनी बॉडी लैंग्वेज और चेहरे के एक्सप्रेशन को ठीक बनाए रखने में मदद मिलती है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आपका बच्चा आईने के सामने खड़े होकर स्पीच देने की पूरी प्रैक्टिस करे। इस ट्रिक से बच्चे की झिझक खत्म होगी या स्पीच देने का डर खत्म होगा। आईने के सामने प्रैक्टिस करें 

4. ऑडियंस इकट्ठा करें

बच्चे की स्पीच तैयार होने के बाद उसे अन्य लोगों या दोस्तों के सामने स्पीच देने के लिए कहें। इससे आपके बच्चे में अनेक लोगों के सामने बोलने का कॉन्फिडेंस आएगा। 

5. बच्चे की सराहना करें 

एक बार जब बच्चे को अच्छी तरह से स्पीच देनी आ जाए तो उसे स्पीच बोलने के लिए कहें। यदि बच्चा आत्मविश्वास के साथ बिना कोई गलती किए स्पीच देता है तो आप उसकी प्रसंशा करें और उसके लिए तालियां बजाएं। आपकी प्रसंशा बच्चा के आत्मविश्वास को बढ़ाती है और उसे पता होगा कि अब वह स्पीच देने के लिए तैयार है। 

बच्चे के मस्तिष्क को एक बेहतरीन बनाने में एक शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बच्चे कुछ अलग सोचें इसलिए वे उन्हें प्रेरित, उत्साहित और प्रोत्साहित करते हैं। इसलिए बच्चों को भी अपने टीचर्स का सम्मान करने में नहीं झिझकना चाहिए और अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए एक प्रभावी स्पीच ही एक सबसे बेहतरीन तरीका है। ऊपर बताए हुए टिप्स और स्पीच के सैंपल्स से आप बच्चे को शिक्षक दिवस पर एक यादगार और बेहतरीन स्पीच तैयार करने में मदद कर सकते हैं। 

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