मिसकैरेज के आघात से कैसे उबरें

मिसकैरेज के बाद: गर्भपात के दर्दनाक अनुभव से कैसे बाहर आएं, टिप्स और सावधानियां

जब किसी महिला का मिसकैरेज होता है, तो जाहिर तौर पर यह उसके लिए कठिन समय होता है। गर्भपात से जूझना मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यदि आपका हाल ही में गर्भपात हुआ है, तो आपको पूरी तरह से ठीक होने में कुछ समय लग सकता है। आपका शारीरिक स्वास्थ्य इस बात पर निर्भर करेगा कि गर्भपात के समय आप कितने दिनों की गर्भवती थीं। शारीरिक रूप से ठीक होने में कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीने तक का समय लग सकता है, और शायद इससे अधिक समय भावनात्मक रूप से ठीक होने में। आप धीरे-धीरे इस दुःख से बाहर निकल सकती हैं, और फिर से फैमिली प्लानिंग कर सकती हैं। लेकिन इससे पहले, आपको पूरी तरह से ठीक होने की कोशिश करनी चाहिए। जानिए गर्भपात के बाद आप शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह से कैसे ठीक हो सकती हैं, और कैसे फिर से बच्चे की योजना कब बना सकती हैं।

मिसकैरेज के बाद क्या होता है

मिसकैरेज के आघात से उबरने में आपको कुछ हफ्ते या एक महीना या उससे अधिक समय लग सकता है। कुछ महिलाओं को ठीक होने में अधिक समय लग सकता है। आपने शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह का आघात सहा होगा। गर्भपात के बाद, आपका शरीर और मन इस तरह प्रभावित होगा:

1. शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

After-Effects of Miscarriage on Physical Health

  • मिसकैरेज के बाद, आपको सामान्य से अधिक ब्लीडिंग हो सकती है। यह ब्लीडिंग मासिक धर्म की ब्लीडिंग के समान ही होगी और यह एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक रह सकती है क्योंकि भ्रूण गर्भाशय की सीवर से अलग हो जाएगा। ब्लीडिंग की अवधि मिसकैरेज के प्रकार पर भी निर्भर करेगी, यानि यह मेडिकल मिसकैरेज था या सर्जिकल मिसकैरेज। यदि ब्लीडिंग दो सप्ताह से अधिक समय तक रहती है, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
  • मिसकैरेज के बाद आपको स्पॉटिंग या हल्की ब्लीडिंग हो सकती है।
  • मिसकैरेज के बाद आपके पीरियड 3-6 सप्ताह के बाद वापस शुरू होंगे, यह आपके मासिक धर्म  चक्र पर निर्भर करेगा।
  • आपको पेट के निचले हिस्से में गंभीर दर्द हो सकता है, जो आपके मिसकैरेज के 2 दिन बाद तक हो सकता है। यह दर्द पीरियड के दौरान होने वाले दर्द के समान होता है और आपकी कमर में भी महसूस हो सकता है।
  • आपके अपने स्तन अलग लग सकते हैं। यदि आपकी गर्भावस्था 12 सप्ताह से अधिक समय तक चली थी तो आपको स्तन भरे हुए लग सकते हैं या इनसे दूध के रिसाव का अनुभव हो सकता है। जब ऐसा होता है, तो एक सपोर्टिव ब्रा या आइस पैक इस असुविधा को दूर करने में मदद कर सकते हैं। यह समस्या एक सप्ताह से अधिक समय तक नहीं होनी चाहिए। हालांकि, अगर ऐसा होता है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान रिलीज हुआ एचसीजी हार्मोन मिसकैरेज के एक या दो महीने बाद तक आपके खून में बना रह सकता है और यह प्लेसेंटल टिशू के पूरी तरह से अलग होने के बाद ही खत्म होगा।
  • यदि डॉक्टर ने डायलेशन एंड क्यूरेटेज (डी एंड सी) सर्जरी की थी, तो आपको इन्फेक्शन होने की संभावना होगी। गर्भाशय में शेष बचे रह गए भ्रूण के टिश्यूज को हटाने और योनि के इन्फेक्शन को गर्भाशय में फैलने से रोकने के लिए डी एंड सी किया जाता है। यदि अवशेष नहीं हटाए जाते हैं, तो श्रोणि (पेल्विक) में दर्द और योनि से डिस्चार्ज हो सकता है। यदि आपको दर्द, ऐंठन, ब्लीडिंग और बुखार हो तो डॉक्टर से मिलने जाएं।
  • मिसकैरेज के दो हफ्ते बाद गर्भाशय अपने सामान्य आकार में वापस आ जाएगा और सर्विक्स बंद हो जाएगा। पेट पर गर्भाशय के हिस्से की मालिश करने से गर्भाशय को अपने सामान्य आकार में जल्दी वापस जाने में मदद मिलती है। यदि गर्भाशय को खाली नहीं किया गया, तो अधूरा गर्भपात होता है, जिससे गंभीर दर्द और ब्लीडिंग हो सकती है।

2. मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

After-Effects of Miscarriage on Emotional Health

  • मिसकैरेज के बाद आपको बार-बार अपराध बोध की भावना और गुस्सा आ सकता है। अपने बच्चे को खोने के लिए आप खुद को दोषी मान सकती हैं। यह अजीब लगता है, लेकिन कभी-कभी, आपको दूसरों को भी दोष देने का मन होगा, जैसे आपके माता-पिता, भगवान, या यहाँ तक कि आपके डॉक्टर। आप अपने आसपास की अन्य गर्भवती महिलाओं को देखकर चिढ़ या ईर्ष्या भी महसूस कर सकती हैं।
  • आप सच को न मानने की स्थिति में आ सकती हैं और आपको लग सकता है कि यह आपके साथ कैसे हो सकता है? आप यह मानने से भी इंकार कर सकती हैं कि आपने अपना बच्चा खो दिया है। यह मानसिक अवरोध आघात के प्रति आपके मन की रक्षा के लिए होता है।
  • मिसकैरेज के बाद डिप्रेशन और निराशा की भावना प्रबल हो सकती है। गर्भपात के बाद, कई महिलाएं डिप्रेशन में चली जाती हैं। यह लंबे समय तक तीव्र दुःख का कारण बनता है, और इससे रोजमर्रा की चीजें करने की अनिच्छा हो सकती है और भूख लगना भी कम हो सकता है। आपको यह विचार आ सकता है कि क्या आप कभी दोबारा बच्चा पैदा कर पाएंगी या नहीं। और यह आप में निराशा और पीड़ा की भावना को ट्रिगर कर सकता है।
  • कुछ महीनों के बाद, आप अंततः सच को स्वीकार कर पाएंगी कि क्या हुआ और निराशा के उस चरण से बाहर आएंगी। सभी तरह की भावनाओं को का ज्वार सहने के बाद, एक दिन आएगा जब आप अपने नुकसान को स्वीकार करने में सक्षम होंगी। आप इसे कभी नहीं भूलेंगी, लेकिन इससे बाहर आ जाएंगी। आप अपनी रूटीन लाइफ में वापस आएंगी और आगे बढ़ेंगी।

मिसकैरेज के बाद कुछ कॉम्प्लीकेशन्स भी उत्पन्न हो सकते हैं। यह एक अपूर्ण गर्भपात हो सकता है या डी एंड सी सर्जरी से जुड़ी जटिलताएं हो सकती हैं या सात दिनों के बाद लगातार ब्लीडिंग हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप इन्फेक्शन हो सकता है। किसी भी स्थिति में, मिसकैरेज के बाद बुखार, पेट में दर्द, बहुत ज्यादा ब्लीडिंग या बदबूदार डिस्चार्ज होने पर आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

मिसकैरेज के बाद अपना खयाल कैसे रखें

बच्चे को खोना आपको भावनात्मक और शारीरिक रूप से हिला सकता है। हो सकता है कि आप हर चीज में रुचि खो दें और हर चीज और हर किसी से खुद को अलग करना चाहें। लेकिन यदि आप पूरी तरह से ठीक होना चाहती हैं तो गर्भपात के बाद खुद की देखभाल करना आवश्यक है। आपका बच्चा अब नहीं रहा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको अपनी सेहत का खयाल रखना बंद कर देना चाहिए। मिसकैरेज के बाद शारीरिक और भावनात्मक सुधार के लिए नीचे कुछ उपाय दिए गए हैं:

1. शारीरिक सुधार

गर्भपात के बाद, आपको 2 सप्ताह तक ऐंठन, दर्द और ब्लीडिंग हो सकती है। यहाँ कुछ टिप्स दिए गए हैं जो आपको शारीरिक रूप से ठीक होने में मददगार होंगे।

