In this Article
- गर्भावस्था के दौरान नमक का सेवन क्यों जरूरी होता है?
- गर्भावस्था के दौरान कितनी मात्रा में नमक का सेवन करना सुरक्षित है
- गर्भावस्था के दौरान नमक का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने के साइड इफेक्ट्स
- ऐसे खाद्य पदार्थ जिसमें नमक की मात्रा अधिक होती है
- सोडियम के स्वस्थ स्रोत
- गर्भावस्था के दौरान नमक का सेवन कम करने के टिप्स
- क्या आप गर्भावस्था के दौरान काला नमक खा सकती हैं?
- गर्भावस्था के दौरान नमक खाने की क्रेविंग होना
- क्या गर्भावस्था के दौरान नमक खाना नॉर्मल है?
- गर्भवती महिलाओं में नमक की क्रेविंग बढ़ने का क्या कारण है?
- जब आपको नमक की क्रेविंग हो तो क्या करना चाहिए
हमारी डाइट में नमक की अहम भूमिका होती है, क्योंकि इसमें सोडियम भरपूर होता है जो हमारे शरीर में फ्लूइड लेवल और पीएच बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है। यह प्रेगनेंसी के समय में भी आपके लिए बहुत जरूरी होता है, क्योंकि यह गर्भ में बच्चे के विकास में मदद करता है। हालांकि, नमक की अधिक मात्रा के सेवन से आपको कई हेल्थ इशू हो सकते हैं, खासकर गर्भावस्था के दौरान। क्या आप भी यह जानना चाहती हैं कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको कितनी मात्रा में नमक का सेवन करना चाहिए? तो इस लेख में आपको गर्भावस्था के दौरान नमक खाने की होने वाली क्रेविंग से जुड़ी जानकारी दी गई है। आइए जानते हैं प्रेगनेंसी के दौरान नमक का सेवन क्यों जरूरी होता है।
गर्भावस्था के दौरान नमक का सेवन क्यों जरूरी होता है?
नमक हमारे लिए डाइटरी सोडियम का मुख्य स्रोत होता है। क्या आप जानती हैं कि गर्भावस्था के दौरान सोडियम की कमी आप या आपके बच्चे के लिए खतरनाक हो सकती है? यहाँ आपको बताया गया है कि प्रेगनेंसी के दौरान नमक का सेवन करना क्यों महत्वपूर्ण होता है:
- नमक की कमी से, प्रेगनेंसी के दौरान आपकी नसें, मांसपेशियां और अंग ठीक से काम नहीं कर पाते हैं, क्योंकि पर्याप्त मात्रा में नमक का सेवन न कर पाने की वजह से आपको बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी लगने लगती है।
- गर्भावस्था के दौरान आपके बढ़ते बच्चे को सपोर्ट देने के लिए आपकी बॉडी फ्लूइड बढ़ने लगता और इसमें सोडियम की अहम भूमिका होती है।
- नमक में मौजूद आयोडीन आपके बच्चे के मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम के विकास के लिए जरूरी होता है।
- गर्भावस्था के दौरान आयोडीन की कमी से स्टिलबर्थ, असामान्य मस्तिष्क विकास, मिसकैरज और अन्य मेडिकल कॉम्प्लिकेशन पैदा हो सकते हैं। एक स्टडी के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान नमक का अपर्याप्त मात्रा में सेवन करने से बच्चे में लो बर्थ वेट की समस्या हो जाती है।
इसलिए, गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर के लिए नमक आवश्यक होता है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान आप कितनी मात्रा में नमक का सेवन कर सकती हैं, यह जानने के लिए आगे पढ़ना जारी रखें।
गर्भावस्था के दौरान कितनी मात्रा में नमक का सेवन करना सुरक्षित है
ऊपर हमने आपको बताया कि प्रेगनेंसी के दौरान नमक का सेवन कितना जरूरी होता है, लेकिन सीमित मात्रा में, न तो बहुत ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन करना चाहिए और न ही बहुत कम मात्रा में नमक का सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान आपको रोजाना 3.8 ग्राम टेबल साल्ट के जरिए सोडियम का सेवन करना चाहिए। इस बात को ध्यान में रखें कि गर्भवती महिलाओं को 5.8 ग्राम से अधिक नमक का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए है।
गर्भावस्था के दौरान नमक का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने के साइड इफेक्ट्स
जैसा कि कहा जाता है कि किसी भी चीज का सेवन हद से ज्यादा करना आपके लिए हानिकारक होता है ठीक वैसे ही यह बात नमक का सेवन करते समय भी लागू होती है। यहाँ आपको प्रेगनेंसी के दौरा अधिक मात्रा में सोडियम का सेवन करने के साइड इफेक्ट्स दिए गए हैं:
- अधिक नमक के सेवन से वाटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है, इसके अलावा आपके टखनों, पैरों, पंजों और चेहरे पर बहुत ज्यादा सूजन होने लगती है।
- आपके भोजन में नमक की मात्रा बढ़ने से आपको हाई ब्लड प्रेशर या प्री-एक्लेमप्सिया की समस्या हो सकती है।
- अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से शरीर से पेशाब के माध्यम कैल्शियम कम होने लगता है।
आइए, अब कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों पर नजर डालते हैं, जिनमें नमक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करने से आपको हेल्थ इशू होने का खतरा हो सकता है।
ऐसे खाद्य पदार्थ जिसमें नमक की मात्रा अधिक होती है
यहाँ ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिनमें उच्च मात्रा में नमक / सोडियम होता है, जो आपके नुकसानदायक हो सकते हैं, खासकर गर्भावस्था के दौरान:
1. स्वीटेंड बेवरेज
आपको यह सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन स्वीटेंड बेवरेज में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती हैं, जो गर्भावस्था के दौरान समस्या का कारण बन सकती है। इसलिए किसी भी एनर्जी ड्रिंक या स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस ड्रिंक का सेवन करते समय सावधानी बरतें, क्योंकि इसमें 200 मिलीग्राम तक सोडियम हो सकता है।
2. ब्रेकफास्ट सीरियल
ज्यादातर ब्रेकफास्ट सीरियल में सोडियम लेवल हाई होता है। एक नॉर्मल कप कॉर्नफ्लेक्स या ओटमील का सेवन करने से शरीर में 200 मिलीग्राम सोडियम बढ़ जाता है।.
