वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेद

वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेद

क्या आपका वजन नहीं बढ़ रहा है और आप बहुत पतली दिखती हैं? यह आपके हाई मेटाबोलिज्म के कारण होता है जिसकी वजह से आप फैट को जल्दी गला लेती हैं। हाई मेटाबोलिज्म वाले लोग वात दोष वाले शरीर के रूप में जाने जाते हैं, अपने खाने के तरीके में कुछ बदलाव के साथ हर्बल नुस्खों को अपनाएं, अपनी लाइफस्टाइल में भी चेंजेस करें तो आप जल्द ही अपना वजन बढ़ा सकती हैं।

वजन बढ़ाने में आयुर्वेद कैसे मदद करता है?

आयुर्वेद आपका वजन बढ़ाने के लिए नेचुरल इंग्रीडिएंट का उपयोग करता है। जब आप आयुर्वेद का सहारा लेती हैं, तो आपको बाकी मेडिसिन नहीं लेनी पड़ती है। इसका मतलब है कि आपको साइड इफेक्ट होने का खतरा भी कम होता है। इसकी डोज बहुत माइल्ड होती है और ज्यादातर आयुर्वेदिक प्रोडक्ट कैप्सूल या पाउडर के रूप में मौजूद होते हैं, जिसे आपके लिए लेना बहुत आसान हो जाता है।

वजन बढ़ाने के लिए प्रभावी आयुर्वेदिक दवाएं

चूंकि आपका बॉडी टाइप वात दोष हो सकता है, इसलिए सप्लीमेंट डाइट और उपचार को शामिल करने के बावजूद भी आप एक लिमिट के अंदर ही अपना वजन बढ़ा सकती हैं। जिसका मतलब है कि आप हेल्दी होने के साथ-साथ अपना वजन बढ़ा सकती हैं। सबसे ज्यादा यह बात मायने रखते है कि आपकी हेल्थ के लिए क्या जरूरी है, न कि आप क्या चाहती हैं।

यहाँ आपको वजन बढ़ाने के लिए टॉप आयुर्वेदिक सप्लीमेंट के बारे में बताया गया है:

1. अश्वगंधा चूर्ण

अश्वगंधा चूर्ण एक टॉनिक हर्ब है जिसका उपयोग विभिन्न मेडिकल कंडीशन का उपचार करने के लिए किया जाता है। इसे ‘इंडियन जिनसेंग’ भी कहा जाता है। यह आपके स्ट्रेस को कम करता है और आपको इमोशनली हेल्दी महसूस कराता है। एक दिन में 100 मिलीग्राम से शुरुआत करना अच्छा है, लेकिन यदि आवश्यक हो तो आप अपनी खुराक को बढ़ा भी सकती हैं। बेहतरीन रिजल्ट के लिए आप इसे पाउडर के रूप में दूध के साथ ले सकती हैं।

2. शतावरी

शतावरी एक ऐसी हर्ब है जिसका उपयोग महिलाओं में हार्मोन को बैलेंस करने के लिए किया जाता है। यह आपके वजन को बढ़ाने के लिए जानी जाती है, शरीर को हाइड्रेट रखती है और आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है।

3. च्यवनप्राश 

यदि आप भूख की कमी का अनुभव करती हैं, तो आपको यह जानकर खुशी होगी कि कोई भी आयुर्वेदिक  च्यवनप्राश आपकी इस समस्या को हल करने में मदद कर सकता है। यह आपकी हड्डियों की डेंसिटी को बढ़ाता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है, साथ ही पोषक तत्वों का एक अच्छा मिश्रण देता है जो आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को भी मजबूत करता है। इसका सेवन करने से आपको भूख महसूस होने लगेगी और आपको ज्यादा खाना खाने की इच्छा होने लगेगी, इस प्रकार आप अधिक कैलोरी लेना शुरू कर देंगी जो आपका वजन बढ़ाने में मदद करेगा।

4. सीताफल 

आप सोच रहीं होंगी – यह तो एक फल है!  हाँ, और यह एक आयुर्वेदिक हर्बल ट्रीटमेंट भी है। यदि आप पूरे एक महीने तक यह फल खाती हैं, तो आप देखेंगी की आपके शरीर के वजन में वृद्धि हो रही है, साथ ही आपकी मांसपेशियां भी मजबूत और ज्यादा रिस्पॉन्सिव होने लगी हैं। इसके बीजों को पीसकर पाउडर के रूप में दूध के साथ भी लिया जा सकता है।

5. यष्टिमधु (मुलेठी की जड़)

वजन बढ़ाने के लिए मुलेठी की जड़ बेहतरीन आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट में से एक है। लो इम्युनिटी वजन कम होने के पीछे सबसे बड़े कारणों में से एक है और जब आपकी इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है, तो आपका वजन भी अच्छे से बढ़ता है। यह आपका स्टैमिना भी बढ़ाता है और आपके पेट को रिलीफ देता है, जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम तो बेहतर होता ही है साथ यह पोषक तत्वों के अब्सॉर्प्शन में भी मदद करता है।

