अगर आपको लगता है की तकनीकी उपकरण जैसे लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट इत्यादि का इस्तेमाल करने की आदतें आपके नियंत्रण से परे चली गई है, यदि आप हर 5 मिनट में अपना फोन चेक करते है या जैसे ही वह बीप करता है, आप उसे देखने के लिए विचलित हो जाते है और आपकी इस आदत से आपका परिवार और आपके दोस्त बहुत परेशान हो गए हैं, तो समय आ गया है कि आप “डिजिटल डिटॉक्स” करें। डिजिटल डिटॉक्स का मतलब यह नहीं कि आप 1 या 2 घंटों के लिए अपना मोबाइल बंद कर दें, इसका मतलब है कि तकनीकी दुनिया जैसे; लैपटॉप, मोबाइल, टैबलेट इत्यादि से ध्यान हटाकर जीवन में बेहतर चीजों पर ध्यान केंद्रित करना, जिसमें आप अपना फोन छोड़कर जीवन की और भी नई चीजों पर ध्यान दे सकते हैं। आप इसे महसूस नहीं कर सकते हैं, लेकिन एक स्क्रीन पर घूरते हुए अंतहीन घंटे बिताना आपके मानसिक या शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है, इसलिए डिजिटल डिटॉक्स की आवश्यकता सामने आई है।
6 कारण जो आपको डिजिटल डिटॉक्स के लिए तैयार कर लेगा
मन की शांति व खुशी के लिए आपको डिजिटल डिटॉक्स करना क्यों जरूरी है इससे संबंधित कुछ कारण यहाँ बताए गए हैं, आइए जानें;
1. नींद नहीं आने की समस्या से बचने के लिए
एक वयस्क के लिए करीब 6-7 घंटे की अच्छी नींद अति-आवश्यक है ताकि हमारा शरीर ठीक से काम कर सके, यह हमने कई बार सुना और पढ़ा होगा। किसी भी चीज को जानने और मानने में फर्क होता है, अक्सर हम बहुत सी चीजें जानते हैं पर उसे मानते नहीं हैं, उनमें यह सबसे पहले आता है – रात को सोने से पहले मोबाइल में व्यस्त रहना भी अनिद्रा का सबसे बड़ा कारण है। हमारे मोबाइल से निकलती नीली किरणें मेलाटोनिन (मेलाटोनिन हमारे शरीर में एक ऐसा हॉर्मोन है जो हमारे सोने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है।) को प्रभावित करती है जिससे हमारी नींद खराब होती है और जिसके वजह से शरीर में जल्दी थकावट पैदा होती है और साथ ही कई सारी शारीरिक समस्याएं भी उत्पन्न होतीं हैं, जैसे; तनाव, ह्रदय रोग, वजन बढ़ना, चिंता इत्यादि। इन सब से बचने के लिए डिजिटल डिटॉक्स एक बहुत ही छोटा सा सेक्रिफाइज होगा।
2. तनाव (स्ट्रेस) से बचने के लिए
जाहिर है मोबाइल है तो सोशल मीडिया भी और आप अपना सोशल मीडिया दिन-भर में कई बार खोलती हैं। हर बार सोशल मीडिया खोलने पर आप अपने दोस्तों के पोस्ट को जरूर देखती हैं, कोई दोस्त विदेश में छुट्टियां मना रहा है तो दूसरे को पदोन्नति मिली है। ऐसी बहुत सी नई-नई खबरें जो आपको सोंच में डाल देती है कि आपकी जिन्दगी इतनी बोरिंग क्यों है! सोशल मीडिया में समय बिताना और दूसरों के पोस्ट को देखना अक्सर आपको तनाव में डाल देता है। इस तनाव से मुक्ति पाने का और खुशी से जीने का एक ही तरीका है – अपने लैपटॉप व मोबाइल को बंद करें और जीवन में हो रहे सकारात्मक चीजों को देखें और महसूस करें। खुद को थोड़ा समय दे, अपनी पसंदीदा किताबें पढ़ें, अपने गाने सुनें और इत्यादि – अपना तनाव खत्म करने के लिए आप यह सारी चीजें करें।
3. कॉन्सेंट्रेशन में सुधार के लिए
आपको खुद पर बहुत गर्व होता होगा जब आपके दोस्त आपकी मल्टी-टास्किंग स्किल की सराहना करते हैं या फिर आपको यह देखकर अच्छा लगता होगा कि आपने सब काम एक साथ ही कर लिए हैं, है ना? परन्तु आप जानते हैं कि मल्टी-टास्किंग स्किल, कभी-कभी काम की क्वालिटी को खराब करता है। लोग अक्सर सर्वश्रेष्ठ कार्य तभी कर पाते हैं जब वे एक चीज पर ध्यान केंद्रित करके काम करते हैं। अगर आप कोई जरूरी काम करते वक्त अपना फोन देखते हैं तो जाहिर है आपका ध्यान भटकेगा जो आपके काम की गुणवत्ता को कम करता है। हालांकि इसमें आपकी कोई गलती नहीं है, मोबाइल फोन का उपयोग हम सबका ध्यान भटकाता है जिस कारण हम किसी एक चीज को ढंग से नहीं कर पाते हैं। आप चाहें तो अब भी इस समस्या से मुक्ति पा सकतीं हैं, अपने फोन को बंद करें और कुछ हफ्तों के लिए डिजिटल डिटॉक्स पर जाएं। आप अपने काम में एक अच्छा बदलाव देखेंगी और अपने काम को एकाग्रता व तीव्रता से कर पाएंगी। आपकी एकाग्रता को बढ़ाने के लिए डिजिटल डिटॉक्स सबसे उपयोगी है।
4. आपके अंदर की क्रिएटिविटी को बाहर निकालने के लिए
क्या आपको याद है कि पिछली बार आपने वॉलीबॉल या लूडो कब खेला था या फिर अपना कोई भी पसंदीदा कार्य कब किया था? आपको याद नहीं आ रहा होगा, है ना? और आपको यह कभी याद भी नहीं आएगा अगर आप ऑफिस से घर जाने के बाद 3 घंटे तक फोन पर ही व्यस्त रहेंगी। खाली समय सिर्फ फोन पर ही व्यस्त रहने से आपकी रचनात्मकता कहीं छुप जाती है और आप सिर्फ वेबसाइट पर ही पूरी तरह निर्भर हो जाती हैं। आपका हर सोच, हर विचार व योजना इंटरनेट पर ही निर्भर हो जाता है। अपने विचारों के लिए इंटरनेट का सहारा लेना छोड़ दें, अकेले कुछ समय बिताएं और सोचें। कुछ समय अपनी हॉबी या रुचियों को भी दें ,जैसे; कलाकृति, संगीत, गिटार बजाना इत्यादि। यह कार्य आपके दिमाग को एक सकारात्मक ऊर्जा देंगे और आपके दिमाग को एक नई विचार-धारा की ओर आकर्षित करेंगे। तो देर किस बात की अपना फोन, लैपटॉप जल्दी से बंद करें और अपनी रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए कुछ समय डिजिटल डिटॉक्स करें – आप खुद को खुश पाएंगी और आपका दिमाग भी बेहतर काम करेगा।
5. अपनी एंग्जायटी से लड़ने के लिए
हमारे दिन की शुरुआत ही फोन के साथ होती है, जब हम व्हाट्सऍप देखने, मैसेज का उत्तर देने या फिर नोटिफिकेशन देखने में व्यस्त हो जाते हैं। एक दिन अगर मैसेज या फिर कोई नोटिफिकेशन ना आए तो आप कुछ अधूरा और अकेला महसूस करती हैं। ज्यादातर फोन का इस्तेमाल आपको सामाजिक चिंताओं से ग्रसित कर देता है और इसका यह कारण है कि जब आप लगातार किसी का पोस्ट देखती हैं या किसी बुरी खबर को पढ़ती हैं तो यह क्रिया आपको चिंता से ग्रसित कर देती है जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। अपनी सारी चिंताओं की मुक्ति के लिए आपको डिजिटल डिटॉक्स करना चाहिए, ऐसा करने से आपको अपनी मानसिक स्थिति पर अच्छा बदलाव नज़र आएगा।
6. सेल्फ-एस्टीम या आत्म-सम्मान बढ़ाने के लिए