3. सॉस
क्या अपने कभी सोचा है कि केचप, सोया सॉस या बार्बेक्यू सॉस इन सभी में कितनी मात्रा में सोडियम प्राप्त कर सकती हैं? इन सभी खाद्य पदार्थों में हाई लेवल सोडियम मौजूद होता, इसमें प्रत्येक सर्विंग में लगभग 150 से 200 मिलीग्राम सोडियम होता है। इन खाद्य पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन से, यह आपके द्वारा रोजाना सोडियम के सेवन की सीमित मात्रा को पार कर सकता है।
4. ब्रेड और बन्स
कई गर्भवती महिलाएं ब्रेकफास्ट के दौरान ब्रेड खाना पसंद करती हैं और कभी कभी मिड मोर्निंग या शाम के समय में स्नैक के रूप में इसे खाना पसंद करती हैं। ब्रेड की एक स्लाइस से आपको लगभग 150 मिलीग्राम सोडियम प्राप्त होता है। तो, अगली बार जब आप एक डोनट या बैगल का सेवन करने जाएं, तो सावधानी बरतें और अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें।
यह सब जानकारी प्राप्त करने के बाद आप थोड़ा चिंतित हो सकती हैं, लेकिन नमक एकमात्र ऐसा खाद्य पदार्थ नहीं है, जो आपको गर्भावस्था के दौरान सोडियम प्रदान करता है। ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं जिनमें सोडियम की मात्रा काफी होती है, लेकिन फिर उसका सेवन करना हेल्दी होता है। आइए जानते वो क्या हैं।
सोडियम के स्वस्थ स्रोत
जैसा कि आपको पहले भी बताया गया है, प्रेगनेंसी के दौरान केवल नमक के जरिए ही आपका सोडियम लेवल नहीं बढ़ता है। यहाँ आपको सोडियम के कुछ अन्य हेल्दी सोर्स दिए गए हैं:
- अनसाल्टेड नट्स , अचार, मुरब्बा
- पोल्ट्री
- मछली
- सेब, क्रैनबेरी जैसे फल
- सादा दही
- अंडे
- दूध
- सब्जियां जैसे कि बीट, सेलरी, गाजर
गर्भावस्था के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति क्रेविंग होना नॉर्मल है। लेकिन, एक गर्भवती महिला उन सभी चीजों का सेवन नहीं कर सकती है जिसकी उन्हें खाने की इच्छा हो रही हो, क्योंकि इससे माँ और बच्चे दोनों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। नमक की क्रेविंग होना भी ऐसे ही है। ज्यादातर, टेबल साल्ट का बिलकुल न सेवन न करना मुश्किल हो सकता है। तो फिर आपको क्या करना चाहिए? इसके लिए विशेष आपको यहाँ कुछ टिप्स दी गई हैं, जो आपके नमक के सेवन को कम करने में आपकी मदद कर सकती है। आइए जानते हैं।
गर्भावस्था के दौरान नमक का सेवन कम करने के टिप्स
गर्भावस्था के दौरान आपके सोडियम के सेवन को कम करने के लिए आपको नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं:
- आप खाद्य पदार्थों का सेवन करने जा रही है उसका लेबल चेक करें, क्योंकि कभी-कभी स्वीटेंड स्नैक्स और पेय पदार्थों में भी हाई लेवल सोडियम होता है।
- कोशिश करें की आप घर का बना खाना ही खाएं। इस तरह आप न केवल स्वस्थ भोजन खाएंगे, बल्कि आप कितनी मात्रा में नमक का सेवन कर रही हैं, इस पर भी नजर रख पाएंगी।
- स्नैकिंग के लिए हमेशा ताजे फल और सब्जियों को चुने, क्योंकि पैक्ड स्नैक्स में अधिक मात्रा में सोडियम होता है।
- अपना भोजन तैयार करते समय नमक के बिना सीजनिंग का उपयोग करें।
अब, गर्भावस्था के दौरान नमक और इसके सेवन से संबंधित कुछ और सवालों/चिंताओं की ओर ध्यान देते हैं।
क्या आप गर्भावस्था के दौरान काला नमक खा सकती हैं?
