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बिस्कुट – एक कुरकुरा, नमकीन व मीठा स्वाद और एक नटखट सा अंदाज। बिस्कुट का नाम आते ही इसकी हल्की सी मिठास के साथ एक नमकीन कुरकुरा स्वाद अपने आप ही ध्यान आ जाता है। बिस्कुट को चाहे आप चाय में डुबोकर खाएं या इसमें चीज़, बटर लगाकर या फिर ऐसे ही खाएं, यह स्नैक्स हर किसी को पसंद आता है। यह एक ऐसा स्नैक्स है जिसे सिर्फ बच्चे ही नहीं बड़े भी खाना पसंद करते हैं। अब आपको चाहे हल्की भूख लगी हो या सिर्फ कुछ खाने की इच्छा हो, ऐसे समय पर बिस्कुट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परंतु यदि बच्चों की बात की जाए तो यह उनके लिए भी एक सरल व हल्का स्नैक्स है किंतु क्या बाजार में मिलने वाले सभी बिस्कुट आपके बच्चे के लिए सुरक्षित हैं? हमारे इस लेख में आप जान सकेंगी कि बच्चों के लिए बिस्कुट खाना सुरक्षित है या नहीं और इसके विकल्प में आप अपने बच्चे को क्या खिला सकती हैं।
जैसा कि हमने पहले भी कहा है कि बिस्कुट बहुत स्वादिष्ट, सरल और हल्की भूख के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्पों में से एक है। तथापि विशेषकर बच्चों के लिए हर प्रकार के बिस्कुट का सेवन करना लाभदायक नहीं है। आमतौर पर जिन सामग्रियों से बिस्कुट बनाया जाता है वह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी अच्छी नहीं होती हैं। आप अपने बच्चे को बिस्कुट के विकल्प में अन्य स्नैक्स दे सकती हैं जो उसके स्वास्थ्य के लिए अच्छा और स्वादिष्ट भी हो। आप अपने बच्चे को सभी प्रकार के बिस्कुट क्यों नहीं खिला सकती हैं इसके पीछे भी अनेक कारण हैं। इन्हीं कारणों की चर्चा यहाँ इस लेख में की जा रही है, यदि आप भी जानना चाहती हैं तो इसे पढ़ें।
बिस्कुट एक मामूली सा स्नैक्स, अक्सर माता-पिता अपने बच्चों को शांत करने या खुश करने के लिए बिस्कुट दे दिया करते हैं। किंतु क्या आपने कभी सोचा है कि बाजार में मिलने वाला बिस्कुट आपके बच्चे की सेहत के लिए कितना हानिकारक हो सकता है? बिस्कुट में न तो किसी भी प्रकार का पोषण होता है और न ही यह आपके बच्चे को स्वस्थ रखता है। बिस्कुट में डाली जाने वाली सामग्रियां बच्चों के लिए अत्यधिक हानिकारक होती हैं इसलिए बच्चे को हर प्रकार का बिस्कुट बिलकुल भी न खिलाएं। निम्नलिखित लेख में उन सामग्रियों के बारे में बताया गया है जिनसे बिस्कुट बनाया जाता है, आइए जानते हैं।
साधरणतः सभी बिस्कुट में मैदे का उपयोग किया जाता है और मैदा स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक खाद्य पदार्थ है। हालांकि मैदा मूल रूप से गेंहूं का उप-उत्पाद होता है किंतु इसे बनाने की प्रक्रिया में आटे के सभी गुण निकल जाते हैं जिससे यह लाभ रहित हो जाता है। इसके अलावा, मैदे को पचने में अत्यधिक समय लगता है, यह खाद्य पदार्थ वयस्कों के पाचन तंत्र के लिए भी लाभकारी नहीं होता है और यदि बच्चों की बात की जाए तो उनकी आंतें कम विकसित होने के कारण उनका पाचन तंत्र मैदे को पूरी तरह से पचाने में सक्षम नहीं है। बच्चों के लिए थोड़ा सा भी मैदा खाना हानिकारक साबित हो सकता और बिस्कुट तो मैदे से ही बनते हैं। इसलिए बच्चों को बिस्कुट खिलाने की सलाह नहीं दी जाती है।
ट्रांस फैट्स एक प्रकार का वसा होता है जिसका उपयोग प्रोसेस्ड भोजन में आकार, स्वाद और अनुरूपता बनाए रखने के लिए किया जाता है। हालांकि, इसमें पोषक तत्व बिलकुल भी नहीं होते हैं और साथ ही यह शारीरिक कोलेस्ट्रॉल को असंतुलित करता है जिसके कारण गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ट्रांस फैट्स बच्चों में नेत्र से संबंधित समस्याएं, तंत्रिका संबंधी विकार, एलर्जी, अतिसंवेदनशीलता की स्थिति, मधुमेह और मोटापे की समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। कई ब्रांड में यह उल्लेख हो सकता है कि उनके उत्पाद में किसी भी प्रकार के ट्रांस फैट्स नहीं है, लेकिन यह सिर्फ भ्रमित करने के लिए होता है क्योंकि बिस्कुट जैसे खाद्य पदार्थों के लिए भले ही थोड़ा ही परंतु ट्रांस फैट का उपयोग जरूर किया जाता है, यही कारण है कि ट्रांसफैट आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है और बिस्कुट में उपयोग होने के कारण बच्चों को बिस्कुट न देने की सलाह दी जाती है।
