गर्भावस्था के दौरान गुड़ का सेवन

प्रेगनेंसी के दौरान गुड़ का सेवन

स्वस्थ गर्भावस्था के दौरान हर एक गर्भवती महिला के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह स्वस्थ आहार का सेवन करे और स्वस्थ खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने से पहले उनके पोषण मान को समझे। गर्भावस्था के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शारीरिक हॉर्मोन नियंत्रित हो सकते हैं, इम्युनिटी सिस्टम में सुधार आ सकता है और यहाँ तक कि यह खाद्य पदार्थ सूजन व दर्द को भी ठीक करने में मदद करते हैं। अनेक पोषण-युक्त खाद्य पदार्थों में गुड़ भी एक ऐसा खाद्य पदार्थ शामिल है जो एक गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद व सुरक्षित होता है। 

क्या गर्भावस्था के दौरान गुड़ का सेवन करना सुरक्षित है?

बहुत से लोग गुड़ को ग्लूकोज का एक अच्छा स्रोत मानते हैं। इसे चीनी का प्राकृतिक और अपरिष्कृत रूप माना जाता है। गर्भावस्था के दौरान अत्यधिक ग्लूकोज का सेवन हानिकारक हो सकता है, भले ही आप चीनी का सेवन किसी भी रूप में करें।

क्या गर्भावस्था के दौरान गुड़ का सेवन किया जा सकता है? इसका उत्तर हाँ है, लेकिन संयमित रूप में। गुड़ में आवश्यक मिनरल, नमक और आयरन होता है जो गर्भावस्था के लिए फायदेमंद हो सकता है। यदि गुड़ का सेवन सीमित मात्रा में की जाए, तो यह आपकी गर्भावस्था के लिए स्वस्थ हो सकता है क्योंकि यह आपके रक्त को साफ करने और एनीमिया को रोकने में मदद करता है।

गुड़ में मौजूद पोषण मान

किसी सामग्री का उपयोग करते समय, उसमें मौजूद पोषण मूल्य को समझना जरुरी है। उदाहरण के लिए गुड़ में आयरन, मिनरल, नमक के साथ-साथ पोटेशियम भी होता है और यदि सीमित मात्रा में इसका सेवन की जाए तो यह ग्लूकोज की पर्याप्त मात्रा प्रदान करने में भी सक्षम है। 100 ग्राम गुड़ में लगभग कितना पोषण मान होता है इसके बारे में निम्नलिखित दिया गया है। 

  • कैलोरी: 383
  • कार्बोहाइड्रेट : 84.8 ग्राम
  • प्रोटीन: 1.85 ग्राम
  • वसा: 0.16 ग्राम
  • आयरन: 4.63 मिग्रा, या आरडीआई* का 61%
  • मैग्नीशियम: 115 मिग्रा, या आरडीआई* का लगभग 20%
  • पोटेशियम: 488 मिग्रा, या आरडीआई* का 30%
  • मैंगनीज: 0.72 मिग्रा, या आरडीआई* का 10-20%

*आरडीआई (रेकमेंडेड डाइट्री इन्टेक) से तात्पर्य है सलाह अनुसार आहार का सेवन। 

गर्भवती महिलाओं के लिए गुड़ के स्वास्थ्य लाभ

गुड़ में अनेक स्वास्थ्य लाभ मौजूद होने के कारण ही गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। गर्भावस्था के दौरान गुड़ के कुछ लाभ निम्नलिखित हैं, आइए जानें; 

  1. एनीमिया से बचाव करता है – शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है और गुड़ में आयरन की उच्च मात्रा होती है जो एनीमिया को रोकने में मदद करती है।
  2. रक्त को साफ करता है – गुड़ में कई एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो रक्त को साफ करने में मदद करते हैं। यह संक्रमण से बचाव करता है और साथ ही यह इम्यून सिस्टम को बनाए रखने में मदद करता है। यह उन गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जिनमें गर्भावस्था के दौरान हॉर्मोनल असंतुलन के कारण इम्यून सिस्टम कमजोर रहता है।
  3. हड्डी को स्वस्थ बनाता है – गुड़ में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो हड्डियों के घनत्व को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। यह गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी होता है।
  4. पानी के जमाव को कम करता है – गर्भावस्था के दौरान शारीरिक अंगों में पानी का जमाव हो जाता है, इस अवधि में यह एक सामान्य समस्या है। गुड़ में उच्च मात्रा में पोटैशियम मौजूद होती है जो इस समस्या को ठीक करने में मदद करती है। 
  5. सूजन को कम करता है – गुड़ में कुछ एंटी-इंफ्लेमटरी गुण भी होते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान शारीरिक सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
  6. इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है – गुड़ में पोटैशियम की अत्यधिक मात्रा होती है और पोटैशियम आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को नियंत्रित करने में मदद करता है।

गर्भावस्था के दौरान गुड़ का सेवन कैसे और कितना करना चाहिए, यह जानने के लिए न्यूट्रीशियनिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करने की सलाह दी जाती है। इसमें खाद्य पदार्थ से आपकी गर्भावस्था में और क्या-क्या लाभ हो सकते हैं, इस बारे में भी चिकित्सक से जानकारी लें। 

गर्भवती महिलाओं के लिए गुड़ के स्वास्थ्य लाभ

क्या गुड़ के सेवन से गर्भस्थ शिशु का वजन कम हो सकता है?

