In this Article
- क्या गर्भावस्था के दौरान बटर खाया जा सकता है?
- गर्भावस्था के दौरान बटर खाने के फायदे
- गर्भावस्था के दौरान बटर खाने के नुकसान
- क्या गर्भावस्था के दौरान सॉल्टेड बटर खाना चाहिए?
- क्या गर्भावस्था के दौरान अनसॉल्टेड बटर खाना चाहिए?
- गर्भावस्था के दौरान कितना बटर खाना सुरक्षित है?
- बटर खाते समय ध्यान देने योग्य सावधानियां
- गर्भवती महिलाओं के लिए बटर के हेल्दी विकल्प
कई गर्भवती महिलाएं पूछती हैं कि गर्भावस्था की तीसरी तिमाही या किसी भी चरण में बटर खाना चाहिए या नहीं। आपके लिए यह समझना जरूरी है कि गर्भावस्था के दौरान बटर खाना कितना सही है और यदि इस समय आप बटर खाती हैं तो आपका हर समय सुरक्षित रहना भी बहुत जरूरी है।
क्या गर्भावस्था के दौरान बटर खाया जा सकता है?
हाँ, गर्भावस्था के दौरान एक महिला बटर के स्वाद का आनंद ले सकती है। यह जरूरी है कि इसे हर समय संयमित मात्रा में ही खाना चाहिए। लेकिन यदि आप पहले लैक्टोज इन्टॉलरेंट थी या आपको डेयरी प्रोडक्ट से एलर्जी है तो आपके लिए बटर न खाना ही बेहतर है।
गर्भावस्था के दौरान बटर खाने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान यदि एक गर्भवती महिला नियमित रूप से सही मात्रा में बटर का सेवन करती है तो उसे इससे कई फायदे मिल सकते हैं। यह फायदे उसे शारीरिक और मानसिक रूप से भी मिलते हैं।
1. शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है
बटर में कुछ प्रकार के फैटी एसिड होते हैं और यह सिर्फ शरीर के लिए हेल्दी ही नहीं होते हैं बल्कि गर्भावस्था के दौरान यह फैटी एसिड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
2. हॉर्मोनल समस्याओं के प्रभावों को कम करता है
गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन्स और शरीर में इसके प्रभाव हमेशा अच्छे नहीं होते हैं। इस समय बटर का सेवन करने से हॉर्मोन्स को नियंत्रित व कम भी किया जा सकता है। हालांकि हॉर्मोन्स बच्चे के विकास से संबंधित होते हैं इसलिए गर्भावस्था में बटर खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
3. एनर्जी प्रदान करता है
गर्भावस्था के दौरान एनर्जी का स्तर कम होता है जिससे अक्सर महिलाएं थकान का अनुभव करती हैं। बटर में कुछ महत्वपूर्ण विटामिन, जैसे विटामिन ‘के’, विटामिन ‘इ’ और विटामिन ‘ डी’ होता है। यह शरीर के कई महत्वपूर्ण चीजों में मदद करते हैं और साथ ही एनर्जी बढ़ाते हैं।
4. त्वचा में सुधार लाता है
गर्भावस्था के दौरान एक समय के बाद महिला की त्वचा में भी निखार आता है। हालांकि थकान के कारण यह बहुत जल्दी चला भी जाता है। शरीर के आंतरिक गतिविधियों और हॉर्मोन्स के प्रभावों को कम करने के लिए बटर एंटीऑक्सीडेंट्स प्रदान करता है जिससे त्वचा के सेल्स में दोबारा ठीक होते हैं और इनमें ताजगी आती है।
5. बच्चे के मस्तिष्क का विकास करता है
गर्भवती महिलाओं को फोलिक एसिड या विटामिन ‘इ’ पर्याप्त मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। यह मुख्य रूप से बच्चे के मस्तिष्क के विकास में मदद करता है। बटर में विटामिन ‘इ’ भरपूर मात्रा में है जो गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए फायदेमंद हो सकता है।
6. एंग्जायटी और स्ट्रेस को कम करता है
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य दोनों ही जरूरी होता है। इस समय स्ट्रेस लेने से माँ और बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। बटर में फ्लेवनॉइड्स होते हैं जो स्ट्रेस के स्तर को कम करते हैं और मन की शांति को बढ़ाने में मदद करते हैं।
7. हड्डियों में सुधार करता है
गर्भावस्था के दौरान बच्चे की हड्डियों के स्वास्थ्य और उसके दाँतों के निर्माण के लिए कैल्शियम का सेवन करना जरूरी है। बटर में कैल्शियम की मात्रा पर्याप्त होती है जो इसके लिए उपयुक्त है।
8. मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
बटर में बहुत सारा फैट होता है। यद्यपि इससे आपको अपना वजन बढ़ने और ओबेसिटी की चिंता हो सकती है पर बटर में ज्यादातर सैचुरेटेड फैट होता है। यह फैट आपके बच्चे के लिए अच्छा है और इससे उसकी मांसपेशियों का विकास होता है।
गर्भावस्था के दौरान बटर खाने के नुकसान
गर्भवती महिलाओं के लिए बटर खाने से बहुत से फायदे हो सकते हैं। यह महिला व बच्चे, दोनों को अनेकों फायदे प्रदान करता है। यदि आप बटर को संयमित मात्रा में नहीं खाती हैं और यह आपके आहार का मुख्य खाद्य पदार्थ है तो इससे आपको कई नुकसान हो सकते हैं। कभी-कभी बटर खाने से शरीर की प्रतिक्रिया इसे सेहत के लिए हानिकारक बना सकती है।
बटर में मौजूद फैट सबसे मुख्य कारण है जिससे यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है। जो महिलाएं पहले से ही जेस्टेशनल डायबिटीज से ग्रसित हैं या उन्हें पहले कभी दिल से संबंधित समस्याएं हुई हैं तो बटर खाने से उनकी समस्याएं ज्यादा बढ़ सकती हैं। यदि ओबीस या ओवर-वेट से ग्रसित महिलाएं अधिक मात्रा में बटर खाती हैं तो उनकी समस्याएं भी अधिक बढ़ सकती हैं।
क्या गर्भावस्था के दौरान सॉल्टेड बटर खाना चाहिए?
गर्भवती महिलाओं के लिए कोई भी बटर खाना तब तक सुरक्षित है जब तक वह इसे संयमित मात्रा में खाती है। इसलिए सॉल्टेड बटर खाना पूरी तरह से सुरक्षित है और इसमें कोई भी चिंता की बात नहीं है।
क्या गर्भावस्था के दौरान अनसॉल्टेड बटर खाना चाहिए?
जैसा कि कहा जाता है कि विशेषकर गर्भावस्था के दौरान अनसॉल्टेड बटर खाने से ज्यादा अच्छा सॉल्टेड बटर होता है। दोनों का स्वाद लगभग एक जैसा ही होता है और आपको इसे खाने की आदत बहुत आसानी से लग सकती है। हालांकि स्वाद के अलावा भी इसे नियमित रूप से पर संयमित मात्रा में खाना अच्छा होता है।
गर्भावस्था के दौरान कितना बटर खाना सुरक्षित है?
किसी भी खाद्य पदार्थ में बटर मिलाने से उसका स्वाद बेहतर हो जाता है और टेक्सचर भी बदल जाता है। बटर आवश्यक चीजों को एब्जॉर्ब करता है इसलिए इसे कम मात्रा में ही खाना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान इसे नियमित रूप में न खाना या अपनी डायट में न मिलाना ही बेहतर है। हालांकि कभी-कभी सिर्फ एक चम्मच बटर खाने से कोई हानि नहीं है।
बटर खाते समय ध्यान देने योग्य सावधानियां
गर्भावस्था के दौरान बटर खाना हेल्दी होता है पर इसे खाते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। यह टिप्स आपको और आपके बच्चे को सुरक्षित व हेल्दी रखने के लिए जरूरी हैं, आइए जानें;
- गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर संयमित मात्रा में बटर खाने की सलाह दे सकते हैं।
- आप अपनी डायट को हेल्दी रखने के लिए फल या सब्जियों के साथ सही मात्रा में बटर ले सकती हैं।
- यदि अनसॉल्टेड बटर में अजीब से गंध आती है तो आप ऐसा बटर बिलकुल भी न खाएं।
- सही मात्रा में बटर का सेवन बनाए रखने के लिए होल ग्रेन फूड भी खाएं।
गर्भवती महिलाओं के लिए बटर के हेल्दी विकल्प
यद्यपि आपको बटर का स्वाद बहुत पसंद है पर फिर भी बहुत सारी स्वादिष्ट और हेल्दी चीजें हैं जो आप गर्भावस्था के दौरान खा सकती हैं।
- आप सब्जी को बटर के बजाय हर्ब्स और ब्रोथ से गार्निश कर सकती हैं।
- आप सब्जी में ऑलिव ऑयल का उपयोग कर सकती हैं या इसे दही के साथ भी खा सकती हैं।
- आप एप्पलसॉस या मार्जरीन के साथ ब्रेड या मफिन्स खा सकती हैं।
यदि एक महिला गर्भावस्था की पहली तिमाही में बटर खाती है तो इससे उसके गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास तेजी से होने में मदद मिल सकती है। गर्भावस्था में बाद के दिनों में भी संयमित मात्रा में कभी-कभी बटर खाना फायदेमंद साबित हो सकता है और इससे महिला को अपनी सेहत बनाए रखने में मदद मिलती है।
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