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रक्तदान एक बहुत ही संतोषजनक सामाजिक कार्य है। पर क्या बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान रक्तदान करना सुरक्षित है? जवाब है – हाँ। फिर भी ब्रेस्टफीडिंग के द्वारा रक्तदान करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना और एनीमिया व ऐसी ही किसी अन्य खून संबंधी बीमारी का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट कराना न भूलें। रक्तदान के द्वारा आप किसी की जिंदगी बचा सकते हैं। यह समाज के लिए एक छोटा तोहफा होता है, जो कि किसी जरूरतमंद के लिए बहुमूल्य हो सकता है।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान रक्तदान के बारे में याद रखने के लिए यहाँ पर कुछ टिप्स दिए गए हैं।
रक्तदान निस्संदेह महादान होता है, लेकिन इस बारे में जल्दबाजी करने के बजाय नीचे दिए गए कुछ पॉइंट्स पर विचार कर लेना चाहिए।
ब्रेस्ट मिल्क में 87% पानी होता है और जब आप रक्तदान करती हैं, तो वह आपके शरीर से लगभग 450 मिली पानी ले लेता है। इसका मतलब यह है, कि रक्तदान के बाद व्यक्ति को अगले 48 घंटों तक अधिक से अधिक तरल पदार्थ लेने चाहिए, ताकि शरीर में हाइड्रेशन बना रहे और जो पानी बाहर निकल चुका है उसकी आपूर्ति की जा सके। इसके अलावा रक्तदान के 24 घंटे पहले भी भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए।
ब्रेस्टफीडिंग करने वाली माँओं को रक्तदान से पहले कई हफ्तों तक आयरन से भरपूर खाना खाना चाहिए, ताकि रक्तदान के दौरान आयरन का लेवल सामान्य रहे। अगर रक्तदान करने वाले व्यक्ति में आयरन की कमी हो, तो उसे रक्तदान के बाद कमजोरी हो सकती है। पालक, मछली, चिकन, होल ग्रेन्स और अंडों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आयरन के बेहतर अब्सॉर्प्शन के लिए ऑरेंज, टेंगरीन्स, अंगूर, प्लम, चेरी जैसे विटामिन ‘सी’ से भरपूर फलों का सेवन करना न भूलें।
सभी जानते हैं, कि जब कोई रक्तदान करता है, तो शरीर से 15-16 आउंस पानी निकल जाता है। और ब्रेस्टमिल्क में तीन चौथाई केवल पानी होता है। इसलिए अगर ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली एक महिला को कम दूध आने की शिकायत है, तो रक्तदान के बाद होने वाली पानी की कमी से उसके दूध में और भी ज्यादा कमी हो सकती है। हालांकि, कई लोग इस बात को सच नहीं मानते हैं।
बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने में हर दिन 500 कैलोरी की खपत होती है और रक्तदान करने में भी आपकी एनर्जी अच्छी मात्रा में खर्च होती है। इसलिए प्रोटीन और आयरन से भरपूर खाना आपको एक्स्ट्रा ऊर्जा देने में मदद करेगा। हालांकि, रक्तदान करने से एक-दो घंटे पहले भोजन कर लेना चाहिए पर, पेट पूरी तरह से भर कर न खाएं।
रक्तदान के बाद माँ के अपने कामों को थोड़ी देर के लिए भूल जाएं। अपनी एनर्जी को वापस लाने के लिए अच्छी नींद लें। जब आपका शरीर आराम महसूस करेगा, तब वह दान किए गए खून की आपूर्ति करने का काम भी करेगा, साथ ही एक शांत शरीर ब्रेस्टमिल्क भी बनाएगा। रक्तदान से पहले भी रात को 7 – 8 घंटे की नींद जरूरी है।
आमतौर पर लोगों का ऐसा मानना है, कि ब्रेस्टफीडिंग और रक्तदान और एक साथ नहीं किया जा सकता है, लेकिन अगर एक्सपर्ट्स की मानें, तो बच्चे को दूध पिलाने के दौरान रक्तदान करने से माँ या बच्चे, किसी को कोई खतरा नहीं होता है। नीचे कुछ पॉइंट्स दिए गए हैं, जिन्हें रक्तदान से पहले आपको याद रखना चाहिए:
बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने के दौरान रक्तदान करना निश्चित रूप से प्रभावशाली है। लेकिन यह आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर और अपनी सेहत की जांच करने के बाद ही करना चाहिए। अगर आपका स्वास्थ्य इसकी इजाजत नहीं देता है, तो इसके बारे में सोच कर परेशान होने के बजाय सही समय का इंतजार करें। आखिरकार, आप नहीं चाहेंगी, कि रक्तदान जैसा महान काम आपके लिए बुरा अनुभव लेकर आए।
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