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जब आप अपने नन्हे से बेबी को गोद में उठाती हैं, तो उस अद्भुत खुशी के एहसास के साथ-साथ एक जिम्मेदारी भी आती है और वो होती है, जितना संभव हो सके, उसकी अच्छी से अच्छी देखभाल करना। एक नई माँ होने के नाते, बाकी सभी सवालों के साथ-साथ बच्चे को नहलाने से संबंधित भी ढेर सारे सवाल आपके मन में उठते होंगे। इस लेख में, हम आपको बच्चे को नहलाने से संबंधित हर वह बात बताएंगे, जो आपको पता होनी चाहिए। नए पेरेंट्स के द्वारा पूछे गए कई जरूरी सवालों में से एक होता है, कि बच्चे को नहलाने के लिए पानी का सही तापमान क्या होना चाहिए और हम इस सवाल का जवाब लेकर आए हैं! इसके साथ ही, हम सावधानी के कुछ टिप्स भी लेकर आए हैं, जिन्हें फॉलो करके, आप अपने शिशु के नहाने के अनुभव को, अपने लिए और उसके लिए भी एक मजेदार और सुकून देने वाला बना सकती हैं।
छोटे बच्चे के नहाने के लिए पानी का सही तापमान क्या है?
बच्चे के नहाने के लिए 37 डिग्री सेल्सियस और 38 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान सबसे अच्छा होता है। आपके नन्हे बेबी के लिए नहाने का समय, आरामदायक और रिलैक्स करने वाला हो सकता है। लेकिन यह केवल तभी संभव है, जब उसके नहाने के पानी का टेम्परेचर बिल्कुल सही हो। अगर नहाने का पानी अधिक गर्म होगा, तो इससे बच्चे की नाजुक और सेंसिटिव त्वचा जल सकती है। साथ ही, इससे त्वचा में रूखेपन की समस्या भी हो सकती है। इसलिए, बच्चे को नहलाने से पहले, पानी का तापमान जांच लेना अच्छा होता है। याद रखें, पानी का तापमान न तो ठंडा होना चाहिए और न ही गर्म होना चाहिए। यह केवल इतना गुनगुना होना चाहिए, कि बच्चे को आराम मिल सके।
छोटे बच्चे को नहलाने के लिए पानी के तापमान को सुरक्षित कैसे रखें?
बच्चे की त्वचा बहुत नाजुक होती है और वह केवल कुछ ही पलों में जल सकती है। इसलिए, उसे नहलाने से पहले पानी के तापमान को चेक करना बहुत जरूरी है:
- आप एक बाथ थर्मामीटर की मदद से पानी का टेम्परेचर चेक कर सकती हैं। अगर आपके पास यह उपलब्ध नहीं है, तो आप तापमान का अंदाजा लगाने के लिए, अपनी कोहनी को पानी में डुबोकर ऐसा कर सकती हैं।
- बच्चे के बाथटब में पानी भरते समय पहले ठंडा पानी भरें और फिर गर्म पानी भरें। पानी को अच्छी तरह से मिलाएं, ताकि वह एकसार हो जाए और पानी में ठंडे या गर्म पानी के स्पॉट न बनें।
- नियमित अंतराल पर, पानी के तापमान को चेक करती रहें, ताकि अगर वह बच्चे के लिए ठंडा या अधिक गर्म हो जाए, तो आपको उसका पता चल सके। इसके लिए आप फिर से अपनी कोहनी को पानी में डुबोकर टेम्परेचर पता कर सकती हैं।
- कुछ बाथ टॉयज या फ्लोटिंग थर्मामीटर अपने आस-पास रखने की कोशिश करें, ताकि नहाने के पानी के तापमान का सही संकेत मिल सके।
छोटे बच्चे के लिए नहाने के पानी की सही गहराई क्या होती है?
एक शिशु या छोटे बच्चे को नहलाते समय, पानी की सही गहराई बहुत जरूरी है। नवजात बच्चों और 6 महीने तक के शिशुओं के लिए बाथटब में पानी की 8 सेंटीमीटर से 10 सेंटीमीटर की गहराई सही होती है। इससे बड़े बच्चों के लिए बाथटब में इतना पानी डाला जा सकता है, कि बच्चे के बैठने पर पानी उसके कूल्हों तक पहुंचे।
सावधानी के कुछ टिप्स
यहाँ पर ऐसे कुछ टिप्स दिए गए हैं, जिन्हें पेरेंट्स को याद रखना चाहिए और बच्चे को नहलाते समय किसी तरह की दुर्घटना आदि से बचने के लिए इन्हें फॉलो करना चाहिए:
- नहलाते समय बच्चे को कभी भी अकेला न छोड़ें। दुर्घटनावश बच्चा केवल कुछ ही सेकंड में पानी में डूब सकता है। इसलिए रिस्क न लें। आपका शिशु गरम पानी के नल को भी खोल सकता है और खुद को जला सकता है। नहाने के लिए सभी जरूरी सामग्री को पहले से ही व्यवस्थित रख लें, ताकि आपको उसे अकेला छोड़ कर बाथरूम से बाहर न जाना पड़े।
- नल खुला रखकर बच्चे को कभी भी न नहलाएं। पानी का तापमान कुछ ही सेकंड में बदल सकता है और बच्चे की त्वचा जलने की संभावना हो सकती है।
- कुछ बाथरूम में ठंडे और गर्म पानी के लिए अलग आउटलेट होते हैं। प्लम्बर को बुलाकर थर्मोस्टेटिक वाल्व लगाने की कोशिश करें, जिसमें ठंडे और गर्म दोनों ही पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- अपने नल के लिए इनफ्लैटेबल कवर का इस्तेमाल करें, क्योंकि नल से गर्म पानी बाहर निकलने पर वह गर्म हो सकता है और इसे छू कर बेबी गलती से खुद को जला सकता है। इसके लिए बच्चे को नल को न छूना सिखाना भी एक अच्छा तरीका हो सकता है। हालांकि शुरुआती महीनों में वह नल को खोलने में सक्षम नहीं होता है, लेकिन अगर आगे चलकर उसकी मोटर स्किल्स का विकास होने पर, वह नल को खोलने की कोशिश करता है, तो वह खुद को जला सकता है।
- बच्चे को एक मुलायम तौलिए में लपेटें और उसे थपथपा कर सुखाएं। जिस कमरे में आप बच्चे के कपड़े बदलने वाली हैं, उस कमरे को गर्म रखें। बच्चे को बाथटब से बाहर निकालने के बाद, उसे डायपर और कपड़े पहनाने से पहले, तौलिये से उसके शरीर को सुखाना न भूलें।
एक बार जब आप बच्चे को सही तरह से नहलाने में पारंगत हो जाती हैं, तो यह उसके साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाने का एक लाजवाब तरीका हो सकता है। बच्चों को पानी में खेलना बहुत पसंद होता है और बच्चा जैसे-जैसे बड़ा होता जाता है, उसे घंटों टब में पानी से खेलने में बहुत मजा आता है। आगे चलकर आपका बहुत सारा समय, बाथटब में पानी में मजे लेते अपने बच्चे के पास जमीन पर बैठकर उसे देखते हुए बीतने वाला है और हम यह निश्चित रूप से कह सकते हैं, कि आप इसके हर एक मिनट का बहुत आनंद उठाएंगी।
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