  • आराम करें: आपको ठीक होने के लिए समय की आवश्यकता है क्योंकि आप एक दर्दनाक अनुभव से गुजरी हैं। इसलिए जितना हो सके आराम करने के लिए खुद को पर्याप्त समय दें। अगर आप रात को सो नहीं पा रही हैं तो गर्म दूध पिएं। आप कुछ हल्के व्यायाम भी कर सकती हैं। इससे आपको बेहतर नींद आने में मदद मिलेगी।
  • दवाई लें: आपके गर्भपात के बाद आपको कुछ हद तक दर्द का अनुभव होगा। आप पेन किलर्स ले सकती हैं, लेकिन उन्हें लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। यदि दर्द दूर नहीं होता है, बल्कि और बढ़ जाता है, तो आपको निश्चित रूप से अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
  • गर्म या ठंडी सिकाई करें: कई महिलाओं को मिसकैरेज के बाद बहुत बुरा सिरदर्द होने लगता है। आप अपने सिर पर गर्म या ठंडी सिकाई करके अपने दर्द को कम कर सकती हैं। 
  • अपने तापमान पर नजर रखें: मिसकैरेज के बाद पहले पाँच दिनों के लिए, अपने शरीर के तापमान की जांच करें। यदि यह 99.7°F से ज्यादा होता है, तो डॉक्टर के पास जाएं क्योंकि बुखार शरीर में इन्फेक्शन का संकेत है।
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें: मिसकैरेज के बाद आपको ब्लीडिंग होगी। इसके लिए टैम्पोन के बजाय सैनिटरी नैपकिन का उपयोग करें। यदि आप टैम्पोन का उपयोग करती हैं तो आपको वजाइनल इन्फेक्शन हो सकता है। इसलिए इससे बचें। इसके अलावा, दिन में दो बार नहाएं।
  • स्वस्थ आहार लें: सुनिश्चित करें कि आप प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, वसा, आवश्यक विटामिन और मिनरल्स से भरपूर आहार खाएं। आपके शरीर को मिसकैरेज के बाद खुद को ठीक करना और फिर से मजबूत करना पड़ता है। अपने आहार में अंडे, पनीर, रेड मीट, पोल्ट्री, नारियल तेल, मक्खन साबुत फल और सब्जियां शामिल करें। चूंकि गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम का स्तर भी कम हो जाता है, इसलिए खाने में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दूध, सूखे मेवे, सोया और हरी सब्जियां आदि लेना भी महत्वपूर्ण है।
  • हाइड्रेटेड रहें: प्रतिदिन कम से कम आठ गिलास पानी पिएं ताकि आप हाइड्रेटेड रहें। आप फलों के जूस, चाय, और गर्म सूप भी ले सकती हैं। कैफीन युक्त पेय से बचें, क्योंकि वे आपको डिहाइड्रेट कर सकते हैं और आपकी रिकवरी को प्रभावित कर सकते हैं।
  • कुछ सप्ताह के लिए संभोग से दूर रहें: मिसकैरेज के बाद पहले दो हफ्तों में संभोग करने से बचें क्योंकि आपका शरीर अभी ठीक हो रहा होगा। ब्लीडिंग बंद होने और सर्विक्स के बंद होने का इंतजार करें। यह जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से इस बारे में पूछें कि शारीरिक संबंध दोबारा कब बनाए जा सकते हैं या कब दूसरे बच्चे के लिए प्रयास किया जा सकता है।
  • रेगुलर चेकअप के लिए जाएं: अपने मिसकैरेज के बाद नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं ताकि किसी भी तरह के यौन संचारित रोग (एसटीडी), बैक्टीरियल इन्फेक्शन या सेहत से जुड़ी समस्याओं को होने से रोका जा सके, जो भविष्य  पुनः गर्भधारण को प्रभावित कर सकते हों।
  • मसाज करवाने का विचार करें: फर्टिलिटी मसाज करवाने से गर्भाशय और सर्विक्स में सर्कुलेशन बढ़ाने और हार्मोनल संतुलन ठीक करने में मदद मिलती है।

2. मानसिक सुधार

Emotional Recovery After a Miscarriage

किसी महिला के लिए अपने बच्चे को खोने का दुःख बहुत बड़ा होता है। यदि आपका मिसकैरेज हुआ है, तो आप कई प्रकार की भावनाओं का अनुभव करेंगी, उदासी, क्रोध, डिप्रेशन और चिड़चिड़ाहट। लेकिन अगर आप दोबारा गर्भवती होना चाहती हैं, तो आपको पूरी तरह से ठीक होना होगा। केवल शारीरिक रूप से सेहत में सुधार करने से मदद नहीं मिलेगी, आपको मानसिक रूप से भी पूरी तरह स्वस्थ होना होगा। जानिए, गहरी उदासी के अंधेरे से बाहर आने के लिए क्या किया जा सकता है।

