बड़े बच्चे (5-8 वर्ष)

शिशुओं और बच्चों के लिए अलसी के बीज – फायदे और साइड इफेक्ट

जब बच्चे छोटे होते हैं, तो उन्हें सही ग्रोथ और डेवलपमेंट के लिए बहुत सारे पोषण की जरूरत होती है। यह पोषण कई तरह के फलों, सब्जियों, अनाज, नट्स, बीज और यहाँ तक कि सप्लीमेंट्स के रूप में भी मिलता है। लेकिन जितना संभव हो सके, नेचुरल और ऑर्गेनिक भोजन चुनें। 

ऐसे कुछ खास खाद्य पदार्थ होते हैं, जो कि स्वास्थ्य और पोषण का पावर हाउस होते हैं। इन्हें सुपरफूड कहा जाता है और इनमें जरूरी विटामिन, मिनरल और विटामिन ‘बी’ कॉम्प्लेक्स, विटामिन ‘सी’, फोलेट, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कोलाइन, कैल्शियम, आयरन आदि जैसे जरूरी पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद होती है। 

आइए ऐसे ही एक सुपर फूड के बारे में बात करते हैं और वह है – फ्लैक्स सीड यानी अलसी के बीज!

बच्चे के भोजन में अलसी के बीज शामिल करने के बहुत से फायदे होते हैं। लेकिन, इस निर्णय से पहले इसके पोषक तत्वों, फायदों और नुकसान के बारे में अच्छी तरह से सोच लेना चाहिए। ऐसे कई तरह के खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें आपके बच्चे को नियमित रूप से लेना चाहिए। पर, अक्सर इस उम्र में खाने पीने की आदतें सही नहीं होती हैं। जिनके कारण उसके शरीर में कुछ खास पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो कि असल में बेहद जरूरी होते हैं। अलसी के बीज इन सभी में सही संतुलन बनाने में मदद कर सकते हैं। 

अलसी के बीज क्या होते हैं?

अलसी के बीज, अलसी के पौधे से मिलते हैं, जो कि पूरे साल फूल देते हैं। आमतौर पर विश्व के पश्चिमी भाग में उगने वाले ये बीज, अधिकतर सुपर मार्केट में मिल जाते हैं। कई सभ्यताओं में लंबे समय से अलसी के पौधों की खेती होती आई है और इनके बीजों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। 

अलसी के बीज में मौजूद न्यूट्रिशनल वैल्यू

जैसा कि बताया गया है, अलसी के बीज एक सुपरफूड है। इससे मिलने वाले न्यूट्रिशनल फायदे बहुत ही जबरदस्त होते हैं। सौ ग्राम अलसी के बीज में निम्नलिखित न्यूट्रिशन मिलते हैं: 

न्यूट्रिशन मात्रा
विटामिन ‘के’ 4.5 माइक्रोग्राम
फोलेट 90 माइक्रोग्राम
विटामिन ‘बी6’ 0.5 मिलीग्राम
पैंटोथैनिक एसिड 1 मिलीग्राम
नियासिन 3 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन 0.2 मिलीग्राम
थियामाइन 1.6 मिलीग्राम
विटामिन ‘सी’ 0.5 मिलीग्राम
सेलेनियम 25 माइक्रोग्राम
मैंगनीज 2.5 मिलीग्राम
कॉपर 1.3 मिलीग्राम
जिंक 4.4 मिलीग्राम
सोडियम 31 मिलीग्राम
फास्फोरस 815 मिलीग्राम
मैग्नीशियम 393 मिलीग्राम
आयरन 5.75 मिलीग्राम
कैल्शियम 256 मिलीग्राम
शुगर 1.6 ग्राम
फाइबर 27.5 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 29 ग्राम
लिपिड 42.2 ग्राम
प्रोटीन 18.3 ग्राम
पानी 7 ग्राम
एनर्जी 535 किलोकैलोरी

शिशु को फ्लैक्स सीड देने की शुरुआत कब करें?

