गर्भावस्था के दौरान फेशियल ब्लीच करवाना – जोखिम और बचाव

क्या प्रेगनेंसी में फेशियल ब्लीच करवाना चाहिए?

गर्भवती होने पर आप दवाओं से संबंधित चीजों पर ज्यादा ध्यान दे सकती हैं क्योंकि इसका सेवन करने से आपके गर्भ में पल रहे बच्चे पर प्रभाव पड़ सकता है। इसी प्रकार से कुछ केमिकल का उपयोग कॉस्मेटिक में भी किया जाता है। गर्भावस्था के दौरान इन कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से पहले महिलाओं को एक बार सोचना चाहिए। गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव आते हैं जिसमें एंड्रोजन हॉर्मोन के बढ़ने से उनके बाल बढ़ते हैं या उनकी त्वचा डार्क होती है। विशेषकर गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के बाद (छठे महीने के बाद) आपको ब्लीच प्रोडक्ट्स का उपयोग करने की जरूरत पड़ सकती है क्योंकि इस समय आपके गाल, ठोड़ी और अपरलिप्स के बाल बढ़ सकते हैं। यह प्रोडक्ट्स मुख्य रूप से त्वचा को ब्लीच करने के लिए होते हैं जो सामान्यतः चेहरे के बालों की रंगत को हल्का करते हैं और पिग्मेंटेशन कम करते हैं। पर क्या गर्भावस्था में ब्लीचिंग करवाना सही है? क्या इसमें आपको चिंता करने की जरूरत है?

क्या गर्भावस्था में फेशियल ब्लीच करवाना सुरक्षित है?

क्या मैं गर्भावस्था के दौरान अपने चेहरे पर ब्लीच लगा सकती हूँ? यह एक ऐसी चीज है जिसमें आपको सोचने की जरूरत है। ब्लीचिंग एजेंट्स वास्तव में केमिकल पदार्थ होते हैं जो त्वचा की रंगत को हल्का करते हैं। केमिकल के यह पदार्थ दवाओं या ड्रग जैसा ही काम करते हैं जिससे त्वचा की रंगत हल्की होती है। यह एन्जाइम्स की प्रक्रिया में प्रभाव डालते हैं जिससे मेलेनिन (त्वचा को डार्क करते हैं) का उत्पादन होता है। इसमें कुछ एक्टिव इंग्रिडिएंट्स का उपयोग किया जाता है, जैसे हाइड्रोक्यूनोन, एमोनिया के साथ हाइड्रोजन पेरोक्साइड, आवश्यक स्टेरॉइड्स और ग्लूटाथिओन। गर्भावस्था के दौरान केमिकल का उपयोग करने में हमेशा खतरा रहता है। कुछ के बारे में यहाँ बताया गया है। 

गर्भावस्था के दौरान फेशियल ब्लीच करवाने के जोखिम 

  • गर्भावस्था की पहली तिमाही बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इस चरण में गर्भ में पल रहे बच्चे के सभी अंगों का निर्माण होता है। इसलिए इस समय किसी भी केमिकल पदार्थ का उपयोग करने से बच्चे को खतरा हो सकता है। 
  • गर्भावस्था के दौरान केमिकल की गंध से आपको उल्टी हो सकती है। 
  • आप अपनी त्वचा में जो भी चीजें लगाती हैं वह भले ही कम मात्रा में पर छिद्रों के माध्यम से आपके शरीर के अंदर जा सकती हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान त्वचा बहुत ज्यादा सेंसिटिव हो जाती है और इसमें बहुत खुजली भी हो सकती है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि त्वचा पर कोई भी उल्टा प्रभाव न पड़े इसलिए आप अपने चेहरे में ब्लीच न लगवाएं। 
  • जैसा कि पहले भी बताया गया है कि कुछ प्रकार कि ब्लीच में स्टेरॉइड्स और हाइड्रोक्युइनोन होते हैं। इन केमिकल सामग्रियों का उपयोग करने से जन्म के दौरान बच्चे का वजन कम हो सकता है। हाइड्रोक्युइनोन ‘सी’ केटेगरी में भी आता है जिसका मतलब है कि टेस्ट के दौरान यह प्रमाणित हुआ है कि इस केमिकल के उपयोग से जानवरों में जन्म से संबंधित समस्याएं हुई हैं, मृत बच्चा पैदा हो है सकता है, जन्म के दौरान बच्चे का वजन कम हो सकता है पर इससे यह नहीं कहा जा सकता है कि मनुष्यों में भी इसके समान इफेक्ट्स ही होंगे। 

