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गर्भावस्था के दौरान तरह-तरह की टेस्टी और चटपटे चीजों को खाने की क्रेविंग होना बहुत आम बात है और इसलिए जब आप ग्रोसरी लिस्ट बनाती होंगी तो उसमें बिस्कुट जरूर शामिल करती होंगी। बहुत आम बात है कि जब हल्की-फुल्की भूख मिटानी हो तो बिस्कुट सबके पसंदीदा स्नैक्स होते हैं। हालांकि ये जरूरी नहीं है कि गर्भवती होने पर हर तरह का बिस्कुट आपके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा हो। चूंकि ये आपके गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत से जुड़ी बात है इसलिए आपको बिस्कुट से जुड़े तथ्यों की जांच कर लेना बेहतर है। इसलिए आपको यह जानकारी होना आवश्यक है कि कौन से बिस्कुट खाना आपके लिए सही है और कौन से नहीं।
गर्भवती होने पर आप किस प्रकार के बिस्कुट खा सकती हैं
आपके खाने के लिए बिस्कुट और इसे बनाने में इस्तेमाल की गई सामग्री की क्वालिटी सही है या नहीं, आपको हर बार उसे खरीदने से पहले कम से कम दो बार जांचना होगा। आपको आसानी के लिए, यहाँ कुछ प्रकार दिए गए हैं, जिन पर आपकी और बच्चे की सेहत का ध्यान रखते हुए भरोसा किया जा सकता है:
1. फ्लेवर्ड बिस्कुट
गर्भवती महिलाओं को नींबू या अदरक के फ्लेवर वाले बिस्कुट खाना पसंद है। ये स्वाद गर्भावस्था के लक्षणों जैसे मॉर्निंग सिकनेस और मतली से लड़ने में मदद करते हैं। अगर सीमित मात्रा में खाए जाएं तो इस फ्लेवर के बिस्कुट काफी अच्छे साबित होते हैं।
2. डाइजेस्टिव बिस्कुट
भरपूर फाइबर के कारण गर्भावस्था के दौरान गेहूँ या अन्य होल ग्रेन्स से बने बिस्कुट उपयोगी हो सकते हैं। ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को कब्ज की समस्या होती है। डाइजेस्टिव बिस्कुट कब्ज और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि ध्यान रहे, ये भी कम मात्रा में सेवन किए जाने चाहिए।
3. न्यूट्रिशनल बिस्कुट
आहार में किसी भी तरह की कमी को पूरा करने के लिए कैल्शियम, प्रोटीन और मैग्नीशियम जैसे सप्लीमेंट्री पोषक तत्वों से भरपूर बिस्कुट उपयोगी होते हैं। गर्भावस्था के दौरान प्रोटीन बिस्कुट आपके गर्भ में बढ़ रहे बच्चे की आहार संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद कर सकते हैं।
गर्भवती होने पर किस प्रकार के बिस्कुट न खाएं
कुछ ऐसे बिस्कुट हैं जिन्हें गर्भावस्था के दौरान खाने से पूरी तरह से बचना चाहिए क्योंकि वे स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी नीचे दी गई है।
1. शुगर एंड क्रीम बिस्कुट
हालांकि शुगर और क्रीम बिस्कुट बेहद स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन उनमें बहुत ज्यादा मात्रा में क्रीम या चीनी होती है, जिसे गर्भावस्था के दौरान खाने से बचना चाहिए। इन बिस्कुट से आपका न केवल तुरंत और अवांछित वजन बढ़ जाएगा, बल्कि आपको अपने डिलीवरी के बाद उस वजन को कम करना भी मुश्किल होगा। यदि आप इस अवधि के दौरान बहुत अधिक चीनी खाती हैं तो आपको जेस्टेशनल डायबिटीज भी हो सकता है । यदि आपको ग्लूटेन एलर्जी है तो ग्लूटेन फ्री जानने के लिए बिस्कुट के लेबल की जांच करें। व्यावसायिक रूप से बने बिस्कुट में अक्सर काफी मात्रा में ग्लूटेन होता है जो आपके शरीर में एलर्जी पैदा कर सकता है और बच्चे को भी प्रभावित कर सकता है।