अलसी के बीज से साइड इफेक्ट की संभावना काफी कम होती है। इसके कारण यह शिशु को देने के लिए एक सुरक्षित खाद्य पदार्थ है। इसे देने का सही समय वह होता है, जब बच्चों को ठोस आहार देने की शुरुआत की जाती है। यानी कि जब आपका बच्चा लगभग 9 महीने की उम्र का हो जाता है, तो उसे यह दिया जा सकता है। 

शिशुओं और बच्चों के लिए अलसी के बीज के फायदे

इससे मिलने वाले पोषण के अलावा, इसमें और भी कई गुण हैं, जिससे आपके बच्चे को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई तरह के फायदे मिलते हैं। 

1. एंटी कैंसर गुण

अलसी के बीज में लिगनेंस नामक पदार्थ पाया जाता है। यह शरीर को कई तरह के कैंसर के खतरों से बचाता है, जो कि वर्तमान में या भविष्य में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। 

2. रेस्पिरेटरी बीमारियों से बचाव

कई अध्ययनों से यह पता चला है, कि फ्लेक्स सीड रेस्पिरेटरी सिस्टम से संबंधित कई तरह की समस्याओं के खतरे को कम करने में बड़े पैमाने पर मदद करता है, जैसे कि इन्फ्लेमेशन। इससे यह अस्थमा, माइग्रेन और ऐसी ही अन्य बीमारियों के खतरे से बचाता है। 

3. दिमाग और नजर का विकास

शिशुओं और बच्चों के शरीर को कई डेवलपमेंट माइलस्टोन से गुजरना होता है, खासकर दिमागी विकास और नजर के विकास के मामले में। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्योंकि यह दिमाग के विकास को स्टिमुलेट करता है। अलसी के बीज में अल्फा लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है, जो कि ओमेगा 3 के निर्माण में शरीर की मदद करता है और इस प्रकार यह संपूर्ण विकास में सहायक होता है। 

4. पाचन में सुधार

अलसी के बीज में मौजूद फाइबर के कारण हेल्थ कॉन्शियस लोग इसे बहुत पसंद करते हैं। अलसी के बीज बॉवेल मूवमेंट पर काम करते हैं और डाइजेशन सिस्टम को सही तरह से काम करने के लिए फटाफट रेगुलराइज करते हैं। 

5. प्रोटीन का स्रोत

बच्चे के विकास में प्रोटीन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे मेटाबॉलिक एक्टिविटीज के लिए जरूरी एनर्जी मिलती है, मांसपेशियों के विकास में मदद मिलती है और अंगों का आंतरिक विकास होता है। अलसी के बीज से ये सभी फायदे एक साथ मिल जाते हैं। 

बच्चों में अलसी के बीज के संभावित साइड इफेक्ट्स

अलसी के बीज के इतने सारे फायदे देखकर आपके मन में इसे अपने बच्चे के भोजन में शामिल करने की इच्छा जाग चुकी होगी, लेकिन यह सुपरफूड अपने साथ कुछ साइड इफेक्ट भी ला सकता है। 

  1. कुछ ऐसे मामले देखे गए हैं, जहाँ अलसी के बीज के कारण ब्लीडिंग और इंजरी होने की संभावना में बढ़त देखी गई है।
  2. इससे एलर्जी होने की संभावना बहुत ही कम है, लेकिन फ्लैक्स सीड खाने के बाद कभी-कभी बच्चों को खुजली, रैशेज और घरघराहट की समस्या हो सकती है। ऐसे में उन्हें अलसी के बीज देना तुरंत बंद कर दें और अपने पेडिअट्रिशन से संपर्क करें।
  3. अधिकतर बच्चों को अलसी के बीज खाने के बाद गैस और पेट फूलने की समस्या हो जाती है।
  4. अलसी के बीज में मौजूद पदार्थों के कारण, कई बार अधिक मात्रा में खा लेने पर इससे डायरिया हो सकता है, क्योंकि इसमें थोड़ी मात्रा में पेट साफ करने की क्षमता भी होती है।
  5. ऐसी भी संभावना हो सकती है, कि अलसी के बीज कुछ दवाओं या सप्लीमेंट के साथ इंटरेक्ट करें और इनके प्रभाव कम हो जाएं।

अलसी के बीज को कैसे स्टोर किया जाए

अलसी के बीज को अगर सही तरह से स्टोर न किया जाए, तो यह आसानी से खराब हो सकता है। इसे रखने का सही तरीका है, फ्रिज में स्टोर करना। अगर फ्लैक्स सीड साबुत हों, तो सही तरह से स्टोर करने पर ये 2 साल तक भी चल जाते हैं। 

क्या अलसी का तेल खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है?

