गर्भावस्था के 40वें सप्ताह में प्रसव के संकेत न मिलना – क्या यह चिंताजनक है

गर्भावस्था के 40वें सप्ताह में प्रसव के संकेत न मिलना - क्या यह चिंताजनक है

जिस समय एक महिला को पता चलता है कि वह गर्भवती है, उस समय से वह अपने बच्चे को गोद में लेने के लिए आतुर हो जाती है। आप गर्भावस्था के दौरान आने वाली सभी जटिलताओं को सहन करते हुए अपने बच्चे के आने का बेसब्री से इंतजार करती हैं। यदि आप 40 सप्ताह की गर्भवती हैं, तो आपको अपने बच्चे का इस दुनिया में स्वागत करने के लिए बिल्कुल तैयार होना चाहिए। हालांकि, अगर 40वां सप्ताह होने के बाद भी आपको प्रसव पीड़ा के कोई संकेत नजर नहीं आते हैं, तो यह आपकी चिंता का विषय बन सकता है, लेकिन क्या आपको वास्तव में इस विषय पर चिंता करने की जरूरत है? यदि आपको 40वें सप्ताह में प्रसव के संकेत नहीं मिल रहे हैं, तो अपनी इस विषय पर अधिक जानकारी प्राप्त करें और जानें कि ऐसी परिस्थिति में आपको क्या करना चाहिए।

गर्भावस्था का 40वां सप्ताह और प्रसव का कोई संकेत नहीं – क्या यह सामान्य है

जब आप गर्भावस्था के 40वें सप्ताह में होती हैं, तो आप यह जानती हैं कि अब किसी भी दिन आपका बच्चा दुनिया में आ सकता है। इसलिए, आपका व्यग्र होना सामान्य है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा नहीं है कि यह आपके साथ ही हो रहा है । यह देखा गया है कि केवल 10 प्रतिशत बच्चे ही अपनी नियत तिथि पर पैदा होते हैं और 90 प्रतिशत बच्चे अपनी नियत तारीख से पहले या बाद में पैदा होते हैं। अधिकांश शिशुओं का जन्म गर्भावस्था के 37वें और 41वें सप्ताह के बीच होता है। हालांकि, गर्भ में जुड़वां या उससे ज्यादा बच्चे होने पर वे आमतौर पर 37 सप्ताह से पहले पैदा होते हैं। इसके अलावा, डॉक्टर द्वारा दी गई तारीख सिर्फ एक अनुमानित तारीख होती है और यह आपकी गर्भावस्था की प्रगति के अनुसार भिन्न हो सकती है, जो आपके बच्चे की वृद्धि और विकास पर निर्भर करता है। ज्यादातर मामलों में, गर्भावस्था के 42वें  सप्ताह से पहले ही बच्चे का जन्म हो जाता है। हालांकि, कुछ बच्चे 42वें सप्ताह के बाद भी पैदा होते हैं। इसलिए, आपका गर्भावस्था के 40वें सप्ताह में होने पर अभी भी प्रसव के कोई संकेत न दिखना सामान्य है, पर इसकी संभावना बहुत कम होती है।

आप इसके लिए क्या कर सकती हैं

यदि आप अपनी गर्भावस्था के 40वें सप्ताह तक पहुँच चुकी हैं और प्रसव के संकेत नहीं दिख रहे हैं, तो चिंता न करें क्योंकि चिंता करने से यह प्रसव में और देर कर सकता है। आप नीचे बताई गई बातों को आजमा सकती हैं जो इस प्रकार हैं:

1. धैर्य रखें

हाँ, आप काफी लंबे समय से अपने बच्चे के दुनिया में आने का इंतजार कर रही हैं और ये 2 सप्ताह आपको बेचैन करने वाले हैं, लेकिन घबराने या चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। इसलिए आपका आराम करना और धैर्य रखना ही सबसे अच्छा होगा। अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताने की कोशिश करें। उनसे बात करें और पारिवारिक साथ का आनंद लें। प्रसव के बारे में सोचना केवल आपको तनावग्रस्त कर देगा जो आपके और बच्चे के लिए अच्छा नहीं है। इसलिए, गुनगुने पानी से स्नान करें और परिवार के साथ अच्छा समय बिताएं और पर्याप्त आराम करें।

2. ध्यान करें

ध्यान आपके मन और शरीर को शांत करने और आराम देने का एक शानदार तरीका है। तनाव को प्रबंधित करने में ध्यान आपकी बहुत मदद करता है। एक खुले स्थान पर या प्राकृतिक परिवेश में बैठें और ध्यान करें। यह न केवल आपको खुश और तनावमुक्त महसूस कराएगा, बल्कि इससे आपके बच्चे को भी आराम महसूस होगा।

