क्या गर्भावस्था के दौरान अजीनोमोटो का सेवन करना चाहिए?

क्या प्रेगनेंसी के दौरान अजीनोमोटो या एम.एस.जी. खाना चाहिए?

गर्भावस्था के दौरान एक महिला को बहुत अजीब-अजीब सी क्रेविंग्स भी हो सकती हैं। यदि आप गर्भवती हैं तो ऐसे भी दिन आएंगे जब आपको कुछ चटपटा भी खाने की इच्छा होगी। परंतु आप यह अच्छी तरह से जानती हैं कि हर स्वादिष्ट चीज स्वास्थ्य के लिए बेहतर नहीं होती है। इस दौरान आपको बहुत सोच समझ कर अपने लिए भोजन का चुनाव करना चाहिए। यदि आप चायनीज फूड खाती हैं तो आपको इसे खाने से पहले दो बार सोचना चाहिए क्योंकि इस भोजन में अजीनोमोटो (एम.एस.जी.) का उपयोग किया जाता है जो आपके और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। अजीनोमोटो को ज्यादातर चायनीज फूड में फ्लेवरिंग एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। यद्यपि यह खाने के स्वाद को बढ़ाता है पर गर्भावस्था के दौरान इसे खाने से कई साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं। 

अजीनोमोटो या एम.एस.जी. क्या है?

अजीनोमोटो वास्तव में एक सामग्री नहीं है, यह एक जापानी आर्गेनाईजेशन का नाम है जो मोनोसोडियम ग्लूटमेट या एम.एस.जी. प्रोडक्ट बनाती है। एम.एस.जी. का उपयोग करना कॉन्ट्रोवर्शियल या विवाद का विषय है क्योंकि डॉक्टरों के अनुसार लंबे समय तक इसका सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। कुछ लोग तर्क में ऐसा भी कहते हैं कि हमारा शरीर प्राकृतिक रूप से ग्लूटमेट उत्पन्न करता है इसलिए अजीनोमोटो का सेवन करना सुरक्षित है। यदि आप गर्भवती हैं तो हम यही सलाह देंगे कि आप ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें जिसमें अजीनोमोटो का उपयोग किया गया हो या इसे अपनी डायट में शामिल करने से पहले न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें। 

फूड इंडस्ट्री में अजीनोमोटो का फूड एडिटिव के रूप में उपयोग 

यद्यपि फूड इंडस्ट्री हर सामग्री को ज्यादा मात्रा में उपयोग करती है तो इसके द्वारा खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए सस्ती और ज्यादा फ्लेवर वाली सामग्री जैसे अजीनोमोटो का उपयोग करना संभव है। फूड इंडस्ट्री में अजीनोमोटो का उपयोग इसलिए भी किया जाता है क्योंकि यह सामग्री भूख बढ़ाती है। एम.एस.जी. शरीर में पैंक्रियाज को उत्तेजित करके इंसुलिन उत्पन्न करता है जिससे शुगर का स्तर कम हो जाता है। इसी वजह से भूख बढ़ जाती है और लोगों को ज्यादा खाने की इच्छा होती है। 

क्या गर्भावस्था के दौरान अजीनोमोटो खाना सुरक्षित है?

गर्भवती महिलाओं को अजीनोमोटो युक्त खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए क्योंकि यह गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि आप इसे बहुत ज्यादा मात्रा में खा लेती हैं तो इससे प्लेसेंटा में क्षति हो सकती है जिसके कारण बच्चे तक न्यूट्रिशन पहुँचने में कठिनाई होती है। इस वजह से गर्भ में पल रहे बच्चे को पेट में मौजूद एसिडिक भोजन व अन्य जर्म्स से भी समस्याएं हो सकती हैं। 

गर्भावस्था के दौरान अजीनोमोटो खाने के साइड इफेक्ट्स 

विशेषकर यदि एक गर्भवती महिला अजीनोमोटो-युक्त खाद्य पदार्थ बहुत ज्यादा मात्रा में खाती है तो यह उसके लिए हानिकारक हो सकता है। गर्भावस्था के दौरान अजीनोमोटो खाने के यहाँ कुछ साइड-इफेक्ट्स बताए गए हैं, आइए जानें;