फ्लैक्स सीड ऑयल, अलसी के पौधे का एक प्रोडक्ट है, लेकिन खाना पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करना अच्छा नहीं है। अलसी का तेल खाना पकाने के लिए नहीं होता है और गर्माहट से यह तुरंत जल जाता है और खराब हो जाता है। 

लेकिन अगर फ्लैक्स सीड ऑयल का इस्तेमाल दूसरे तरीकों से किया जाए, तो यह असल में काफी सुरक्षित और फायदेमंद होता है। जैसे कि, सलाद में डालना, सॉस और डिप्स में डालना या फिर स्मूदी और शेक्स में भी इसे एक या दो चम्मच डाला जा सकता है। इसे सप्लीमेंट के तौर पर भी लिया जा सकता है और खासकर अगर आप फिश ऑयल सप्लीमेंट नहीं ले रहे हैं (ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए) तो यह जरूरी हो जाता है।

बच्चे के भोजन में अलसी के बीजों को कैसे शामिल करें?

अलसी के बीजों का इस्तेमाल कई अन्य खाद्य पदार्थों में हो सकता है। बच्चे की आयु के अनुसार उसके भोजन में इसे कई तरह से डाला जा सकता है। 

शिशु का खाना

अलसी के बीजों का फायदा अधिक से अधिक मिल सके, इसलिए उसे शरीर के अंदर पूरी तरह से ब्रेक डाउन होने और डाइजेस्टिव सिस्टम के द्वारा सोखने की जरूरत होती है। इसलिए इन्हें मफिन, बेक्स या ब्रेड में डाल कर बेक न करें, क्योंकि इससे सही तरह से सभी पोषक पदार्थों के सोखने में रूकावट आ सकती है। 

  • बच्चे को खीर या दही खिलाते समय इसमें थोड़े अलसी के बीज मिला दें।
  • अगर आपके बच्चे के दाँत निकल रहे हैं, तो एडिबल टीदिंग बिस्किट बनाने के लिए आप अपनी रेसिपीज में अलसी के बीज को शामिल कर सकती हैं।
  • जब बच्चा 1 साल का होने वाला हो और वह मीट खाने की शुरुआत कर चुका हो, तो मीटबॉल्स और चिकन नगेट्स के साथ अलसी के बीजों को कूटकर मिलाया जा सकता है।
  • प्यूरी के साथ थोड़े अलसी के बीज डालकर इसे आसानी से पचाया जा सकता है।
  • एक बार जब बच्चा अनाज खाने की शुरुआत कर देता है, तो ओट्स के साथ अलसी के बीजों को मिलाकर एक स्वादिष्ट खाना तैयार किया जा सकता है।

बच्चे का खाना (एक साल की उम्र के बाद)

शुरुआती समय में बच्चा जितना सहयोग करता रहा है, बड़े होने के बाद हो सकता है, कि उसे अलसी के बीज पसंद न आएं, क्योंकि यह उम्र ही ऐसी होती है। चिंता न करें, अभी भी उसे फ्लैक्स सीड खिलाने के कई तरीके आपको मिल जाएंगे। 

  • अगर बच्चे को सूप और वेजिटेबल्स स्ट्यू पसंद हैं, तो गार्निशिंग की दूसरी चीजों के साथ अलसी के बीज को भी मिलाया जा सकता है। यह एक बेहतरीन कैमफ्लेज के तौर पर काम करेगा और पोषण भी देगा।
  • घर पर केचप या दूसरे डिप्स बनाते समय, कूटे हुए अलसी के बीजों को दूसरे मसालों के साथ मिलाकर  इन सॉसेज के स्वाद को खराब किए बिना हेल्दी बनाया जा सकता है।
  • बच्चे के लिए स्वादिष्ट स्मूदी बनाते समय, उसमें थोड़े फ्लैक्स सीड डालें और उसे फलों के टेस्ट के बीच इसका टेस्ट बिल्कुल पता नहीं चल पाएगा।

अलसी के बीज बहुत पौष्टिक होते हैं और इसे पूरे विश्व में लोगों के द्वारा खाया जाता है। कब्ज के लिए फ्लैक्स सीड तेल के इस्तेमाल से लेकर अच्छी हेल्थ के लिए इन्हें सप्लीमेंट के तौर पर लेने तक, अगर इसे सही मात्रा में लिया जाए, तो बच्चे को अलसी के बीजों से बहुत फायदा मिल सकता है और इसका स्वाद भी उसे जरूर पसंद आएगा। 

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पूजा ठाकुर

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