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ब्रेस्टफीडिंग मातृत्व के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। आप या तो सामान्य रूप से बच्चे को ब्रेस्टफीड करा सकती हैं या फिर मैन्युअल ब्रेस्ट पंप या इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर इन तीनों ही तकनीक के इस्तेमाल से बेबी को फीड करवा सकती हैं। इस लेख में, हम इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप के बारे में जानेंगे और इसके फायदे, नुकसान और इसके सुरक्षित इस्तेमाल के तरीकों के बारे में समझेंगे। इसके अलावा, हम इस लेख में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ सवालों के जवाब भी देंगे।
इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल किसे करना चाहिए, आइए यह समझने की कोशिश करते हैं।
जिन महिलाओं की गर्भावस्था में कॉम्प्लीकेशन्स होते हैं या उनमें समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा ज्यादा होता है, उनके लिए इलेक्ट्रिक पंप का इस्तेमाल अच्छा होता है, क्योंकि एक प्रीटर्म शिशु का वजन काफी कम होता है और वह स्तनपान करने के लिए बहुत कमजोर होता है।
अधिकतर माँएं डिलीवरी के बाद कुछ महीनों की मैटरनिटी लीव लेती हैं, वहीं कुछ माँएं ऐसी भी होती हैं, जो कि डिलीवरी के तुरंत बाद काम पर जाना शुरू कर देती हैं। ऐसी मांओं को अपने बच्चे के पूरे दिन की फीडिंग के लिए ब्रेस्ट मिल्क को एक्सप्रेस करने की जरूरत होती है।
जुड़वा बच्चों की माँ के लिए ब्रेस्टफीडिंग बहुत ही थकाने वाला काम हो सकता है। इसलिए जिन माँओं के जुड़वा बच्चे हैं, वे इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप के इस्तेमाल से कम समय में अधिक दूध एक्सप्रेस कर सकती हैं।
कुछ माँओं के शरीर में जरूरत से ज्यादा दूध बनता है। ऐसी माँएं अपने दूध को एक्सप्रेस कर सकती हैं और बच्चे को बाद में पिला सकती हैं।
घर पर रहने वाली माँ या फ्लेक्सिबल वर्क शेड्यूल वाली माँ के लिए अपने बच्चों को दूध पिलाना आसान होता है। लेकिन जिन माँओं का वर्क शेड्यूल काफी व्यस्त होता है, उनके पास अपने दूध को एक्सप्रेस करने के लिए बहुत कम समय होता है और इसके कारण से वे इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं।
इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप के इस्तेमाल के कई फायदे होते हैं, जिसके कारण आजकल अधिक से अधिक माँएं इनका इस्तेमाल कर रही हैं। इनमें से कुछ फायदे नीचे दिए गए हैं:
डबल पंप युक्त मॉडल एक ही समय पर दोनों ब्रेस्ट से दूध निकाल सकते हैं। इससे आपके समय की बचत होती है। इसके अलावा चूंकि इससे अधिक दूध निकाला जा सकता है, इसलिए इससे दूध का उत्पादन भी बढ़ता है।
एक ऐसे पंप का चुनाव करना चाहिए, जिन्हें इस्तेमाल के बाद आसानी से साफ किया जा सके और सैनिटाइज किया जा सके। इसके अलावा जो इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप बेहतर वैक्यूम पंप के साथ आते हैं, उनसे ब्रेस्ट पर पकड़ बनाना आसान हो जाता है, जिससे दूध आसानी से बाहर निकल सकता है। साथ ही जिस मॉडल को असेंबल करना आसान हो और कम समय लगता हो, वह हमेशा ही बेहतर होता है।
आपको ऐसा इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप लेना चाहिए, जो कि कम समय में अधिक दूध पंप कर सके। अच्छी क्वालिटी वाले पंप में स्पीड को बदलने के लिए बटन दिए होते हैं।
अगर आप एक ऐसी माँ हैं, जिसे अक्सर बाहर जाना होता है या काम पर जाना होता है, तो आपको एक ऐसा पंप लेना चाहिए, जो कि पोर्टेबल हो और आसानी से कहीं भी कैरी किया जा सके। ऐसे कई पंप होते हैं, जो कि आइस बैग के साथ आते हैं, जिसमें एक्सप्रेस किए हुए दूध को स्टोर किया जा सकता है या फिर चार्जर के साथ आते हैं जिसे कार में प्लग प्वाइंट में अटैच किया जा सकता है।
इलेक्ट्रिकल ब्रेस्ट पंप के इस्तेमाल के कुछ साइड इफेक्ट नीचे दिए गए हैं:
यहां पर इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप के बारे में कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब दिए गए हैं:
हर तरह के पंप के कुछ अपने फायदे और नुकसान होते हैं। इनका चुनाव, इस्तेमाल करने वाले को अपनी व्यक्तिगत जरूरत के अनुसार करना चाहिए।
जो माँ दूध निकालने में अधिक समय नहीं लगा सकती है, उसके लिए इलेक्ट्रिक पंप सबसे सुरक्षित होता है। लेकिन, यह मैनुअल पंप से काफी महंगा होता है। वहीं दूसरी ओर, मैनुअल पंप पोर्टेबल होते हैं और इन्हें हैंड बैग में डालकर आसानी से कहीं भी कैरी किया जा सकता है। वहीं, इलेक्ट्रिक पंप को घर के बाहर इस्तेमाल करना थोड़ा मुश्किल होता है।
डबल इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप में दो पंप होते हैं, जिन्हें एक ही समय पर दोनों ब्रेस्ट पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
अगर आप इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप का चुनाव करती हैं, तो आप काम पर हों या बच्चे से दूर हों, तो भी इस बात को लेकर निश्चिंत रह सकती हैं, कि आपके बेबी को आपका दूध मिल रहा है।
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