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गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में बहुत सारे परिवर्तन होते हैं और उन परिवर्तनों के साथ सामंजस्य बनाए रखने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने शरीर को पर्याप्त पोषण प्रदान करें। ऐसे में विशेषकर ताजा सब्जियों का अच्छा आहार आपके शरीर में काफी अंतर ला सकता है। गर्भावस्था के दौरान आपके आहार में भिंडी जैसी सब्जियां खाना आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है । गर्भवती होने के दौरान भिंडी का सेवन करने से क्या-क्या फायदे होते हैं, आइए जानें।
भिंडी का पोषण मूल्य
एक छोटी से भिंडी में अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं। नीचे दिए गए चार्ट में भिंडी के पोषण मूल्य के बारे में बताया गया है, आइए जानते हैं;
पोषण संबंधी घटक | पोषण मूल्य प्रति 100 ग्राम |
ऊर्जा | 30 किलो कैलोरी |
कार्बोहाइड्रेट | 7.6 ग्राम |
फाइबर | 3.2 ग्राम |
वसा (फैट) | 0.1 ग्राम |
प्रोटीन | 2.0 ग्राम |
विटामिन ‘ए’ | 0.198 मिग्रा |
विटामिन ‘बी9’ या फोलेट | 87.8 ग्राम |
विटामिन ‘सी’ | 21 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 75 मिग्रा |
मैग्नीशियम | 57 मिग्रा |
गर्भावस्था के दौरान भिंडी के स्वास्थ्य लाभ
गर्भावस्था के दौरान भिंडी का सेवन करने के कई लाभ होते हैं। इस सब्जी में कैलोरी की मात्रा कम होती है और साथ ही इसमें फोलेट व राइबोफ्लेविन की प्रचुर मात्रा होती है, जो शिशु के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक है। गर्भावस्था के दौरान भिंडी खाने के कुछ फायदे इस प्रकार हैं;
1. विटामिन ‘सी’ से भरपूर है
विटामिन ‘सी’ शरीर में आयरन को अवशोषित करने में सहायक होता है जो आपके शिशु के विकास को बढ़ाने के लिए आवश्यक है। एंटीऑक्सीडेंट के रूप में, विटामिन ‘सी’ हृदय रोग और उच्च रक्तचाप से भी बचाव करता है। यह आपके बच्चे में इम्यून सिस्टम और त्वचा, केशिकाओं व हड्डियों के विकास में सहायक होता है।
2. फोलेट की प्रचुर मात्रा होती है
भिंडी में फोलेट और फोलिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और यह शिशुओं में जन्म-दोष के जोखिम को रोकने में मदद कर सकता है। भिंडी का सेवन विशेष रूप से गर्भावस्था के चौथे से 12वें सप्ताह के बीच करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसी दौरान आपके शिशु में तंत्रिका नलिकाएं विकसित होती हैं। भिंडी में मौजूद फोलिक एसिड इस विकास में सहायता करता है।
3. एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है
भिंडी में, शिशु के इम्युनिटी सिस्टम का निर्माण करने में सहायक एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर होते हैं। साथ ही ये भ्रूण के विकास में योगदान देते हैं और हृदय रोग या डायबिटीज के खतरे को भी कम करने में मदद करते हैं।
4. फाइबर की भरपूर मात्रा होती है
गर्भावस्था के दौरान कब्ज को रोकने के लिए भिंडी एक उत्कृष्ट विकल्प है क्योंकि इसमें अनेक घुलनशील और अघुलनशील डायटरी फाइबर होते हैं। ये घुलनशील फाइबर डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करने के साथ ही रक्त में कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं।
5. अच्छी नींद में सहायक है
भिंडी में तेल और प्रोटीन के साथ आवश्यक अमीनो एसिड, जैसे ट्रिप्टोफैन मौजूद होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए जाने जाते हैं और अच्छी नींद दिलाने में सहायता करते हैं।
इनके अलावा, भिंडी आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाने में सक्षम है क्योंकि इसमें मौजूद म्यूकस और फाइबर के गुण रक्त के ग्लूकोज को स्थिर करते हैं। गर्भावस्था के दौरान यदि आप बाल झड़ने और शरीर पर चकत्तों की समस्या से प्रभावित हैं तो इस अवधि में अपने बालों व त्वचा को अच्छा बनाए रखने के लिए भिंडी का सेवन करें।
गर्भावस्था के दौरान आहार में भिंडी कैसे शामिल करें
भिंडी में स्वास्थ्य संबंधित अनेक लाभ मौजूद होते हैं इसलिए गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में इस बेहतरीन सब्जी को शामिल करना न भूलें। आप अपने आहार में भिंडी को कैसे शामिल कर सकती हैं इस बारे में कुछ सुझाव दिए हुए हैं, आइए जानते हैं;
- सुनिश्चित करें कि आप भिंडी को काटने और पकाने से पहले इसे पानी से अच्छी तरह से धो लें। यह आदत संक्रमण के किसी भी जोखिम से बचाव में मदद करती है।
- भिंडी को धीमी आंच में पकाएं, ऐसा करने से इस सब्जी में मौजूद आवश्यक पोषक तत्व बने रहेंगे।
- आप भिंडी को एक अलग अंदाज में भी पका सकती हैं। इसके लिए आप पहले भिंडी को अच्छी तरह से धो लें और फिर उसे लंबा-लंबा काटकर भीगे हुए बेसन में लपेटे और तल लें। यह एक बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन हो सकता है।
- आप भिंडी को लंबा काटकर और इसे अंडे व ब्रेडक्रंब के मिश्रण के साथ लपेटकर तल सकती हैं।
- शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए, आप दो भिंडी को कूचकर रात भर के लिए एक गिलास पानी में भिगो दें। फिर इस पानी को अगली सुबह पिएं। यह पेय आपके शरीर और गुर्दे के दोषों को कम करने में मदद करता है और आपके कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
- आप अपनी पसंद के अनुसार भिंडी का सूप या करी भी बना सकती हैं।
भिंडी एक ऐसी सब्जी है जिसके सेवन से गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है। आप हर दिन इसका सेवन कर सकती हैं ताकि आप और आपके बच्चे, दोनों के स्वास्थ्य में सुधार हो सके। हालांकि, अगर आपको इस सब्जी से किसी भी तरह की एलर्जी होती है या इसे खाने के बाद आप कोई शारीरिक परेशानी महसूस करती हैं, तो किसी भी गंभीर समस्या से बचने के लिए डॉक्टर से चर्चा करने की सलाह दी जाती है।
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