शिशु

क्या ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान रक्तदान किया जा सकता है?

रक्तदान एक बहुत ही संतोषजनक सामाजिक कार्य है। पर क्या बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान रक्तदान करना सुरक्षित है? जवाब है – हाँ। फिर भी ब्रेस्टफीडिंग के द्वारा रक्तदान करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना और एनीमिया व ऐसी ही किसी अन्य खून संबंधी बीमारी का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट कराना न भूलें। रक्तदान के द्वारा आप किसी की जिंदगी बचा सकते हैं। यह समाज के लिए एक छोटा तोहफा होता है, जो कि किसी जरूरतमंद के लिए बहुमूल्य हो सकता है। 

ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए रक्तदान का सबसे अच्छा समय कौन सा होता है?

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान रक्तदान के बारे में याद रखने के लिए यहाँ पर कुछ टिप्स दिए गए हैं। 

  • माँ को डिलीवरी के कम से कम 6 महीने के बाद ही रक्तदान करना चाहिए, क्योंकि डिलीवरी और स्तनपान से माँओं को अत्यधिक थकान की समस्या हो जाती है।
  • अगर आपने पिछले एक महीने के अंदर किसी तरह का इम्यूनाइजेशन नहीं लिया है, तो आप रक्तदान कर सकती हैं।
  • अगर आपने पिछले 24 घंटों में दाँत संबंधी कोई छोटा काम नहीं करवाया है और पिछले एक महीने के अंदर दाँतों का कोई बड़ा काम नहीं करवाया है, तो आप रक्तदान कर सकती हैं।
  • अगर आपने पिछले 72 घंटों के अंदर एस्पिरिन ली है, तो आपको रक्तदान नहीं करना चाहिए।
  • अगर डिलीवरी के दौरान आपका ब्लड ट्रांसफ्यूजन हुआ है, तब आपको रक्तदान नहीं करना चाहिए।
  • अगर पिछला रक्तदान करके आपको 3 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, तो आप रक्तदान के बारे में सोच सकती हैं।
  • और अंत में, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को रक्तदान केवल तब ही करना चाहिए, जब वह उसके लिए सहज हो।

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान रक्तदान करने से पहले विचार करने योग्य बातें

रक्तदान निस्संदेह महादान होता है, लेकिन इस बारे में जल्दबाजी करने के बजाय नीचे दिए गए कुछ पॉइंट्स पर विचार कर लेना चाहिए। 

1. हाइड्रेटेड रहें

ब्रेस्ट मिल्क में 87% पानी होता है और जब आप रक्तदान करती हैं, तो वह आपके शरीर से लगभग 450 मिली पानी ले लेता है। इसका मतलब यह है, कि रक्तदान के बाद व्यक्ति को अगले 48 घंटों तक अधिक से अधिक तरल पदार्थ लेने चाहिए, ताकि शरीर में हाइड्रेशन बना रहे और जो पानी बाहर निकल चुका है उसकी आपूर्ति की जा सके। इसके अलावा रक्तदान के 24 घंटे पहले भी भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। 

2. आयरन के लेवल को सामान्य रखें

ब्रेस्टफीडिंग करने वाली माँओं को रक्तदान से पहले कई हफ्तों तक आयरन से भरपूर खाना खाना चाहिए, ताकि रक्तदान के दौरान आयरन का लेवल सामान्य रहे। अगर रक्तदान करने वाले व्यक्ति में आयरन की कमी हो, तो उसे रक्तदान के बाद कमजोरी हो सकती है। पालक, मछली, चिकन, होल ग्रेन्स और अंडों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आयरन के बेहतर अब्सॉर्प्शन के लिए ऑरेंज, टेंगरीन्स, अंगूर, प्लम, चेरी जैसे विटामिन ‘सी’ से भरपूर फलों का सेवन करना न भूलें। 

3. अगर आपको कम दूध आने की शिकायत है, तो अपने रक्तदान के बारे में दोबारा विचार करें

