शिशु

शिशु को ब्रेस्ट मिल्क से नहलाना

ब्रेस्ट मिल्क को लिक्विड गोल्ड कहते हैं। यह बच्चे को अंदर और बाहर से भी पोषित करता है। ब्रेस्ट मिल्क में 3 से 5% फैट, 0.8 से 0.9% प्रोटीन, 6.8 से 7.2% कार्बोहाइड्रेट और 0.2% विटामिन और मिनरल मौजूद है। ब्रेस्ट मिल्क में मौजूद फैट उस तरह के फैट होते हैं जिनका उपयोग कॉस्मेटिक बनाने में किया जाता है, जैसे मॉइस्चराइजर और ये फैट त्वचा व बालों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होते हैं। इसलिए छोटे बच्चों के लिए ब्रेस्ट मिल्क बाथ बहुत ज्यादा फायदेमंद है। 

ब्रेस्ट मिल्क बाथ क्या है?

ब्रेस्ट मिल्क बाथ में डाइल्यूट किया हुआ ब्रेस्ट मिल्क होता है। बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क से नहलाने से उसकी त्वचा से संबंधित समस्याएं ठीक हो जाती हैं, जैसे एक्जिमा, क्रैडल कैप, सोरायसिस, छोटे-मोठे कट और जलने की समस्या। 

ब्रेस्ट मिल्क से नहलाने के फायदे

छोटे बच्चों को ब्रेस्ट मिल्क से नहलाने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, आइए जानें;

1. एक्ने और धब्बों का इलाज करता है

ब्रेस्ट मिल्क में लॉरिक एसिड होता है जिसे फैटी एसिड कहते हैं और यह कोकोनट ऑयल में भी पाया जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं और यह एक्ने को ठीक करता है। इससे त्वचा के धब्बे और असमान रंगत ठीक होने में मदद मिलती है। माँओं के खून में मौजूद हॉर्मोन्स के कारण कुछ बच्चों में एक्ने की समस्या होती है। यह समस्या सप्ताह में दो बार छोटे बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क से नहलाने से ठीक भी हो जाती है। 

2. ड्राई स्किन को मॉइस्चराइज करता है और खुजली भी कम होती है

ब्रेस्ट मिल्क में पॉमिटिक एसिड और फैटी एसिड होता है जो एक बेहतरीन मॉइस्चराइजर है। इसमें ओमेगा फैटी एसिड भी है जिसे ओलिक एसिड कहते हैं और यह इंसानों के टिश्यू में पाया जाता है। ओलिक एसिड त्वचा को मॉइस्चराइज करता है और ड्राई स्किन को ठीक करता है। ब्रेस्ट मिल्क में अन्य तत्व होते हैं जिसे वैक्सेनिक एसिड कहते हैं जो शरीर को सुरक्षित रखने के साथ-साथ पोषित भी करता है। ब्रेस्ट मिल्क में लिनोलिक एसिड भी पाया जाता है और यह त्वचा को मॉइस्चराइज करके धब्बों को कम करता है और साथ ही इससे सूजन भी कम हो जाती है। इसलिए ब्रेस्ट मिल्क बाथ से ड्राई स्किन ठीक हो जाती है और बच्चों को खुजली भी नहीं होती है। ब्रेस्ट मिल्क की कुछ बूंदें लगाने से माँ के ड्राई, क्रैक और दर्द भरे निप्पल ठीक हो जाते हैं। 

3. नैपी रैश और त्वचा में जलन को भी कम करता है

ब्रेस्ट मिल्क में मौजूद एंटीबॉडीज डायपर रैशेज को ठीक करने में मदद करते हैं। बच्चे को सप्ताह में एक या दो बार ब्रेस्ट मिल्क से नहलाएं, इससे उसकी पपड़ी वाली त्वचा मुलायम हो जाएगी। 

कितना ब्रेस्ट मिल्क उपयोग करना चाहिए

ब्रेस्ट मिल्क बाथ को प्रभावी बनाने के लिए पानी मिल्की होना चाहिए पर आप टब में बच्चे के शरीर के आकार अनुसार ही पानी रखें। इसके लिए आप 180 से 300 मिली लीटर ब्रेस्ट मिल्क का उपयोग कर सकती हैं। 