  • डॉक्टर से मदद लें: मिसकैरेज के बाद आपकी मदद करने वाला पहला व्यक्ति अमूमन आपका डॉक्टर होता है। वह आपको सभी कारणों (जैसे ओवेरियन सिस्ट, धूम्रपान, तनाव, आदि) के बारे में बताएंगे जिसके कारण गर्भ को नुकसान हुआ होगा। वह आपको दोबारा गर्भवती होने के लिए बेहतर रूप से तैयार होने में मदद करेंगे।
  • अपने आप को दोष न दें: एक मिसकैरेज किसी मेडिकल असामान्यता के कारण होता है और यह आपकी गलती नहीं है। यह स्वीकार करिए कि यह कुछ मेडिकल समस्या के कारण हुआ था, और भविष्य में फिर से माँ बनने के लिए तैयार हो जाइए।
  • तनाव न लें: मिसकैरेज के बाद, आपके हार्मोन स्थिर नहीं होंगे और उन्हें सामान्य होने में कुछ समय लगेगा। हार्मोन में उतार-चढ़ाव आपको चिड़चिड़ा और मूडी बना देंगे। इसलिए दूसरी बातों में ध्यान लगाने की कोशिश करें।
  • संवाद करें: अपने दुःख को दबाकर न रखें, अपने करीबियों से बात करें। जिनके साथ आपको अपनापन महसूस होता है उन्हें खुलकर दिल की बात बताएं, जैसे आपके दोस्त, परिवार, या डॉक्टर। अपने साथी से भी बात करना याद रखें। उन्होंने भी अपने बच्चे को खो दिया है। बात करने से आप दोनों को इससे उबरने में और आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।
  • एक्सरसाइज करें: शारीरिक एक्टिविटीज से एंडोर्फिन निकलता है जो तनाव को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। इसलिए एक बार जब आप शारीरिक रूप से इसके लिए तैयार हो जाती हैं, तो एक्सरसाइज करना शुरू कर दें। आप सैर करने या योग करने से शुरुआत कर सकती हैं। धीरे-धीरे आप एक्सरसाइज बढ़ा सकती हैं, लेकिन केवल डॉक्टर से परामर्श करने के बाद।
  • दवाएं लें: डिप्रेशन के गंभीर मामलों में, डॉक्टर एंटी-डिप्रेसेंट और साइकोथेरेपी और बहुत ही दुर्लभ मामलों में, इलेक्ट्रोकोनवल्सिव थेरेपी जैसे उपचारों का सुझाव दे सकते हैं । हालांकि, आपको मिसकैरेज के बाद भावनात्मक उपचार के लिए डिप्रेशन से बाहर आने का प्रयास करना चाहिए।

मिसकैरेज के बाद शरीर को ठीक होने में कितना समय लगता है?

मिसकैरेज के बाद आपके शरीर को पूरी तरह से ठीक होने में कुछ दिनों से लेकर कई महीनों तक का समय लग सकता है। योनि से ब्लीडिंग एक से दो सप्ताह तक रह सकती है और पेट में दो दिनों तक दर्द हो सकता है। मानसिक उपचार माँ द्वारा भ्रूण से जुड़े भावनात्मक बंधन पर निर्भर करेगा। खुद को समय देना जरूरी है। शोक करना सामान्य बात है। धीरे-धीरे आप अपना यह नुकसान स्वीकार करने लगेंग और समय के साथ बेहतर महसूस करेंगी।

निस्संदेह मिसकैरेज के नुकसान को स्वीकार करना मुश्किल होता है, लेकिन आपको याद रखना चाहिए कि यह आपके जीवन को बर्बाद नहीं करता है। आप हमेशा दूसरे बच्चे के लिए कोशिश कर सकते हैं। दूसरे बच्चे के लिए प्लानिंग करने का समय मुख्य रूप से आपकी रिकवरी पर निर्भर करेगा।