3. आराम करें और सो जाएं

अपने तनाव और चिंताओं को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है नींद लेना और आराम करना है। 8 घंटे की अच्छी नींद आपको आराम देगी और आप खुद को बहुत अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगी। बच्चे के जन्म के बाद आपके सोने और आराम करने का कार्यक्रम बदल सकता है, इसलिए जितना संभव हो सके अभी आराम करें।

आराम करें और सो जाएं 

4. अपनी पसंदीदा चीजें करें

आपको जो करना अच्छा लगता हो वह करें, क्योंकि बच्चे के आने के बाद आपके पास अपने शौक पूरा करने का समय नहीं रहेगा। अपनी पसंदीदा गतिविधि करने से आपका ध्यान उन नकारात्मक भावनाओं से हट जाएगा, जो इस दौरान आप महसूस कर सकती हैं। पढ़ना, पेंटिंग करना, संगीत सुनना या ऐसी कोई भी गतिविधि जिसे करने में आपको आनंद आता है, आप वह करें।

5. सीढ़ियां चढ़ें

हो सकता आपको यह सुनने में थोड़ा अजीब लगे, लेकिन सीढ़ियां चढ़ने से वास्तव में जल्द ही प्रसव को प्रेरित करने में मदद मिल सकती है। सीढ़ियां चढ़ने से आपकी योनि पर दबाव पड़ता है ऐसा करने से आपके प्रसव की संभावना बढ़ सकती है।

6. एक्यूप्रेशर करें

इस तकनीक का उपयोग, शरीर में विभिन्न दबाव बिंदुओं को दबाकर उन्हें ठीक करने के लिए किया जाता है। बहुत से लोग नहीं जानते लेकिन एक्यूप्रेशर प्रसव पीड़ा को बढ़ाने में मदद करता है। शरीर पर छह प्रमुख एक्यूप्रेशर बिंदु होते हैं जो प्रसव पीड़ा को प्रेरित करने में मदद करते हैं। यदि सही ढंग से दबाया जाता है, तो एक्यूप्रेशर मालिश के 1 से 4 दिनों के भीतर प्रसव के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

एक्यूप्रेशर करें

7. शारीरिक संबंध बनाएं

हाँ यह सच है! अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध बनाने से आपका बच्चा जल्दी बाहर आने के लिए तैयार हो जाएगा। आपके द्वारा अनुभव किया गया संभोग, संकुचन को गति प्रदान करने में मदद करता है और वीर्य (स्पर्म) में मौजूद प्रोस्टाग्लैंडिंस भी गर्भावस्था के बाद के चरणों के दौरान प्रसव को प्रेरित करता है।

8. निप्पल को उत्तेजित करने की कोशिश करें

हालांकि यह थोड़ा असहज हो सकता है, निपल को उत्तेजित करना प्रसव को प्रेरित करने का एक शानदार तरीका है। यदि आपको यह दर्दनाक या असहज लगता है, तो आप अपने लिए स्तन पंप का उपयोग कर सकती हैं। यह ऑक्सीटोसिन का स्राव करने में मदद करता है, जो एक हार्मोन है। इससे संकुचन पैदा होने लगता है और आप जल्द ही प्रसव कर सकती हैं।

क्या गर्भावस्था के 40वें सप्ताह में प्रसव का संकेत न होना सी-सेक्शन का लक्षण है

यदि आपकी गर्भावस्था का 40वां सप्ताह पूरा हो गया हो और अब तक प्रसव के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हों, तो यह आपको चिंता करने के लिए बाध्य करता है। कुछ महिलाओं को यह भी लगता है कि उन्हें सी-सेक्शन से गुजरना पड़ सकता है। सी-सेक्शन न केवल विलंबित प्रसव से संबंधित है, बल्कि यह गर्भावस्था की अन्य जटिलताओं के कारण भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, आपका डॉक्टर सी-सेक्शन के लिए सुझाव दे सकता है, उच्च जोखिम वाले गर्भावस्था के मामले में, या यदि आपके बच्चे का वजन अधिक है, इत्यादि । तथापि हाँ, यदि आप 41 सप्ताह से अधिक गर्भवती हैं और प्रसव के स्पष्ट संकेत जैसे कोई संकुचन महसूस न होना, गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) का पतला न होना, आदि समस्याएं हैं तो आपका डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी के लिए सुझाव दे सकता है ।

आपका ई.टी.डी. यानि प्रसव की अपेक्षित तारीख केवल एक अनुमान के लिए होती है और कोई भी यह नहीं बता सकता है कि बच्चा कब पैदा होगा। तो, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आप बस प्रसव की प्रतीक्षा कर सकती हैं और अगर आपको प्रसव के बारे में कोई चिंता है, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें।