मातृ दिवस पर निबंध (Essay on Mother’s Day in Hindi)

मातृ दिवस पर निबंध (Essay on Mother's Day in Hindi)

माँ अपने में ही एक संपूर्ण शब्द है। इस संसार में माँ से ज्यादा बच्चे को कोई प्यार नहीं कर सकता है। माँ और बच्चे का एक अनोखा रिश्ता होता है, जो कि माँ की गर्भ से ही गहरा हो जाता है। बच्चा छोटा हो या बड़ा, माँ अपने हर बच्चे का एक समान खयाल रखती है और बच्चे को भी जिंदगी के हर पड़ाव में माँ की जरूरत होती है। माँ के होने से आपका हर दिन खास होता है, तो क्यों न एक दिन माँ के लिए भी यादगार बनाया जाए, क्योंकि न उसे यह अहसास दिलाया जाए के उसके होने से हमारा जीवन कितना आसान हो गया। इसलिए माँ और उसकी ममता को सेलिब्रेट करने के लिए ‘मातृ दिवस’ यानी ‘मदर्स डे’ की शुरुआत हुई। इस दिन सब अलग-अलग तरह से अपनी माँ को गिफ्ट्स, कपड़े या फिर कोई सरप्राइज देकर इस दिन खास अहसास करवाते हैं। अगर आप अभी छोटे हैं लेकिन अपनी माँ के लिए कुछ लिखना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मातृ दिवस पर निबंध से कुछ मदद ले सकते हैं। 

मातृ दिवस पर निबंध (Essay On Mother’s Day In Hindi)

बच्चों के लिए माँ वो है जो उनके दिल के सबसे करीब होती है। गर्भ में रहने, से जन्म लेने तक और उसके बाद भी माँ बच्चे का संसार होती है। एक माँ ही है जो निःस्वार्थ हो कर हमें प्यार देती हैं और हमें एक अच्छा इंसान बनाने का प्रयास करती है, यही वजह है कि ईश्वर के बाद माँ का स्थान सबसे बड़ा माना गया है। इसलिए हम सब मातृ दिवस मनाते हैं ताकि इस मौके के रूप में हम सब अपनी माँ को धन्यवाद कह सकें। वैसे तो हर दिन माँ को समर्पित है, लेकिन मदर्स डे का यह दिन उन्हें खास होने का अहसास दिलाएगा। यह जश्न देश विदेश सभी जगह बहुत जोरशोर से मनाया जाता है। जो माँ के सम्मान और उनका हमारे जीवन में कितना महत्व है यह दर्शाता है। हर बच्चा अपने अपने अंदाज से अपनी माँ लिए कुछ खास करने का प्रयास करता है। इसलिए केवल छोटे बच्चे नहीं बल्कि बड़े भी शामिल होते हैं और अपनी माँ के लिए तोहफे और खास कार्यक्रम आयोजित करते हैं। एक माँ खुद को भूल कर, अपने सपनों को छोड़ कर अपने बच्चे की देखभाल करती है। आज बदलते वक्त के साथ आधुनिक माँ के लिए चुनौतियां और भी बढ़ गई, जहां उसे अपना घर, बच्चे, परिवार संभालने के साथ साथ ऑफिस भी जाना होता है। वास्तव में एक माँ ही है जो हर चुनौतियों को पार करते हुए भी अपने बच्चे की देखरेख करती है। मदर्स डे हर माँ के लिए बच्चों की ओर से एक छोटा सा तोहफा है वो जो हमारे लिए करती हैं उसके आगे हमारा हर प्रयास बहुत छोटा है। 

मातृ दिवस का इतिहास (History of Mother’s Day)

लगभग सभी देशों में मदर्स डे मनाया जाता है, लेकिन इसकी शुरुआत साल 1914  में अमेरिका से हुई, जिसके बाद से यह दुनिया के हर कोने-कोने में मनाया जाने लगा है। हर साल मदर्स डे मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता। यानी इस साल 2023 में यह 14 मई को मनाया जाएगा। इस दिन की शुरुआत करने वाली व्यक्ति का नाम एना जार्विस था, जिन्होंने अपनी माँ को सम्मान देने के लिए इस दिन का आयोजन किया। एना की माँ एक समाज सेविका थी जिन्होंने अमेरिकी युद्ध के दौरान दोनों तरफ के सैनिकों की निःस्वार्थ भाव से सेवा की थी। एना ने मदर्स डे को मान्यता दिलाने के लिए अभियान चलाया और साल 1914 को इस दिन को नेशनल हॉलिडे घोषित कर दिया गया। फिर धीरे-धीरे अन्य देशों में भी मदर्स डे मनाने का सिलसिला शुरू हुआ और और दुनिया भर में माँ को समर्पित दिन एक त्यौहार के रूप में मनाया जाने लगा।  

मातृ दिवस का महत्व क्या है? (What is the importance of Mother’s Day?