जैसा कि कहा गया है बाजार में बिकने वाले बिस्कुट में बिलकुल भी पोषण नहीं होता है। उसमें अधिकतर मैदा, अस्वास्थ्कर फैट्स, सोडियम, पोटैशियम होने के साथ-साथ अनेक हानिकारक सिंथेटिक पदार्थ होते हैं। बिस्कुट आपके बच्चे की भूख खत्म कर सकता है किंतु उन्हें पोषण बिलकुल भी नहीं देता है और यह अन्य उत्पादों जैसे टॉफी, चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक्स, केक में भी हो सकता है। इन उत्पादों को आमतौर पर एम्प्टी कैलोरी फूड कहा जाता है, जिसमें सिर्फ हानिकारक फैट मौजूद होता है जो सिर्फ स्वाद बदलता है और थोड़ी देर के लिए भूख शांत करता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप अपने बच्चे को ऐसे खाद्य पदार्थ बिलकुल भी न दें।
प्रोसेस्ड फूड में अन्य हानिकारक तत्व होते हैं जिसके कारण वह बच्चों के लिए अत्यधिक हानिकारक होते हैं। बिस्कुट में ऐसे पदार्थ होते हैं जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं और इन्हें बी.एच.ए. और बी.एच.टी. जैसे प्रेजर्वेटिव की आवश्यकता होती है। यह रसायन कैंसर जैसे खतरों को भी बढ़ावा देते हैं। बिस्कुट को बनाने के लिए बेकिंग सोडा का उपयोग किया जाता है जो बच्चों में एसिड रिफ्लक्स जैसी समस्याओं को बढ़ावा देता है। बिस्कुट में ग्लिसरॉल मोनोस्टीरेट का उपयोग वसायुक्त पदार्थों और पानी को समान रूप से रखने के लिए किया जाता है। हालांकि, यह आंतों के उन बैक्टीरिया को प्रभावित करता है जो पाचन तंत्र की समस्याओं का कारण बनते हैं।बिस्कुट में स्वाद के लिए अन्य कृत्रिम फ्लेवर का उपयोग भी किया जाता है, प्राकृतिक फ्लेवर संभवतः उपयोग नहीं किए जाते हैं। बिस्कुट में डाले जाने वाले सभी फ्लेवर रासायनिक होते हैं जो बच्चों के लिए हानिकारक हैं। ये सभी कृत्रिम पदार्थ छाती में समस्या, मानसिक क्षति और ट्यूमर के लिए जाने जाते हैं इसलिए बच्चों को बिलकुल भी बिस्कुट न दें।
जैसा कि आप जानते हैं मल त्याग के लिए फाइबर का होना अनिवार्य है किन्तु बिस्कुट में किसी भी प्रकार का फाइबर मौजूद नहीं होता है । यह आपके बच्चे में गंभीर कब्ज की समस्या का कारण बन सकता है, जिससे उल्टी, मल में रक्त या मल त्याग में कठिनाई आदि जैसी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।
बिस्कुट और सोडा जैसे प्रोसेस्ड फूड में स्वाद बढ़ाने के लिए रिफाइंड चीनी का उपयोग अत्यधिक मात्रा में किया जाता है जो विभिन्न कारणों से स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक होता है। इस प्रकार की चीनी हल्की लत का कारण बनती है जिस वजह से आपका बच्चा इसे बार-बार खाने की अधिक इच्छा प्रकट करता है। बिस्कुट में उपयोग की जाने वाली चीनी अत्यधिक मीठी होती है जो आपके बच्चे के स्वास्थ्य में अनेक समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। वास्तव में यह शर्करा नमी को उत्पन्न करने में सक्षम होती है और इससे बिस्कुट हवा के संपर्क में आने से भी नहीं सूखता है जिससे बिस्कुट को स्टोर करने में सरलता होती है। इस प्रकार की चीनी मधुमेह, कैंसर, हृदय रोग जैसी कुछ बड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है।
बिस्कुट में अनेक पदार्थ होते हैं जो एलर्जी का कारण बनते हैं, जैसे ग्लूटेन, सोया लेसिथिन। ये पदार्थ आपके बच्चे को एलर्जी से ग्रसित कर सकते हैं। इसकी प्रतिक्रियाएं साधारण हो सकती हैं, जैसे त्वचा में चकत्ते, और खतरनाक भी हो सकती हैं जैसे सांस लेने में समस्या के कारण फेफड़ों में सूजन।
अपने बच्चे को बाजार से खरीदे हुए बिस्कुट देना बंद करें चाहे उनके पैकेट में कितने भी स्वास्थ्यकर पदार्थ वर्णित हों। आप उन्हें बिस्कुट के स्थान पर हेल्दी फूड, फल इत्यादि दे सकती हैं। बच्चों के लिए घर पर बने हुए बिस्कुट ही दें, जिनके बारे में आप यहाँ से जानकारी प्राप्त कर सकती हैं।
जब आपका शिशु ठोस आहार खाना शुरू करता है, तो उसके भोजन के विकल्प में अत्यधिक वृद्धि होती है। ऐसे में आप उसे हमेशा ताजे फल और सब्जियों जैसे जैविक खाद्य पदार्थ ही खिलाएं। आप इन स्वास्थ्यप्रद पदार्थों से कई प्रकार के व्यंजन तैयार कर सकती हैं जैसे सलाद, स्मूदी और अन्य हेल्दी डिश। ऐसे व्यंजन हो सकता है आपके बच्चे को बोर करें इसलिए कभी-कभी आप उसे घर के बने बिस्कुट भी खिला सकती हैं परंतु अपने बच्चे को बाजार से खरीदे हुए बिस्कुट बिलकुल भी न दें।
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