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जब बच्चे छोटे होते हैं, तो उन्हें सही ग्रोथ और डेवलपमेंट के लिए बहुत सारे पोषण की जरूरत होती है। यह पोषण कई तरह के फलों, सब्जियों, अनाज, नट्स, बीज और यहाँ तक कि सप्लीमेंट्स के रूप में भी मिलता है। लेकिन जितना संभव हो सके, नेचुरल और ऑर्गेनिक भोजन चुनें।
ऐसे कुछ खास खाद्य पदार्थ होते हैं, जो कि स्वास्थ्य और पोषण का पावर हाउस होते हैं। इन्हें सुपरफूड कहा जाता है और इनमें जरूरी विटामिन, मिनरल और विटामिन ‘बी’ कॉम्प्लेक्स, विटामिन ‘सी’, फोलेट, ओमेगा-3 फैटी एसिड, कोलाइन, कैल्शियम, आयरन आदि जैसे जरूरी पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद होती है।
आइए ऐसे ही एक सुपर फूड के बारे में बात करते हैं और वह है – फ्लैक्स सीड यानी अलसी के बीज!
बच्चे के भोजन में अलसी के बीज शामिल करने के बहुत से फायदे होते हैं। लेकिन, इस निर्णय से पहले इसके पोषक तत्वों, फायदों और नुकसान के बारे में अच्छी तरह से सोच लेना चाहिए। ऐसे कई तरह के खाद्य पदार्थ हैं, जिन्हें आपके बच्चे को नियमित रूप से लेना चाहिए। पर, अक्सर इस उम्र में खाने पीने की आदतें सही नहीं होती हैं। जिनके कारण उसके शरीर में कुछ खास पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो कि असल में बेहद जरूरी होते हैं। अलसी के बीज इन सभी में सही संतुलन बनाने में मदद कर सकते हैं।
अलसी के बीज, अलसी के पौधे से मिलते हैं, जो कि पूरे साल फूल देते हैं। आमतौर पर विश्व के पश्चिमी भाग में उगने वाले ये बीज, अधिकतर सुपर मार्केट में मिल जाते हैं। कई सभ्यताओं में लंबे समय से अलसी के पौधों की खेती होती आई है और इनके बीजों का इस्तेमाल किया जाता रहा है।
जैसा कि बताया गया है, अलसी के बीज एक सुपरफूड है। इससे मिलने वाले न्यूट्रिशनल फायदे बहुत ही जबरदस्त होते हैं। सौ ग्राम अलसी के बीज में निम्नलिखित न्यूट्रिशन मिलते हैं:
न्यूट्रिशन | मात्रा |
विटामिन ‘के’ | 4.5 माइक्रोग्राम |
फोलेट | 90 माइक्रोग्राम |
विटामिन ‘बी6’ | 0.5 मिलीग्राम |
पैंटोथैनिक एसिड | 1 मिलीग्राम |
नियासिन | 3 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.2 मिलीग्राम |
थियामाइन | 1.6 मिलीग्राम |
विटामिन ‘सी’ | 0.5 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 25 माइक्रोग्राम |
मैंगनीज | 2.5 मिलीग्राम |
कॉपर | 1.3 मिलीग्राम |
जिंक | 4.4 मिलीग्राम |
सोडियम | 31 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 815 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 393 मिलीग्राम |
आयरन | 5.75 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 256 मिलीग्राम |
शुगर | 1.6 ग्राम |
फाइबर | 27.5 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 29 ग्राम |
लिपिड | 42.2 ग्राम |
प्रोटीन | 18.3 ग्राम |
पानी | 7 ग्राम |
एनर्जी | 535 किलोकैलोरी |
अलसी के बीज से साइड इफेक्ट की संभावना काफी कम होती है। इसके कारण यह शिशु को देने के लिए एक सुरक्षित खाद्य पदार्थ है। इसे देने का सही समय वह होता है, जब बच्चों को ठोस आहार देने की शुरुआत की जाती है। यानी कि जब आपका बच्चा लगभग 9 महीने की उम्र का हो जाता है, तो उसे यह दिया जा सकता है।
इससे मिलने वाले पोषण के अलावा, इसमें और भी कई गुण हैं, जिससे आपके बच्चे को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई तरह के फायदे मिलते हैं।
अलसी के बीज में लिगनेंस नामक पदार्थ पाया जाता है। यह शरीर को कई तरह के कैंसर के खतरों से बचाता है, जो कि वर्तमान में या भविष्य में समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