6. वसंत कुसुमाकर रस

हमने अब तक ज्यादातर पाउडर हर्ब के बारे में बात की है, लेकिन कैप्सूल हर्बल प्रोडक्ट भी हैं, जिसे आप आजमा सकती हैं। आप वसंत कुसुमाकर रस का कोई भी ब्रांड आप खरीद सकती हैं लेकिन इसका सेवन करने के लिए आप एक आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा प्रेसक्राइब्ड डोज ही लें। आप अपनी त्वचा की रंगत में सुधार, वजन में वृद्धि, अच्छे मूड और तेज याददाश्त में भी सुधार पाएंगी।

लाइफस्टाइल और खानपान के आधार पर वजन बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक टिप्स 

सिर्फ सप्लीमेंट डाइट काम नहीं करती है। यह बस आपके मौजूदा आहार को बढ़ाने में मदद करती है। यदि आप जंक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन बहुत ज्यादा करती हैं, तो आपको शायद अच्छे रिजल्ट न मिलें। लेकिन अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में चेंजेस करती हैं, तो यहाँ कुछ टिप्स दिए गए हैं जो वजन बढ़ाने में मदद करेंगे:

  • एक्सरसाइज आपके मेटाबोलिज्म को रेगुलेट करने में मदद करती है और यह इसे न तो बहुत तेज करेगी और न ही बहुत धीमा। यदि आप एक्सरसाइज करती हैं और योग भी करती हैं, तो आपकी भूख बढ़ जाएगी, आपका वजन भी बढ़ने लगेगा।
  • हर भोजन के बाद गुनगुने पानी में नींबू का रस डालकर पिएं। यह आपके शरीर को हाइड्रेट करेगा, पाचन बेहतर करेगा और आपका वजन बढ़ाएगा।
  • स्ट्रेस, एंग्जायटी और डिप्रेशन – ये सभी चीजें वजन घटाने का कारण बनती हैं। कोशिश करें कि प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक है। आप इसके बजाय विभिन्न प्रकार के वजन बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक टॉनिक और पाउडर का उपयोग कर सकती हैं, क्योंकि यह हेल्दी होते हैं।
  • यदि आप मांस और डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करती हैं, तो घास खाने वाले जानवर का पतला मांस खाएं और ऑर्गेनिक डेयरी प्रोडक्ट को ही चुनें। मांस को घी में पकाएं और इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए थोड़ी काली मिर्च, नमक और मसाले डालें।
  • रात में अच्छी नींद लें। यदि आप अनिद्रा से पीड़ित होती हैं, तो आपका मेटाबोलिज्म कंट्रोल के बाहर हो जाता है, लेकिन थोड़ी मात्रा में गाय के दूध के साथ हल्दी पाउडर मिलाकर पीने से आपको कुछ ही समय के अंदर नींद आने लगेगी।
  • सोया को अपने आहार में शामिल करें, यह नॉन -जीएमओ टाइप होता है। सोया प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है और यह शरीर के वजन को बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
  • फलों का रस जरूर पिएं। आप दुकानों में मौजूद पैक किए गए जूस का सेवन करने से परहेज करें और सिर्फ नेचुरल ड्रिंक ही पिएं। यह आयुर्वेदिक तरीके से वजन बढ़ाने का सबसे बेहतरीन तरीका है,  क्योंकि यह वजन बढ़ाने के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट प्रदान करता है।
  • दालचीनी, अदरक और लौंग जैसे मसाले और अजवाइन और खुरासनी जैसी हर्ब को भूख बढ़ाने और वजन बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
  • जब आप कुछ खाती हैं तो उस समय टीवी या अपना मोबाइल न देखें। क्योंकि इससे आप भोजन कम करती है या उसे छोड़ देती हैं। आपको यह ध्यान रखना होगा कि आपको पर्याप्त मात्रा में कैलोरी मिल रही है या नहीं ।
  • मन लगाकर खाएं। हाँ, यह सबसे जरूरी गाइडलाइन में एक है। आप जो भी खाती हैं, उसे अच्छी तरह से चबाएं ताकि वह ठीक से पच जाए। खाने को सिर्फ निगले नहीं वरना यह खाना डाइजेस्ट करने में समय लेगा।

आयुर्वेद की मदद से वजन बढ़ाना असंभव नहीं है। बस आपको अपने खाने और पोषण संबंधी जरूरतों में कुछ बदलाव करने होंगे, फिर आप देखिएगा कि कैसे आपको अच्छे रिजल्ट मिलता है। बस इस लेख बताई गई टिप्स का पालन करें और लगातार जारी रखें। कुछ महीनों बाद जब आपका वजन बढ़ जाएगा तो आपको अपनी मेहनत पर गर्व होगा। अभी भी बहुत देर नहीं हुई है। अपने आहार और लाइफस्टाइल को बदलकर हेल्दी वेट गेन कर सकती हैं।