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क्या बच्चों के लिए मिनरल ऑयल का उपयोग करना चाहिए | Kya Baccho Ke Liye Mineral Oil Ka Upyog Karna Chahiye

बच्चों की त्वचा बहुत नाजुक होती है, इसलिए उनकी अच्छे से देखभाल करना बहुत जरूरी होता है। खासतौर पर जब त्वचा की देखभाल करने वाली चीजें चुन रहे हों, उस दौरान आपको ज्यादा सतर्क और जागरूक रहना चाहिए कि किस प्रोडक्ट में कौन सी सामग्री का उपयोग किया गया है, साथ ही वो आपके बच्चे के लिए सुरक्षित है या नहीं, इसकी भी जांच करें। मिनरल ऑयल ऐसी ही सामग्री है, जिसे आमतौर पर बच्चों की त्वचा के लिए सुरक्षित माना जाता है। लेकिन क्या यह सच में सुरक्षित है? चलिए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं! इस लेख में हम आपको बताएंगे कि मिनरल ऑयल क्या है, ये बच्चों के लिए कितना सुरक्षित है और इससे जुड़ी जरूरी बातें।

मिनरल ऑयल क्या है?

मिनरल ऑयल, जिसे वाइट मिनरल ऑयल भी कहा जाता है, कच्चे तेल को रिफाइन करने के दौरान निकलने वाला एक बाय-प्रोडक्ट है। इसका इस्तेमाल पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और पेट्रोल बनाने में होता है। मिनरल ऑयल एक पारदर्शी, बिना रंग का लिक्विड होता है, जिसे कई बेबी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में, जैसे बेबी ऑयल में शामिल किया जाता है। जब आप अपने बच्चे के तेल में शामिल सामग्री की जांच करेंगे, तो आपको उसमें ‘पैराफिनम लिक्विडम’ लिखा मिलेगा। इसका मतलब है कि उस तेल में मिनरल ऑयल की मात्रा मौजूद है।

क्या मिनरल ऑयल बच्चों के लिए सही है?

नहीं, मिनरल ऑयल बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है। चाहे आप इसे बच्चे के बालों पर इस्तेमाल करें या शरीर पर, यह सही नहीं माना जाता। मिनरल ऑयल से बच्चे की त्वचा सख्त हो सकती है, जिससे त्वचा में रूखापन आ सकता है। इसके अलावा, यह बच्चों की त्वचा के रोमछिद्र बंद कर सकता है, जिससे त्वचा को सांस लेने में मुश्किल हो सकती है।

त्वचा को सांस लेने के लिए जगह चाहिए होती है और ये काम त्वचा पर मौजूद छोटे-छोटे छिद्र करते हैं। लेकिन जब त्वचा पर मिनरल ऑयल की एक परत जम जाती है, तो गंदगी उस पर चिपकने लगती है। ये स्थिति बच्चों के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है, क्योंकि इस गंदगी से टॉक्सिन्स (हानिकारक तत्व) बन सकते हैं, जो बाद में बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

कई माता-पिता पूछते हैं कि क्या कब्ज होने पर बच्चों के लिए मिनरल ऑयल सुरक्षित है। देखा जाए तो, मिनरल ऑयल को कब्ज के लिए अच्छा उपाय माना जाता है। पेट पर इस तेल से मालिश करने से आंतों के ऊपर एक परत बनती है, जिससे शरीर पानी को कम सोखता है और कब्ज से राहत मिलती है।

मिनरल ऑयल नवजात शिशुओं के लिए सुरक्षित नहीं है और डॉक्टर भी 6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इसे इस्तेमाल करने की सलाह नहीं देते। अगर आप बच्चों के लिए मिनरल ऑयल वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर भी रहे हैं, तो इसे कम से कम करें या पूरी तरह से बंद कर दें।

शिशुओं पर मिनरल ऑयल के इस्तेमाल के क्या दुष्प्रभाव होते हैं?

छोटे बच्चों की सेहत के मामले में मिनरल ऑयल के कई दुष्प्रभाव हैं, जिनमें से कुछ मुख्य दुष्प्रभाव के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं:

1. त्वचा के छिद्र बंद होना

त्वचा को ठीक से काम करने के लिए सांस लेना जरूरी होता है। जब बच्चे के शरीर पर मिनरल ऑयल लगाया जाता है, तो एक परत बन जाती है, जो गंदगी और अशुद्धियों को बाहर निकलने से रोकती है।

2. पाचन से जुड़ी समस्याएं

शिशु अक्सर अपने हाथ-पैर मुंह में डाल लेते हैं। अगर आपने हाल ही में उनके हाथ-पैरों पर मिनरल ऑयल से मालिश की है, तो वह तेल उनके पेट में चला जाता है, जिससे अपच की समस्या हो सकती है।

