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ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां के लिए सहजन (मोरिंगा): फायदे और रेसिपी

सभी जानते हैं कि जन्म के बाद के शुरुआती कुछ महीनों में बच्चे तक न्यूट्रिएंट्स पहुंचने का एकमात्र स्रोत मां का दूध ही होता है। लेकिन कुछ महिलाएं ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति कम होने की समस्या का अनुभव करती हैं। अगर आपका मिल्क प्रोडक्शन ठीक से नहीं हो रहा है, तो फिर आप अपने बच्चे को ठीक से स्तनपान नहीं करा पाएंगी। हालांकि, ऐसे कई प्राकृतिक तरीके हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपना ब्रेस्ट मिल्क बढ़ा सकती हैं, मोरिंगा यानी सहजन, जिसे ड्रमस्टिक के नाम से भी जाना जाता है, उनमें से एक है। यदि आप जानना चाहती हैं कि ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को अपने आहार में मोरिंगा को शामिल करने से कैसे लाभ हो सकता है, तो इस लेख को पूरा पढ़ें। 

क्या मोरिंगा ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां के लिए अच्छा होता है?

मोरिंगा का उपयोग ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए काफी लंबे समय से किया जा रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मोरिंगा के पत्तों को गैलेक्टगॉग कहा जाता है, यह एक ऐसा पदार्थ जो मिल्क सप्लाई को बढ़ाने में मदद करता है। ऐसे स्टडीज भी हुई हैं जो बताती हैं कि मोरिंगा के पत्तों का सेवन करके ब्रेस्ट मिल्क का प्रोडक्शन बढ़ता है। आप बच्चे को ठीक से ब्रेस्टफीडिंग कराने के लिए मोरिंगा के पत्तों का प्रभावी रूप से सेवन कर सकती हैं।

स्तनपान कराने वाली मां के लिए मोरिंगा के सेवन के फायदे

मोरिंगा या सहजन न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होता है, खासकर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां के लिए तो यह बहुत फायदेमंद होता है। ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मांओं के लिए मोरिंगा के फायदे जानने के लिए आगे पढ़ें:

1. कैल्शियम की जरूरत को पूरा करता है

ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को कैल्शियम की एक्स्ट्रा डोज चाहिए होती है, क्योंकि उसका शरीर बच्चे के लिए दूध बना रहा होता है और इस प्रकार, शरीर में कैल्शियम की जरूरत भी ज्यादा होती है, ताकि बच्चे को फीड कराने पर मां के शरीर में इसकी कमी न हो। साथ ही, फीडिंग करने वाले बच्चों की ग्रोथ के लिए भी लिए कैल्शियम की आवश्यकता होती है। नर्सिंग कराने वाली मांओं की कैल्शियम आवश्यकताओं को पूरा करने में मोरिंगा मदद करता है।

2. थकान दूर करता है

मोरिंगा आयरन से भरपूर होता है, जो स्तनपान कराने वाली मां के लिए बहुत जरूरी होता है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में आयरन होने से मां को जल्दी थकान महसूस होने वाली समस्या से निपटने में मदद मिलती है। इसके अलावा, डिलीवरी के दौरान एक महिला का काफी ज्यादा मात्रा में शरीर से खून निकल जाता है, इसलिए मोरिंगा का सेवन करने से आपका शरीर खून की कमी से रिकवर होने लगता है।

3. ब्लड क्लॉटिंग में मदद करता है

विटामिन ‘के’ से भरपूर होने के कारण, मोरिंगा ब्लड क्लॉटिंग में भी मदद करता है। यह उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से बहुत अच्छा माना जाता है, जिन्हें डिलीवरी के बाद भारी ब्लीडिंग का सामना करना पड़ता है।

4. यूटेराइन हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है

मोरिंगा के पत्तों का सेवन करने से भी लेबर पेन को डील करने में मदद मिलती है। एंटी-इंफ्लेमेटरी और बैक्टीरियल गुण डिलीवरी के बाद यूटेराइन हेल्थ को बनाए रखने में मदद करता है।

ब्रेस्ट मिल्क की आपूर्ति बढ़ाने के लिए मोरिंगा का इस्तेमाल कैसे करें

मोरिंगा यानी सहजन के पत्तों में कई जरूरी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं और आप इसे अपनी डाइट में आसानी से शामिल कर सकती हैं। आप इसे सब्जी के रूप में, सलाद की तरह या सूप में डालकर इसका सेवन कर सकती हैं, इसके अलावा मोरिंगा कैप्सूल और मोरिंगा पाउडर भी आता है जिसका आप सेवन कर सकती हैं, यहां तक ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए आप इसका जूस भी ले सकती हैं।

क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मोरिंगा का सेवन करने के कोई साइड इफेक्ट्स होते हैं?