कई अध्ययनों से यह पता चला है, कि फ्लेक्स सीड रेस्पिरेटरी सिस्टम से संबंधित कई तरह की समस्याओं के खतरे को कम करने में बड़े पैमाने पर मदद करता है, जैसे कि इन्फ्लेमेशन। इससे यह अस्थमा, माइग्रेन और ऐसी ही अन्य बीमारियों के खतरे से बचाता है।
शिशुओं और बच्चों के शरीर को कई डेवलपमेंट माइलस्टोन से गुजरना होता है, खासकर दिमागी विकास और नजर के विकास के मामले में। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। क्योंकि यह दिमाग के विकास को स्टिमुलेट करता है। अलसी के बीज में अल्फा लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है, जो कि ओमेगा 3 के निर्माण में शरीर की मदद करता है और इस प्रकार यह संपूर्ण विकास में सहायक होता है।
अलसी के बीज में मौजूद फाइबर के कारण हेल्थ कॉन्शियस लोग इसे बहुत पसंद करते हैं। अलसी के बीज बॉवेल मूवमेंट पर काम करते हैं और डाइजेशन सिस्टम को सही तरह से काम करने के लिए फटाफट रेगुलराइज करते हैं।
बच्चे के विकास में प्रोटीन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे मेटाबॉलिक एक्टिविटीज के लिए जरूरी एनर्जी मिलती है, मांसपेशियों के विकास में मदद मिलती है और अंगों का आंतरिक विकास होता है। अलसी के बीज से ये सभी फायदे एक साथ मिल जाते हैं।
अलसी के बीज के इतने सारे फायदे देखकर आपके मन में इसे अपने बच्चे के भोजन में शामिल करने की इच्छा जाग चुकी होगी, लेकिन यह सुपरफूड अपने साथ कुछ साइड इफेक्ट भी ला सकता है।
अलसी के बीज को अगर सही तरह से स्टोर न किया जाए, तो यह आसानी से खराब हो सकता है। इसे रखने का सही तरीका है, फ्रिज में स्टोर करना। अगर फ्लैक्स सीड साबुत हों, तो सही तरह से स्टोर करने पर ये 2 साल तक भी चल जाते हैं।
फ्लैक्स सीड ऑयल, अलसी के पौधे का एक प्रोडक्ट है, लेकिन खाना पकाने के लिए इसका इस्तेमाल करना अच्छा नहीं है। अलसी का तेल खाना पकाने के लिए नहीं होता है और गर्माहट से यह तुरंत जल जाता है और खराब हो जाता है।
लेकिन अगर फ्लैक्स सीड ऑयल का इस्तेमाल दूसरे तरीकों से किया जाए, तो यह असल में काफी सुरक्षित और फायदेमंद होता है। जैसे कि, सलाद में डालना, सॉस और डिप्स में डालना या फिर स्मूदी और शेक्स में भी इसे एक या दो चम्मच डाला जा सकता है। इसे सप्लीमेंट के तौर पर भी लिया जा सकता है और खासकर अगर आप फिश ऑयल सप्लीमेंट नहीं ले रहे हैं (ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए) तो यह जरूरी हो जाता है।
अलसी के बीजों का इस्तेमाल कई अन्य खाद्य पदार्थों में हो सकता है। बच्चे की आयु के अनुसार उसके भोजन में इसे कई तरह से डाला जा सकता है।
अलसी के बीजों का फायदा अधिक से अधिक मिल सके, इसलिए उसे शरीर के अंदर पूरी तरह से ब्रेक डाउन होने और डाइजेस्टिव सिस्टम के द्वारा सोखने की जरूरत होती है। इसलिए इन्हें मफिन, बेक्स या ब्रेड में डाल कर बेक न करें, क्योंकि इससे सही तरह से सभी पोषक पदार्थों के सोखने में रूकावट आ सकती है।
शुरुआती समय में बच्चा जितना सहयोग करता रहा है, बड़े होने के बाद हो सकता है, कि उसे अलसी के बीज पसंद न आएं, क्योंकि यह उम्र ही ऐसी होती है। चिंता न करें, अभी भी उसे फ्लैक्स सीड खिलाने के कई तरीके आपको मिल जाएंगे।
अलसी के बीज बहुत पौष्टिक होते हैं और इसे पूरे विश्व में लोगों के द्वारा खाया जाता है। कब्ज के लिए फ्लैक्स सीड तेल के इस्तेमाल से लेकर अच्छी हेल्थ के लिए इन्हें सप्लीमेंट के तौर पर लेने तक, अगर इसे सही मात्रा में लिया जाए, तो बच्चे को अलसी के बीजों से बहुत फायदा मिल सकता है और इसका स्वाद भी उसे जरूर पसंद आएगा।
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