3. कोशिका के विकास पर नकारात्मक असर

आपको जानकर हैरानी होगी कि मिनरल ऑयल बच्चे की त्वचा को मॉइस्चराइज नहीं करता। बल्कि, ये आस-पास की हवा से नमी को सोखने में भी रुकावट डालता है, जिससे सामान्य कोशिका विकास पर बुरा असर पड़ता है।

4. कैंडिडासिस संक्रमण का खतरा

अगर आप कम वजन वाले बच्चे की त्वचा पर मिनरल ऑयल लगाते हैं, तो उनमें फंगल इंफेक्शन, जिसे कैंडिडासिस कहते हैं, का खतरा बढ़ सकता है।

5. पोषक तत्वों की कमी

जब बच्चे की मालिश में मिनरल ऑयल का इस्तेमाल होता है, तो त्वचा इसे सोख लेती है। इसके बाद यह तेल आंतों में पहुंच सकता है, जिससे विटामिन अवशोषण प्रभावित होता है और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।

छोटे बच्चों के लिए मिनरल ऑयल इस्तेमाल में बरती जाने वाली सावधानियां

बच्चों के लिए मिनरल ऑयल का इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां रखना बहुत जरूरी है, ताकि बच्चे को किसी भी तरह की परेशानी या नुकसान न हो। यहां कुछ जरूरी सावधानियों के बारे में बताया गया है, जिसका पालन करके आप मिनरल ऑयल का सुरक्षित और सही तरीके से इस्तेमाल कर सकती हैं:

1. आंखों और मुंह से दूर रखें

मिनरल ऑयल लगाते समय ध्यान रखें कि ये बच्चे की आंखों, मुंह, नाक और कानों में न जाए। अगर गलती से इन हिस्सों पर लग गया, तो उसे जलन, परेशानी या निगल लेने पर पेट की दिक्कत हो सकती है। ऑयल लगाने के लिए मुलायम कपड़े या अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करें, ताकि इससे बच्चे को सुरक्षित तरीके से और सही जगह लगाया जा सके।

2. थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल करें

बहुत ज्यादा मिनरल ऑयल लगाने से बच्चे की त्वचा पर ऑयली परत बन सकती है, जिससे रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और त्वचा की समस्याएं होने लगती हैं। इसलिए तेल की मात्रा कम रखकर धीरे-धीरे बच्चे की मालिश करें, जिससे तेल अच्छे से सोख लिया जाए और त्वचा ज्यादा चिकनी न लगे। अगर बच्चे में क्रेडल कैप (सिर पर सफेद परत) के लिए इस्तेमाल कर रही हैं, तो उसके लिए कुछ बूंदें काफी हैं।

3. पहले पैच टेस्ट करें

बच्चे के पूरे शरीर पर लगाने से पहले एक छोटा सा पैच टेस्ट जरूर करें। थोड़ी सी मात्रा बच्चे की त्वचा के किसी छोटे हिस्से, जैसे हाथ या जांघ के अंदरूनी हिस्से पर लगाएं और 24 घंटे तक देखें। अगर कोई जलन, लालिमा या खुजली नहीं होती, तो इसे बाकी हिस्सों पर लगाना सुरक्षित माना जाता है।

4. एलर्जी रिएक्शन पर नजर रखें

मिनरल ऑयल को हाइपोएलर्जेनिक माना जाता है, फिर भी कुछ बच्चों को इससे एलर्जी हो सकती है। तेल लगाने के बाद बच्चे की त्वचा पर ध्यान दें। अगर आपको बच्चे के शरीर पर रैशेज, सूजन या सांस लेने में दिक्कत जैसी एलर्जी की निशानियां दिखें, तो तुरंत तेल लगाना बंद करें और अपने डॉक्टर से संपर्क करें। ऐसे में किसी एलर्जी पर जल्दी ध्यान देना बहुत जरूरी है, ताकि स्थिति गंभीर न हो जाए।

5. गर्मी से दूर रखें

मिनरल ऑयल ज्वलनशील होता है, इसलिए इसे आग, हीटर या स्टोव जैसी गर्म चीजों से दूर रखें। इस तेल के इस्तेमाल के बाद इसे बच्चों को आग, हीटर या स्टोव जैसी चीजों से दूर और सुरक्षित रखें, ताकि गलती से बच्चे को इससे कोई खतरा न हो।

बच्चों के लिए मिनरल ऑयल के विकल्प

अगर आप बच्चों की त्वचा के लिए मिनरल ऑयल की जगह कुछ और इस्तेमाल करना चाहती हैं, तो यहां कुछ अच्छे विकल्प दिए गए हैं:

  • नारियल तेल: नारियल तेल हल्का होता है और इसमें प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ये बच्चों की मालिश, मॉइश्चराइजिंग और सिर की क्रेडल कैप (सफेद परत) हटाने के लिए बहुत अच्छा है।
  • ऑलिव ऑयल (जैतून का तेल): ऑलिव ऑयल में एंटीऑक्सीडेंट्स और अच्छे फैट होते हैं, जो बच्चों की त्वचा के लिए बहुत पोषक होते हैं। इसे मालिश और नर्म मॉइश्चराइजर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • शिया बटर: शिया बटर गाढ़ा और त्वचा को गहराई से मॉइश्चराइज करता है, यह बच्चे की त्वचा को रुखा होने से बचाने के लिए एक परत बनाता है। इसमें सूजन कम करने वाले गुण होते हैं, इसलिए ये संवेदनशील या खराब हुई त्वचा के लिए भी बेहतरीन है।
  • जोजोबा ऑयल: जोजोबा ऑयल हाइपोएलर्जेनिक होता है और हमारी त्वचा के प्राकृतिक तेल जैसा ही होता है। ये बिना चिपचिपा महसूस कराए त्वचा को नमी देता है और इसे मॉइश्चराइजर और बालों की देखभाल के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

1. क्या मिनरल ऑयल बच्चे के मुंहासों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है?

मिनरल ऑयल बच्चे के मुंहासे के लिए सही नहीं माना जाता, क्योंकि इससे त्वचा के छिद्र बंद हो जाते हैं और समस्या बढ़ सकती है। बच्चों को होने वाले मुहांसे और दाने अक्सर खुद ही ठीक हो जाते हैं और इसके लिए तेल आधारित उपचार की जरूरत नहीं होती। बेहतर होगा कि आप बच्चे की त्वचा को साफ और सूखा रखें और अगर मुंहासे ज्यादा दिन तक रहें या गंभीर लगें तो उसके लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

2. क्या मिनरल ऑयल बच्चों के खाने में इस्तेमाल करना सुरक्षित है?

मिनरल ऑयल बच्चों के खाने में डालना या बच्चों को पिलाना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसे केवल बाहरी त्वचा के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है। बेहतर यही है आप बच्चे के कुछ भी उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

3. मिनरल ऑयल को बच्चों की पहुंच से दूर कैसे रखें?

मिनरल ऑयल को बच्चों की पहुंच से दूर रखें, जैसे किसी बंद अलमारी या ऊंची जगह पर रखें ताकि वो वहां न पहुंच सके। मिनरल ऑयल में आग आसानी से लग सकती है, इसलिए इसे आग, हीटर या किसी भी गर्म चीज के पास न रखें। बोतल की कैप को अच्छी तरह बंद करके रखें ताकि तेल गिरने या गलती से पीने की नौबत न आए। अगर बच्चा गलती से मिनरल ऑयल पी ले, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास लेकर जाएं।

मिनरल ऑयल से बच्चे को नुकसान पहुंचता है और इसको देखते हुए, बेहतर होगा कि आप उसके बजाय फ्लैक्सीड ऑयल जैसा सुरक्षित विकल्प अपने बच्चे के लिए चुनें। अगर आपके बच्चे में ऊपर बताए गए किसी भी बुरे प्रभाव के लक्षण नजर आते हैं, तो बिना देर किए किसी त्वचा विशेषज्ञ से संपर्क करें, ताकि उसे कोई नुकसान न पहुंचे।

References/Resources:

  1. Mineral oil (oral/rectal); C.S. Mott Children’s Hospital; https://www.mottchildren.org/health-library/d01019a1
  2. What We Know Today About Applying Oils To Newborn Skin; Dermatology Education Foundation; https://dermnppa.org/what-we-know-today-about-applying-oils-to-newborn-skin/
  3. Mineral Oil – Oral; British Columbia; https://www.healthlinkbc.ca/medications/mineral-oil-oral
  4. Mineral Oil; Chemical Safety Facts; https://www.chemicalsafetyfacts.org/chemicals/mineral-oil/
  5. Mineral oil overdose; Mount Sinai; https://www.mountsinai.org/health-library/poison/mineral-oil-overdose
  6. Sankaranarayanan. K, Mondkar. J, Chauhan. M, et. al.; Oil massage in neonates: an open randomized controlled study of coconut versus mineral oil (Indian Pediatrics); National Library of Medicine; https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16208048/; September 2005
  7. Alparslan. O; Baby Massage and Massage Oils: Are they safe? (Pediatric Practice and Research); ResearchGate; https://www.researchgate.net/publication/359366949_Baby_Massage_and_Massage_Oils_Are_they_safe; March 2021

यह भी पढ़ें:

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श्रेयसी चाफेकर

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