हाँ, आप गर्भावस्था के दौरान काले नमक का सेवन कर सकती हैं क्योंकि यह पेट की बीमारियों, सीने में जलन और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है। हालांकि, यदि आपको हाई ब्लड प्रेशर या कोई अन्य मेडिकल कंडीशन है, जिसके लिए आपको अपने नमक के सेवन पर रोक लगाने की आवश्यकता है, तो आपको यह सलाह दी जाती है कि काले नमक का सेवन करने से आपको अपने डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान नमक खाने की क्रेविंग होना
गर्भवस्था के दौरान आपको फूड क्रेविंग हो सकती है, जिसके बारे में शायद अपने सोचा भी न हो। चाहे आपको पहले से ही आप नमकीन खाना पसंद हो या न हो, लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान काफी संभावना है कि आपको नमकीन खाने की इच्छा हो। हालांकि अचानक से नमक खाने की क्रेविंग होना नॉर्मल है और थोड़ा एक्स्ट्रा सोडियम का सेवन करने से यह आपके बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुँचाता है। लेकिन, अगर आपको गर्भावस्था के दौरान हद से ज्यादा सॉल्टी फूड खाने की क्रेविंग होती है, तो आपको यह सलाह दी जाती है कि आ[आपको इसके बारे में अपने डॉक्टर से पूछना चाहिए।
क्या गर्भावस्था के दौरान नमक खाना नॉर्मल है?
कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान नमक खाने की क्रेविंग होती है। ऐसा देखा गया है कि गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान नमक खाने की क्रेविंग ज्यादा बढ़ जाती है। गर्भावस्था के दौरान नमक खाने की क्रेविंग होना बिल्कुल नॉर्मल है। हालांकि, इसका सेवन एक सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
गर्भवती महिलाओं में नमक की क्रेविंग बढ़ने का क्या कारण है?
विभिन्न थीयोरीज के अनुसार, यह देखा गया है कि गर्भवती महिलाएं में नमक की क्रेविंग होने का कारण यह है कि उनके शरीर में बच्चे को सपोर्ट करने के लिए अधिक फ्लूइड की जरूरत होती है। नमक में सोडियम की उपस्थिति शरीर में फ्लूइड को बनाए रखने में मदद करता है, यही वजह है कि गर्भवती महिलाओं को सॉल्टी फूड खाने की क्रेविंग होती है। इसके अलावा, प्रोजेस्टेरोन और मॉर्निंग सिकनेस बढ़ने के कारण, पेशाब और उल्टी के माध्यम से गर्भवती महिला के शरीर से सोडियम निकाल जाता है, जिसकी वजह से उन्हें कुछ नमकीन खाने की इच्छा होती है।
जब आपको नमक की क्रेविंग हो तो क्या करना चाहिए
गर्भावस्था के दौरान सॉल्टी फूड के लिए क्रेविंग होना नॉर्मल है। आपको यह सलाह दी जाती है कि आप अपनी क्रेविंग हेल्दी तरीके से शांत कर सकती हैं, जैसे कि आप वेजिटेबल सूप या अचार का सेवन कर सकती हैं। हालांकि, यदि आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या हो, तो आपको अपने नमक के सेवन को सीमित कर देना चाहिए। आपको यह भी सलाह दी जाती है कि आप अपने डॉक्टर से बात कर के पूछ लें कि आपके खाने के लिए क्या बेहतर रहेगा।
नमक आपके खाने को स्वाद देता है, इसलिए हम इसे पूरी तरह से छोड़ नहीं सकते हैं। यदि आपको गर्भावस्था के दौरान नमक का सेवन करने से जुड़ी कोई मनाही नहीं है, तो आप कई बेहतरीन डिशेस का सेवन कर सकती हैं। लेकिन इसके साथ ही आपको यह सलाह दी जाती है कि आपको नमक का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, वरना यह आप और आपके बच्चे के लिए समस्या पैदा कर सकता है। दूसरी बात, अगर आपके डॉक्टर ने आपको नमक का सेवन कम करने के लिए कहा है, तो आपको यह सुझाव दिया जाता है कि आप इसका पालन करें और गर्भावस्था के दौरान किसी भी समस्या से बचने के लिए हेल्दी डाइट का पालन करें।
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