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जो शादीशुदा जोड़े बच्चा करने के बारे में निर्णय लेते हैं उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि इस मामले में कभी-कभी बांझपन की समस्या हो सकती है। लगभग 15% जोड़ों में प्रजनन क्षमता से जुड़ी समस्याएं होती हैं लेकिन इनका इलाज भी मुमकिन होता है। वैसे तो इसमें कई तरह के उपचार होते हैं लेकिन घरेलू उपचार हमेशा सबसे पहले इस्तेमाल किए जाते हैं और वो प्रभावी भी होते हैं। जैसे, हल्दी जो एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक एजेंट है और अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है, इनफर्टिलिटी से जुड़ी परेशानियों में सुधार लाने के लिए भी जानी जाती है। यदि आप माता-पिता बनने की योजना बना रहे हैं और अपनी प्रजनन क्षमता में सुधार के तरीके तलाश रहे हैं, तो अपने आहार में हल्दी शामिल करने के बारे में सोच सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हल्दी इनफर्टिलिटी के उपचार में कैसे मदद करती है।
हल्दी क्या है?
हल्दी का पौधा एशिया के दक्षिण पूर्वी भागों पाया जाता है अदरक परिवार से जुड़ा हुआ है। हल्दी मुख्य रूप से साबुत या पाउडर के रूप में प्रयोग की जाती है। हल्दी गहरे पीले या नारंगी रंग की होती है और भारतीय घरों में इसके औषधीय गुणों के कारण बहुत लोकप्रिय है। हल्दी खाने की ज्यादातर चीजों में एक अहम पदार्थ के रूप में बहुतायत में इस्तेमाल होती है।
हल्दी पुरुषों की प्रजनन क्षमता सुधारने में कैसे मदद करती है?
बांझपन सिर्फ महिलाओं की ही समस्या नहीं है बल्कि यह पुरुषों को भी प्रभावित करता है, लेकिन इसका इलाज किया जा सकता है। हालांकि, इससे पहले कि हम आपको बताएं कि हल्दी पुरुषों में प्रजनन क्षमता बेहतर करने में कैसे मदद करती है, आपको यह पता लगाना चाहिए कि पुरुषों में इनफर्टिलिटी के क्या कारण हो सकते हैं।
पुरुषों में बांझपन की समस्या कई तरह के शारीरिक और स्वास्थ्य कारणों से हो सकती है, जो कि इस प्रकार हैं:
- थायराइड हार्मोन का स्तर कम होना गर्भधारण में समस्या पैदा कर सकता है।
- खराब मानसिक स्वास्थ्य या अक्सर बहुत तनाव होना भी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है।
- टेस्टिकल (अंडकोष) में वेरीकोज वेन स्पर्म को शरीर से बाहर निकलने से रोक सकती है।
- पुरुषों में कम प्रजनन क्षमता के लिए कुछ दवाएं भी जिम्मेदार होती हैं।
आइए अब समझते हैं कि हल्दी उन पुरुषों के लिए कैसे फायदेमंद साबित होती है जो अपनी फर्टिलिटी बढ़ाना चाहते हैं। हल्दी में विभिन्न तत्व होते हैं जो ऊपर बताई गई समस्याओं से निपटने में मदद करते हैं।
हल्दी में पाया जाने वाला एक अहम कंपाउंड ‘करक्यूमिन’ है। यह एंग्जाइटी और तनाव को कम करने में मदद करता है और पुरुष के प्रदर्शन में सुधार करता है। यह शरीर में हानिकारक फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान को कम करने में भी मदद करता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन के साथ-साथ विटामिन ‘ई’ और ‘सी’ थायराइड हार्मोन के गिर हुए के स्तर के कारण कम हुए एंटीऑक्सीडेंट को भी बढ़ाते हैं। हल्दी में प्रचुर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो शरीर में स्पर्म की संख्या बढ़ाने में मदद करता है। यूजेनॉल, लिमोनेन और क्वेरसेटिन जैसे कई अन्य तत्व तनाव को कम करते हैं और डिप्रेशन से दूर रखते हैं।
हल्दी महिलाओं की प्रजनन क्षमता सुधारने में कैसे मदद करती है?
भारतीय परिवारों में शादी के बाद महिला के बच्चे न होने पर सवाल पूछा जाना आम बात है। किसी महिला के गर्भधारण न कर पाने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से ज्यादातर समस्याओं का उपाय भी होता है। पहले महिलाओं में बांझपन के कारणों के बारे में जानते हैं और फिर समझते हैं कि हल्दी इसके उपचार में कैसे मदद करती है।
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) जैसे हार्मोन संबंधी डिसऑर्डर बांझपन बढ़ाते हैं।
- गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब को नुकसान।
- थायराइड हार्मोन के स्तर का कम होना अंडे निकलने में समस्या लाता है।
- अत्यधिक तनाव हार्मोन संतुलन बिगाड़कर बांझपन का कारण बनता है।
हल्दी ऊपर बताई गई कुछ समस्याओं का इलाज करने में मदद करती है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं। हल्दी पीसीओएस, ओवेरियन सिस्ट, एंडोमेट्रियोसिस और गर्भाशय फाइब्रॉएड जैसी समस्याओं के में भी मदद करती है।
गर्भधारण की कोशिश के दौरान अपने आहार में हल्दी कैसे शामिल करें?
नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने के लिए आपको इसे अपने रोज के आहार में शामिल करना चाहिए। यहां हल्दी से बने कुछ चुनिंदा व्यंजन व पेय पदार्थ की रेसिपी दी गई हैं जिन्हें आप आसानी से घर पर बना सकती हैं:
1. हल्दी वाला दूध
लगभग हर भारतीय घर में हल्दी वाले दूध के फायदे सभी को मालूम होते हैं। तो आइए जानते हैं, दादी-नानी का यह नुस्खा।
सामग्री
- 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- 1 गिलास दूध
- स्वादानुसार गुड़
विधि
- एक सॉस पैन में दूध को उबाल लें।
- हल्दी पाउडर और गुड़ डालें और चलाते रहें।
- इसे फिर से उबाल लें और आंच बंद कर दें।
- हल्दी वाला गर्मागर्म दूध पिएं।
2. ब्रेकफास्ट स्मूदी
यहां एक पौष्टिक स्मूदी की रेसिपी दी गई है जिसे आप अपने नाश्ते में शामिल कर सकती हैं।
सामग्री
- 1 पका हुआ केला
- 1 कप कटा हुआ अनानास
- 1 छोटा चम्मच अदरक
- 1 छोटा चम्मच हल्दी
- 1 कप दूध
विधि
- एक ब्लेंडर में सभी सामग्री डालें और पीस लें।
- इस मिश्रण को मलमल के कपड़े से छान लें।
- ठंडा करके परोसें।
3. हल्दी चावल
अपने आहार में हल्दी को शामिल करने का एक सरल लेकिन स्वादिष्ट तरीका है इसे चावल में मिलाना।
सामग्री
- 1 कप बासमती चावल
- 2 कप पानी
- 1 छोटा चम्मच हल्दी
- 1 बड़ा चम्मच घी या ऑलिव ऑइल
- नमक स्वादानुसार
विधि
- चावल को ठंडे पानी से अच्छी तरह धो लें।
- एक पैन में घी या ऑलिव ऑइल गर्म करें और उसमें हल्दी डालें।
- इसमें धुले हुए चावल डालें और हल्दी के मिश्रण से इसे अच्छी तरह से मिला लें।
- अब इसमें पानी और नमक मिलाएं।
- उबाल आने दें, फिर आंच धीमी करके पैन को ढक दें और धीमी आंच पर 15-20 मिनट तक, चावल पकने तक इंतजार करें।
- प्लेट में गर्मागर्म सर्व करें।
4. हल्दी वाली चाय
हल्दी के गुणों के फायदे उठाने के लिए इसकी चाय बहुत अच्छा विकल्प है।
सामग्री
- 1 छोटा चम्मच हल्दी
- 2 कप पानी
- 1 छोटा चम्मच शहद (वैकल्पिक)
- नींबू की फांक (वैकल्पिक)
विधि
- एक सॉस पैन में पानी उबालें।
- इसमें हल्दी पाउडर डालें और आंच धीमी करके लगभग 10 मिनट तक उबलने दें।
- चाय को छानकर एक कप में डालें।
- अगर चाहें तो शहद और नींबू का एक टुकड़ा डालें।
- अच्छी तरह से हिलाएं और गर्म-गर्म पिएं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. क्या हल्दी बांझपन का कारण बनती है?
यह एक गलत धारणा है। कई लोगों के मन में अक्सर यह प्रश्न उठता है कि गर्भधारण की कोशिश करते समय हल्दी का सेवन सुरक्षित है या नहीं। लेकिन जैसा कि इस लेख में हमने बताया है, हल्दी वास्तव में फर्टिलिटी क्षमता को बढ़ाती है। हल्दी में पाए जाने वाले तत्व पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। यह पुरुषों में वीर्य उत्पादन को भी बढ़ाती है और उनकी यौन शक्ति में सुधार करती है।
2. क्या आप हल्दी को गर्भनिरोधक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं?
हल्दी एक प्राकृतिक उत्पाद है जिसमें कई तरह के तत्व होते हैं जो हार्मोन का संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं और गर्भधारण में भी मदद करते हैं। हल्दी के गर्भनिरोधक के रूप में काम करने के बारे में कोई भी तथ्य एक सही नहीं है। वास्तव में यह इसके बिल्कुल विपरीत गुणों वाली होती है।
हल्दी दरअसल प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद करती है। इसकी नियमित खुराक न केवल बांझपन की समस्या वाले व्यक्ति की मदद कर सकती है, बल्कि डिप्रेशन, एंग्जाइटी और तनाव से संबंधित किसी भी अन्य परेशानी से निपटने में भी मददगार होती है। प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए हल्दी एक स्वास्थ्यवर्धक, किफायती और प्रभावी विकल्प है इसलिए इसे जरूर इस्तेमाल करके देखें।
References/Resources:
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