गर्भावस्था के दौरान आइब्रो थ्रेडिंग करने के फायदे और नुकसान

प्रेगनेंसी में आइब्रो थ्रेडिंग करना

गर्भावस्था के दौरान शरीर का साइज-शेप बदलने और वजन बढ़ने के कारण एक महिला का आत्मविश्वास कम हो जाता है। इस समय आपके बालों की भी वृद्धि हो सकती है क्योंकि आपके हॉर्मोन्स में तेजी से उतार चढ़ाव होता है। जिसकी वजह से आपके बॉडी हेयर्स भी बढ़ सकते हैं और इसका यही अर्थ है कि आपकी आइब्रो का शेप भी खराब हो सकता है। यदि आप इस दुविधा में हैं कि आपको आइब्रो थ्रेडिंग गर्भावस्था में ही करवा लेनी चाहिए या डिलीवरी के बाद जाना चाहिए तो जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें। 

क्या एक गर्भवती महिला आईब्रो थ्रेडिंग करवा सकती है? 

एक गर्भवती महिला को हमेशा अच्छा महसूस करना चाहिए, अच्छा दिखना भी चाहिए और इसके लिए आइब्रो थ्रेडिंग करवाना सुरक्षित है। यदि आप अपनी त्वचा का खयाल रखती हैं और सुंदर दिखना चाहती हैं तो इससे आपके गर्भ में पल रहे बच्चे को कोई भी हानि नहीं होगी। थ्रेडिंग करवाते समय बस इस बात का खयाल रखें कि इस प्रोसेस के लिए जो भी टूल का उपयोग किया जाता है वह आपकी त्वचा के लिए सुरक्षित होना चाहिए। यदि आपकी त्वचा सेंसिटिव है तो आप गर्भावस्था के दौरान आप आइब्रो वैक्सिंग भी करवा सकती हैं। 

गर्भावस्था के दौरान आइब्रो थ्रेडिंग करवाने के फायदे 

गर्भावस्था के दौरान आइब्रो थ्रेडिंग करवाने के कुछ फायदे होते हैं जिससे आपके इस सफर में बहुत प्रभाव पड़ सकता है और यह आपको अन्य हानिकारक चीजों से सुरक्षित रख सकता है। वे कौन से फायदे हैं, आइए जानें;

  • गर्भावस्था के दौरान आईब्रो थ्रेडिंग करवाने से आपको और आपके बच्चे को कोई भी हानि नहीं होती है। इस प्रोसेस में ऐसे किसी केमिकल या पदार्थ का उपयोग नहीं किया जाता है जिसकी वजह से आपको कोई भी हानि हो सकती है। 
  • थ्रेडिंग के विभिन्न तकनीक जैसे वैक्सिंग से स्किन पर मौजूद सभी हेयर्स नहीं निकलते हैं। वैक्सिंग करवाने  से कभी-कभी आइब्रो का शेप खराब हो जाता है और इसलिए आप थ्रेडिंग ही करवाएं क्योंकि इससे अपने हिसाब से शेप व एंगल आप पा सकती हैं। 
  • आइब्रो के लिए लेजर तकनीक आजकल बहुत ट्रेंडिंग है, लेकिन गर्भवस्था के दौरान ये बिलकुल ट्राई न करें। अभी थ्रेडिंग करवाना ही सही है और इससे आपकी आइब्रो को परफेक्ट शेप मिलती है। 

गर्भावस्था के दौरान आइब्रो थ्रेडिंग करवाने के साइड इफेक्ट्स 

एक गर्भवती महिला के लिए शेविंग, ब्लीचिंग या लेजर ट्रीटमेंट की तुलना में आइब्रो थ्रेडिंग करवाना ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद है। हालांकि, इसके कुछ नुकसान भी हैं जिनके बारे में आपको जानना चाहिए। वे क्या चीजें हैं, आइए जानते हैं;

  • गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं में शारीरिक बदलावों और हॉर्मोन्स के बढ़ने से एक्ने की समस्या हो जाती है। ऐसे समय पर आपको थ्रेडिंग नहीं करवाना चाहिए क्योंकि इससे मुंहासे फूट सकते हैं जिसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है और आपको अन्य कॉम्प्लीकेशंस भी हो सकती हैं। 
  • थ्रेडिंग करवाने से त्वचा के छिद्र खुल जाते हैं जिसमें गंदगी भर सकती है व कीटाणु भी हो सकते हैं। इन कीटाणुओं की वजह से आपको बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो थ्रेडिंग की हुई त्वचा में आपको खुजली हो सकती है और पिग्मेंटेशन भी हो सकता है। 
  • थ्रेडिंग से हटाए हुए बाल हमेशा के लिए नहीं हटते हैं, वे फिर से आ जाएंगे। इस वजह से आपको फिर से थ्रेडिंग करवाने की जरूरत पड़ती है। गर्भावस्था के दौरान थ्रेडिंग करवाने के लिए आपको हमेशा एक अनुभवी व्यक्ति की जरूरत पड़ेगी और वह हर बार उपलब्ध हो ऐसा जरूरी नहीं है। 

गर्भावस्था के दौरान ब्यूटी ट्रीटमेंट करवाते समय निम्नलिखित सावधानियां बरतने की जरूरत पड़ सकती है, आइए जानें;

  1. आप कोई ऐसा प्रोसीजर न करवाएं जिसकी वजह से आपके शरीर का तापमान बढ़ें। गर्भावस्था के दौरान आपके लिए जरूरी है कि आप अपना तापमान बनाए रखें। 
  2. आप प्रोसीजर में केमिकल्स का उपयोग न करें क्योंकि यह आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। 
  3. इस बात पर ध्यान दें कि जिस सलून में आप थ्रेडिंग करवाने जा रही हैं वहाँ पर लोगों को पता हो कि गर्भवती महिलाओं को ट्रीट कैसे किया जाता है। यदि ऐसा नहीं है तो उन्हें बताएं कि आप गर्भवती हैं। 
  4. आप हमेशा एक वेन्टीलेटेड कमरे में रहें ताकि पूरी प्रक्रिया में आपको सुविधा महसूस हो। 

गर्भावस्था वह समय है जब आपके लिए खूबसूरती का मतलब कुछ और ही हो जाता है। पर यह खुद में बेस्ट महसूस करने से संकोच करने का कारण नहीं है। आप किसी सुरक्षित जगह पर आइब्रो थ्रेडिंग करवाएं और जब भी बाहर जाएं अपने लुक को बेस्ट रखें। 

स्रोत और संदर्भ:

स्रोत १
स्रोत २  

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