सभी जानते हैं, कि जब कोई रक्तदान करता है,  तो शरीर से 15-16 आउंस पानी निकल जाता है। और ब्रेस्टमिल्क में तीन चौथाई केवल पानी होता है। इसलिए अगर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली एक महिला को कम दूध आने की शिकायत है, तो रक्तदान के बाद होने वाली पानी की कमी से उसके दूध में और भी ज्यादा कमी हो सकती है। हालांकि, कई लोग इस बात को सच नहीं मानते हैं। 

4. रक्तदान से पहले और बाद में अच्छा खाना खाएं

बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने में हर दिन 500 कैलोरी की खपत होती है और रक्तदान करने में भी आपकी एनर्जी अच्छी मात्रा में खर्च होती है। इसलिए प्रोटीन और आयरन से भरपूर खाना आपको एक्स्ट्रा ऊर्जा देने में मदद करेगा। हालांकि, रक्तदान करने से एक-दो घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए पर, पेट पूरी तरह से भर कर न खाएं। 

5. आराम

रक्तदान के बाद माँ के अपने कामों को थोड़ी देर के लिए भूल जाएं। अपनी एनर्जी को वापस लाने के लिए अच्छी नींद लें। जब आपका शरीर आराम महसूस करेगा, तब वह दान किए गए खून की आपूर्ति करने का काम भी करेगा, साथ ही एक शांत शरीर ब्रेस्टमिल्क भी बनाएगा। रक्तदान से पहले भी रात को 7 – 8 घंटे की नींद जरूरी है। 

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान रक्तदान से पहले याद रखने वाली बातें

आमतौर पर लोगों का ऐसा मानना है, कि ब्रेस्टफीडिंग और रक्तदान और एक साथ नहीं किया जा सकता है, लेकिन अगर एक्सपर्ट्स की मानें, तो बच्चे को दूध पिलाने के दौरान रक्तदान करने से माँ या बच्चे, किसी को कोई खतरा नहीं होता है। नीचे कुछ पॉइंट्स दिए गए हैं, जिन्हें रक्तदान से पहले आपको याद रखना चाहिए:

  • आपका हीमोग्लोबिन 12% से 16% के बीच होना चाहिए।
  • रक्तदान करने वाले व्यक्ति का ब्लड प्रेशर सामान्य होना चाहिए।
  • हार्ट रेट और पल्स रेट सामान्य होना चाहिए।
  • शरीर का तापमान 96.2 – 97 डिग्री फॉरेनहाइट की सामान्य रेंज में होना चाहिए और ओरल टेंपरेचर 37.5  डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • ब्लड प्रेशर में गिरावट से बचने के लिए जरूरी है, कि रक्तदान से पहले लगभग आधा लीटर पानी पिया जाए ताकि चक्कर और बेहोशी से बचा जा सके।
  • रक्तदान से पहले और बाद में जोरदार एक्सरसाइज से बचना चाहिए।
  • रक्तदान से कम से कम 24 घंटे पहले फैटी खाना नहीं खाना चाहिए। इससे आपके द्वारा दिए गए खून के टेस्ट रिजल्ट गलत आ सकते हैं।
  • जब आपके शरीर से खून निकाला जा रहा हो तो बिल्कुल रिलैक्स रहें, वरना आप बीमार महसूस करने लगेंगे। इसके लिए आप संगीत सुन सकते हैं, गाना गा सकते हैं या किसी से बात कर सकते हैं, जिससे आप शांत रह सकें।

बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान रक्तदान करना निश्चित रूप से प्रभावशाली है। लेकिन यह आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर और अपनी सेहत की जांच करने के बाद ही करना चाहिए। अगर आपका स्वास्थ्य इसकी इजाजत नहीं देता है, तो इसके बारे में सोच कर परेशान होने के बजाय सही समय का इंतजार करें। आखिरकार, आप नहीं चाहेंगी, कि रक्तदान जैसा महान काम आपके लिए बुरा अनुभव लेकर आए। 

यह भी पढ़ें: 

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पूजा ठाकुर

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