मिसकैरेज के बाद फिर से गर्भधारण 

डॉक्टर आमतौर पर गर्भपात के बाद फिर से गर्भवती होने की कोशिश करने से पहले महिलाओं को कुछ महीनों तक इंतजार करने की सलाह देते हैं। लेकिन गर्भाशय काफी लचीला होता है। जब एक महिला की प्रजनन आयु खत्म होने के करीब होती है, तो जैसे ही पीरियड रेगुलर होता है, डॉक्टर उसे एक और बच्चे के लिए प्रयास करने को कह सकते हैं । यदि आप गर्भधारण करना चाहती हैं, तो आपको अपनी विशिष्ट स्थिति के बारे में डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। आपके गर्भाशय में घाव या प्लेसेंटा के अंश हो सकते हैं, इस स्थिति में डॉक्टर आपको कुछ और समय तक प्रतीक्षा करने का सुझाव देंगे।

Getting Pregnant After a Miscarriage

गर्भपात के बाद दोबारा गर्भवती होने की कोशिश करने से पहले न केवल आपके शरीर को पूरी तरह स्वस्थ होने की जरूरत है, बल्कि आपकी भावनाओं को भी फिर से स्थिर होने की जरूरत है। यदि आपको गहरा आघात पहुँचा है, तो छह महीने से एक वर्ष तक इंतजार करने का सुझाव दिया जाएगा। अपने आप को विशवास दिलाएं कि आप एक बार फिर से गर्भवती होंगी और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म देंगी।

मिसकैरेज के बाद सावधानियां

मिसकैरेज होने के बाद आपको कुछ सावधानियां रखनी आवश्यक होंगी, विशेष रूप से भविष्य में मिसकैरेज से बचने के लिए और शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के लिए। नीचे बताई गई बातों का सावधानी से पालन करें।

  • जब तक आप कम से कम एक मासिक धर्म चक्र को पूरा न कर लें, तब तक गर्भधारण करने की कोशिश न करें।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें और अपना वजन एकसमान बनाए रखें।
  • यदि आप फिर से गर्भवती हो जाती हैं, तो शराब या सिगरेट से दूर रहें। इसके अलावा, अपने कैफीन के सेवन को भी सीमित करें।
  • अपने डॉक्टर से परामर्श करें और हर दिन प्रीनेटल विटामिन और फोलिक एसिड की खुराक लें।
  • किसी भी असामान्य योनि डिस्चार्ज पर नजर रखें।
  • शारीरिक अंतरंगता से बचें जब तक आप अपने गर्भपात के प्रभाव को दूर नहीं करते। यह किसी भी इन्फेक्शन को रोकने में मदद करेगा।
  • यदि आपको बुखार आता है और टेम्परेचर ज्यादा है, तो इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि यह किसी इन्फेक्शन का संकेत है और इससे बांझपन हो सकता है।
  • अगर ब्लीडिंग बंद नहीं होती है या यदि दर्द लंबे समय तक रहता है तो डॉक्टर से मिलें। आपको अपने डॉक्टर से यह भी जांच करवानी चाहिए कि आप कब दूसरी गर्भावस्था के लिए प्रयास कर सकती हैं।

मिसकैरेज के बाद आप अपनी नार्मल एक्टिविटीज कब शुरू कर सकती हैं?

जैसे ही आप सहज महसूस करें आप नार्मल एक्टिविटीज को फिर से शुरू कर सकती हैं। यदि मिसकैरेज का इलाज करने के लिए आपका सर्जिकल उपचार हुआ था या नहीं हुआ था, आपको किसी भी कड़ी एक्सरसाइज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। आप कुछ हफ्तों में अपने रूटीन में वापस आ सकती हैं, लेकिन आपको अपने शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली किसी भी चीज से बचना चाहिए। संभोग से दूर रहें और इन्फेक्शन से बचने के लिए कुछ हफ्तों के लिए (बल्कि बाद में भी) अपनी योनि के अंदर कुछ भी न डालें। यदि आपको कोई चिंता है, तो अपने डॉक्टर से पूछने में संकोच न करें।

मिसकैरेज एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घर्टना होती है। बच्चा खोना सबसे बुरी चीजों में से एक है जो एक महिला अनुभव कर सकती है। लेकिन मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होने से आप जल्द ही इस दुःख से बाहर आ जाएंगी और जितनी जल्दी आप बेहतर होंगी, उतनी ही जल्दी आप दूसरे बच्चे के लिए कोशिश कर सकेंगी। ज्यादातर महिलाओं के मामले में, गर्भपात एक बार होता है और यह भविष्य में फर्टिलिटी का संकेत होता है। इसलिए कभी उम्मीद मत खोइए।

यह भी पढ़ें:

मिसकैरेज (गर्भस्राव) – कारण, लक्षण और रोकथाम
मिसकैरेज के बाद पहला पीरियड