  • प्लेसेंटा की क्षति: अत्यधिक मात्रा में एम.एस.जी. लेने से प्लेसेंटा डैमेज हो सकती है और इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को जर्म्स और ग्लूटमेट से खतरा हो सकता है। यह बच्चे के मस्तिष्क की नसों को प्रभावित कर सकते हैं। 
  • सिर में दर्द: अजीनोमोटो ज्यादा खाने से आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है जिससे नजर कमजोर और आवाज व रोशनी से सेंस्टिविटी भी होती है। 
  • अनिद्रा: अजीनोमोटो का सेवन करने से मस्तिष्क के सेल्स उत्तेजित होते हैं जिससे आपको अनिद्रा की समस्या हो सकती है और आप रातभर जाग सकती हैं। 
  • नसें अधिक उत्तेजित होना: अजीनोमोटो नसों को उत्तेजित करके न्यूरोट्रांस्मीटर्स को अनियंत्रित कर सकता है। 
  • दिल की बीमारी: अजीनोमोटो-युक्त भोजन करने से दिल की धड़कन बढ़ सकती है, सीने में दर्द हो सकता है और कार्डिएक अरेस्ट भी आ सकता है। 
  • मतली: यदि आपकी इम्युनिटी कमजोर है और आप अजीनोमोटो-युक्त भोजन करती हैं तो आपको मतली की समस्या हो सकती है। 
  • ओबेसिटी: अजीनोमोटो पैंक्रियाज को उत्तेजित करता है जिससे ओबेसिटी की समस्या भी हो सकती है। 
  • अन्य स्वास्थ्य समस्याएं: अजीनोमोटो शरीर में विभाजित होने के बाद जी.ए.बी.ए. (गाबा) में परिवर्तित हो जाता है जिसमें ट्रैंक्विलाइजर प्रभाव होते हैं। इससे अन्य साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जैसे सुन्न पड़ना, कमजोरी आना, थायरॉइड की समस्याएं और इत्यादि। 

अजीनोमोटो (एम.एस.जी.) का उपयोग करने के लिए तर्क 

एम.एस.जी. से संबंधित चूहों पर की गई कुछ स्टडीज के अनुसार यह खाद्य पदार्थ प्लेसेंटा को हानि पहुँचा सकता है। पर इंसानी प्रजाति के सामान बंदरों पर की गई रिसर्च के अनुसार परिणाम विपरीत थे। यदि आप बहुत ज्यादा मात्रा में अजीनोमोटो का सेवन करती हैं तो ही इससे आपको कोई गंभीर समस्या हो सकती है। 

अजीनोमोटो (एम.एस.जी.) का उपयोग न करने के लिए तर्क 

इस विषय पर कई बार तर्क-वितर्क हुआ है कि एम.एस.जी. प्राकृतिक नहीं है इसे शुगर को फर्मेंट करके बनाया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं है। अजीनोमोटो का सेवन करने से पहले सावधानी क्यों बरतनी चाहिए इसका एक और कारण यह है कि इसे खाने से कई समस्याएं हो सकती हैं, जैसे दिल की बीमारी, मतली, सिर दर्द, प्लेसेंटा की क्षति और इत्यादि। इसलिए खाने में एम.एस.जी. का उपयोग न करना ही बेहतर है। 

अजीनोमोटो युक्त खाने को कैसे पहचाना जा सकता है

ज्यादातर प्रोसेस्ड फूड में एम.एस.जी. का उपयोग किया जाता है और रेस्टोरेंट में इसका उपयोग बहुत आम है। इस पदार्थ का उपयोग ज्यादातर फर्मेन्ट किए हुए खाने में किया जाता है, जैसे सोया सॉस। इसलिए यदि आप प्रोसेस्ड, कैंड या पैकेज्ड फूड खरीदती हैं तो एक बार इसके लेबल को अच्छी तरह से पढ़ लें। यदि इन खाद्य पदार्थों में स्पष्ट रूप से यह नहीं लिखा है कि यह एम.एस.जी. – फ्री आइटम हैं तो इनमें अजीनोमोटो का उपयोग किया जा सकता है। एम.एस.जी. आमतौर पर फ्लेवरिंग, कलरिंग, स्टॉक्स, ब्रॉथ्स, सीजनिंग और इत्यादि में होता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान इनसे बचना ही बेहतर है।

यद्यपि गर्भावस्था के दौरान आपको एम.एस.जी. युक्त भोजन खाने की क्रेविंग बहुत ज्यादा होगी पर इस समय इसे न खाना ही बेहतर है। इस दौरान आपके शरीर में बहुत सारे हॉर्मोनल बदलाव होंगे और वे अनेक चीजों व भोजन में अलग-अलग तरह से रिएक्ट कर सकते हैं इसलिए कोई भी खतरा न लें। गर्भावस्था में आप जो भी खाद्य पदार्थ खाना चाहती हैं उसे खाने से पहले डॉक्टर से यह जरूर जान लें कि वह खाद्य पदार्थ आपके लिए सुरक्षित है या नहीं। आप अपना डायट प्लान न्यूट्रिशनिस्ट और डॉक्टर को जरूर बताएं व हेल्दी भोजन ही खाएं। 

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