इंटरनेट और सोशल मीडिया ने आपको हर एक दोस्त, रिश्तेदार और अनजान से जोड़कर रखा है परन्तु क्या सच में आप उनसे जुड़े हैं? अपनी फोटों पोस्ट करना और लाइक्स या कमेँट्स का इंतजार करना क्या सच में आपकी फोटो को खूबसूरती का खिताब देता है? और आपकी फोटो पर लाइक्स या अच्छे कमैंट्स ना आएं तो यह आपके आत्म-सम्मान पर ठेस पहुंचाता है। दूसरे की अच्छी जिन्दगी की तरफ देखना और उनसे खुद की जिन्दगी की तुलना करना आपको अस्थिर महसूस करवाता है। तो ऐसे में आपको खुद को एक विराम देने की जरूरत है, इंटरनेट और सोशल-मीडिया, फोन और लैपटॉप से कुछ दिन के लिए दूरी बनाइए फिर आप समझ पाएंगी कि आपको आपकी सुंदरता के लिए किसी से तारीफ पाने की जरूरत नहीं है। आप खुद में ही अपना एक प्रभावशाली व्यक्तित्व पाएंगी, अपने आत्म-सम्मान को बढ़ाने के लिए कुछ दिन डिजिटल डिटॉक्स जरूर करे। इन कुछ कारणों की वजह से आप अपने मानसिक सुकून के लिए “डिजिटल डिटॉक्स” जरूरत करना चाहेंगी। डिजिटल डिटॉक्स के फायदों की गिनती में सिर्फ मानसिक शांति ही नहीं है बल्कि यह आपको शारीरिक रूप से भी स्वस्थ रखता है, जानें कैसे;
- बॉडी पोस्चर में सुधार लाता है – घंटों तक लैपटॉप, मोबाइल में लगे रहने से शारीरिक मुद्राओं पर बुरा असर पड़ता है और आपकी रीढ़ की हड्डी, गर्दन तथा पूरे शरीर की मुद्रा बिगड़ जाती है। इससे पूरे शरीर में दर्द का कारण भी बनता है। डिजिटल उपकरण का कम से कम प्रयोग आपके रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखता है और कमर दर्द जैसी शिकायतें भी कम हो जातीं हैं।
- आँखों को रिलैक्स करता है – आज के इस डिजिटल समय में, आँखों में तनाव की समस्या बहुत आम बात है। अगर आपकी आँखें बोल सकतीं तो आपको बताती कि लगातार पूरे दिन कंप्यूटर और मोबाइल को घूरते रहना कितना दर्दनाक होता है। आपके मोबाइल और कंप्यूटर में व्यस्त रहने का मूल्य आपकी आँखें चुकाती हैं। डिजिटल डिटॉक्स सबसे ज्यादा आपकी आँखों के लिए लाभकारी है। ऐसा करने पर आप अपनी आँखों को एक 32 इंच की दुनिया से हटा कर, खुले आसमान को देखने की आजादी दे रहे हैं। डिजिटल दुनिया से बाहर निकलें और अपनी आँखों को प्राकृतिक दृश्यों में व्यस्त करें इससे आप भी खुश रहेंगी और आपकी आँखें भी।
- एक्सरसाइज करने के समय मिलता है – क्या आपको लगता है पूरे दिन में आपके पास सब कुछ करने के लिए बहुत कम समय है? अगर हाँ, तो इसका मतलब है आप मोबाइल व लैपटॉप में बहुत ज्यादा समय व्यतीत कर रही हैं। एक बार डिजिटल डिटॉक्स करके देखें, पूरे दिन में आपके पास बहुत सारा खाली समय होगा। आप उस समय से तकरीबन एक घंटा एक्सरसाइज के लिए निकाल सकतीं हैं, रोज़ाना कम से कम एक घंटा एक्सरसाइज जरूर करें।
अब आपके पास सारे कारण हैं कि आपको डिजिटल डिटॉक्स क्यों करने की जरूरत है, तो अब देर किस बात की? चलिए शुरू करें। आप चाहे तो पूरी तरह से डिजिटल डिटॉक्स कर सकती हैं या धीरे-धीरे भी शुरुआत कर सकती हैं। डिजिटल डिटॉक्स के बाद आपके पास बहुत समय होगा खुद के लिए और बाकी लोगों के लिए भी, यकीन करें उसके बाद आप असल खुशी का अनुभव करेंगी।