नहीं, गुड़ का सेवन करने से गर्भस्थ शिशु का वजन कम होने की संभावना बिलकुल न के बराबर होती है। अधिकांश डॉक्टरों का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान गुड़ के अधिक सेवन के साथ-साथ अस्वास्थ्यकर जीवनशैली से जन्म के बाद शिशु का वजन कम होता है। इस समस्या का समाधान सही मात्रा में गुड़ का सेवन करने व स्वस्थ जीवनशैली अपनाने में है। गर्भावस्था के दौरान आपको अपनी जीवनशैली में क्या बदलाव करने की आवश्यकता है, इस बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए गुड़ के स्वादिष्ट व्यंजन

गुड़ को कई व्यंजनों में अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। यहाँ कुछ स्वादिष्ट व जल्द तैयार होने वाले व्यंजनों की विधि निम्नलिखित है जिसका सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है। 

1. रागी और गुड़ की कुकीज

सामग्री

  • रागी का आटा – 50 ग्राम
  • गेहूं का आटा – 50 ग्राम
  • ओट्स – 20 ग्राम
  • गुड़ का पाऊडर – 60 ग्राम
  • बिना नमक वाला बटर – 80 ग्राम
  • बेकिंग पाउडर – 1/2 चम्मच
  • दूध – 2 बड़े चम्मच

विधि

  • किसी सूखे बर्तन में रागी का आटा 10 मिनट तक भूनें और फिर ठंडा होने के लिए एक कटोरी में अलग रख दें।
  • अब एक अलग कटोरी में, गेहूं का पिसा हुआ आटा, गुड़, ओट्स, बेकिंग पाउडर और बटर डालें। सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिलाएं और ठंडा होने के बाद रागी के आटे को भी इस मिश्रण में डालकर मिलाएं।
  • मिश्रण में 1 बड़ा चम्मच दूध डालें और इसे आटे की तरह गूंथ लें। आटे को क्लिंग व्रैप (प्लास्टिक की चिपकने वाली पन्नी) में लपेटें और आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दें।
  • फिर ओवन को 160°C पर रखें और गूंथे हुए आटे से क्लिंग व्रैप हटाकर इसकी छोटी-छोटी लोई बनाएं। फिर सभी लोइयों को बेलकर एक ट्रे पर रखें और 15-20 मिनट तक बेक करें। 
  • अंत में इसे ठंडा होने के लिए अलग रख दें और चाय या कॉफी के साथ खाएं। 

2. केले और गुड़ के चिप्स

सामग्री

  • कच्चे केले – 2
  • अदरक का पाउडर – 1 चम्मच
  • गुड़ की चाशनी- 3/4 कप
  • जीरा पाउडर- 1 चम्मच
  • पिसी हुई चीनी- 3 बड़ा चम्मच
  • डीप फ्राई करने के लिए तेल

विधि

  • केले को छील कर लंबा काट लें और फिर इसके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें। 
  • एक बर्तन में तेल गर्म करके, उसमें केले के टुकड़े डालें और मध्यम आंच में पकाएं। 
  • केले के टुकड़ों को तब तक तलें जब वह कुरकुरे और लाल रंग के न हो जाएं। 
  • टुकड़ों को बाहर निकालें और उन्हें 30 से 60 मिनट तक ठंडा होने के लिए एक तरफ रख दें। 
  • इसके बाद एक बर्तन में गुड़ की चाशनी और अदरक का पाउडर डालें और इस मिश्रण को उबाल लें। फिर जीरा पाउडर डालकर इसे अच्छी तरह से मिलाएं। 
  • मिश्रण में केले के टुकड़े डालकर टुकड़ों में गुड़ की चाशनी की परत चढ़ाएं। 
  • आंच बंद कर दें और फिर इसमें चीनी का पाउडर मिलाएं। 
  • केले के चिप्स को ठंडा होने दें और फिर इस मीठे व्यंजन का आनंद लें।

3. मूंगफली और तिल की चिक्की

सामग्री

  • मूंगफली – 2 कप
  • सफेद तिल – 1/2 कप
  • गुड़ – 1.5 कप
  • घी – 1 चम्मच

विधि

  • मूंगफली को भूनें और ठंडा करके इसके छिलके को हटा दें।
  • सफेद तिल को तब तक भूनें जब तक वह हल्के सुनहरे रंग का न हो जाए। 
  • एक बर्तन में गुड़ और घी मिलाकर गर्म करें और गुड़ को पिघलने तक पकाएं। इसमें एक बूंद पानी डालकर यह देखें कि क्या गुड़ पानी के संपर्क में आने पर सख्त हो जाता है। यदि ऐसा होता है, तो आंच बंद कर दें। 
  • बर्तन में मूंगफली और तिल डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
  • एक थाली में घी लगाकर उसे चिकना कर दें और गुड़ के मिश्रण को थाली में डाल दें।
  • मिश्रण को थाली में समान रूप से फैलाएं।
  • नर्म गुड़ को केक की तरह काट लें और फिर इसे पूरी तरह से ठंडा होने दें।
  • हो जाने के बाद चिक्की के टुकड़े अलग कर लें और इस स्वास्थ्यवर्धक नाश्ते का आनंद लें!

याद रखें कि आवश्यकता से अधिक किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से अत्यधिक हानि हो सकती है। अपने आहार में किसी भी भोजन को शामिल करने से पहले अपने चिकित्सक और न्यूट्रिशनिस्ट से बात करें और यह समझें कि आपको इन खाद्य पदार्थों का सेवन कैसे और कितनी मात्रा में करना चाहिए।

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