2. बेसन के बिस्कुट
गर्भावस्था के दौरान गैस या पेट फूलने के सबसे सामान्य कारणों में से एक है चना (बेसन)। इसलिए, अगर बिस्कुट को बनाने में बेसन इस्तेमाल हुआ है तो आपको इससे एकदम दूर रहना चाहिए। बेसन से गर्भवती महिलाओं में हार्टबर्न भी हो सकता है, अतः ऐसे बिस्कुट न ही खाएं।
गर्भावस्था में कितने बिस्कुट खाने चाहिए
आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खाने की अन्य सभी चीजों और स्नैक्स की तरह, बिस्कुट का सेवन भी कम मात्रा में किया जाए। एक दिन में आप कितने बिस्कुट खा सकती हैं ये जानने के लिए अपने डॉक्टर से बात करें। हालांकि, यदि आपको हल्का मीठा खाने की क्रेविंग होती हो तो सामान्यतः और आपको सेहत से जुड़े कोई कॉम्प्लीकेशन्स न होने की स्थिति में, आप एक दिन में 2 से 3 बिस्कुट खा सकती हैं।
गर्भवस्था के दौरान बिस्कुट खरीदने से पहले क्या जांचें
सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि बिस्कुट का पैकेट खरीदने से पहले उसे बनाने में उपयोग की गई सामग्री जानने के लिए कवर की जांच करें। अगर आपको हमेशा से खाने की चीजों के लेबल की जांच करने की आदत हैं, तो गर्भावस्था में इससे आपको फायदा होगा। बिस्कुट के हर पैकेट पर पीछे की ओर उल्लिखित इंग्रेडिएंट्स की मात्रानुसार दी गई लिस्ट में इस्तेमाल की गई प्रत्येक सामग्री का प्रतिशत बताया जाता है। यदि इस सूची में सबसे ऊपर मैदा, आर्टिफिशल चीनी या हाइड्रोजनीकृत तेल जैसी वस्तुओं के नाम हों, तो इसे तुरंत खतरे की घंटी समझना चाहिए। हाइड्रोजनीकृत तेल कृत्रिम रूप से बनाए जाते हैं, और ट्रांस फैट के साथ मिलकर हृदय रोगों का कारण बनते हैं। लेबल पढ़ना एक अच्छी आदत है, इससे हमें बिस्कुट बनाने में प्रयोग हुई सभी सामग्रियों की स्पष्ट जानकारी मिल जाती है।
यदि आपको बिस्कुट खाने की बहुत ज्यादा इच्छा होती है तो आप नीचे दी गई रेसिपी को आजमाकर घर पर ही अपने लिए थोड़े से बिस्कुट बना सकती हैं। घर पर बिस्कुट को बेक करने से आप इसमें उपयोग होने वाली सामग्री की मात्रा को अपने अनुसार तय करके फायदा उठा सकती हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्दी बिस्कुट रेसिपी
सामग्री:
- 5 कप म्यूस्ली (कच्ची)
- 1/2 कप गेहूँ का आटा
- 1/3 कप शहद
- 1 चम्मच दालचीनी पाउडर
- 1 चम्मच वैनिला एसेंस/एक्सट्रैक्ट
- 1 अंडा
- 5 से 7 बड़े चम्मच पिघला हुआ सादा मक्खन
- 1 चुटकी नमक
विधि:
- मक्खन और शहद को मिलाएं।
- इसमें आटा, म्यूस्ली, दालचीनी, वैनिला एसेंस आदि डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
- अंडे को फोड़कर इसमें डालें।
- मिश्रण की मध्यम आकार की गोलियां बनाकर उन्हें चपटा कर लें, इसके बाद बेकिंग ट्रे में बटर पेपर रखकर उस पर गोलियां रख दें।
- ओवन को 180 डिग्री पर प्रीहीट करके गोलियों 15 मिनट तक बेक करें।
याद रखिए, गर्भावस्था एक नाजुक समय होता है और अपने आहार को चुनने में समझदारी दिखाना सुरक्षित और स्वस्थ गर्भावस्था की कुंजी है। अगर सोच-समझकर खाया जाए तो बिस्कुट आपकी भूख को संतुष्ट कर सकते हैं और कुछ मामलों में आपकी आहार संबंधी जरूरतों को पूरा करने में भी मदद कर सकते हैं।
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