What is the importance of Mother’s Day

माँ के प्यार को समझना मुश्किल है क्योंकि वह अपने बच्चे से नि:स्वार्थ प्यार करती है और सुख-दु:ख में उसके साथ खड़ी रहती है। हम चाहे कितने ही बड़े क्यों न हो जाएं माँ हमारे लिए हमेशा वैसे ही रहती है। माँ क्या है इसे बता पाना आसान नहीं है वो जो हमारे लिए करती है उसका कर्ज हम कभी नहीं चुका सकते। हमारे विकास, संस्कार और चरित्र को आकार देने के लिए खुद को भूल जाने वाली माँ के लिए यह एक दिन इसलिए समर्पित किया जाता है ताकि हम अपनी हर भावनाएं व्यक्त कर पाएं जो कहीं न कहीं हम उनसे कह नहीं पाते या हमें मौका नहीं मिलता उनको यह बताने का कि आज मेरा जीवन है तो सिर्फ उनकी वजह से है। यह दिन वो दिन है कि जब हम सब अपनी माँ को अपना आभार व्यक्त करके उनको बता सकते हैं कि हम उनसे कितना प्यार करते हैं और हमें उनकी जरूरत हमेशा रहेगी। माँ का प्यार का प्यार और डांट दोनों हमारे लिए जरूरी है, क्योंकि वो जानती है कि हमारी भलाई किसमें है। हमारे जीवन में एक माँ सिर्फ माँ की भूमिका नहीं निभाती बल्कि वो कभी दोस्त बनकर हमारी परेशानी समझती है तो कभी शिक्षक बनकर सही मार्ग दिखाती है। माँ हमारे हर दुःख सुख की साथी है। एक शायर ने कभी कहा था लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती, बस एक माँ है जो मुझसे खफा नहीं होती।”  जो माँ बचपन से बड़े होने तक हमारा साथ कभी नहीं छोड़ती है उसका उपकार हम कभी पूरा नहीं कर सकते लेकिन उसके हिस्से का सम्मान देकर उसे खुश जरूर कर सकते हैं। हमारे ये प्रयास बताते हैं कि माँ हमारे लिए क्या महत्व रखती है। सबके लिए अपने चेहरे पर मुस्कान रखने वाली माँ को खुद मुस्कुराने दें और यह संभव है हमारे इन प्रयासों से। 

मातृ दिवस कैसे मनाया जाता है? (How is Mother’s Day celebrated)

माँ हमेशा अपने बच्चों का भला और उन्हें खुश देखना चाहती है। मदर्स डे को खास इसलिए भी मानते हैं कि उस दिन माँ को यह भी एहसास होता है कि जितने प्यार से वो अपने बच्चों का खयाल रखती है, उनके बच्चे उस बात की कदर करते हैं। माँ को कभी भी अपने बच्चों से महंगे तोहफे की उम्मीद नहीं होती है, वह बस अपने बच्चों के साथ अच्छा वक्त बिताना चाहती है। लेकिन बच्चे मातृ दिवस को बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं। हर बच्चे अपने तरीके से अपनी माँ के लिए इस दिन को खास बनाते हैं। कुछ बच्चे अपनी माँ को मदर्स डे के दिन महंगा तोहफा देते हैं। कुछ बच्चे उनके लिए सरप्राइज प्लान करते हैं। कुछ घर में ही माँ के साथ केक काटते हैं और वहीं कुछ बाहर डिनर करने जाते हैं। आज के समय में ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपनी  माँ के खास दिन को और भी खास बना सकते हैं। जो बच्चे पढ़ाई या नौकरी की वजह से माँ के साथ नहीं रहते हैं। वो अपनी माँ को ऑनलाइन गिफ्ट भेज सकते हैं या कविता या लेटर भेज सकते हैं। अगर आप घर पर पूरे दिन माँ के साथ रहकर इस मदर्स डे मनाना चाहते हैं तो यह उनके लिए सबसे प्यारा तोहफा होने वाला है। ऐसा करना उन्हें आपके साथ बिताए पुराने दिनों की याद दिलाएगा और यादों का फिर जीना एक माँ के लिए सबसे खूबसूरत तोहफा होगा। 

मातृ दिवस के इस निबंध से हमें क्या सीख मिलती है?(What Will Your Child Learn from a My Mother Essay?)

माँ और बच्चे का रिश्ता हमेशा से अनोखा रहा है। अगर बच्चे को तकलीफ होती है तो माँ को उस दर्द का अहसास होता है। मदर्स डे पर इस निबंध के जरिए हम बच्चों तक यह बात पहुंचाना चाहते हैं कि माँ को खुश करने के लिए आपको चांद-तारे तोड़ने की जरूरत नहीं है बल्कि आपकी छोटे-छोटे प्रयास उन्हें बेहद खुश कर सकतेहैं। उनके साथ समय बिताएं, उन्हें प्यार और सम्मान दें, यही उनके लिए सबसे खूबसूरत पल होगा। 

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