छोटे बच्चे/बेबी को ब्रेस्ट मिल्क से कैसे नहलाएं

ब्रेस्ट मिल्क बाथ कराने के लिए गुनगुने पानी में 180 से 100 मिली लीटर तक ब्रेस्ट मिल्क मिलाकर बाथ टब में डालें और बच्चे को नहलाएं। आप फ्रेश ब्रेस्ट मिल्क या रखे हुए ब्रेस्ट मिल्क का उपयोग कर सकती हैं। इसके लिए टब में गुनगुना पानी डालें, फिर इसमें ब्रेस्ट मिल्क डालकर तब तक मिलाएं जब तक यह नहाने योग्य मिल्की न दिखने लगे। अब आप बच्चे को टब में बैठाएं और उसके गले, चेहरे व हाथ पैरों को थोड़ी देर के लिए पानी में ही रहने दें। कुछ देर बाद बच्चे को बाहर निकालकर मुलायम तौलिए से थपथपाकर सुखाएं और स्किन को मॉइस्चराइज करने के लिए नारियल के तेल का उपयोग करें। 

टिप: आप पानी में ओटमील डालकर इसका प्रभाव बढ़ा सकती हैं। 

क्या एक्सपायर हुए ब्रेस्ट मिल्क का उपयोग किया जा सकता है?

कभी-कभी मांएं बहुत ज्यादा दूध पंप करके फ्रिज में रख देती हैं। हालांकि दूध के कुछ पैकेट्स एक्सपायर हो जाते हैं। जब तक दूध में दुर्गंध न आए या उसका स्वाद कड़वा न हो तब तक आप छोटे बच्चे को दूध से नहला सकती हैं। गाढ़े व दुर्गंध वाले ब्रेस्ट मिल्क का उपयोग न करें। यदि त्वचा में खुजली होती है तो ब्रेस्ट मिल्क में ओट्स मिलाकर इसे लगाने से काफी फायदे मिलते हैं। जिन मांओं को ब्रेस्ट इंगोर्जमेंट हुआ हो वे ब्रेस्ट मिल्क को एक्सप्रेस करके उसका उपयोग बच्चे को नहलाने के लिए करती हैं। 

क्या बेबी को रोजाना ब्रेस्ट मिल्क से नहलाना चाहिए?

बच्चे को रोजाना ब्रेस्ट मिल्क से नहलान जरूरी नहीं है। आप सप्ताह में एक बार उसे इस तरह नहला सकती हैं। यदि बच्चे को डायपर रैशेज और एक्जिमा बहुत ज्यादा होता है तो उसे सप्ताह में दो बार ब्रेस्ट मिल्क से नहलाएं। आप रिकवरी के अनुसार इसे कम भी कर सकती हैं। 

ब्रेस्ट मिल्क बाथ से शिशुओं और टॉडलर में स्किन की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसमें मौजूद न्यूट्रिएंट्स से बच्चे की त्वचा पोषित होती है और हाइड्रेटेड, सॉफ्ट व सौम्य रहती है। 

यह भी पढ़ें:

शिशु को स्पंज स्नान कैसे कराएं
शिशु को नहलाना – प्रक्रिया, सुझाव व अन्य तथ्य
शिशु के नहाने के लिए पानी का सबसे सुरक्षित तापमान क्या है?

सुरक्षा कटियार

Recent Posts

अलीजा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aliza Name Meaning in Hindi

हर माँ-बाप की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे का नाम कुछ खास और मतलब…

20 hours ago

समीक्षा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Sameeksha Name Meaning in Hindi

अगर आप अपनी बेटी के लिए ऐसा नाम ढूंढ रहे हैं जो उसमें एक आदर्श…

20 hours ago

विनीता नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Vinita Name Meaning in Hindi

हम सब जानते हैं कि जब किसी घर में बेटी जन्म लेती है, तो वो…

20 hours ago

डॉली नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Dolly Name Meaning in Hindi

आजकल माता-पिता अपने बच्चे का नाम रखने का फैसला बहुत सोच-समझकर करते हैं। वे चाहते…

20 hours ago

रेशमा नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Reshma Name Meaning In Hindi

जब माता-पिता अपने बच्चों के लिए नाम चुनते हैं तो वे बहुत सारी बातों को…

20 hours ago

अक्ष नाम का अर्थ, मतलब और राशिफल l Aksh Name Meaning in Hindi

बच्चे का नाम रखना हर माता-पिता के लिए बहुत खास होता है। जब बात बेटे…

1 day ago