जब बात आपके बच्चे की आती है, तो आपको ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है। इसलिए आपको अपने आहार में मोरिंगा को कम मात्रा में ही शामिल करना चाहिए। आप सुरक्षित रूप से शरीर के वजन में प्रति किलोग्राम के लिए 1000 मिलीग्राम मोरिंगा का सेवन कर सकती हैं। 3000 मिलीग्राम/किलोग्राम से ऊपर इसका सेवन करने से यह फायदा करने के बजाय नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप पहले से ही इसका सेवन कर रही हैं तो आपका शरीर इसका आदी हो जाता है, हालांकि, यदि आप इसे पहली बार अपनी डाइट में शामिल कर रही हैं, तो बेहतर यही है कि पहले अपने डॉक्टर से पूछ लें।

मोरिंगा के पत्तों की स्टर फ्राई रेसिपी जो लैक्टेशन बढ़ाने में मदद करेगी

आइए जानते हैं कि आप मोरिंगा से कैसे साइड डिश तैयार कर सकती हैं। यह रेसिपी बनाने में बेहद आसान है और इसेमें ज्यादा समय भी नहीं लगता है।

सामग्री

आपको चाहिए:

  • ताजे मोरिंगा के पत्ते – 2 कप
  • कद्दूकस किया हुआ नारियल – 4 से 5 बड़े चम्मच
  • करी पत्ता – 6-7
  • राई – ½ छोटा चम्मच
  • हल्दी पाउडर – ¼ छोटा चम्मच
  • काली मिर्च पाउडर- ¼ छोटा चम्मच
  • नारियल का तेल – 1 बड़ा चम्मच
  • नमक

विधि

  • एक भारी तले की कड़ाही में थोड़ा सा नारियल का तेल गर्म करें।
  • इसमें राई और करी पत्ता डालें और फ्राई करें।
  • अब इसमें हल्दी पाउडर और काली मिर्च पाउडर डालें।
  • मोरिंगा के पत्ते डालें और सभी को अच्छी तरह से मिक्स करें।
  • स्वादानुसार नमक डालें और इसे दो से तीन मिनट तक पकाएं।
  • ध्यान रहे कि पत्तों को ज्यादा न पकाएं।
  • एक जब यह अच्छे से पक जाए तो इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल डालें और आंच बंद कर दें।
  • इसे चावल या रोटी के साथ परोसें।

ध्यान देने योग्य कुछ जरूरी बातें

यहां कुछ जरूरी टिप्स दिए गए हैं जिन पर आपको ध्यान देना चाहिए, खासतौर पर जब आप ब्रेस्टफीडिंग के लिए मोरिंगा ओलीफेरा का सेवन करने का सोच रही हों।

  • आप फ्रेश और हरे दिखने वाले मोरिंगा के पत्तों का उपयोग करें।
  • मुरझाए, पीले या बासी दिखने वाले पत्तों का प्रयोग करने से बचें।
  • मोरिंगा के पत्तों का सेवन कम मात्रा में करें, क्योंकि इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से लिवर और किडनी पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
  • पत्तों को इस्तेमाल करने से पहले इन्हें अच्छी तरह साफ कर लें।
  • पत्तों को कभी भी ज्यादा न पकाएं क्योंकि ज्यादा पकाने से इसके सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स खत्म हो जाते हैं।
  • पत्तों को पकाते समय उसमें हल्दी जरूर डाल दें।
  • आप इसका स्वाद बढ़ाने के लिए लहसुन की कलियां भी मिला सकती हैं।

ऐसे कई प्राकृतिक तरीके हैं जिनका उपयोग आप अपने ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई को बेहतर करने के लिए कर सकती हैं। मोरिंगा या सहजन का सेवन स्तनों में दूध की आपूर्ति बढ़ाने के लिए मदद करता है और आपको यह आसानी से मिल भी जाता है। तो क्यों न आप भी मोरिंगा के पत्तों को अपनी डाइट में शामिल करें और ब्रेस्ट मिल्क सप्लाई को बढ़ाएं। मोरिंगा का सेवन करना आपके लिए बिल्कुल सुरक्षित है, लेकिन बेहतर यही है कि इसे या किसी भी खाद्य पदार्थ को अपनी डाइट में शामिल करने की शुरुआत करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें।

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समर नक़वी

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