गर्भावस्था में ब्लीच पॉइजनिंग या रिएक्शन होने के लक्षण 

  • आपको उल्टी और मतली हो सकती है। 
  • त्वचा पर रैशेस या खुजली और आँखों में समस्या हो सकती है। 
  • सांसें कम आ सकती हैं। 
  • सीने में जकड़न हो सकती है।
  • सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, जैसे खांसी और घरघराहट। 

गर्भावस्था के दौरान नेचुरल और हर्बल ब्लीचिंग करने के तरीके 

ऊपर दिए हुए पॉइंट्स को जानने के बाद आप गर्भावस्था के दौरान ब्लीच का उपयोग नहीं करने के बारे में सोचेंगी। हालांकि, कुछ नेचुरल ब्लीचिंग एजेंट्स के उपयोग के बारे में सोच सकती हैं। कुछ ऐसे ब्लीचिंग एजेंट्स भी उपलब्ध हैं जो नेचुरल होते हैं और उसके कोई भी साइड इफेक्ट्स भी नहीं हैं। गर्भावस्था के दौरान उपयोग करने योग्य कुछ प्रकार के फेस ब्लीच इस प्रकार हैं;

  1. गर्भावस्था के दौरान आप अपने चेहरे पर टमाटर के रस का उपयोग कर सकती हैं। यह भी एक ब्लीचिंग एजेंट होता है और इससे चेहरे के बाल हल्के हो जाते हैं। आप टमाटर के रस को 15 से 20 मिनट तक अपने चेहरे पर लगाएं और सादे पानी से धो लें। 
  2. आप पके पपीते में दूध मिलाकर भी अपने चेहरे पर लगा सकती हैं। इस मिश्रण की दोनों सामग्रियां नेचुरल ब्लीच होती हैं। 
  3. चेहरे के रंग को हल्का करने के लिए आप हल्दी और दूध को मिलाकर भी लगा सकती हैं। 
  4. चेहरे के लिए नींबू और शहद भी एक नेचुरल ब्लीच का काम करता है। 

ब्लीच करते समय ध्यान देने योग्य बातें 

  • गर्भावस्था के दौरान ब्लीच का उपयोग करने से पहले आप अपनी त्वचा पर थोड़ा सा ब्लीच लगाकर जांच लें कि इससे आपको एलर्जी या खुजली तो नहीं हो रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोन्स में बदलावों की वजह से महिलाओं की त्वचा सेंसिटिव हो सकती है। 
  • आप अपने चेहरे को ठंडे पानी से धोएं क्योंकि ठंडा पानी त्वचा के छिद्रों को सिकुड़ने में मदद करता है और इससे ब्लीचिंग एजेंट त्वचा के अंदर कम से कम जाते हैं। 
  • ब्लीच की स्ट्रांग गंध से बचने के लिए यह सलाह दी जाती है कि आप किसी अच्छी वेन्टीलेटेड जगह पर ही बैठें। 
  • आप चेहरे पर कम से कम समय के लिए ब्लीच लगाएं। 
  • यदि आपकी त्वचा में खुजली या रैशेस होते हैं तो आपको कभी भी ब्लीच का उपयोग न करें। 
  • गर्भावस्था के दौरान आप ऐसी ब्लीच का उपयोग करें जिसमें बहुत हल्के ब्लीचिंग एजेंट्स हों और वह लोकल न होकर किसी जाने-माने ब्रांड का हो। 
  • गर्भावस्था में आपको खुद से ब्लीच करने के बजाय किसी प्रोफेशनल से ब्लीच करवाना चाहिए। 
  • गर्भावस्था के दौरान ब्लीच का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें क्योंकि यह एक ऐसा केमिकल होता है जिससे आपकी गर्भावस्था में प्रभाव पड़ सकते हैं। 

हर माँ के लिए गर्भावस्था संपूर्ण जीवन का एक स्वरूप होता है। इसलिए इस समय वह देखभाल और चिंताएं प्राथमिक रूप से करती है पर इसका मतलब यह नहीं है कि आपकी खुद की खूबसूरती और केयर को नजरअंदाज किया जाए। गर्भावस्था के समय में यदि आप नेचुरल प्रोडक्ट्स का उपयोग करती हैं तो इससे आपकी खूबसूरती भी बढ़ेगी और यह आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है। 

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